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कम लागत में कोचिंग सेंटर कैसे शुरू करें ? | Coaching Center Business Plan In Hindi

भारत की Education Industry 100 Billion US डॉलर से भी बड़ी है। भारत की Schooling System दुनिया की सबसे बड़ी स्कूलिंग सिस्टम में से एक है।

प्रत्येक व्यक्ति के लिए शिक्षा अत्यंत आवश्यक होती है। अगर एक अच्छी जिंदगी जीनी है तो हर एक व्यक्ति को अपनी शिक्षा पर ध्यान देने की आवश्यकता है।

भारत में लोग शिक्षा के प्रति जागरूक हो रहे हैं इसलिए इस सेक्टर में बहुत बड़ी डिमांड उत्पन्न हो रही है।

भारत की लोक संख्या बहुत अधिक है और उसमें भी युवाओं की संख्या अधिक है और उन युवाओं में भी विद्यार्थियों की संख्या सबसे अधिक है।

आज के समय में लाखों स्कूल और कॉलेज एस भारत में है लेकिन जरूरी नहीं है कि हर स्कूल में विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा मिले और हां यहीं पर आपके लिए Opportunity बनती है।

आज के समय में Education Sector में बिजनेस करने के लिए बहुत बड़ी Opportunity है।

सबसे आसान काम, आप अपना खुद का ट्यूशन सेंटर या कोचिंग सेंटर शुरू कर सकते हैं।

आजकल ये कोचिंग सेंटर के मालिक हर साल करोड़ों रुपए कमाते हैं। आप भी खुद का कोचिंग सेंटर शुरू कर सकते हैं और अच्छे पैसे कमा सकते हैं।

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कोचिंग सेंटर बिजनेस क्या है और कैसे करें ? ( What is Coaching Centre Business In Hindi )

  • इस बिजनेस में आपको स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थियों को कोचिंग देनी है। आप पांचवीं से दसवीं तक के विद्यार्थियों को पढ़ा सकते हैं और कई अलग अलग विषय सिखा सकते हैं जैसे कि गणित, विज्ञान, अंग्रेजी, भूगोल, इतिहास।
  • या फिर आप 11वीं और 12वीं के विद्यार्थियों को भी अलग-अलग विषय सिखा सकते हैं जैसे कि Science Faculty में आप physics, chemistry, biology, mathematics इन विषय को सिखा सकते हैं। आप NEET, JEE जैसी entrance exam के ट्यूशन क्लासेस भी ले सकते हैं।
  • क्या फिर आप कॉमर्स के विद्यार्थियों को ट्यूशन दे सकते हैं और account, taxation, costing, economics जैसे विषय सिखा सकते हैं।
  • या फिर आप Art Faculty के  विषय भी सीखा सकते है।
  • या फिर आप प्राइमरी स्कूल के विद्यार्थियों को भी सिखा सकते हैं। आप पहली से चौथी तक के बच्चों को भी पढ़ा सकते हैं।
  • आप अन्य फील्ड के विद्यार्थियों को भी सिखा सकते हैं जैसे कि आप Law के विद्यार्थियों को पढ़ा सकते हैं या फिर आप CA की क्लासेस ले सकते हैं।

कोचिंग सेंटर कैसे शुरू करें ? सम्पूर्ण प्रक्रिया ( How To Start A Coaching Business In Hindi )

अगर आपके दिमाग में यह सवाल है के  tuition kaise start kare ? तो निचे दिए गए स्टेप्स Follow करें। 

मार्केट रिसर्च कैसे करे ? – 

आप जिस भी शहर में अपना कोचिंग सेंटर शुरू करना चाहते हैं उस शहर में कितने स्कूल और कॉलेज है उन सभी की आपको एक लिस्ट बनानी है।

हर एक स्कूल और कॉलेज में कुल कितने विद्यार्थी पढ़ते हैं यह आपको पता करना है। यह जानने के लिए आप स्कूल और कॉलेज के शिक्षकों को मिल सकते हैं या फिर आप वहां के विद्यार्थियों से भी संपर्क करके उनसे जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

साथ में आपके शहर में कितने Hostel है और वहां कितने विद्यार्थी रहते है उनकी भी एक लिस्ट बनानी है।

उस शहर में जो दूसरे कोचिंग सेंटर है वह कुल कितने विद्यार्थी हैं और उस कोचिंग सेंटर की Fees कितनी है ऐसी सभी जानकारी आपको पता करनी है। इसके लिए आप उन कोचिंग सेंटर के विद्यार्थियों से मिल सकते हैं और उनसे बातचीत कर सकते हैं।

किस विषय के कोचिंग की आपके शहर में Demand है यह भी आपको पता करना है।

इस पूरी जानकारी का उपयोग आपको अपने कोचिंग सेंटर की Business Strategy बनाने के लिए होगा और बिजनेस के मार्केटिंग के लिए भी होगा।

विषयों का चयन कैसे करे ? –

कोचिंग सेंटर शुरू करने से पहले आपको सही विषयों का चयन करना अत्यंत आवश्यक होता है। हो सकता है कि आप बहुत सारे विषय सिखाने में सक्षम हो लेकिन शुरुआत में अगर आप सभी विषयों को सिखाने का प्रयास करेंगे तो आपको कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है।

शुरुआत में आपको सिर्फ किसी एक हि विषय पर ध्यान देना चाहिए। जो विषय सिखाना आपको सर्वाधिक पसंद है और जिस विषय में आपको बिल्कुल अच्छे से ज्ञान है उस विषय का चुनाव आपको करना हैं। 

साथ ही में उस विषय के  ट्यूशन की आपके शहर में Demand भी होना आवश्यक है तो उसका भी आपको ध्यान रखना है।

अगर आप बच्चों की ट्यूशन ले रहे यही तो आप एक साथ Multiple विषय भी सीखा सकते है। 

यहां पर आपको आपने जो मार्केट रिसर्च किया होगा उसका लाभ होगा।

कोचिंग सेंटर के लिए Location का चुनाव कैसे करे ? ( How To choose Location For Coaching Center Business In Hindi )

कोचिंग सेंटर के लिए सही लोकेशन का चुनाव करना भी अत्यंत आवश्यक होता है। विद्यार्थी आसानी से आ सके ऐसे लोकेशन का चुनाव आपको करना है। शहर के जिस इलाके में स्कूल और कॉलेज है उस इलाके में भी आप अपना कोचिंग सेंटर शुरू कर सकते हैं।

कुछ शहरों में कोचिंग सेंटर का एक विशिष्ट Area होता है। उस Area  में सभी विषयों के कोचिंग सेंटर या ट्यूशन क्लासेस होते हैं। उस एरिया में भी आप अपना कोचिंग सेंटर शुरू कर सकते हैं।

अगर आप शुरुआत कर रहे हैं और आपके पास पर्याप्त पैसा नहीं है तो आप अपने घर से भी कोचिंग सेंटर की शुरुआत कर सकते हैं।

Online Coaching कैसे करें ? ( How To Start Online Tuition at Home In Hindi )

आप ऑनलाइन भी विद्यार्थियों को पढ़ा सकते हैं। आज के समय में ऑनलाइन ट्यूशन क्लासेस भी बहुत चल रही है। कोरोना के समय में अचानक से सारी चीजें बंद होने के कारण ट्यूशन क्लासेस भी बंद हो गई थी। उसके बाद सारी कोचिंग क्लासेस ऑनलाइन ही चल रही थी और बच्चों को भी ऑनलाइन कोचिंग की पढ़ने  पड़ चुकी है।

आप यूट्यूब पर Videos बना कर डाल सकते है  या आप विद्यार्थियों को Live भी सीखा सकते है जिसके लिए आप Google Meet जैसे App का इस्तेमाल कर सकते है।

आप ऑनलाइन Video Courses बनाकर भी बेच सकते है और लाखों रुपए उस से कमा सकते है।

कोचिंग सेंटर की मार्केटिंग कैसे करें ? ( Marketing Plan For Coaching Business in Hindi )

कोई भी बिजनेस शुरू करना अत्यंत आवश्यक होता है लेकिन सिर्फ शुरू करके काम नहीं होता। आपको अपने बिजनेस की मार्केटिंग भी करनी होती है और इसलिए आपको भी अपने कोचिंग सेंटर के लिए विज्ञापन ( Advertising ) और मार्केटिंग करनी होगी।

मार्केटिंग करने के कई तरीके हैं।

  • आप अपने शहर में फेसबुक की Advertise चला सकते हैं। आजकल लगभग हर कोई फेसबुक का इस्तेमाल करता है आपके शहर में भी लगभग हर कोई फेसबुक का यूजर होगा। युवाओं में तो Facebook बहुत Popular है और इसी वजह से अगर आप फेसबुक पर विज्ञापन करते हो तो आप बड़े ही आसानी से अपने कस्टमर तक या विद्यार्थियों तक पहुंच सकते हैं।
  • आपके शहर में जो लोकल फेसबुक के ग्रुप है उन्हें आप Join कर सकते हैं और उन पर भी अपने ट्यूशन सेंटर की मार्केटिंग या Advertising कर सकते।
  • आप 1 महीने तक विद्यार्थियों को Free में पढा सकते है। हमारे देश में फ्री में मिलने वाली चीजों की तरफ लोग बड़ी जल्दी आकर्षित होते हैं और इसी वजह से अगर आप 1 महीने तक फ्री में कोचिंग देते हैं तो आप बड़ी संख्या में छात्रों को आकर्षित कर सकते है।
  • आप विद्यार्थियों के माता-पिता से जाकर मिल सकते हैं और उन्हें अपने कोचिंग सेंटर के फायदे और विशेषताएं बता सकते है। शुरुआती दिनों में आपको मेहनत करनी पड़ेगी आपको खुद लोगों से जाकर मिलना होगा लेकिन एक बार आपका कोचिंग सेंटर चलने लगेगा तो Mouth Publicity के कारण आपके पास सैकड़ों-हजारों विद्यार्थी आएंगे।
  • नए छात्रों को कोचिंग सेंटर की तरफ आकर्षित करने का सबसे अच्छा तरीका है – रिजल्ट ( Result )। सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करने की बजाय अगर आप अच्छे रिजल्ट देते हो तो आपको बहुत सारे नए छात्र मिलेंगे।
  • साथ ही में आप Traditional Marketing का भी इस्तेमाल कर सकते हैं यानी कि आप न्यूज़पेपर में विज्ञापन कर सकते हैं या आप pamphlet बांट सकते हैं। स्कूल और कॉलेज एस के बाहर आप अपने pamphlet बांट सकते हैं।
  • आप अपने कोचिंग सेंटर की एक अच्छी सी वीडियो बनाकर आपके शहर में जो लोकल केबल ऑपरेटर है उनको दे सकते हैं और टीवी के माध्यम से ट्यूशन सेंटर की मार्केटिंग कर सकते हैं। जो लोकल टीवी चैनल्स होते हैं उन पर भी आप अपने कोचिंग सेंटर की Advertising कर सकते हैं।
  • कम लागत में पॉपकॉर्न का बिज़नेस कैसे शुरू करे ?

कितनी ट्यूशन Fees चार्ज करें ?

कोचिंग सेंटर शुरू करने से पहले आपको एक महत्वपूर्ण निर्णय लेना होता है के Tuition Fees कितनी चार्ज करें ?

इसका कोई एक उत्तर नहीं हो सकता। अलग-अलग शहरों और राज्यों में Fees अलग-अलग होती है।

यहां पर आपको आपके मार्केट रिसर्च का फायदा होगा।

जिस शहर में आप अपना कोचिंग सेंटर शुरू करना चाहते हैं उस शहर में जो दूसरे कोचिंग सेंटर है वह कितनी Fees चार्ज करते हैं उसके अनुसार आपको आपकी Fees निर्धारित करनी होगी।

मार्केट में जो रेट है उससे थोड़ी सी कम Fees आप चार्ज कर सकते हैं।

कोचिंग सेंटर शुरू करने के लिए कितनी लागत लगेगी ? ( Investment Needed To Start A Coaching Business In Hindi )

कोचिंग सेंटर को शुरू करने के लिए लगने वाली लागत पूर्ण रूप से आप पर Depend है। अगर आप चाहे तो एक कोचिंग सेंटर को शुरू करने के लिए लाखों की इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं या फिर आप Zero Investment में भी खुद का कोचिंग सेंटर शुरू कर सकते हैं।

ट्यूशन सेंटर के लिए आपको सिर्फ एक ब्लैक बोर्ड, किताबें और विद्यार्थियों के बैठने के लिए एक चटाई की जरूरत होगी।

भविष्य में जब आपका कोचिंग सेंटर चलने लगे और आपके पास थोड़े पैसे आने लगेंगे तो आप अपने कोचिंग सेंटर के लिए अन्य चीजें खरीद सकते है जैसे कि कंप्यूटर सिस्टम, स्टूडेंट के बैठने के लिए बेंच, अन्य किताबें।

कोचिंग सेंटर के बिजनेस से कितना कमा सकते है ? ( How Much You Can Earn From Coaching Business In Hindi )

भारत के एक छोटे से शहर में कम से कम 5 से 6 स्कूल होती है और 4 से 5 कॉलेज होते हैं यानी एक शहर में कम से कम 4000 से 5000 विद्यार्थी होते हैं बड़े शहरों में तो लाखों विद्यार्थी होते हैं उनमें से आपको अगर सिर्फ 100 से 150 विद्यार्थी भी मिल गए फिर भी आप ₹50000 से ₹100000 महीना आराम से कमा सकते हैं।

धीरे-धीरे जब आपके क्लास का अच्छा रिजल्ट आने लगेगा तो आपके पुराने छात्र अन्य छात्रों को आपका कोचिंग सेंटर Recommend करेंगे तब आप के छात्रों की संख्या कई गुना बढ़ जाएगी और फिर आप हर साल इस बिजनेस से करोड़ों रुपए भी कमा सकते हैं।

कोचिंग सेंटर शुरू करने के लिए रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस की आवश्यकता ? ( Coaching Center Registration & Licenses )

वैसे तो एक छोटा कोचिंग सेंटर शुरू करने के लिए किसी भी तरह के रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस की आवश्यकता नहीं होती है।

आपको रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस के आवश्यक तब पड़ेगी जब आप का टर्नओवर बढ़ जाएगा।

टर्नओवर बढ़ने के बाद आप GST रजिस्ट्रेशन और MSME रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। आपको इस रजिस्ट्रेशन का भी भविष्य में बहुत फायदा होगा।

कोचिंग सेंटर के बिजनेस को बड़ा कैसे करें ? 

