ऐतिहासिक स्थान पर निबंध | Essay on Historical Places in India
Here is a compilation of Essays on ‘Historical Places’ for Class 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 and 12. Find paragraphs, long and short essays on ‘Historical Places’ in India especially written for School and College Students in Hindi Language.
List of Essays on Historical Places in India
Essay Contents:
- फतेहपुर सीकरी । Essay on Fatehpur Sikri for College Student in Hindi Language
1. मेरा प्रिय ऐतिहासिक दर्शनीय-स्थल | Essay on My Favourite Historical Place in Hindi Language
भारत एक प्राचीन देश है । प्राचीनता के साथ इसका गौरवशाली इतिहास है । भारत के इतिहास की अनेक हैरतअंगेज घटनाएँ हैं, जिनका वर्णन भारत के ऐतिहासिक स्थल आज भी कर रहे हैं । भारत में ऐतिहासिक स्थलों की कमी नहीं है । इन दर्शनीय स्थलों को देखने के लिए हमारे देश के ही नहीं, बल्कि विदेशी पर्यटक भी प्रतिवर्ष आते हैं ।
इन ऐतिहासिक स्थलों की गाथाएँ सुनकर देश-विदेश के पर्यटक आज भी रोमांच का अनुभव करते हैं । भारत के लगभग सभी ऐतिहासिक स्थल वीरता, देशभक्ति, मानवता, प्रेम एवं त्याग आदि की कहानी कहते हैं । इनमें ज्यादातर स्थल दर्शनीय हैं ।
भारत के अनेक ऐतिहासिक स्थलों से मैं प्रभावित हुआ हूँ । परन्तु ताजमहल की सुंदरता मुझे बारम्बार अपनी ओर आकर्षित करती है । वास्तुशिल्प के दृष्टिकोण से ताजमहल इतिहास का एक सुंदर नमूना है । इसे इतिहास का एक अजूबा भी कहा जाता है ।
विश्व के सात आश्चर्यो में इसकी गणना की जाती है । भारी तादाद में देश-विदेश के पर्यटक प्रतिवर्ष इसे देखने आते हैं । ताजमहल से मुगल बादशाह शाहजहाँ की प्रेम-गाथा जुड़ी हुई है । शाहजहाँ ने इसका निर्माण अपनी बेगम मुमताज महल की याद में करवाया था ।
हजारों कारीगरों ने वर्षो तक इसके निर्माण में अपने हुनर का सहयोग दिया था । वास्तव में ताजमहल के निर्माण में वर्षो तक किया गया परिश्रम आज भी इसे देखकर स्पष्ट झलकता है । उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा शहर में स्थित ताजमहल को देखकर वर्तमान में इसके निर्माण की कल्पना भी सहज नहीं लगती ।
सफेद संगमरमर से निर्मित गुम्बद-आकार के ताजमहल के चारों कोनों पर चार गोल स्तम्भ स्थित हैं, जो इसके सौंदर्य में वृद्धि करते हैं । ताजमहल की सुंदरता सभी को बरबस अपनी ओर आकर्षित करती है और शाहजहाँ के प्रेम की याद दिलाती है ।
ADVERTISEMENTS:
वास्तव में मुगल बादशाह शाहजहाँ अपनी बेगम मुमताज महल से बहुत प्रेम करते थे । उन्हें इमारतें बनवाने का भी शौक था । मुमताज महल की याद में उन्होंने ताजमहल का निर्माण इसी उद्देश्य से करवाया था, ताकि युगों-युगों तक मुमताज महल के प्रति उनका प्रेम जीवित रह सके ।
उनकी यह इच्छा अवश्य पूर्ण हुई है । आज भी ताजमहल को मुमताज महल के प्रति समत शाहजहाँ के प्रेम की निशानी के रूप में जाना जाता है । देश-विदेश के प्रेमी-युगल इस प्रेम-निशानी को देखकर प्रसन्न होते हैं ।
ज्यादातर प्रेमी ताजमहल को प्रेम के प्रतीक के रूप में देखते हैं । वास्तव में दो प्रेमी यहाँ चिर निद्रा में लीन हैं । ताजमहल के मध्य शाहजहाँ और मुमताज महल की कब्र संथि बनी हुई हैं । ताजमहल का बाहरी भाग भी दर्शनीय है । परिसर में सुंदर फुलवारी एवं जल के फबारे पर्यटकों का मन मोह लेते हैं । ताजमहल के बाहरी द्वार के निकट से इसके चारों स्तम्भों सहित इसकी पूर्ण आकृति को निहारना अत्यन्त लुभावना प्रतीत होता है ।