जब आपका एक कोचिंग सेंटर चलने लगेगा तो आप अपने सेंटर की अलग-अलग शहरों और राज्यों में अलग-अलग शाखाएं खोल सकते हैं। 

आप अपने Coaching Center की फ्रेंचाइजी भी दे सकते हैं और उस माध्यम से भी पैसे कमा सकते हैं।

किसी भी बिजनेस को बड़ा करने का मतलब सिर्फ ज्यादा पैसे कमाना नहीं होता बल्कि अपने काम को और बेहतर करना होता है जैसे कि आप अपने कोचिंग सेंटर में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर सकते हैं आप वहां पर Library और Laboratory बना सकते हैं।

अगर आप कोचिंग सेंटर की दुनिया में बादशाह बनना चाहते हैं तो आपको एक रहस्य बताता हूं। आप जब एक Teacher बनते है तो आपको सिर्फ पैसा पैसा नहीं करना है बल्कि आपको आपके विद्यार्थियों की लाइफ कैसे बेहतर होगी ? वे अपने करियर में आगे कैसे बढ़ेगा ? इसके लिए आपको प्रयास करना है

आपको सिर्फ अपने बारे में नहीं बल्कि आपके विद्यार्थियों के बारे में सोचना है।

यह भी पढ़े –

  • १०१ बिज़नेस आईडिया – कम लागत, ज्यादा मुनाफा
  • कम लागत में जूस की दुकान कैसे खोले ?

Q: कोचिंग खोलने के लिए क्या करें?

कोचिंग सेंटर खोलने के लिए सबसे पहले आपके शहर में किस विषय के कोचिंग की डिमांड है यह देखना है और फिर आप अपने घर से या किराये पर दुकान लेकर अपना कोचिंग सेंटर खोल सकते है। कोचिंग सेंटर कैसे शुरू करें ? यह जानने के लिए पूरी पोस्ट पढ़े

Q: कोचिंग में स्टूडेंट कैसे बढ़ाये?

कोचिंग में स्टूडेंट बढ़ाने के लिए आप ऑनलाइन Facebook और Instagram पर मार्केटिंग कर सकते है। कोचिंग सेंटर कैसे शुरू करें ? यह जानने के लिए पूरी पोस्ट पढ़े

Q: ट्यूशन का नाम क्या रखें?

ट्यूशन सेंटर का नाम थोड़ा unique रख सकते है। आप जिन Age के बच्चो को पढ़ा रहे है उनके इंटरेस्ट को ध्यान में रख कर आप एक अच्छा नाम चुन सकते है।

Q: कोचिंग का प्रचार कैसे करे?

Facebook Ads, Facebook Groups, १ महीना Free में ट्यूशन ऐसी कई चीजें आप कर सकते है। प्रचार करने के सारे तरीके जानने के लिए पूरी पोस्ट पढ़े कोचिंग सेंटर कैसे शुरू करें ?

Q: कोचिंग सेंटर की शुरुआत कैसे करें?

आप अपने घर से ही कोचिंग सेंटर की शुरुआत कर सकते है।  आपको जिस विषय में रुचि है और ज्ञान है उस विषय को आप बच्चो को पढ़ा सकते है। कोचिंग सेंटर कैसे शुरू करें ? यह जानने के लिए पूरी पोस्ट पढ़े

Q: ट्यूशन के लिए छात्रों को कैसे आकर्षित करें?

छात्रों को आकर्षित करने के लिए आप थोड़ी सी कॉमेडी कर सकते और  Funny तरीके से सीखा सकते है आप Trending टॉपिक पर बिच बिच में बात कर सकते है इससे आपके कोचिंग सेंटर के तरब बहुत सारे छात्र आकर्षित होंगे। कोचिंग सेंटर कैसे शुरू करें ? यह जानने के लिए पूरी पोस्ट पढ़े

Q: ट्यूशन कैसे खोलें?

ट्यूशन आप Zero Investment में अपने घर से ही शुरू कर सकते है और पांचवीं से दसवीं तक या 11th और 12th के विद्यार्थियों को पढ़ा सकते है। कोचिंग सेंटर कैसे शुरू करें ? यह जानने के लिए पूरी पोस्ट पढ़े

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Swapnil Shinde

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much effective advice / information regarding starting coaching center.

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How To Open Coaching Institute In India?

Table of Contents:

1. Coaching Centre Business Plan

2. how to open coaching institute, 3. coaching class culture in india, faqs on coaching centre business plan.

The Indian education system has a symbiotic relationship with coaching centres. Every academic phase in a student’s life is accompanied by assistance from coaching centres. With over 70 million students enrolled in various coaching institutes across the country, it is no surprise that the coaching business is ever-growing and immensely profitable. The need for coaching centres arises out of the need to fill the void that general schooling cannot fill. Students often fail to grasp important concepts which could lead them to failing grades. This is often a product of overburdened school teachers not being able to pay attention to every student and accommodate according to their learning styles. Hence, starting a coaching centre is a promising career option.

As this is a huge investment, it is important to engage in rigorous market research before planning what sort of coaching centre you want to establish. There are various coaching centres catering to students appearing for board exams, competitive exams (graduation and post graduation), civil service examinations, government services exams etc. It might be confusing in the beginning, may this blog serve as a trusty guide for those who want to get started with the coaching institute business and make a million dreams come true.

Step 1: Subjects and Study Material

This is the crucial starting point, this decision will dictate how your institute will shape up. Currently, the key areas of focus for large scale coaching institutes are; engineering (IIT-JEE) and medical (NEET, AIIMS) entrance exams, competitive exams for government services (SSC), Management exams (CAT), civil services examinations (UPSC), and law entrances (CLAT). Many institutes also focus on preparation for international exams such as IELTS, GRE, GMAT, TOEFL, etc.

There are several small-scale coaching centres which are subject specific or focus on niche topics. It is always a good idea to start small and then expand according to consumer demands. Students appearing for competitive exams need to be taught multiple subjects, if you choose this path then the coaching centre must be able to provide experts on all subjects required to pass the examination in question.

The study material must be carefully designed, keep explanations simple, crisp and clear. In addition to in-class notes, students should be provided with printed copies and digital versions of topics. Along with, detailed topic wise-notes, small revision-friendly notes should be provided. All lectures should be recorded so that students can watch them repeatedly to gain clarity.

Step 2: Infrastructure and Location

To test the waters, it is better to start small. Firstly, accumulate a few batches of students before expanding to a bigger space. Most coaching centres are rented spaces in commercial buildings. Coaching institutes with larger budgets have their own individual buildings.

The infrastructure should have large, airy rooms. Students should not feel claustrophobic and have space to move about. The location should be such so that it can be accessed via public transport, it should be a well known location. The surroundings should be peaceful and conducive to maintaining a perfect atmosphere for study.

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Step 3: Staff and Study Material

Hiring well experienced staff who have sound academic records is a must. For a coaching centre dedicated towards competitive examinations it is favourable to hire teaching staff who have qualified the respective examinations.Usually, two to three staff members are hired for separate subjects. Your study material reflects the quality of your teaching, it must be legible and comprehensive. The teacher to student ratio should not exceed one teacher to twenty students for optimal learning.

Step 4: Marketing and Promotion

The success of a coaching institute is governed by how many students it can reach through marketing. It is not enough to merely provide quality education but one must ensure prospective students get to know about it. The study material and notes provided in-class serve as an example of how brilliantly the subjects are explained, this is the simplest form of advertising your product. Students are bound to show these and spread information through word-of-mouth to their peers who might show interest in joining your coaching.

Providing free demo classes, free notes, handing out coaching institute pamphlets in schools and colleges, advertising in local newspapers, and advertising in TV channels are all tried and tested methods of marketing. Always provide a variety of options for students, online classes, offline classes, crash courses, distance learning etc with different levels of tuition fees waivers. Conducting scholarship exams is an effective way to gain meritorious students. In the modern era, with the accessibility of social media it is possible to reach millions in seconds. Start by uploading some free sample lectures on YouTube, make Facebook groups and curate Instagram pages to capture audiences. Marketing automatically increases the value of coaching businesses.

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Step 5: Licensing and Registration

Coaching centres and institutes are recognised as educational business institutes. The legalities of opening a coaching centre revolves around the scale of the set-up. If you are operating a very small scale coaching centre in residential quarters then trade license and registration is not required. Large scale coaching institutes need to acquire trade licenses and also pay taxes. Mandatory registration and tax payment are required for institutions with a profit margin of more than nine lakhs.

Trade licenses must be obtained from the local municipal corporation before starting the business. The application for the trade license must be filled three months before commencement of business. The various documents required include; rent-bill, lease-deed, consent letter from owner of building (if sub-tenant), affidavit/ declaration etc. Before starting operations owners must establish the legality of their coaching centre business by submitting the required application form to the local municipal corporation.

The registration of the coaching business depends on which business structure the owner wishes to employ, such as; sole proprietorship, partnership or company. Within a month of starting the coaching institute’s operations it must be registered under the “ Shops and Establishments Act” with the inspectorate of the area.

A few decades ago, the existence of coaching centres were sparse, but now India has become the biggest market for the education industry. Establishing and maintaining a prosperous coaching centre is an arduous task, it requires patience and discipline. Preparation and a good knowledge of the Indian Education System will ensure the best results.

Currently, coaching institutes are ranked on the basis of student intake quality, fees, learning resources, outcome of courses, and training process. Loans for running educational businesses are not difficult to obtain because of the high profitability of coaching institutes.

Before applying for a loan one must first register your business.  As your coaching centre grows and yields high results you might attract investors and open new franchises to create your very own educational brand. Do not expect to achieve quick growth, quality work needs time to bear fruit, keep a five to ten year goal in mind when starting off.

The number of students in India keeps increasing annually, there is a dire need for more coaching centres to meet the demand for high grade education which will enable students crack exams, get into the country’s best institutes and get high-earning jobs.

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Q. How To Start A Coaching Institute In India?

Ans- Any Coaching Institute in India can be registered as a private limited company or OPC or LLP. If you're planning to take over a franchise then you can register as Proprietorship Firm or Partnership Firm. You can also register your Firm or Company at home.

Q. How do I start a new coaching institute?

Ans- The startup procedure on How To Open Coaching Institute are as follows-

  • Firstly, decide your user element
  • Get your study materials and topics right
  • Decide on your prime location
  • Recruiting qualified teaching staff
  • Advertising and marketing your Coaching Class
  • Register your coaching institute

Q. How can I register my institute in India?

Ans- Some of the Licenses that are needed for starting an educational institution:

  • Registration Certificate of Society – Societies Recognition Act, 1860,
  • Essentiality Certificate DoE
  • Further, Certificate of Recognition MCD/ DoE
  • Moreover, Certificate of Upgradation DoE
  • Further, Certificate of Affiliation CBSE
  • Certificate of MCD

Q. How can I register for coaching?

Ans- Documents you have to submit to get enrollment under the Shops and Establishments Act are:

  • Commercial Address Proof.
  • Identity Proof.
  • Fee Payment Challan.

Q. How can I teach tuition online?

Ans- This is the perfect guide to becoming an online tutor:

  • Determine your essentials
  • Know your target audience
  • Choose your subject topics
  • Choose a precise course routine
  • Set the lesson model
  • Choose an online platform to sell your courses- Unacademy, Byjus, Vedantu, etc.
  • Supervise your courses
  • Market your e-learning platform

Q. Do you need a license to start a tutoring business in India?

Ans- Coaching Centres have become an integral part of the education system in India. The popularity of coaching institutes has drastically increased over 35% over the past 5 years. It should also be noted that if you intend to run a small scale coaching centre, there are no specific licenses that need to be obtained.

Nitesh Goswami

We bring you some of the best small business tips, ideas & tricks to grow your business & more.

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Business Plan Hindi

कोचिंग सेंटर कैसे शुरू करें? How to Start a Coaching Center in India.