चाँदनी रात में तो इसके सौंदर्य में चार चाँद लग जाते हैं । यही कारण है कि विदेशी पर्यटकों के अतिरिक्त विदेशी राजनेता भी ताजमहल के आकर्षण से बच नहीं पाते । प्रत्येक ऐतिहासिक स्थल का अपना महत्त्व है । ताजमहल का महत्त्व इसके वास्तु शिल्प और सौंदर्य में है, जिसने इसे अनुपम बनाया है ।
इसके अतिरिक्त शाहजहाँ के प्रेम ने इस सुंदर इमारत में जान फूंकने का सफल प्रयास किया है । ताजमहल का सफेद संगमरमर प्रेमियों को प्रेम के खर सुनाता प्रतीत होता है । ताजमहल के दर्शन करके प्रेमी स्वत: ही प्रेम-गीत गाने लगते हैं ।
भारत के ऐतिहासिक स्थलों में ताजमहल का विशेष स्थान है । पर्यटकों के लिए दर्शनीय स्थल के रूप में यह अग्रणी है । वास्तव में अनुपम ताजमहल को बार-बार देखने को मन करता है । इसी कारण यह मेरा प्रिय ऐतिहासिक दर्शनीय स्थल है । मुझे जब भी अवसर मिलता है, मैं आगरा पहुँचकर ताजमहल की सुंदरता से आनन्द का अनुभव करता हूँ ।
2. ताजमहल पर निबंध । Essay on The Taj Mahal for School Students In Hindi Language (Indian Historical Place)
विश्व में जिन सात आश्चर्यो की बात कही जाती है उनमें ताजमहल का नाम भी सम्मिलित है । प्रेम का प्रतीक आगरा का ताजमहल मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी प्रेयसी साम्राज्ञी मुमताज महल की याद में बनवाया था । यह एक दर्शनीय स्थल होने के साथ-साथ ऐतिहासिक दृष्टि से वास्तुकला का नमूना भी है ।
ताजमहल यमुना नदी के दाँयें किनारे पर तथा आगरा शहर के दक्षिण में स्थित है । ताजमहल विश्व की सर्वाधिक सुन्दर इमारत है । यह पूरी इमारत सफेद संगमरमर से बनी है । यमुना के दाहिनी ओर हरे-भरे उद्यानों के बीच निर्मित इस प्रेम के प्रतीक स्मारक का निर्माण कार्य सन् 1631 में कार्य शुरू किया गया जो सन् 1653 में पूर्णरूप से बनकर तैयार हुआ ।
इसके बनाने में काम आने वाली सामिग्री विभिन्न स्रोतों से प्राप्त की गई । मुख्यत: सफेद पत्थर नागौर स्थित मकराना से लाया गया तथा लाल पत्थर धौलपुर तथा फतेहपुर सीकरी से मँगाये गये । पीले तथा काले पत्थर नर्बाद तथा चरकोह से मँगाये गये ।
कुछ कीमती पत्थर तथा सोने-चाँदी का सामान कुछ प्रमुख सम्राटों तथा विदेशों से प्राप्त किया गया । कुछ सामान दूर-दराज के इलाकों से भी मँगाया गया । ताजमहल के निर्माण पर आई लागत को लेकर इतिहासकारों में भिन्न-भिन्न मत है । कुछ इतिहासकारों का कहना है कि ताजमहल निर्माण में 3 करोड़ रुपये खर्च हुए थे ।
किन्तु सामान्यत: ऐसा माना जाता है कि ताज के निर्माण 50 लाख से लेकर 5 करोड़ तक खर्च हुए थे । बादशाहनामा से स्पष्ट है कि ताज के रख-रखाव हेतु परगना तहसील (आगरा) से एक लाख हर वर्ष उगाहे जाते थे । मुमताज महल के कारण ही इसका नाम ताजमहल प्रसिद्ध हुआ ।
इसमें प्रवेश करने के लिए एक विशाल पत्थर से बने दरवाजे से होकर जाना पड़ता है जिस पर श्वेत पत्थर से कुरान शरीफ की आयतें लिखी हैं । आगे मनोमुग्धकारी तथा भव्य उद्यान के बीचों बीच ताज के मुख्य द्वार के सम्मुख सरु वृक्षों से सुसज्जित एक सड़क है ।
मध्य में एक सुन्दर झील है जिसमें रंग-बिरंगी मछलियां तैरती हैं अन्दर प्रवेश करने के लिए एक विशाल संगमरमर के पत्थर से बने चबूतरे पर चढ़ना पड़ता है । इसकी बनावट भी अत्यंत रमणीक है । चबूतरे के चारों कोनों पर आकाश से बातें करते चार मीनार इस प्रकार अभिमान में सिर ऊंचा उठाये खड़े हैं मानो ताजमहल के चार प्रहरी हों ताकि कोई व्यक्ति ताज की सुन्दरता को बिगाड़ न दे ।
अभी हाल ही में देश की प्रतिष्ठित न्यायपालिका सुप्रीम कोर्ट ने ताज को रात में खोलने का आदेश दिया । महीने में ताजमहल पाँच दिन रात में खुलेगा-पूर्णिमा से दो दिन पहले, पूर्णिमा, तथा दो दिन बाद । प्रत्येक रात्रि को 400 लोगों को ही ताजमहल में प्रवेश दिया जायेगा । 50-50 लोगों का समूह 30 मिनट के लिए एक ही बार में ताजमहल के परिसर में जा सकेगा ।