Coaching center business plan in Hindi – मनुष्य अपने जीवन में जिन चीजों को सबसे ज्यादा महत्व देता है उनमें शिक्षा भी शामिल है और यह इसी शिक्षा से जुड़ा हुआ बिजनेस है। वैसे देखा जाय तो वर्तमान परिदृश्य में रोटी, कपड़ा और मकान ही मनुष्य की अति आवश्यक जरूरतों में शामिल नहीं है बल्कि स्वास्थ्य एवं शिक्षा भी मनुष्य जीवन के लिए बेहद महत्वपूर्ण हो गई हैं । यही कारण है की ये दो क्षेत्र ऐसे हैं चाहे पूरी दुनिया किसी भी संकट से क्यों न गुज़र रही हो लेकिन इनमें कभी भी मंदी नहीं आती है।

वह इसलिए क्योंकि हर माता पिता अपने बच्चों को शिक्षा देना अनिवार्य समझते हैं। और शिक्षा के बारे में एक संस्कृत श्लोक के माध्यम से भी कहा गया है की ‘’माता शत्रु पिता वैरी येन बालो न पाठित: । न शोभते सभामध्ये हंसमध्ये वको यथा।।‘’ अर्थात जो माता पिता अपने बालकों को पढ़ाते नहीं है ऐसे माता पिता शत्रु के समान हैं। क्योंकि जिस प्रकार हंसों के बीच बगुला शोभा नहीं देता ठीक उसी प्रकार शिक्षित या विद्वान लोगों की सभा में अशिक्षित लोग शोभा नहीं देते। आज के समय में हर माता पिता को इस श्लोक की महत्वता समझ में आ रही है और वे अपने बच्चों को हर हाल में शिक्षा ग्रहण करवाने के लिए प्रयासरत हैं।

लोगों की शिक्षा एवं इसके महत्व को लेकर बढती जागरूकता के कारण इस क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा भी काफी बढ़ गई है इसलिए इस प्रतिस्पर्धा की दौड़ में हर माता पिता अपने बच्चों को एक दुसरे से आगे देखना चाहते हैं। और उनकी इस आवश्यकता की पूर्ति के लिए कोचिंग या ट्यूशन क्लास की उत्पति हुई है। जैसा की हम सब अच्छी तरह से जानते हैं की किसी भी व्यक्ति को यदि निजी या सार्वजनिक क्षेत्र में अच्छी नौकरी चाहिए तो सबसे पहले उसकी शैक्षणिक योग्यता का ही मूल्यांकन किया जाता है और बाकी चीजें बाद में देखी जाती है।

शिक्षा एवं ज्ञान अर्जित करने से मनुष्य के मष्तिष्क का विकास होता है यही कारण है की शिक्षा को योग्यता का प्रथम मापदंड माना जाता है। यही कारण है की माता पिता अपने बच्चों की उज्जवल भविष्य की कामना के वशीभूत होकर उन्हें पढाई की ओर हर तरह से प्रेरित करते हैं और उनका किसी कोचिंग सेण्टर में ट्यूशन क्लास लगाने से भी नहीं हिचकिचाते। यही कारण है की वर्तमान में शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ा यह व्यापार भी बेहद लाभकारी एवं कम निवेश से शुरू किया जाने वाले व्यापारों में शामिल है।

Coaching Center business kaise start kare

पूरा लेख एक नजर में

कोचिंग सेण्टर क्या है (What is a Coaching Center)

हालांकि इसमें कोई दो राय नहीं की बहुत सारी बातें बच्चा पहली बार अपने परिवार एवं घर से सीखता है इसलिए घर को बच्चे की प्रथम पाठशाला भी कहा जाता है। लेकिन उम्र एवं रूचि के आधार पर बच्चे की पढाई में भी बदलाव आता रहता है। बुनियादी शिक्षा प्राप्त करने के लिए बच्चे पहले स्कूल जाते हैं उसके बाद कॉलेज और उसके बाद यदि किसी को कोई प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षा या कोई अन्य व्यवसायिक शिक्षा ग्रहण करनी होती है तो वह उस क्षेत्र विशेष के शैक्षणिक संस्थान में प्रवेश करता है।

इसलिए एक कोचिंग देने वाले का काम बच्चों को किसी एक या एक से अधिक विषय में कोचिंग देने का होता है अर्थात उन्हें ट्यूशन क्लास प्रदान करने का होता है जिससे वे चीजों को अच्छी एवं शीघ्रता से समझ सकें और अपनी कक्षा में अच्छे नम्बरों से उत्तीर्ण हो सकें। कोचिंग सेण्टर में कोच या टीचर का कार्य अपने विद्यार्थियों या ग्राहकों को किसी विषय के बारे में जानकारी देने का होता है ताकि वे उस जानकारी का उपयोग अपनी परीक्षा में कर सकें। साधारण भाषा में जिस स्थान पर विद्यार्थियों को ट्यूशन पढाया जाता है उसे Coaching Center कहा जा सकता है।

कोचिंग सेण्टर कैसे शुरू करें? (How to Start a Coaching Center in India)

हालांकि बहुत सारे लोगों को लगता है की उन्हें खुद का कोचिंग केंद्र शुरू करने के लिए खुद ही टीचर होना चाहिए। या फिर उन्हें किसी भी एक विषय की विशिष्ट जानकारी होनी चाहिए जो वे अपने विद्यार्थियों को सीखा सकें। हालांकि यह सत्य है की यह बिजनेस ऐसा है जिसमें उद्यमी ज्ञान एवं जानकारी प्रदान करके पैसे कमा रहा होता है। लेकिन यह बिलकुल सत्य नहीं है की इस बिजनेस को केवल टीचर या फिर ऐसे लोग जिन्हें किसी विषय की उचित जानकारी है वही शुरू कर सकते हैं।

बल्कि सच्चाई यह है की इस बिजनेस को भी अन्य व्यापारों की तरह कोई भी शुरू कर सकता है बशर्ते उद्यमी में इस व्यापार को शुरू करने में आने वाली लागत को वहन करने की क्षमता हो। लेकिन एक बात से इंकार नहीं किया जा सकता है की यदि इस बिजनेस को करने वाला व्यक्ति खुद ही टीचर या फिर किसी विषय का ज्ञाता है तो वह इसे अपने घर के किसी खाली कमरे से भी आसानी से शुरू कर सकता है।

जबकि एक आम आदमी को केवल और केवल घर के बाहर जगह किराये पर लेकर या खुद खरीदकर और पढ़ाने वाले टीचरों की नियुक्ति करके इस बिजनेस को शुरू करना होता है। इसके अलावा ऐसे उद्यमी जो पहले से कोई स्कूल चला रहे हों वे स्कूल टाइमिंग ख़त्म होने के बाद उन्हीं कक्षाओं में कोचिंग देना भी शुरू कर सकते हैं। तो आइये जानते हैं एक Coaching Center शुरू करने के लिए कौन कौन से जरुरी कदम उठाने की आवश्यकता हो सकती है।

1. Coaching Center के लिए विषय निर्धारित करें

यदि उद्यमी स्वयं कोई अध्यापक या किसी विषय विशेष का ज्ञाता है तो उसे अपने विषय के मुताबिक ही विषय निर्धारित करना होगा। अर्थात जिस विषय में वह विशेषज्ञता रखता हो उसे शुराती दौर में उसी विषय पर विद्यार्थियों को कोचिंग देने की कोशिश करनी चाहिए। इसके अलावा यदि उद्यमी शिक्षा के क्षेत्र से सम्बद्ध नहीं है तो वह कुछ ऐसे विषयों को निर्धारित करने की योजना बना सकता है।

जिन विषयों का ट्यूशन उस एरिया में बच्चों द्वारा अधिक लिया जाता हो हालांकि यह जानकारी प्राप्त करने के लिए उद्यमी को उस एरिया का विश्लेषण करना होगा की ऐसे कौन से विषय हैं जिन विषयों को विद्यार्थियों को समझने में कठिनाई होती है। और वे उन विषयों की कोचिंग लेने को आतुर रहते हैं।

कहने का अभिप्राय यह है की यदि उद्यमी द्वारा विषयों का चयन एवं निर्धारण उस एरिया में उपलब्ध मांग के आधार पर किया जाता है तो उद्यमी को कम समय में अधिक विद्यार्थी मिलने की संभावना जताई जा सकती है। इसलिए इस तरह के व्यापार को शुरू करने के लिए पहला कदम एरिया में विद्यार्थियों की समस्या के मुताबिक विषयों का चयन करना अति आवश्यक है।      

2. सही लोकेशन का चुनाव करें (Select a good location for center)

यद्यपि शुरूआती दौर में उद्यमी चाहे तो कोई छोटी जगह किराये पर लेकर भी यह बिजनेस शुरू कर सकता है। यह एक ऐसे स्थान पर होना चाहिए जहाँ विद्यार्थी आसानी से पहुँच सके और यदि वे अपना कोई व्हीकल जैसे मोटर बाइक या गाड़ी इत्यादि लेकर आते हैं तो उन्हें पार्क करने की भी उचित व्यवस्था होनी चाहिए। हालांकि एक अच्छा कोचिंग सेण्टर यदि रिहायशी इलाके से एक दो किलोमीटर की दूरी पर भी हो तब भी बच्चे वहां पढना पसंद करते हैं।

लेकिन शुरूआती दौर में न तो उद्यमी के बारे में और न ही उसके सेण्टर के बारे में कोई जानता होगा इसलिए इसे एक व्यस्त इलाके में होना चाहिए। या फिर किसी स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी इत्यादि के समीप होना भी कोचिंग सेण्टर के लिए लाभकारी हो सकता है। यदि उद्यमी की योजना विभिन्न कक्षाओं के विद्यार्थियों को विभिन्न विषयों की कोचिंग देने की है तो उसे एक बड़ी जगह की आवश्यकता हो सकती है। जिसमें एक दो नहीं बल्कि अनेकों कक्ष मौजूद हों ताकि वह अपने Coaching Center के माध्यम से एक समय में एक से अधिक कक्षाओं के विद्यार्थियों को एक से अधिक विषय में कोचिंग देने में सक्षम हो सके।       

3. कोचिंग सेण्टर के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर (Infrastructure for Coaching Center)

जब उद्यमी द्वारा उचित लोकेशन का चुनाव कर लिया जाता है तो उसके बाद उसे वहां पर उपलब्ध इंफ्रास्ट्रक्चर को चेक करने की आवश्यकता होती है। हालांकि पहले से मौजूद इंफ्रास्ट्रक्चर के तौर पर उद्यमी को कुछ खाली कमरे एवं उनमें पंखे इत्यादि लगे हुए मिल सकते हैं। जबकि विद्यार्थियों के बैठने का प्रबंध करने के लिए बेंच, टेबल, वाइटबोर्ड, ब्लैकबोर्ड, कंप्यूटर, प्रोजेक्टर इत्यादि की व्यवस्था उद्यमी को खुद ही करनी होती है।

इसके अलावा विद्यार्थियों को नियमित तौर पर Center में आने की आवश्यकता होती है इसलिए उनकी व्यक्तिगत चीजों को रखने का भी उचित प्रबंध होना अति आवश्यक है। जैसे यदि कोई बैग लेके आ गया तो वह उसे कक्षा में न ले जाकर कहाँ रख सकता है? कोई बाइक लेकर आ गया तो उसकी पार्किंग की व्यवस्था करना इत्यादि भी बेहद जरुरी है। हालांकि जो उद्यमी पहले से स्कूल चला रहे हैं वे अपने स्कूल में ही स्कूल समय के बाद कोचिंग देना शुरू कर सकते हैं।      

4. लाइसेंस एवं रजिस्ट्रेशन (License for Coaching center)

छोटे स्तर पर इस तरह का बिजनेस शुरू करने के लिए किसी भी प्रकार के लाइसेंस एवं रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता नहीं होती है। शुरूआती दौर में जब उद्यमी का व्यापार नया होता है तब उसका टर्नओवर भी कुछ खास नहीं होता है तो ऐसे में वह एक व्यक्तिगत व्यक्ति के तौर पर बिना किसी लाइसेंस एवं रजिस्ट्रेशन के शुरू कर सकता है।

लेकिन जैसे जैसे उद्यमी का टर्नओवर बढ़ता जायेगा वैसे वैसे टैक्स रजिस्ट्रेशन एवं ट्रेड लाइसेंस की अनिवार्यता भी बढती जाएगी। कहने का आशय यह है की टर्नओवर की एक सीमा को पार कर देने के बाद उद्यमी को ट्रेड लाइसेंस एवं टैक्स रजिस्ट्रेशन दोनों की आवश्यकता होगी। लेकिन इन सबके बावजूद उद्यमी को स्थानीय नियमों एवं कानूनों के बारे में अवश्य पता करना चाहिए।     

5. स्टाफ एवं अध्यन सामग्री (Study material & teachers)

उद्यमी को अपने कोचिंग सेण्टर के लिए स्टाफ नियुक्त करते समय सावधान एवं सचेत रहने की आवश्यकता होती है। क्योंकि उद्यमी के बिजनेस का पूरा दारोमदार इन्हीं फैकल्टी स्टाफ पर निर्भर करेगा । इसलिए संभव एवं बजट हो तो उद्यमी को किसी ऐसे फैकल्टी स्टाफ की नियुक्ति करने का विचार करना चाहिए जिसका उस एरिया में अच्छी तरह पढ़ाने के लिए नाम जाना जाता हो।

क्योंकि बच्चे अक्सर उसी अध्यापक से ट्यूशन या कोचिंग लेना पसंद करते हैं जो उनके विषय सम्बन्धी सभी सवालों का जवाब देने में सक्षम हों। इसलिए जिस स्टाफ की नियुक्ति जिस भी विषय को पढ़ाने के लिए की जा रही हो वह उस विषय का पूर्ण ज्ञाता हो यह आवश्यक है। उद्यमी के Coaching Center की सफलता या असफलता इसी बात पर निर्भर करेगी की वह अपने सेण्टर के माध्यम से गुणवत्तायुक्त शिक्षा दे पाता है या फिर नहीं।

जब बच्चों को लगेगा की उन्हें हर चीज को अच्छे ढंग से पढाया एवं समझाया जा रहा है तो वे आपके व्यपार की मार्केटिंग स्वयं ही करेंगे और इस क्षेत्र में आपको एक विशिष्ट स्थान दिलाने में सहायक होंगे। जहाँ तक अध्यन सामग्री का सवाल है उद्यमी को अपने स्टाफ के अनुसार सामग्री का प्रबंध करने की आवश्यकता होती है ताकि वे अपनी अपनी शैली में विद्यार्थियों को पढ़ाने में सक्षम हो सकें।         

6. शुल्क निर्धारित करें (Determine Fees)

जैसा की हम सब अच्छी तरह से जानते हैं की आज कोई भी उद्यमी कुछ भी व्यापार शुरू करे लेकिन उसमें पहले से ही इतनी प्रतिस्पर्धा है की उद्यमी को उस क्षेत्र में जमे रहने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। यह भी एक ऐसा ही व्यापार है जिसमें कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलती है और इस प्रतिस्पर्धात्मक माहौल में शुरूआती दौर में ग्राहकों को आकर्षित करने का केवल एक ही उपाय है। की अपनी सेवाएँ प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले कुछ कम कीमत में मुहैया करायी जाएँ और एक बार जब आपका आपके काम को लेकर नाम हो जाता है।

फिर आपको कम कीमत पर सेवाएँ बेचने की आवश्यकता इसलिए नहीं होती क्योंकि ग्राहक आपके काम से परिचित हो चुके होते हैं। इसलिए इस व्यापार के शुरूआती दौर में यदि उद्यमी कोचिंग सेण्टर द्वारा ली जाने वाली फीस प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले कम ही रखे तो उससे ज्यादा ग्राहक जुड़ने की संभावना है।   

7. कोचिंग सेण्टर को प्रमोट करें (Promote Your Coaching Center )

यद्यपि इसमें कोई दो राय नहीं की यदि उद्यमी स्वयं या फिर उसके द्वारा नियुक्त किया गया स्टाफ विद्यार्थियों की नज़र में अच्छे टीचर के तौर पर उभरकर सामने आते हैं। तो ये वही बच्चे होते हैं जो उद्यमी के इस व्यापार की मार्केटिंग स्वयं ही कर देते हैं क्योंकि उन्हें अपने घर परिवार, नाते रिश्तेदार, गली मोहल्ले इत्यादि के बच्चों को भी उनके Coaching Center के बारे में बताना पड़ता है। इसके अलावा यदि उद्यमी के सेण्टर में पढ़ने वाले बच्चों में से कोई बच्चा विशेष स्थान प्राप्त कर गया तो उद्यमी उसे अपने व्यापार को प्रमोट करने के इस्तेमाल में ला सकता है। इन सबके अलावा और भी टिप्स हैं जिनकी लिस्ट कुछ इस प्रकार से है।

  • उद्यमी स्थानीय समाचार पत्र में अपने कोचिंग सेण्टर का विज्ञापन दे सकता है जिससे अधिक से अधिक लोगों को उसके व्यापार के बारे में पता चल सके।
  • एक छोटी सी विडियो बनाकर स्थानीय केबल ऑपरेटर को दी जा सकती है और इसे लोकल चैनल पर दिखाने को बोला जा सकता है।
  • उद्यमी चाहे तो अपने Center के पम्फलेट उस एरिया में स्थित स्कूलों में जाकर बाँट सकता है।
  • विद्यार्थियों को फ्री डेमो क्लास के लिए भी आमंत्रित किया जा सकता है।
  • उद्यमी फेसबुक, इन्स्टाग्राम, यूट्यूब इत्यादि के माध्यम से भी अपने व्यापार को प्रमोट कर सकता है। 

स्कूल, कॉलेज में पढ़ा रहे टीचरों से संपर्क करें, स्कूल कॉलेज बंद होने के बाद वे आपके Coaching Center में पढ़ा सकते हैं।

बिलकुल नहीं। आप अपने कोचिंग सेण्टर में टीचर नियुक्त कर सकते हैं, जिन्हें आपको मासिक वेतन या घंटों के आधार पर भुगतान करना होता है।    

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भारत में अपना कोचिंग सेंटर कैसे शुरू करें | Coaching Center Business Plan In Hindi

भारत में अपना कोचिंग सेंटर कैसे शुरू करें

Coaching Institute Business in India | Coaching Centre Business | कोचिंग सेंटर कैसे शुरू करें? | कोचिंग संस्थान कैसे खोलें? | भारत में कोचिंग सेंटर कैसे शुरू कर सकते हैं? | Coaching Centre Business Investment

वैसे तो शिक्षा दीक्षा के मामले में भारत का इतिहास किसी से छिपा नहीं है. लेकिन लंबे समय तक हमारे देश ने विदेशी आक्रमणों की मार झेली है. जिसके चलते एक समय में भारत शिक्षा में कहीं पीछे छूट गया था. लेकिन आज के इस दौर में लोगों को शिक्षा का महत्व अच्छी तरह से पता है. यही कारण है कि पूरे देश भर में चाहे गांव हो या शहर स्कूलों की संख्या बढ़ती जा रही है. ऐसे में शिक्षकों की मांग में भी इजाफा हुआ है. अगर आप भी शिक्षण कार्य में कुशल है और अपना कोचिंग सेंटर शुरू कर बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं. तो यह आपके लिए काफी आसान है. इस लेख में हम आपको कोचिंग सेंटर शुरू करने से संबंधित सभी जानकारियां विस्तार से देंगे.

कोचिंग सेंटर कैसे शुरू करें | How To Start Coaching centre

अगर आप शिक्षा कार्य में कुशल हैं और बच्चों को पढ़ाने में आपकी विशेष रूचि है. तो आपको अपना कोचिंग सेंटर जरूर शुरू करना चाहिए. अपना निजी कोचिंग सेंटर शुरू करना बहुत ही आसान है हालांकि इसके लिए आपको कुछ लागत लगानी होगी. आप एक रूम में कुछ आवश्यक संसाधन जुटाकर अपना कोचिंग सेंटर शुरू कर के अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं. कोचिंग सेंटर शुरू करने से संबंधित सभी जानकारियो के लिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें.

कोचिंग सेंटर शुरू करने के लिए आवश्यक संसाधन | Basic Resources For Starting Coaching centre

वैसे तो कोचिंग सेंटर शुरू करने में बहुत ही कम लागत लगती है. हालांकि इसके लिए आपको कुछ बेसिक संसाधनों की आवश्यकता पड़ने वाली है. कोचिंग सेंटर शुरू करने के लिए कुछ प्रमुख आवश्यक संसाधन निम्नलिखित हैं.

बड़ा रूम/हॉल – कोचिंग सेंटर में तमाम बच्चे आपसे शिक्षा हासिल करने के लिए इकट्ठे होते हैं. उन्हें आरामदायक ढंग से बैठाने के लिए आपको एक बड़े हॉल या कमरे की आवश्यकता होगी. अगर आपके घर में कोई बड़ा हॉल उपलब्ध है तो आप अपना कोचिंग सेंटर वहीं से शुरू कर सकते हैं. वहीं अगर आपके पास पर्याप्त जगह नहीं है तो आप इसे किराए पर भी ले सकते हैं.

फर्नीचर – आमतौर पर एक विषय की क्लास 1 घंटे तक तो होती ही है. इतनी देर तक ध्यान केंद्रित रखने के लिए बच्चों को आरामदायक फर्नीचर की आवश्यकता पड़ती है. हालांकि आप इसे अपने बजट के अनुसार चुन सकते हैं.

व्हाइट बोर्ड / प्रोजेक्टर स्क्रीन – किसी भी विषय को पढ़ाने व बच्चों को बेहतर ढंग से समझाने के लिए आपको उसके विजुलाइजेशन की जरूरत पड़ती है. ऐसे में आपको प्रोजेक्टर की आवश्यकता पड़ सकती है. हालांकि अगर आपका बजट उस अनुरूप नहीं है तो आप व्हाइट बोर्ड का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. भारत में अधिकतम कोचिंग सेंटर्स में आज भी व्हाइट बोर्ड का ही प्रयोग होता है.

स्टाफ – अगर आप छोटे बच्चों को पढ़ाने से अपने कोचिंग सेंटर की शुरुआत कर रहे हैं तब तो आपको अन्य शिक्षकों की जरूरत नहीं पड़ेगी. लेकिन अगर आप अपने कोचिंग सेंटर को बड़े स्तर पर सभी कक्षाओं के लिए शुरू कर रहे हैं. तो आपको अलग-अलग विषयों के लिए अलग-अलग शिक्षकों की आवश्यकता भी पड़ सकती है.

अन्य – कोचिंग सेंटर को मिनी स्कूल कह सकते हैं. क्योंकि यहां भी बच्चों को शिक्षा ही दी जाती है. ऐसे में आपको स्कूल जैसे ही कई आवश्यक संसाधन जुटाने होंगे जैसे – बच्चों के लिए पीने का पानी, आवश्यक स्टेशनरी आदि.

कोचिंग सेंटर शुरू करते समय ध्यान रखने योग्य बातें | Important Points To Remember Before Starting Coaching centre

क्योंकि कोचिंग सेंटर सीधे तौर पर देश के भविष्य यानी युवाओं से संबंधित है. तो ऐसे में आपको कोचिंग सेंटर शुरू करने से पहले ही कुछ बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए. कोचिंग सेंटर शुरु करने से पहले ध्यान रखने योग्य कुछ प्रमुख बातें निम्नलिखित है.

  • स्थान का चुनाव – आपको अपना कोचिंग सेंटर शुरू करने से पहले अपने स्थान को बहुत ही सूझबूझ से चुनना चाहिए. आपको ऐसा स्थान चुनना चाहिए जहां पर विद्यार्थी आसानी से पहुंच सकें और आप अधिक से अधिक बच्चों को पढ़ा सकें.
  • शिक्षा व्यवस्था – आप जिस भी स्थान पर अपना कोचिंग सेंटर शुरू कर रहे हैं. चाहे वह शहर हो या कोई गांव आपको उस स्थान की परिस्थितियों के अनुसार वहां की शिक्षा व्यवस्था को समझते हुए अपना पाठ्यक्रम निर्धारित करना चाहिए.
  • विषय व पाठ्यक्रम चुनना – अगर आप छोटे बच्चों को पढ़ाने से अपने कोचिंग सेंटर की शुरुआत करे रहे हैं तब आपको विषय चुनने की आवश्यकता नहीं पड़ने वाली. लेकिन अगर आप कोचिंग सेंटर को उम्र में बड़े विद्यार्थियों के लिए शुरू कर रहे हैं तो आपको अपने कोचिंग सेंटर में विषय व पाठ्यक्रम का चुनाव करना होगा. उदाहरण के तौर पर आप एसएससी की तैयारी कराना चाहते हैं या फिर एनडीए की. उस अनुसार ही आपको अपने संस्थान में शिक्षकों को हायर करना होगा.
  • फीस निर्धारण – यह बिंदु आपको अपना कोचिंग सेंटर शुरू करते समय सबसे अधिक ध्यान में रखना होगा. क्योंकि भारत की अधिकतम जनसंख्या आर्थिक रूप से बहुत अधिक सशक्त नहीं है. तो आपको अपने फीस स्ट्रक्चर को सभी वर्गों के लिए फ्लैक्सिबल बनाना होगा..
  • अपने बिजनेस को कानूनी वैधता प्रदान करें –  अगर आप किसी भी बिजनेस को अच्छे ढंग से चलाना चाहते हैं. तो आपको उसे कानूनी वैधता प्रदान करनी चाहिए कोचिंग सेंटर चलाने के लिए आपको निम्नलिखित कुछ सामान्य रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता पड़ सकती है.
  • कम्पनी रजिस्ट्रेशन – अपना बिज़नेस शुरु करने के लिए आपको सबसे पहले अपनी कम्पनी या फर्म को रजिस्टर करना होगा. आप अपनी फर्म को पार्टनरशिप, वन पर्सन कम्पनी, प्राइवेट लिमिटेड, या लिमिटेड लाइबिलिटी पार्टनरशिप आदि के तहत रजिस्टर कराना होगा.
  • जीएसटी रजिस्ट्रेशन – कोई भी बिज़नेस जिसका कुल टर्नओवर तय सीमा से अधिक है उन्हें जीएसटी के तहत अपने बिज़नेस को रजिस्टर करना होगा. इस के लिए आप किसी टैक्स सलाहकार की मदद ले सकते हैं.
  • बिज़नेस लाइसेंस –  किसी भी बिज़नेस के लिए आपको अपने नगर के प्राधिकरण ( नगर निगम या नगर पालिका) आदि से लाइसेंस की आवश्यकता होती है.
  • प्रचार – कोचिंग सेंटर शुरू करते समय आपको उसके प्रचार के लिए रणनीति भी पहले से ही तैयार करनी होगी. आप अपने कोचिंग सेंटर के प्रचार की रणनीति इस अनुसार बनाइए जिसे आप अधिक से अधिक विद्यार्थियों तक पहुंच सके.

कोचिंग सेंटर शुरू करने में लागत | Required Cost In Start Coaching centre

कोचिंग सेंटर शुरू करने लगने वाली लागत आपके सेंटर के स्थान व उसके आकार पर निर्भर करने वाली है. उदाहरण के तौर पर अगर आप कोचिंग सेंटर को घर से ही शुरु कर रहे हैं तो किराए की लागत आपको नहीं देनी होगी. आमतौर पर कोचिंग सेंटर शुरू करने में लगने वाली लागत 50,000 रुपए से 100000 रुपए के आसपास होती है. वहीं आप अगर बड़े स्तर पर कोचिंग सेंटर शुरू कर रहे हैं तो है लागत अधिक भी हो सकती है.