रात्रि में ताज दर्शन की टिकट 1,000 रुपये रखी गयी है । उर्स, शुक्रवार तथा रमजान के महीने में ताज रात्रि में नहीं खुलेगा । उत्तर प्रदेश के मुख्यमन्त्री मा. मुलायम सिंह यादव ने ताजमहल की 350 वीं वर्षगांठ के अवसर पर ताज महोत्सव का 27 सितम्बर, 2004 को उद्घाटन किया ।
कई दिन तक चलने वाले इस महोत्सव में भिन्न-भिन्न संगीत तथा कला कार्यक्रमों का आयोजन किया गया । गजल गायकारों जैसे गुलाम अली तथा हरिहरन को बुलाया गया । सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार पर्यटकों को ताजमहल में दाखिल होने से पहले एक्सरे यन्त्रों तथा मेटल डिटेक्टर से होकर गुजरना पड़ेगा । सरकार की ओर से भी इस पर कार्य प्रारम्भ हो गया है ।
बर्नियर (फ्रेन्च यात्री) के अनुसार ”मैं मानता हूँ कि ताजमहल जैसे सुन्दर लिपटे हुए स्मारक को ही सातवाँ आश्चर्य माना जाना चाहिये न कि मिस्र के भौंडे पिरामिडों को ।” स्विट्जरलैण्ड की एक निजी संस्था ‘न्यू सेवेन वंडर्स फाउंडेशन’ द्वारा विश्व भर के नये सात आश्चर्यों को चुनने के लिए एक मुहिम चलायी गयी जिसके अन्तर्गत दुनिया भर की विश्वदायी स्मारकों को शामिल किया गया ।
जिनमें से सात नये अजूबों के लिए दुनिया भर में इंटरनेट के द्वारा, मैसेज के द्वारा तथा अन्य इलेक्ट्रानिक तरीकों से वोटिंग की गई । इस अभियान में करीब 10 करोड़ वोट डाले गये । इसका परिणाम दिनांक 7-7-2007 को पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन में एक भव्य समारोह में किया गया ।
नये अजूबों में ‘प्यार के प्रतीक’ ताजमहल को दुनिया भर के सात नये आश्चर्यों में प्रथम स्थान मिला है । हालांकि नई सूची को यूनाइटेड नेशंस एजुकेशनल साइंटिफिक एंड कल्चरल आर्गेनाइ जेशन (यूनेस्को) की मान्यता नहीं मिली है ।
3. ऐतिहासिक स्थल की यात्रा | Essay on the Trip to a Historical Place for School Students in Hindi Language (Indian Historical Place)
प्रस्तावना:.
भारत में कई ऐतिहासिक स्थल हैं । उन्हें देखने की जिज्ञासा हमारे मन में भी रहती है । इसी चाव से एक बार हम भारत की सबसे पुरानी व ऊँची मीनार देखने के लिए दिल्ली के महरौली नामक ऐतिहासिक स्थल की यात्रा पर गए ।
महरौली का परिचय:
इतिहासकारों का कथन है कि आज से हजारो वर्ष पूर्व यही पर दिल्ली थी । महाराज पृथ्वीराज का किला पिथौरागढ़ यहीं पर था । यहीं पर कुतुब मीनार नामक लोहे से बनी एक लाट है । अन्य भी बहुत सारे ऐतिहासिक स्थल हैं ।
मेरे एक दोस्त के द्वारा महरौली के नामकरण के बारे में पूछने पर वहाँ के मार्ग-दर्शक ने बताया कि यद्यपि इसके बारे में निश्चित रूप से कुछ भी नहीं कहा जा सकता है लेकिन किवन्दतियों के आधार पर प्राचीन काल में वराहमिहिर नामक एक ज्योतिषाचार्य थे । यहीं उसकी वैधशाला थी ।
सत्ताईस नक्षत्रो के सत्ताइस मन्दिर थे । उन्हीं के नाम पर इस स्थान का नाम मिहिराबली पड़ा जो बाद में बिगड़ कर महरौली हो गया ।
कुतुब मीनार:
वह मार्ग-दर्शक हमको सबसे पहले कुतुब मीनार दिखाने ले गया । हम सब कुतुब मीनार के सामने खड़े हो गए । उसके बायी ओर सुन्दर घास का मैदान था । वहीं सामने एक प्राचीन भवन दिखाई दे रहा था । उसके बाहर टूटे-फूटे स्तम्मो के पत्थर बिखरे पडे थे ।
हमारे मार्ग-दर्शक ने बताया-इतिहास के अनुसार इस मीनार को कुतुबुद्दीन ऐबक ने बनाना शुरू किया था परन्तु इसको उसके उत्तराधिकारी अस्तुतमिश ने पूर्ण करवाया । कुछ लोगों का मत है कि यह लाट चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य ने वराहमिहिर के लिए बनवाई थी जिसमें बैठकर वह रात्रि को नक्षत्रो का निरीक्षण करता था ।