कोचिंग सेंटर से होने वाला मुनाफा | Profit In Coaching centre

आपकी कोचिंग सेंटर से होने वाला मुनाफा आपके पढ़ाने के तरीके व आपके यहां आने वाले विद्यार्थियों की संख्या पर निर्भर करता है. अगर आप अच्छी तरीके से पढ़ाते हैं और अधिक से अधिक विद्यार्थियों को अपने पास लाने में सक्षम है. तो आप का मुनाफा शुरुआत में ही 30000 रुपए से 50000 रुपए प्रतिमाह तक हो सकता है. वहीं जब एक बार आप विद्यार्थियों के बीच ख्याति प्राप्त कर लेते हैं. तो यह मुनाफा काफी अधिक जा सकता है. उदाहरण के तौर पर आप तमाम प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग देने वाले पटना के शिक्षक खान सर को देख सकते हैं

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल | FAQs

प्रश्न.क्या भारत में कोचिंग सेंटर शुरू करना एक अच्छा बिजनेस आइडिया है? उत्तर: जी हाँ, आज के दौर में भारत के लोग शिक्षा का महत्व समझने लगे हैं ऐसे में शिक्षकों की मांग भी बढ़ी है. कोचिंग सेंटर शुरू करना निश्चित तौर पर ही एक बेहतरीन बिजनेस आइडिया है.

प्रश्न. क्या भारत में कोचिंग सेंटर शुरू करने के लिए किसी विशेष कोर्स या डिग्री की आवश्यकता होती है?

उत्तर: वैसे तो एक शिक्षक को अच्छी तरह से शिक्षित वह अनुभवी होना चाहिए लेकिन फिर भी कोचिंग सेंटर शुरू करने के लिए आपको किसी विशेष कोर्स की आवश्यकता नहीं पड़ती.

प्रश्न. कोचिंग सेंटर शुरू करने में कितनी लागत लगेगी?

उत्तर: आमतौर पर कोचिंग सेंटर शुरू करने में लगने वाली लागत 50,000 रुपए से 100000 रुपए के आसपास होती है. वहीं आप अगर बड़े स्तर पर कोचिंग सेंटर शुरू कर रहे हैं तो है लागत अधिक भी हो सकती है.

प्रश्न. मैं कोचिंग सेंटर चलाकर कितना रुपया कमा सकता हूं?

उत्तर: अगर आप अच्छी तरीके से पढ़ाते हैं और अधिक से अधिक विद्यार्थियों को अपने पास लाने में सक्षम है. तो आप का मुनाफा शुरुआत में ही 30000 रुपए से 50000 रुपए प्रतिमाह तक हो सकता है. वहीं जब एक बार आप विद्यार्थियों के बीच ख्याति प्राप्त कर लेते हैं. तो यह मुनाफा काफी अधिक जा सकता है.

अन्य पढ़ें  – स्टेशनरी स्टोर कैसे शुरू करें आसानी से डाउनलोड करें यो व्हाट्सएप कास्टर आयल – बालों, आखों और त्वचा के लिए फाएदे भारत में आटा चक्की का बिज़नेस पापड़ बनाने का बिज़नेस कैसे शुरु करें भारत में जूते चप्पल की दुकान कैसे खोलें भारत में चाय का बिज़नेस कैसे शुरु करें भारत में बर्थडे की पार्टी का आयोजन कर के पैसे कमाएं भारत में रेडीमेड गारमेंट का बिज़नेस कैसे शुरु करें भारत में 2022 में मशरूम की खेती कैसे करें भारत में 2022 में हार्डवेयर की दुकान कैसे शुरु करें कम पढ़ी लिखी भारतीय महिलाओं के लिए टॉप बिज़नेस आइडिया किराना स्टोर का बिज़नेस कैसे शुरु करें क्रिप्टोकरेंसी क्या है भारत में एलईडी लाइट बिजनेस गैस एजेंसी डीलरशीप शुरु करने का तरीका भारत में कृषि सेवा केंद्र कैसे खोलें भारत में मिठाई की दुकान कैसे खोलें भारत में घर बैठे मसालों का बिजनेस कर पैसे कमाएं

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Author: Arora

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कोचिंग सेण्टर कैसे खोलें । Coaching Center Business Kaise Shuru Kare.

क्या आप कोई अध्यापक हैं, यदि आप अध्यापक नहीं भी हैं तो क्या शिक्षा में आपकी बहुत अधिक रूचि है यदि हाँ तो आप अपना Coaching Center open करके अपनी कमाई कर सकते हैं। कहने का आशय यह है की यदि शिक्षा में आपकी विशेष रूचि है तो आप अपना कोचिंग इंस्टिट्यूट बिजनेस शुरू कर सकते हैं।

जैसा की आप सबको विदित है की वर्तमान में हर कोई माता पिता अपने बच्चों को बेहतर से बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराना चाहते हैं और वे चाहते हैं। की इस दुनिया की आपाधापी में उनके अपने बच्चे अन्य बच्चों से पीछे न रहें, यही कारण है की हमारे देश भारत में वर्तमान में ट्यूशन का चलन सा हो गया है ।

और इसी चलन ने जन्म दिया है कोचिंग सेण्टर ओपन करके कमाई करने के अवसर को, क्योंकि पिछले कुछ सालों में हमारे देश भारतवर्ष में देश में कोचिंग इंस्टिट्यूट का चलन बेहद तीव्र गति से बढा है।

बच्चों एवं अभिभावकों दोनों में कैरियर के प्रति जागरूकता बढ़ने, बेरोजगारी के चलते कम्पटीशन बढ़ने इत्यादि के कारण जगह जगह कोचिंग इंस्टिट्यूट की आवश्यकता देखने को मिल रही है और उद्यमियों द्वारा आवश्यकता को देखते हुए नई नई जगह पर नए नए कोचिंग सेण्टर खोले भी जा रहे हैं।

आज इस लेख के माध्यम से हम ये जानने की कोशिश करेंगे की कैसे कोई व्यक्ति अपना Coaching Institute Business Start कर सकता है।

Coaching center open kaise kare

कोचिंग सेण्टर कैसे शुरू करें (Coaching Center Kaise Khole)

जहाँ तक कोचिंग सेण्टर की स्थापना करने का सवाल है इसकी प्रक्रिया बेहद आसान होती है। यहाँ तक की उद्यमी शुरू में इसे अपने घर के किसी कमरे या कमरों से भी शुरू कर सकता है। इसके अलावा उद्यमी चाहे तो Coaching Institute open करने के लिए Franchise Business Model का भी चुनाव कर सकता है।

कहने का तात्पर्य यह है की उद्यमी चाहे तो खुद के कोचिंग सेंटर की स्थापना भी कर सकता है और चाहे तो इस क्षेत्र में किसी नामी गिरामी कंपनी की फ्रैंचाइज़ी लेकर भी इस बिज़नेस को शुरू किया जा सकता है।

हालांकि किसी नामी गिरामी कंपनी के साथ Coaching Franchise business start करने में थोड़ा अधिक निवेश इसलिए हो सकता है क्योंकि कंपनी अपने बिज़नेस पार्टनर से 4-5 लाख रूपये तक लाइसेंस शुल्क ले सकती हैं।

जबकि स्वयं का छोटे स्तर पर कोचिंग सेण्टर शुरू करने के लिए उद्यमी को किसी प्रकार के लाइसेंस की आवश्यकता नहीं होती है लेकिन बिज़नेस बढ़ने के साथ उद्यमी को ट्रेड लाइसेंस एवं टैक्स रजिस्ट्रेशन दोनों की आवश्यकता होती है। तो आइये जानते हैं की उद्यमी स्वयं का Coaching Business start कैसे कर सकता है।

1. अपने स्किल का मूल्यांकन करें (Evaluate Yourself):

हालांकि अक्सर देखा गया है की कोचिंग सेण्टर खोलने के लिए किसी खास स्किल की आवश्यकता नहीं होती है सिवाय इसके की उद्यमी किसी एक या एक से अधिक विषय में पारंगत है और उसे पढ़ाना बेहद अच्छा लगता है।

लेकिन यदि उद्यमी इस बिज़नेस में दीर्घकाल के लिए शामिल होना चाहता है तो निम्नलिखित स्किल उसके Coaching Business को आगे बढ़ाने में मददगार साबित होंगे।

  • उद्यमी में मानव प्रबंधन का कौशल होना चाहिए क्योंकि उसे विद्यार्थियों को मैनेज करना पड़ेगा और भविष्य में बिज़नेस ग्रोथ होने पर अन्य व्यक्तियों को भी मैनेज करना पड़ सकता है।
  • शिक्षण सम्बन्धी संसाधन प्रबन्धन का ज्ञान।
  • किसी एक या एक से अधिक विषय की पूर्ण जानकारी।
  • टीम का निर्माण और उसका प्रबन्धन क्योंकि भविष्य में उद्यमी को फैकल्टी टीम का निर्माण करना पड़ सकता है।

2. विषय एवं कक्षा का निर्धारण करें (Subject & Classes):

अब यदि उद्यमी ने अपने कौशल का मूल्यांकन कर लिया हो तो उद्यमी का इस बिजनेस को शुरू करने के लिए अगला कदम विषय एवं कक्षा का निर्धारण करने का होना चाहिए। विषय एवं कक्षा के निर्धारण से हमारा आशय उस प्रक्रिया से है, जिसमें उद्यमी को इस बात का निर्णय लेना होता है की वह किन किन विषयों की, एवं कितने तक की कक्षा वाले विद्यार्थियों को अपने कोचिंग सेण्टर द्वारा कोचिंग देगा।

इस बिज़नेस को स्टार्ट करने के लिए यह निर्णय लेना बहुत जरुरी होता है ताकि उद्यमी इन्हीं सब के आधार पर संसाधनों का प्रबंधन कर सके।

उदाहरणार्थ: यदि उद्यमी सिर्फ उसी विषय की कोचिंग विद्यार्थियों को देना चाहता है जिस विषय में वह पारंगत है तो उसे अन्य फैकल्टी की आवश्यकता नहीं होगी इसके विपरीत यदि उद्यमी दो या दो से अधिक विषय जिसकी उसे जानकारी नहीं है की कोचिंग भी विद्यार्थियों को देना चाहता है, तो उसे अन्य फैकल्टी की भी आवश्यकता होगी ।  

3. Coaching Center खोलने के लिए जगह का चुनाव करें :

यद्यपि जैसा की हम उपर्युक्त वाक्य में भी बता चुके हैं की इस बिजनेस को करने वाला उद्यमी शुरूआती दौर में अपने घर के किसी एक कमरे से भी इस बिज़नेस की शुरुआत कर सकता है। लेकिन यदि उद्यमी अपने घर से नहीं बल्कि किराये पर जगह लेकर इसे खोलना चाहता हो तो उद्यमी को किसी ऐसे जगह की तलाश करनी चाहिये जहाँ विद्यार्थी आसानी से पहुँच सकें और वहां का माहौल ज्यादा शोर शराबा वाला न हो।

क्योंकि पढ़ाई में किसी भी प्रकार का व्यवधान विद्यार्थियों का पढाई से ध्यान विचलित कर सकता है। इसके अलावा जगह कितनी बड़ी या छोटी होनी चाहिए यह सब उद्यमी द्वारा निर्धारित किये गए बिज़नेस प्लान पर निर्भर करेगा। क्योंकि नर्सरी से कक्षा पांच तक का कोचिंग सेंटर खोलने के लिए नर्सरी से कक्षा बारह तक का सेंटर खोलने की तुलना में कम जगह की आवश्यकता होगी।

4. संसाधनों का इंतजाम (Arrangement of Resources):

हालांकि व्यक्तिगत तौर पर यानिकी केवल उसी विषय की कोचिंग देना और उस कक्षा तक देना जिस कक्षा तक उद्यमी को उस विषय विशेष पर पारंगता हासिल हो, के लिए संसाधन के तौर पर मुख्य रूप से विद्यार्थियों को पढ़ाने वाली जगह चाहिए होती है। इसके अलावा कुछ कुर्सियां, बेंच, वाइट बोर्ड, वाइट मार्कर या ब्लैक बोर्ड, चौक, डस्टर इत्यादि की आवश्यकता हो सकती है।

लेकिन यह बिजनेस कर रहे उद्यमी को अपने पास एक कंप्यूटर या लैपटॉप और इन्टरनेट कनेक्शन अवश्य रखना चाहिए ताकि उद्यमी अपनी जानकारी बढ़ाने एवं किसी ऐसे टॉपिक की जानकारी लेने के लिए उसका उपयोग कर सके जो उसे नहीं आता हो।

उद्यमी चाहे तो अपने विद्यार्थियों को मुफ्त लाइब्रेरी की सेवा भी उपलब्ध करा सकता है इसके लिए उद्यमी शुरूआती दौर में किसी अलमीरा इत्यादि का उपयोग किताबें रखने के लिए कर सकता है। यदि उद्यमी विभिन्न विषयों एवं विभिन्न कक्षाओं की कोचिंग देने की सोच रहा है तो उसे अन्य फैकल्टी का भी प्रबंध बिज़नेस का श्रीगणेश करने से पहले करना होगा।

5. ट्यूशन फीस का निर्धारण करें (Decide Fees):

वर्तमान में शायद ऐसा कोई क्षेत्र हो जहाँ विद्यार्थी कोचिंग सेण्टर में ट्यूशन पढने न जाते हों । कहने का आशय यह है की वर्तमान में हर जगह कोचिंग सेंटर देखने को अवश्य मिल जायेंगे। इसलिए Coaching Center का बिजनेस कर रहे उद्यमी को सबसे पहले अपने प्रतिस्पर्धियों द्वारा ली जाने वाली फीस एवं दी जाने वाली फैसिलिटी का मूल्यांकन करना होगा ।

और शुरूआती दौर में हो सके तो फीस अपने प्रतिस्पर्धियों से कम रखने की ही कोशिश करनी चाहिए ताकि आप आसानी से विद्यार्थियों या उनके माता पिता को समझाने में कामयाब हो सकें की वह कम कीमत पर हर वो फैसिलिटी देने को तैयार हैं जो कोचिंग के दौरान किसी विद्यार्थी के लिए जरुरी होते हैं।

6. अपने कोचिंग सेंटर की मार्केटिंग करें (Market Your Business):

अब चूँकि उद्यमी द्वारा इस बिजनेस को शुरू करने की दिशा में सभी जरुरी कदम उठा लिए गए हैं इसलिए अब अगला कदम कोचिंग सेंटर की मार्केटिंग का होना चाहिये। इसमें उद्यमी को इस बात का विशेष ध्यान देना होगा की उसका मार्केटिंग प्लान जितना सफल होगा उसका बिज़नेस उतना ही आगे बढ़ता जायेगा।

यद्यपि यदि कोचिंग सेंटर में बेहतर ढंग से कोचिंग होती हो तो विद्यार्थी ही कोचिंग सेंटर की मार्केटिंग कर देते हैं लेकिन शुरूआती दौर में उद्यमी द्वारा अपने कोचिंग सेंटर की मार्केटिंग के लिए निम्न टिप्स का अनुसरण किया जा सकता है।

  • उद्यमी को चाहिए की वह अपने कोचिंग सेंटर के पम्पलेट छपवाए और इन्हें घरों एवं स्कूलों में बटवाए।
  • अपने कोचिंग सेंटर का विज्ञापन स्थानीय केबल ऑपरेटर के माध्यम से भी देने की कोशिश की जा सकती है।
  • अपनी वेबसाइट बनाकर उसका विज्ञापन फेसबुक, गूगल इत्यादि में स्थानीय लोगों को टारगेट करके दिया जा सकता है।
  • विद्यार्थियों को आकर्षित करने के लिए उन्हें फ्री डेमो क्लास की फैसिलिटी मुहैया कराएँ, इससे सेंटर के प्रति उनकी विश्वसनीयता बढ़ेगी।
  • शुरूआती दौर में उद्यमी का पूरा ध्यान मार्केटिंग में होना चाहिए इसके लिए वहह स्थानीय समाचार पत्रों में भी विज्ञापन दे सकता है । कुछ अन्य मार्केटिंग तकनीक जानने के लिए यह पढ़ें |

कोचिंग सेण्टर बिजनेस को सफल कैसे बनाएँ

इसमें कोई दो राय नहीं की वर्तमान में हर माता पिता एवं बच्चों के अभिभावक अपने बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए प्रयासरत हैं। इसके लिए वे अपनी हैसियत के मुताबिक अच्छे स्कूल में अपने बच्चों का एडमिशन तो कराते ही हैं।

लेकिन इसके बावजूद वे अपने बच्चों का भविष्य तैयार करने और वे पढाई में अच्छे नम्बरों से पास हों इसके लिए ट्यूशन पर खर्चा करने से भी नहीं कतराते हैं। लेकिन इतना जरुर है की वे अपने बच्चों के लिए किसी अच्छे कोचिंग सेण्टर का चुनाव जरुर करते हैं ।

इसलिए यदि आप खुद का कोचिंग सेण्टर बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो अपने संभावित ग्राहकों की नजर में उसे अच्छा बनाने के लिए आप निम्नलिखित प्रयास जरुर कर सकते हैं।

  • अपने एरिया में बच्चों और लोगों के बीच अच्छी जानकारी रखने वाले अध्यापकों को अपने कोचिंग सेण्टर का हिस्सा बनाएँ। क्योंकि ऐसा देखा गया है की बच्चों के बीच जो अध्यापक पढ़ाने के लिए फेवरिट होते हैं वे उन्हीं से उस विषय विशेष का ट्यूशन लेना चाहते हैं।
  • किसी एक विशेष उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए ही कोचिंग सेण्टर ओपन करें। जैसे यदि आप सरकारी नौकरी पाने के इच्छुक विद्यार्थियों को ट्यूशन प्रदान करना चाहते हैं, तो सिर्फ इसी क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता बनाएँ। और यदि स्कूलों में पास होने या अधिक नंबर लाने के उद्देश्य से ट्यूशन पढ़ाना चाहते हैं, तो उसी में विशेषज्ञता हासिल करें।
  • यदि आप स्वयं एक शिक्षक हैं तो जिस विषय को जिस भी स्कूल में आप पढ़ाते हैं बच्चों को अच्छे ढंग से पढाएँ, ताकि उनके बीच या परसेप्शन बन सके की आप अच्छा पढ़ाते हैं । ऐसे में वे आपके कोचिंग सेण्टर में कोचिंग लेने स्वत: ही आएँगे।

ऐसे बच्चे जो किसी प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षा में पास हो गए हों, अव्वल आये हों, या जिला राज्य स्तर पर अच्छे मार्क्स लाये हों। उन्हें सम्मानित करें और उनकी फोटो इत्यादि के माध्यम से अपने Coaching Center की मार्केटिंग करें।    

कोचिंग सेण्टर खोलने में खर्चा और कमाई

कोचिंग सेण्टर शुरू करने में आने वाला मुख्य खर्चा जगह का होता है अर्थात यदि उद्यमी घर से यह बिज़नेस शुरू करना चाहता है तो वह किराये का पैसा बचा सकता है। और जगह का किराया शहर एवं जगह की लम्बाई चौड़ाई पर निर्भर करता है।

हालांकि एक औसतन शहर में लगभग पच्चीस लोगों को एक साथ पढ़ाने का कमरा 2500-3500 रूपये  के बीच किराये में मिल जाता है। इसके अलावा उद्यमी को मशीनरी उपकरणों के तौर पर निम्न सामग्री की आवश्यकता हो सकती है।

  • वाइट बोर्ड, वाइट मार्कर
  • ब्लैक बोर्ड, चौक, डस्टर
  • पंखे, एयर कंडीसन,
  • लैपटॉप या डेस्कटॉप
  • बेंच या कुर्सियां, मेज

इस तरह से देखा जाय तो एक Coaching Center Open करने में कुल खर्चा लगभग 75000-100000 तक का आएगा और यह खर्चा One Time expense में शामिल है, हालांकि महीने के खर्च में Consumables एवं फैकल्टी को दिया जाने वाला वेतन आएगा।

जहाँ तक कमाई का सवाल है यह बिजनेस करके उद्यमी की कितनी कमाई होगी यह बच्चों की संख्या पर निर्भर करेगी माना उद्यमी के कोचिंग सेंटर में कुल सौ विद्यार्थी आते हैं और उद्यमी ने इन सौ विद्यार्थियों को चार बैच में बांटा हुआ है।

तो इस तरह से एक बैच में 25 विद्यार्थी सम्मिलित हुए, और बच्चों से ली जाने वाली औसतन फीस को हम 700 रूपये मान के चलते हैं तो उद्यमी की हर महीने प्रत्येक बैच से होने वाली कमाई 17500 और चारों batch से होने वाली कमाई 70000 रूपये होती है।

इसमें से तीस हज़ार रूपये अन्य फैकल्टी का वेतन भी निकाल लेते हैं तो उद्यमी की महीने में 30-32 हज़ार रूपये कमाई आराम से हो सकती है। बच्चे कम ज्यादा होने पर कमाई घट- बढ़ सकती है।

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Business Ideas in Hindi

How to Start Coaching Center Business Profit 2023 |कैसे करें कोचिंग सेंटर की स्थापना

कैसे करें कोचिंग सेंटर की स्थापना | how to start a successful coaching center business in hindi.

Coaching Center Business: किसी भी व्यक्ति के जीवन में शिक्षा का बहुत अधिक महत्त्व होता है. वहीं आजकल के अभिभावक इस बात पर काफी जागरूक भी नजर आते हैं कि उन्हें अपने बच्चों को एक बेहतरीन शिक्षा देकर उनका जीवन अच्छा बनाना है. जिसके चलते शहरों में बड़े-बड़े स्कूल और कोचिंग सेंटर भी खोले जा रहे हैं. इस तरह से शहर तथा गांव में कई लोग ऐसे हैं जो अपनी पढ़ाई-लिखाई समाप्त करने के बाद अध्यापन का कार्य कर रहे हैं और इस पेशे से अच्छी खासी कमाई भी कर रहे हैं. तात्कालिक समय में रोजगार का सही जरिया मिलना काफी मुश्किल होता जा रहा है. इस वजह से भी कई लोग अध्यापन के माध्यम से अपना जीवन यापन कर रहे हैं. वहीं आज हम आपको बताएंगे की किस तरह से आप भी अपना खुद का एक कोचिंग सेंटर खोल सकते हैं.

कोचिंग सेंटर खोलने की प्रक्रिया ( Coaching Center Business Opening Process in hindi)

कोचिंग सेंटर की स्थापना के लिए कई विशेष बातों का ध्यान रखना पड़ता है, ताकि आप अधिक से अधिक छात्रों को प्रशिक्षित कर सकें. नीचे कोचिंग सेंटर स्थापित करने की प्रक्रिया से जुड़ी विशेष बातों का वर्णन किया जा रहा है-

  • शिक्षा व्यवस्था को समझना –

सबसे पहले आपको उस क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था को समझना जरूरी है, जिस जगह पर आप कोचिंग सेंटर खोलना चाहते हैं. आपको ये पता करना होता है कि क्षेत्र में रहने वाले विद्यार्थी किस तरह के स्कूल में पढ़ते हैं, और उन्हें किस तरह की कोचिंग की आवश्यकता है.

  • विषयों का चयन करना (Select Correct Subject) –

इसके बाद आपको उन विषयों का चयन करना होता है, जो आप अच्छे से पढ़ा सकें. यदि आप वो विषय पढ़ाने में सक्षम हैं, जिनकी कोचिंग आपके क्षेत्र में नहीं दी जाती हैं, तो इससे आपको काफी लाभ होगा. किन्तु पढ़ाने के लिए पूरे आत्मविश्वास के साथ ही आगे आएं.

  • सही स्थान का चयन करना (Select Correct Place for Coaching) –

तात्कालिक समय में बहुत अधिक कोचिंग सेंटर होने के बाद भी विद्यार्थियों को सही रूप से शिक्षा नहीं मिल पाती है. इसका कारण ये होता है कि अधिकांश शिक्षक या तो, सही ढंग से पढ़ाते नहीं हैं, अथवा सही ढंग से पढ़ाने वालों का सेंटर ऐसे स्थान पर नहीं होता, जहां पर आसानी से पहुंचना मुश्किल होता है. इस वजह से कोचिंग स्थापित करने के लिए स्थान का चयन अनिवार्य है. आपको ऐसे स्थान का चयन करना पड़ता है, जहां पर विद्यार्थी आसानी से आ सके. यदि आपका घर ऐसे स्थान पर है, तो आप आसानी से अपने घर पर कोचिंग सेंटर खोल सकते हैं. हालांकि इस बात को ध्यान में रखने की आवश्यकता होती है, कि कमरे में किसी भी तरह की डिस्टर्बेंस अर्थात टीवी, साउंड सिस्टम आदि की समस्या न हो. अन्यथा आप अलग रूम किराए पर लेकर भी कोचिंग शुरू कर सकते हैं.

  • बड़े रूम की आवश्यकता-

कमरा इतना बड़ा अवश्य होना चाहिए कि आपके द्वारा प्रत्येक बैच में तय किए गए विद्यार्थियों आराम से कमरे में बैठ सके. आप कमरे में इनके बैठने के लिए कुर्सी, बेंच आदि का प्रयोग कर सकते हैं. इस कमरे में मूल तौर पर सभी तरह की विशेष सुविधाएं जैसे वॉशरूम, पीने का पानी, ब्लैकबोर्ड और पंखा या एसी का होना अनिवार्य है. बेहतर सुविधाएं होने पर विद्यार्थी ख़ुद ब ख़ुद आपकी कोचिंग की तरफ आकर्षित होंगे. इनके अलावा अन्य मूलभूत आवश्यकताओं का वर्णन नीचे किया जा रहा है.

  • आपको अपने कोचिंग के कमरे में अपने विषय से सम्बंधित सभी प्रेरणादायक किताबों को रखने की आवश्यकता होती है. इन किताबों की मदद से आपको बच्चों को पढ़ाने में काफी मदद मिलती है.
  • आपको अपने कोचिंग में फ़ोन आदि की व्यवस्था बेहतर रखने की आवश्यकता होती है. साथ ही कोचिंग सेंटर में कम से कम एक कंप्यूटर सिस्टम होना भी काफी जरूरी होता है.
  • विद्यार्थियों द्वारा पूछे गये आवश्यक सवालों के जवाब अगर आपको नहीं पता हैं, तो आप कंप्यूटर के जरिए उन सवालों का जवाब दे सकते हैं. आप इन्टरनेट की मदद से अपने विद्यार्थियों की उनके विषय से सम्बंधित विशेष क्लासेज भी दे सकते है. कंप्यूटर सिस्टम के होने की वजह से आप अपने विद्यार्थियों के फीस का ब्योरा भी आसानी से रख सकते हैं.
  • फीस का निर्णय (Fees Decision):

आपको अपने फीस का निर्णय बहुत सरलता से करने की आवश्यकता होती है. आपकी फीस ऐसी होनी चाहिए कि लोगों को आपकी कोचिंग आवश्यकता से अधिक महंगी न लगे. आपको फीस निर्णय करते हुए विषय तथा विद्यार्थियों की कक्षा का ध्यान रखना अनिवार्य है. आप उन विषय की फीस अधिक रख सकते हैं, जो अक्सर अधिक डिमांड में होते हैं. विभिन्न तरह के साइंस, इकोनॉमिक्स, मैथ्स आदि की फीस बेहतर राशि की होती है. अतः इतिहास, भुगोल आदि विषयों की फीस कम होती है. साथ ही यह भी ध्यान में रखने वाली बात है कि यदि पढ़ाने की क्वालिटी बेहतर हो, तो आप आसानी से मनचाही राशि प्राप्त कर सकेंगे. यहां पर विभिन्न विषयों के फीस का वर्णन किया जा रहा है, जो कि कक्षा 8 से 12 के लिए सामान्यत ली जाती है. वहीं इसके अलावा आप कक्षा 8 वी से कम के सभी विषय के लिए रू 1000-1500 के करीब फीस ले सकते हैं.