एक अन्य मतानुसार इस लाट को पृथ्वीराज ने अपनी बेटी के लिए बनवाया था जिस पर बैठकर मह प्रतिदिन यमुना नदी का दर्शन करती थी । इन मतों के समर्थक कहते हैं कि कुतुबुद्दीन से पहले यह लाट यहाँ पर थी । इसको उन दिनों त्रक्षत्र निरीक्षण स्तम्भ कहते थे । इसका फारसी अनुवाद कुतुब मीनार है ।
कुतुबुद्दीन के पूछने पर लोगों ने उसको फारसी में कहा यह कुतुब मीनार है जो बाद में कुतुब मीनार के नाम से प्रसिद्ध हो गया । यह मीनार 238 फुट ऊँची है । इसमें 378 सीढ़ियों है । इसकीं पाँच मजिलें हैं । प्रत्येक मंजिल पर छज्जा बाहर को निकला है जिस पर चढ़कर लोग इधर-उधर देखते थे । अब इस पर चढ़ना मना है ।
लौह स्तम्भ:
कुतुब मीनार से थोड़ा आगे बढ्कर एक टूटा-फूटा प्राचीन भवन दिखाई दिया जो अपने प्राचीन वैभव को प्रदर्शित कर रहा था । सामने ही एक लोहे का स्तम्भ खड़ा था । हमारे मार्ग-दर्शक-ने बताया कि यह स्तम्भ शायद चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य ने बनवाया था ।
यह उसकी विजयों का स्मारक है, इसे विष्णुध्वज कहा जाता था । यह जमीन से 23 फुट ऊपर है और साढ़े तीन फुट अन्दर । इसका भार छ: टन से अधिक है । इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इस पर जंग नहीं लगता । हजारों वर्षो से यह ऐसा का ऐसा ही खड़ा है ।
योगमाया का मन्दिर:
यह भी एक ऐतिहासिक अवशेष है जिसके साथ ऐतिहासिक घटना जुड़ी हुई है । हमारे मार्ग-दर्शक ने बताया कि योगमाया का मन्दिर बड़ा ही प्राचीत मन्दिर है । कहा जाता है कि योगमाया कृष्ण की बहन थी । वह कृष्ण को बचाने के लिए पैदा हुई थी । इसी को कंस ने जमीन पर पटक कर मारा था ।
योगमाया के नाम पर ही दिल्ली का पुराना नाम योगिनीपुर था । इस मन्दिर का कई बार जीर्णोद्धार किया गया । वर्तमान मन्दिर को राजा सेढमल ने सन् 1807 में बनवाया था । फूल वालों की सैर के दिन जब पंखे निकलते हैं तो वे इस मन्दिर में भी आते हैं ।
फूल वालों की सैर हिन्द्व-मुस्लिम एकता व प्रेम का प्रतीक है । उस दिन यहाँ पर हिनू-मुसलमान सभी लोग बड़ी श्रद्धा से आते है ।
भूल-भुलैयाँ:
उसके बाद हम भूल-भुलैयाँ पहुँचे । यह भूल-भुलैयाँ अकबर की आय के बेटे अधमखाँ का मकबरा है । यह अठपहलुवा है । इसकी दीवार इतनी मोटी है कि इसके अन्दर ही जीना (सीढ़ी) चलता है । इस जीने के ऊपर-नीचे चढ़ने में आदमी चक्कर में पड़कर रास्ता भूल जाता है । इसीलिए इसको भूल-भुलैयाँ कहते हैं ।
महरौली के प्राचीन कस्बे की ओर एक प्राचीन महल है जिसके सामने एक तालाब है । जब तालाब में पानी भरा होता है उस समय यह महल जहाज के समान दिखाई देता है, इसलिए इसको जहाज महन कहते हैं । तालाब का निर्माण सन् 1029 में सम्राट अल्तुतमिश ने करवाया था ।
अलाउद्दीन ने इसके बीच में एक छतरी बनवाई थी जो आज तक सामने दिखाई देती है । उसके बाद अपने मार्ग-दर्शक को धन्यवाद देकर हम बस द्वारा पुन: घर को लौट आये ।
ऐतिहासिक अवशेष हमारे लिए बड़े महत्त्वपूर्ण होते हैं । ये अवशेष हमे भाषा में अपनी प्राचीन गरिमा को बताते है । एक कुशल ऐतिहासिक कला मर्मज्ञ इतिहासकार उनकी भाषा को समझता है और सुनता है इसलिए हमें इन अवशेषो को सुरक्षित रखना चाहिए ।
इनके कोई चिन्ह मिट न पाएँ इसकी सतत् देख-रेख की आवश्यकता है । हमारी सरकार को इसके लिए जागरूक होना चाहिए ।
4. दिल्ली के ऐतिहासिक स्थान की यात्रा का वर्णन | Paragraph on a Trip to Delhi’s Historical Places in Delhi in Hindi Language
यात्राओं का जीवन में विशिष्ट महत्व है । ऐसे में ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपुर्ण स्थानों की यात्रा से एक ओर जहा मनोरंजन होता है वहीं ऐतिहासिक घटनाओं परंमपराओं और अतीत की धरोहर का ज्ञान भी प्राप्त होता है ।