कोचिंग खोलने में लगने वाली लागत (Total cost to Start a Successful Coaching Center Business)

किसी कोचिंग को स्थापित करने की कुल लागत सबसे पहले इस बात पर निर्भर करता है कि आप कोचिंग कहां पर खोल रहे हैं. यदि आप अपनी कोचिंग अपने घर में खोल रहे हैं, तो आपके रूम के किराए का खर्चा बच सकता है. और आपको केवल इंटीरियर पर खर्च करने की आवश्यकता होती है.

यदि आप किसी मध्यम शहर में अपना कोचिंग खोलते हैं, तो इसके लिए आपको प्रति महीने कम से कम 2000 रूपए का किराया देना होता है. आप हालांकि रूम 6 महीने अथवा वर्ष भर के लिए लीज पर भी ले सकते हैं. इसके अलावा आपको ब्लैकबोर्ड, एसी, कंप्यूटर सिस्टम, बैठने के लिए बेंच अथवा चेयर आदि पर खर्च करने की आवश्यकता होती हुई. इस तरह से किसी कोचिंग स्थापित करने के लिए न्यूनतम 60,000- 70,000 रूपए की लागत पहली बार आती है.

कोचिंग क्लास से होने वाला लाभ (Benefits)

एक बार निवेश कर लेने के बाद आपको इसके अंतर्गत लाभ ही लाभ प्राप्त होता हैं. आपको कोचिंग क्लास में कितना लाभ होगा ये आपकी पढ़ाने के तरीके पर निर्भर करता है. क्यों कि अगर आपका पढ़ाने का तरीका अच्छा होगा तो अधिक संख्या में छात्र- छात्राएं आपके कोचिंग सेंटर पर आएंगे और आपको एक सीमा तक वाजिब फीस भी देंगे. तात्कालिक समय में कई कोचिंग सेंटर बेहतर प्रदर्शन करके एक अच्छा लाभ कमा रहे है. आप चाहें तो एक दिन में कम से कम 6 बैच आसानी से पढ़ा सकते हैं, यदि एक बैच में क़रीब 20 विद्यार्थी हों तो आम तौर पर 500 रू की फीस पर आपको 10000 रूपए एक महीने में प्राप्त होता है. अतः आप 6 बैच रोज़ाना पढ़ा कर लगभग 60,000 रूपए आसानी से कमा सकते हैं.           

कैसे करें अपनी कोचिंग का प्रचार (Coaching Marketing Plan )

आप यदि बेहतर शिक्षक हैं, तो स्वयं ही आपकी कोचिंग का प्रचार स्वाभाविक रूप से हो जाएगा. किन्तु यदि आप कम समय में अधिक विद्यार्थियों को अपने कोचिंग में चाहते हैं, तो निम्नलिखित नुस्खे अपना सकते हैं.

  • आप अपने कोचिंग सेण्टर के नाम का प्रचार अपने लोकल समाचार पत्रों में बेहद आसानी से कर सकते हैं. ऐसा करने से आपके कोचिंग सेंटर के बारे में कई लोगों को पता लग सकेगा.
  • समाचार में विज्ञापन देने के अलावा आप अपने कोचिंग की छोटी विडियो बनाकर लोकल केबल ऑपरेटर को दे सकते हैं. ऐसा करने से टीवी के ज़रिए आपकी कोंचिग सेंटर का प्रचार हो जाएगा.
  • आप अपने कोचिंग के पम्पलेट विभिन्न अच्छे स्कूलों के बाहर बंटवा सकते हैं. यह एक बेहतर प्रक्रिया है, जिसकी मदद से अधिक से अधिक विद्यार्थी आपके कोचिंग सेण्टर की तरफ आकर्षित होते हैं.
  • आप अपने कोचिंग में फ्री डेमो क्लास भी रख सकते हैं. इन फ्री डेमों क्लास के लिए विभिन्न स्कूलों के बच्चों को बुलाकर अपने कोचिंग का प्रचार बेहद सरलता से हो जाएगा.
  • आप इस कार्य के लिए ऑनलाइन टुटोरिअल रेफरल सर्विस की भी सहायता ले सकते हैं. ऐसा करने से ज्यादा से ज्यादा लोगों तक आपकी कोचिंग की जानाकारी पहुंच सकती है. इसके अलावा आप फेसबुक, ट्विटर, गूगल प्लस आदि स्थानों पर भी अपने कोचिंग का प्रचार कर सकते हैं.  

कैसे करें पंजीकरण (Registration Process)

आप अपने कोचिंग सेण्टर का पंजीकरण करा सकते हैं. ऐसा करने से लोगों के बीच आपके सेंटर को लेकर विश्वसनीयता बनती है, और अधिक विद्यार्थी पढ़ने के लिए आते हैं. पंजीकृत कोचिंग सेंटरों को भारत सरकार अपनी शिक्षा सम्बन्धित योजनाओं के लिए भी प्रयोग कर सकते हैं. जिससे आपको एक बेहतर लाभ प्राप्त हो सकता है.  

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6 thoughts on “How to Start Coaching Center Business Profit 2023 |कैसे करें कोचिंग सेंटर की स्थापना”

मै एक कोचिंग सेंटर खोल रहा हूँ। जिस का नाम प्रयास स्टडी सेंटर हैं।

i want to open an small stenography and computer institute in delhi plz tell me any type of registration is compulsory or not…

मै कोचिंग खोलना चाहता हूँ पर पंजीकरण कहाँ कराना है ओर क्या डाॅक्यूमेंटस लगेंगे कृपया आप मेरा मार्गदर्शन करें ।

Me ek coaching khol raha hu But mujhe ye btayo ki me kon si site se resister kara sakta hu

मुझे घर पर बच्चों को पढाने के लिए कोचिंग खोलने के लिए कैसे अपलाई करे

मैं भी अपने घर पर एक कोचिंग सेंटर खोलना चाहता हूँ, पर मैं उनका नाम और पंजीकृत कराना चाहता हूँ लेकिन मैं कहाँ, कैसे अप्लाई करूँ या अगर फोर्म उपलब्ध है तो इसका विवरण कृप्या मुझे भेजे

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Startup Business Idea

Coaching Center Business Plan in India (Investments And Profit) 

Coaching center business plan in india ( investments and profit) .

Table of Contents

Schools and coaching centers are being set up more and more so that the students are able to gather knowledge and use it in their real life. Coaching centers are supplementary educational institutes to schools which teach the students more thoroughly. Thus coaching centers are becoming really vital for a country and a lot of people are looking forward to establish a coaching center of their own.

Coaching Center Business Ideas Cost Profit

Why are Coaching Centers important?

  • The students are always looking to get into a coaching center so that they are able to understand the topics of their study properly and get help besides school. It is helping both the weak and the talented students.
  • The students who have recently finished their studies can always set up a coaching center and teach school students which will ensure their financial condition is good.
  • For the people who aim to be a teacher, a coaching center is really helpful. Not only it provides an opportunity to be a teacher, but also it creates financial stability.
  • People of different rural areas and villages are also being able to earn through setting up coaching centers. It really gives an alternative option to the educated people if they are unable to find a job.

Starting a Coaching Center Business in India

Before starting a coaching center business in India, one should always plan properly. Below we will provide details of the important things that one should keep in mind before starting a coaching center business in India-

  • Understanding the need of the students: Before starting a coaching center business in a particular area, an individual will be obliged to understand the condition of the students of that area. An individual will have to create a list of the teaching fields of the schools in the area they want to teach and also they will have to talk to several students about the type of coaching the students need in order to get a general understanding.
  • Topics of Coaching Center: If a person has total grasp over the subject they are teaching, it will satisfy all the questions of the students and the students will be able to do well in their exams which will ensure more students are attracted towards the coaching center. But if there is a particular study topic which is not being taught to the students in a particular area, teaching that particular subject might be helpful.
  • Location of Coaching Center: One will have to ensure that there is no distance problem for any students. For this, a person may use their home or alternatively rent a room in a proper location.

Facilities of the Coaching Center

The teachers must ensure the facilities mentioned below to ensure more students are admitted.

  • Large and Comfortable Room: The teaching room must be large enough for all the students to sit and it also must be comfortable and spacious so that the students are able to study without any distraction.
  • Room Facilities: A teacher must ensure that there are water and washroom facilities for the students. The room must have a blackboard, a projector and AC/fan for the students.
  • Book Facilities: The coaching center must have all the books related to the topics being taught so that the teachers will be able to teach the students from the books and answer questions of the students from the book.
  • Computer System and Multimedia: The coaching center will obviously require a computer system and internet facilities. The teacher will be able to keep records of the progress and fees of the students with the computer system in place and the internet facility and multimedia facility can be used to teach students digitally.

Fees of Students

A teacher will need to ensure the amount of fees is considerate for both them and the students. The teachers will also need to provide special concession for the poor students. Quality education must be ensured before selecting the amount of fees.

Before setting up an amount of fee, a teacher must understand that the amount of fees varies from topic to topic. For instance, a teacher teaching History, Literature, Geography, etc. will need to take lower fees than the teacher teaching Science, Math, Economics, etc. Below we will provide a list of fees which can be used by the teachers if they are teaching the students of Class 8-12.

If a teacher teaches the students of Class 7 or below, they may take fees of 1000-1500 INR for teaching all subjects.

Cost & Benefit of Coaching Center

If a teacher uses their own house as a coaching center, they will only need to spend money on the interior costs which will decrease the amount of total cost. But if somebody wishes to use a room in the middle of a city, they will need to pay 2000 INR every month as renting cost and they will also be able to lease the room for a year or 6 months. Also, a teacher will need to ensure blackboard, AC/Fan, Washroom facilities are there for students. So, if we consider all these things, 60, 000-70, 000 INR must be required to set up a coaching center.

The benefit from a coaching center solely depends on the method of teaching. If a teacher can teach the students in a good way, more students will get admitted in the coaching centers. If a teacher is able to teach 6 batches of students with every batch consisting 20 students, they will be able to earn 60,000 INR every month considering they earn 500 INR per student.

Promoting Coaching Center

The teacher can follow the steps mentioned below to promote their coaching centers.

  • Local Newspaper & TV Channel: The teachers will be able to publish an advertisement of their coaching center in the newspaper or create a video and publish it on the local TV Channel to promote their coaching center.
  • Brochures: A teacher may create a lot of brochures and supply them to the students studying in different schools to make more people aware of their coaching center.
  • Free DEMO Class: If a teacher provides free demo classes to the students and invites all the students from their particular area more students will come and if their teaching method is good, the students will get admitted.
  • Social Media: A teacher will also be able to use social media such as Facebook, Twitter to promote their coaching center and they might also get help from the Online Tutorial. Referral Service.

Registration

If anybody wants to open a coaching center, they must register their coaching center with the Indian government which will ensure more students are attracted towards the coaching centers and they will also be able to enjoy various schemes of the Indian government once they are registered.

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प्राइवेट कोचिंग सेंटरों के लिए नया गाइडलाइंस जारी! एडमिशन और फीस को लेकर अब लागू होंगे ये नियम

New guidelines for coaching centres: गाइडलाइंस में कहा गया, "कोई भी कोचिंग संस्थान ग्रेजुएट से कम योग्यता वाले शिक्षकों को नियुक्त नहीं करेगा। कोचिंग संस्थान छात्रों के नामांकन के लिए माता-पिता को भ्रामक वादे या रैंक या अच्छे अंक की गारंटी नहीं दे सकते। संस्थान 16 वर्ष से कम उम्र के छात्रों का नामांकन नहीं कर सकते। छात्रों का कोचिंग संस्थान में नामांकन माध्यमिक विद्यालय परीक्षा के बाद ही होना चाहिए।".