साथ ही विभिन्न देशों के प्राकृतिक वातावरण और सामाजिक गतिविधियों का ज्ञान भी बढ़ता है । गतवर्ष हमारे विद्यालय से ऐतिहासिक यात्रा का आयोजन हुआ । इस यात्रा के लिए कक्षा १० के छात्रों के साथ शिक्षकों ने दिल्ली भ्रमण की योजना बनाई । कलकत्ता से हमारा दल पूर्वा एक्सप्रेस से दिल्ली के लिए २७ सेप्टेम्बर को रवाना हुआ ।
२८ तारीख को सुबह दस बजे के आरन पास हमलोग दिल्ली पहुँचे । वहां गेस्ट हाउस में ठहरने की व्यवस्था की गई थी । गेस्ट हाउस पहुँच कर हमलोगों ने स्नान आदि से निवृत होकर भोजोनोपरांत आराम किया । दूसरे दिन प्रात: काल से दिल्ली के ऐतिहासिक भ्रमण का कार्यक्रम बनाया गया । सबसे पहले हमलोग इंडिया गेट पहुँचे ।
इंडिया गेट की भव्यता देखने के बाद हमलोग केन्द्रिय सचिवालय का भ्रमण किये । इस क्षेत्र में संसद भवन और उसके दोनों ओर प्रमुख सरकारी दफ्तर हैं । संसद मार्ग पर संसद भवन के अतिरिक्त आकाशवाणी भवन है ।
यहीं राष्ट्रपति भवन है और इसके सामने राजपथ है । इसी राजपथ पर २५ अगस्त और २६ जनवरी के दिन पैरेड होती है और राष्ट्रपति सलामी लेते है । वहां से हमलोग रिंग रोड पर पहुंचे । इसी रास्ते पर भारत के महान विभूतियों का समाधि स्थल है ।
राजघाट में महात्मा गांधी शान्तिवन में भारत के पहले प्रधानमंत्री श्री जवाहर लाल नेहरू, विजय घाट में तासकद समझौता करने वाले श्री लाल बहादुर शास्त्री और शांति स्थल में श्रीमती इन्दिरा गांधी की समाधियों पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर हमलोगो ने यमुना तट पर लाल पत्थरों से बने भारत के अतीत-गौरव और वर्तमान प्रेरणा श्रोत लाल किला के भव्य सौंदर्य का अवलोकन किया ।
यही से १५ अगस्त अर्थात स्वतन्त्रता दिवस पर प्रधानमंत्री देश वासियों को संबोधित करते है । इस किला को शाहजहाँ ने १६२८ ई॰ में बनवाया था । इस किले के अंदर मोती मस्जिद, दीवाने-आम और दीवाने-खास का भी हमलोगों ने अवलोकन किया । इसके बाद हमलोग जामा मस्जिद देखने गये ।
दूसरे दिन हमलोगो ने कुतुबमीनार देखी । यह मुगल कालीन भवन निर्माण कला का अदभूत नमूना है । इस गगन चुम्बी मीनार पर चढ़ कर हमलोगों ने दिल्ली की भव्य छटा का आनन्द प्राप्त किया । इस मीनार का संबंध कुतुबुद्दीन ऐबक से है । इसी मीनार के पास अशोक स्तंभ स्थित है जो सदियों पुराना है । सदियों पुराने इस स्तंभ का सौंदर्य आज भी बरकरार है ।
इसके बाद हमलोगों ने मथुरा रोड पर स्थित पुराना किला का अवलोकन किया । इस किले को महाभारत काल का भग्नावशेष माना जाता है । यहां से मुगल कालीन हुमायूं का मकबरा और दरगाह निजामुद्दीन देखते हुए हमलोग गेस्ट हाउस लौट गये ।
तीसरे दिन हमलोगों ने शैक्षणिक, धार्मिक और सांस्कृतिक केन्द्रों का भ्रमण किया । दिल्ली विश्वविद्यालय, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय, जामिया मिलिया, पूसाइंस्टीट्यूट, विज्ञान भवन, आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इन्डिया, बिड़ला मंदिर, त्रिवेणी कला संगम आदि देखते हुए हमलोगों ने कुछ खरीददारियां की और वापस लौट गये ।
यह ऐतिहासिक यात्रा मेरे लिए ज्ञान वर्धक और अविस्मरणीय यात्रा रही । जिस इतिहास को हम किताबों में पढ़ते थे उसका जीता जागता स्वरूप देखकर हम सभी प्रसन्न हुए । चौथे दिन हमलोग पुन: कलकत्ता लौट गए ।
5. कोणार्क का सूर्य-मंदिर | Essay on Konark Sun Temple for School Students in Hindi Language (Indian Historical Place)
उड़ीसा में अनेक दर्शनीय एतिहासिक, प्राकृतिक स्थान हैं, इनमें कोणार्क का सूर्य मंदिर सर्वोपरि है । इस मंदिर में वास्तुकला और मूर्तिकला के अद्भुत सम्मिलन को देखकर चकित रह जाना पड़ता है । 9वीं शताब्दी में केसरी वंश के एक राजा ने इसका निर्माण करवाया था ।
कालांतर में गंग वंश के राजा तांगुला नरसिंह देव ने 13 वीं शताब्दी में नए सिरे से इसका निर्माण करवाया । इसके निर्माण के संबंध में एक बड़ी ही रोचक कहानी प्रचलित है । कहा जाता है कि नरसिंह देव ने कारीसन के युद्ध में विजय प्राप्त करने के बाद सूर्योपासना के लिए यह मंदिर बनवाया था ।
यह भी कहा जाता है कि राजा को कुष्ठ रोग हो गया था । किसी ने उनसे कहा कि समुद्रतट पर यदि आप सूर्य-मंदिर बनवाकर सूर्य की उपासना करें, तो आपको रोग से मुक्ति मिल जाएगी । राजा ने चंद्रभागा नदी और समुद्रतट के संगम स्थल को मंदिर-निर्माण के लिए उपयुक्त स्थान समझकर वहां पर सूर्य-मंदिर का निर्माण करवाया; जो कोणार्क के नाम से प्रसिद्ध है ।
कोणार्क का सूर्य मंदिर रथ के आकार का है, जिसे सात अश्व खींचते हैं । इसमें बड़े-बड़े पत्थरों के साथ लोहे की मोटी कड़ियों का भी उपयोग किया गया है । रथ को खींचने वाले जो सात घोड़े दिखाए गए है वे इतने जीवंत और गतिशील लगते है मानो रथ को हवा से बातें कराते जा रहे हों । रथ में 24 पहिए हैं ।
प्रत्येक पहिए का व्यास नौ फुट आठ इंच है । ये 24 पहिए चौबीस घंटों के प्रतीक हैं । मंदिर की नींव दस फुट ऊंचे 12 पहियों पर आधारित है । बड़ी शान से गरदन उठाए सात घोड़े गतिशील मुद्रा में हैं । लगता है, ये रथ को आसमान में उड़ाए लिए जा रहे हों । ये सात घोड़े, सात दिनों के प्रतीक हैं ।
यह मंदिर प्राचीन ओडिसी स्थापत्य कला का अरभुत नमूना है । मंदिर का निर्माण इस प्रकार किया गया है कि सृष्टि की प्रतिमा पर दिनभर विभिन्न कोणों से सूर्य की किरणें पड़ती हैं । संभवत: इसीलिए इस मंदिर का नाम कोणार्क (यानी सूर्य का कोण) पड़ा होगा । अर्क सूर्य को कहा जाता है ।
चौकोर परकोटे से घिरे इस मंदिर के तीन ओर ऊंचे-ऊंचे प्रवेशद्वार हैं । मंदिर के तीन भाग हैं नट मंडंप, जगमोहन मंडप और गर्भगृह । मंदिर के ठीक सामने समुद्र से सूर्योदय का मनोहारी दृश्य दिखाई देता है । कहा जाता है कि कोणार्क मंदिर के ऊपर एक चुंबक था, जो समुद्र में जानेवाले जहाजों को अपनी ओर खींच लेता था ।
इसलिए दूसरे देशों के नाविक उसे निकाल कर ले गए । मंदिर का शिखर तो गिर गया है, लेकिन दक्षिण-पश्चिम और उत्तरी कोनों में नवोदित सूर्य, मध्याहन सूर्य और अस्ताचलगामी सूर्य की मूर्तियां हैं । मंदिर की दीवारों पर उत्कीर्ण अप्सराओं, पशु-पक्षियों, देवी-देवताओं और प्राकृतिक दृश्य दर्शकों को मुग्ध कर देते हैं । मंदिर की बाहरी सतह पर मनुष्यों और पशुओं को अनेक मुद्राओं में अंकित किया गया है ।
रतिक्रीड़ा के भी अनेक दृश्य हैं ये दृश्य कामोत्तेजक नहीं हैं । ये काम के उदात्त भाव को व्यक्त करते हैं । नारी मूर्तियां पत्रलेखिका, शालभंजिका तथा दर्पण में अपना मुखमंडल देखती नारी की प्रतिमाएं उकृष्ट शिल्प कला को उजागर करती हैं ।
भारत के 30 प्रमुख ऐतिहासिक स्मारक Top Monuments of India in Hindi
क्या आप भारत के बेहतरीन स्मारक (Top monuments of India in Hindi) के विषय में जानना चाहते हैं? भारत देश संस्कृतियों का देश है। हमारे देश का इतिहास पुरे विश्व में सबसे अलग और अनोखा है। भारत में कई मीनार, मंदिर, किले और ऐतिहासिक स्थल हैं जो इसे महान बनाते हैं।
आज के इस आर्टिकल में हम आपको भारत के 30 सबसे बेहतरीन और प्रमुख स्मारकों के विषय में बताएँगे जहाँ आपको ज़रूर Travel करना चाहिए।
Table of Content
भारत के प्रमुख स्मारकों के नाम और उनके विषय में जानकारी
1. ताजमहल taj mahal.