New Guidelines for Private Coaching Centres: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने प्राइवेट कोचिंग संस्थानों की मनमानी पर लगाम लगाने के लिए एक नया गाइडलाइंस जारी की है। शिक्षा मंत्रालय की तरफ से जारी नए गाइडलाइंस के मुताबिक, कोचिंग संस्थान 16 साल से कम उम्र के छात्रों को अपने यहां दाखिल नहीं कर सकेंगे। साथ ही अच्छे नंबर या रैंक दिलाने की गारंटी जैसे भ्रामक वादे भी नहीं कर सकेंगे। कोचिंग संस्थानों के लिए दिशानिर्देश एक कानूनी ढांचे की आवश्यकता को पूरा करने और बेतरतीब तरीके से निजी कोचिंग संस्थानों की बढ़ोतरी को रोकने के लिए हैं।

मंत्रालय ने यह गाइडलाइंस छात्रों की आत्महत्या के बढ़ते मामलों, आग की घटनाओं, कोचिंग संस्थानों में सुविधाओं की कमी के साथ-साथ उनके द्वारा अपनाई जाने वाली शिक्षण पद्धतियों के बारे में सरकार को मिली शिकायतों के बाद तैयार किए हैं। गाइडलाइंस में कहा गया, "कोई भी कोचिंग संस्थान ग्रेजुएट से कम योग्यता वाले शिक्षकों को नियुक्त नहीं करेगा। कोचिंग संस्थान छात्रों के नामांकन के लिए माता-पिता को भ्रामक वादे या रैंक या अच्छे अंक की गारंटी नहीं दे सकते। संस्थान 16 वर्ष से कम उम्र के छात्रों का नामांकन नहीं कर सकते। छात्रों का कोचिंग संस्थान में नामांकन माध्यमिक विद्यालय परीक्षा के बाद ही होना चाहिए।"

गाइडलाइंस के मुताबिक, "कोचिंग संस्थान कोचिंग की गुणवत्ता या उसमें दी जाने वाली सुविधाओं या ऐसे कोचिंग संस्थान या उनके संस्थान में पढ़े छात्र द्वारा प्राप्त रिजल्ट के बारे में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से किसी भी दावे को लेकर कोई भ्रामक विज्ञापन प्रकाशित नहीं कर सकते हैं या प्रकाशित नहीं करवा सकते हैं या प्रकाशन में भाग नहीं ले सकते हैं।"

टीचर्स को लेकर गाइडलाइंस

नए गाइडलाइंस में आगे कहा गया है कि कोचिंग संस्थान किसी भी शिक्षक या ऐसे व्यक्ति की सेवाएं नहीं ले सकते, जो नैतिक कदाचार से जुड़े किसी भी अपराध के लिए दोषी ठहराया गया हो। कोई भी संस्थान तब तक रजिस्टर्ड नहीं होगा जब तक कि उसके पास इन गाइडलाइंस की आवश्यकता के अनुसार कंसल्टेशन सिस्टम न हो। इसमें कहा गया, "कोचिंग संस्थानों की एक वेबसाइट होगी जिसमें पढ़ाने वाले शिक्षकों की योग्यता, पाठ्यक्रम/पाठ्य सामग्री, पूरा होने की अवधि, छात्रावास सुविधाएं और लिए जाने वाले शुल्क का अपडेट डिटेल्स होगा।"

नए गाइडलाइंस के अनुसार, छात्रों पर कड़ी प्रतिस्पर्धा और शैक्षणिक दबाव के कारण कोचिंग संस्थानों को उन्हें तनाव से बचाने के लिए कदम उठाने चाहिए। उन पर अनावश्यक दबाव डाले बिना क्लासेस संचालित करनी चाहिए।

कंसल्टेशन सिस्टम होना अनिवार्य

दिशानिर्देश में कहा गया, "कोचिंग संस्थानों को संकट और तनावपूर्ण स्थितियों में छात्रों को निरंतर सहायता प्रदान करने के लिए तत्काल हस्तक्षेप के लिए एक तंत्र स्थापित करना चाहिए। सक्षम प्राधिकारी यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा सकता है कि कोचिंग संस्थान द्वारा एक कंसल्टेशन सिस्टम विकसित की जाए जो छात्रों और अभिभावकों के लिए आसानी से उपलब्ध हो।" दिशानिर्देश में छात्रों के मानसिक कल्याण को लेकर विस्तृत रूपरेखा पिछले साल कोटा में रिकॉर्ड संख्या में छात्रों की आत्महत्या करने की घटना के बाद आई है।

फीस की सीमाएं तय

गाइडलाइंस में कहा गया कि विभिन्न सिलेबस का शुल्क पारदर्शी और तार्किक होना चाहिए। वसूले जाने वाले फीसद की रसीद दी जानी चाहिए। इसमें साफ किया गया है कि अगर छात्र बीच में ही सिलेबस छोड़ता है तो उसकी बची हुई अवधि की फीस लौटाई जानी चाहिए।

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जुर्माने का प्रावधान

केंद्र ने सुझाव दिया है कि कोचिंग संस्थनों पर दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने पर एक लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जाना चाहिए। इसके अलावा अत्यधिक फीस वसूलने पर उनका रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया जाना चाहिए। कोचिंग संस्थानों की उचित निगरानी के लिए सरकार ने दिशानिर्देश के प्रभावी होने के तीन महीने के भीतर नए और मौजूदा कोचिंग संस्थानों का रजिस्ट्रेशन करने का प्रस्ताव किया है। गाइडलाइंस के मुताबिक राज्य सरकार कोचिंग संस्थान की गतिविधियों की निगरानी के लिए जिम्मेदार होंगे।

Akhilesh

First Published: Jan 18, 2024 5:18 PM

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coaching centre business plan in hindi

Top business coaches in India: Check full list here

Here is a list that showcases the transformative power of expert coaching. specialising in diverse areas these professionals bring a wealth of experience and expertise to the realm of business coaching..

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Here is a list of top business coaches in India.

From India's Premier Business Coach to the seasoned business consultant with over four decades of experience guiding top companies worldwide, here is a list that showcases the transformative power of expert coaching. Specialising in diverse areas such as SME business scaling, organisational performance enhancement, and transformative startup mentoring, these professionals bring a wealth of experience and expertise to the realm of business coaching.

1. Saurabh Kaushik:

Renowned as India’s Premier Business Coach, Saurabh has propelled industry leaders, celebrity entrepreneurs, and legacy business owners to unprecedented growth through his private one-to-one coaching. With over 16 years of experience, his expertise has been embraced by Fortune 500 leaders, Unicorns, and thousands of entrepreneurs nationwide. He is widely known for helping turn-around businesses and delivering massive business growth.

2 Ram Charan:

Ram Charan is a renowned business consultant, who has spent over four decades helping top companies navigate the complexities of the business world. With a background in engineering and a doctorate from Harvard Business School, he has worked with industry giants like Toyota, Bank of America, and Novartis.

3 Rahul Jain:

Specialising in SME business scaling, Rahul's coaching style yields remarkable results in revenue turnaround, profit maximisation, and business scalability. With over 18 years of coaching experience, he has empowered more than 20,000 business owners.

4 Rajiv Talreja:

As India’s Leading Business Transformation Coach and Quantum Leap founder, Rajiv has impacted over 500,000 individuals and 110 corporate organisations with his transformative training programs and coaching initiatives.

5 Ankur Srivastava:

Ankur Srivastava, a seasoned internet entrepreneur and founder of Qi Media, Qi Tech, and DigiPlus Academy, is renowned as a transformative startup mentor and digital coach. With expertise spanning entrepreneurship and consulting, Ankur empowers aspiring founders through personalised coaching sessions and strategic guidance. His leadership extends to media publishing, where he shares insights and expertise on digital innovation and business strategy.

6 Sameer Kaul:

Known for enhancing organisational performance and fostering excellence, Sameer's holistic approach drives sustainable growth and cultivates competitive advantage for businesses.

7 Vandana Shah:

With over 3000 hours of coaching experience, Vandana is a seasoned Executive Coach recognised for her transformative work in corporate environments. She is the driving force behind "Chrrysallis," facilitating self-discovery and growth acceleration for entrepreneurs and executives.

8 Vikram Dhar:

An ICF Mentor Coach and award-winning coach in Asia, Vikram's expertise has impacted participants globally, earning him recognition as one of the top 100 global coaches. He is acclaimed for his mentorship and rising talent in the coaching industry.

9 S A Anand:

A renowned motivational speaker, S A Anand has garnered numerous accolades in less than two years. His impactful training sessions have benefited individuals from various prestigious organisations, fostering personal and professional growth.

10 Sridhar Laxman:

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  1. How to Write a Business Plan Easily Step by Step in Hindi

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  2. कोचिंग क्लास सेंटर कैसे खोलें

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  3. How To Write A Business Plan In Hindi

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  4. कम लागत में कोचिंग सेंटर कैसे शुरू करें ?

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  5. बिजनेस प्लान क्या है और कैसे बनाएं?

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  6. बिज़नेस प्लान कैसे लिखें? How to Write Business Business Plan in Hindi? What is Business Model?

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  1. Core Various Business Plan in Hindi

  2. कोचिंग सेंटर कैसे शुरू करें

  3. कोचिंग सेंटर कैसे खोलें

  4. आप के बिजनेस का मिशन क्या है?

  5. Highrich business plan Hindi 7 Am meeting program 03-02-2024 free joining

  6. आईएमसी बिजनेस प्लान 2023 के साथ सफलता की ओर अपने कदम को आगे बढ़ाएं!!! IMC Business Plan in Hindi

COMMENTS

  1. कम लागत में कोचिंग सेंटर कैसे शुरू करें ?

    कम लागत में कोचिंग सेंटर कैसे शुरू करें ? | Coaching Center Business Plan In Hindi भारत की Education Industry 100 Billion US डॉलर से भी बड़ी है। भारत की Schooling System दुनिया की सबसे बड़ी ...

  2. कोचिंग सेंटर कैसे शुरु करें

    ट्यूशन सेंटर क्यों शुरू करें (Coaching Centre Business Plan in Hindi) अगर आप किसी बिज़नस में सफल होना चाहते है तो इसके लिए आपके पास एक सवाल का जवाब होना ...

  3. एक अच्छे कोचिंग सेंटर बिजेस कैसे शुरू करें

    coaching center में बिजनेस शुरू करने वालों की स्थिति और कमाई किसी अन्य बिज़नस के मुक़ाबले कही बेहतर है।आप भी अपनी कोचिंग सेंटर की जल्द ...

  4. How to start a coaching centre: A complete guide to follow

    1. Coaching Centre Business Plan. 2. How To Open Coaching Institute? 3. Coaching Class Culture In India. FAQs On Coaching Centre Business Plan. 1. Coaching Centre Business Plan. The Indian education system has a symbiotic relationship with coaching centres. Every academic phase in a student's life is accompanied by assistance from coaching ...

  5. कोचिंग सेंटर कैसे ...

    Coaching center business plan in Hindi - मनुष्य अपने जीवन में जिन चीजों को सबसे ज्यादा महत्व देता है उनमें शिक्षा भी शामिल है और यह इसी शिक्षा से जुड़ा हुआ

  6. भारत में अपना कोचिंग सेंटर कैसे शुरू करें

    कोचिंग सेंटर शुरू करने में लागत | Required Cost In Start Coaching centre कोचिंग सेंटर शुरू करने लगने वाली लागत आपके सेंटर के स्थान व उसके आकार पर निर्भर करने ...

  7. कोचिंग सेंटर कैसे खोले?

    कोचिंग सेंटर के लिए जगह (Coaching center ke liye location) अब जब आप कोचिंग सेंटर खोलेंगे तो वह सेंटर आप किस जगह खोल सकते हैं या उसके लिए कौन सी जगह सबसे सही ...

  8. Coaching Center Business Kaise Shuru Kare.

    कोचिंग सेण्टर कैसे शुरू करें (Coaching Center Kaise Khole) जहाँ तक कोचिंग सेण्टर की स्थापना करने का सवाल है इसकी प्रक्रिया बेहद आसान होती है। यहाँ तक की उद्यमी शुरू में ...

  9. How to Start Coaching Center Business Profit 2023 |कैसे करें कोचिंग

    Coaching Center Business: किसी भी व्यक्ति के जीवन में शिक्षा का बहुत अधिक महत्त्व होता है. वहीं आजकल के अभिभावक इस बात पर काफी जागरूक भी नजर आते हैं कि उन्हें

  10. Coaching Centre Business Plan Hindi

    कोचिंग क्लास सेंटर कैसे खोलें | Coaching Centre Business Plan Hindi. Leave a Comment / By Editorial Team / November 18, 2023 .

  11. Coaching centre business plan in hindi.

    coaching centre business plan in hindiनमस्ते दोस्तों , काफी लोग इस बिज़नेस को कर के अच्छा कमा रहे ...

  12. 6 Steps Coaching Centre Business Plan

    Steps to develop a coaching centre business plan: Define the object of your business. State the kind of business you are running. Mention the amount invested in your business. Future aspects and goals of business. How you look at tour business after 5 years.

  13. Guide To Starting A Coaching Centre

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  14. How to Start Coaching Centre in India?

    #Career #EducationHow to Start Coaching Centre in India? - [Hindi] - Quick Support. अगर आप ग्रेट टीचिंग स्किल्स के साथ कोचि...

  15. Guide To Starting A Coaching Centre

    The startup process on how to open a coaching centre Wondering how to start a tuition centre?The below steps and a coaching centre business plan are essential to ensure you have covered all the important steps required to start a coaching institute in India.. Step-1: Firstly, decide your user segment Coaching Centers today cater to particular student demographics from Grade 10 exams, the Plus ...

  16. Coaching Center Business Plan in India (Investments And Profit)

    Book Facilities: The coaching center must have all the books related to the topics being taught so that the teachers will be able to teach the students from the books and answer questions of the students from the book. Computer System and Multimedia: The coaching center will obviously require a computer system and internet facilities.

  17. अपना कोचिंग सेंटर बिजनेस कैसे खोले? पूरी जानकरी a Successful Coaching

    पूरी जानकरी a successful coaching centre business in hindi">और पढ़ें बीएड एवं डीएलएड Hindi Lesson Plan हिंदी पाठ योजना हिंदी लेसन प्लान - a lesson plan format,lesson plan in hindi,a lesson plan sample,b.ed.lesson plan in hindi pdf

  18. प्राइवेट कोचिंग सेंटरों के लिए नया गाइडलाइंस जारी! एडमिशन और फीस को

    New Guidelines for Private Coaching Centres: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने प्राइवेट कोचिंग संस्थानों की मनमानी पर लगाम लगाने के लिए एक नया गाइडलाइंस जारी की है। शिक्षा ...

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  24. Top business coaches in India: Check full list here

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