पढ़ें: ताजमहल का अद्भुत इतिहास
यह भारतीय स्मारक उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा जिले में यमुना नदी के किनारे स्थित है। इसका निर्माण मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज की याद में सफेद संगमरमर के पत्थरों से कराया था। सन 1983 में इसे यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में नामित किया गया इसके साथ ही साथ यह विश्व के सात आश्चर्यो की सूची में भी शामिल है।
2. लाल किला Lal Qila
पढ़ें: लाल किला का इतिहास
यह प्रमुख स्मारक भारत की राजधानी दिल्ली के पुराने दिल्ली क्षेत्र में स्थित है। मुगल बादशाह शाहजहां ने लाल बलुआ पत्थरों से इसका निर्माण करवाया था। इसके दीवारों का रंग लाल होने के कारण ही इसे ‘लाल किला’ कहा जाता है। वर्ष 2007 में यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल किया था।
3. कुतुबमीनार Qutub Minar
यह स्मारक भारत की पुरानी दिल्ली के मेहरौली भाग में स्थित है। इसकी इमारत की नींव दिल्ली सल्तनत के प्रथम मुस्लिम शासक कुतुबुद्दीन ऐबक ने रखी थी परन्तु इसके निर्माण कार्य को इल्तुतमिश ने पूरा करवाया था। यह ईंटो से बनी विश्व की सबसे ऊंची इमारत है। यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों में शामिल है।
4. बुलंद दरवाजा Buland Darwaza
उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा जिले से कुछ दूरी पर स्थित फतेहपुर सीकरी नामक स्थान पर स्थित है। मुगल सम्राट अकबर ने गुजरात पर विजय प्राप्त करने की याद में 1602 ई0 में इसका निर्माण करवाया था।
इस स्मारक को विश्व का सबसे बड़ा प्रवेश द्वार होने का गौरव प्राप्त है। इसका निर्माण लाल बलुआ पत्थरों से हुआ है तथा इसे सफेद संगमरमर की चट्टानों से सुसज्जित किया गया है।
5. हुमायूँ का मकबरा Humayu’s tomb
पढ़ें: हुमायूँ के मकबरे का इतिहास
यह स्मराक नई दिल्ली के निजामुद्दीन पूर्व क्षेत्र में मथुरा मार्ग के समीप स्थित है। इस मक़बरे को मुगल शासक हुमायूँ की बेगम के आदेश पर 1562 ई0 में बनवाया गया था। इस मक़बरे में मुगल बादशाह हुमायूँ की कब्र मौजूद है। हुमायूँ का मक़बरा भारत मे वास्तु कला का पहला उदाहरण है।
6. इंडिया गेट India Gate
पढ़ें: इंडिया गेट का इतिहास
इस स्मारक का निर्माण भारत की राजधानी दिल्ली में राजपथ पर किया गया है। इसके डिज़ाइन को सर एडवर्ड लुटियन के द्वारा तैयार किया गया था। इसका निर्माण द्वितीय विश्व युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों की याद में किया गया था। यहाँ पर लगभग 13,300 शहीद सैनिकों का नाम लिखा हुआ है।
7. हवा महल Hawa Mahal
हवा महल राजस्थान राज्य के जयपुर जिले में स्थित है। यह एक पांच मंजिल की बहुत ही खूबसूरत इमारत है। इसका निर्माण सन्् 1798 ई0 में महाराजा सवाई प्रताप सिंह के द्वारा करवाया गया था। इस महल के डिज़ाइन को वास्तुकार लाल चंद उस्ता के द्वारा तैयार किया गया था।
8. आगरा का किला Agra Red Fort
पढ़ें: आगरा का लाल किला इतिहास
यह किला उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा जिले में स्थित है। यह मुगलकालीन शासको का निवास स्थान था। मुगल शासक यहीं से शासन् व्यवस्था को संभालते थे।
9. चारमीनार Charminaar
पढ़ें: चारमीनार का इतिहास
यह आंध्र प्रदेश के हैदराबाद शहर में स्थित है। इसका निर्माण कुतुब शाही वंश के शासक सुल्तान मुहम्मद क़ुली क़ुतुब शाह के द्वारा सन् 1591 ई0 में करवाया गया था।
10. सांची का स्तूप Sanchi Stupa
पढ़ें: सांची के स्तूप का इतिहास
यह मध्य प्रदेश राज्य के रायसेन जिले में स्थित है। इसका निर्माण मौर्य वंश के शासक सम्राट अशोक महान ने कराया था। इस स्मारक में भगवान बुद्ध से सम्बन्धित कुछ अवशेष रखे हुए थे। इस स्मारक को प्यार, शांति, विश्वास एवं साहस का प्रतीक माना जाता है।
11. बड़ा इमामबाड़ा Bada Imambara
यह उत्तरप्रदेश राज्य की राजधानी लखनऊ शहर में स्थित यहाँ की एक ऐतिहासिक धरोहरों में से एक है। इसका निर्माण आसफ़उद्दौला के द्वारा सन् 1784 ई0 में मरहूम हुसैन अली की शहादत की याद में कराया गया था। ईस इमामबाड़े का निर्माण ईरानी शैली में किया गया है।
12. जामा-मस्जिद Jama Masjid
पढ़ें: जामा मस्जिद का इतिहास
यह मस्जिद भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित है। इसका निर्माण सन् 1665 ई0 में मुगल बादशाह शाहजहां के द्वारा लाल बलुआ पत्थर एवं सफेद संगमरमर की चट्टानों से करवाया गया था। यह भारत की सबसे बड़ी मस्जिद है। इस मस्जिद में ग्यारह मेहराबों का निर्माण किया गया है।
13. बीबी का मकबरा Bibi ka Maqbara
पढ़ें: बीबी का मकबरा इतिहास
यह मकबरा महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित है। इस मक़बरे का निर्माण मुगल बादशाह आजम शाह के द्वारा अपनी माँ दिलराज बानू बेगम की याद में कराया गया था। इस मक़बरे की तुलना ताजमहल से किये जाने के कारण ही इसे दक्षिण के ताज भी कहते है। इस मक़बरे के डिज़ाइन को अताउल्लाह के द्वारा तैयार किया गया था।
14. जूनागढ़ किला Junagarh Qila
देखने मे बहुत ही भव्य और खूबसूरत यह किला राजस्थान राज्य के बीकानेर जिले में स्थित है। इस किले के अंदर प्रवेश करने के लिए सात द्वार है।
इसका निर्माण राजा जयसिंह के द्वारा कराया गया था। इसी किले के चारो तरफ बीकानेर शहर बसा हुआ है। इस किले में भगवान लक्ष्मी नारायण तथा भगवान श्री कृष्ण के दो शाही मन्दिर भी है।
15. दिलवाड़ा का जैन मंदिर Dilwara Jain temple
पढ़ें: दिलवाडा का जैन मंदिर का इतिहास
दिलवाड़ा का जैन मंदिर पांच मंदिरो का एक समूह है जो कि राजस्थान राज्य के माउंट आबू में स्थित है। जैन धर्म के तीर्थंकरों को समर्पित इस मंदिर का निर्माण विमल शाह नामक शासक के द्वारा कराया गया था। इस मंदिर के स्तम्भो पर नृत्यांगनाओ की आकृतियां मन्दिर निर्माण की एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
16. विजय स्तम्भ Vijaya Stambh
भारतीय स्थापत्य कला का सुंदर एवं बारीक कारीगरी का यह नमूना 120 फ़ीट ऊंचा और नौ मंजिल की इमारत राजस्थान राज्य के चित्तौड़गढ़ में स्थित है। इसका निर्माण मेवाड़ के राजा राणा कुम्भा ने मालवा और गुजरात में महमूद खिलजी की सेनाओ पर विजय प्राप्त करने के बाद एक स्मारक के रूप में कराया था।
17. एतमातुद्दौला का मकबरा Tomb of Ettamadawalla
इस मक़बरे का निर्माण जहाँगीर के दरबार के मंत्री मिर्जा ग्यास बेग की याद में नूरजहाँ ने कराया था। मिर्जा ग्यास बेग को एतमातुद्दौला की उपाधि प्राप्त थी जिसके कारण इस मक़बरे का नाम एतमातुद्दौला का मकबरा पड़ा। इस मक़बरे के निर्माण में स्थापत्य कला की पेट्रा ड्यूरा शैली का प्रयोग किया गया था।
18. गेटवे ऑफ इण्डिया Gateway Of India Mumbai
गेटवे ऑफ इण्डिया भारत का आर्थिक नगर कहे जाने वाले शहर मुबई के दक्षिण में समुद्र के किनारे स्थित है। 26 मीटर ऊंचाई वाले इस प्रवेश द्वार को राजा जार्ज पंचम तथा रानी मैरी के भारत आगमन की याद में सन् 1911 ई0 में बनवाया गया था। इसकी डिज़ाइन को जार्ज विंटैन्ट के द्वारा तैयार किया गया था।
19. मोती मस्जिद Moti Masjid
यह भारत के दिल्ली में स्थित लाल किला के अंदर है। इसका निर्माण मुगल बादशाह औरंगजेब के द्वारा करवाया गया था। मोती मस्जिद के नाम से ही एक मस्जिद पाकिस्तान के लाहौर में भी है जो कि लाहौर के किले के अंदर है। इसका निर्माण मुगल सम्राट शाहजहाँ के द्वारा 1645 ई0 में करवाया गया था।
20. कोर्णाक का सूर्य मंदिर Konark Surya Temple
पढ़ें: कोणार्क का सूर्य मंदिर इतिहास
यह भारत के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है जिसका निर्माण गंग वंश के शासक राजा नृसिंहदेव के द्वारा करवाया गया था। इसका निर्माण लाल बलुआ पत्थरो तथा काले ग्रेनाइट के पत्थरो से करवाया गया था जो इसकी सुंदरता में चार चांद लगाता है। इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि इस मंदिर में सूर्य भगवान को रथ खींचते हुए अंकित किया गया है।
21. अजंता की गुफाएं Ajanta Caves
पढ़ें: अजंता की गुफाएं इतिहास
बौद्ध धर्म की आस्था को अपने अंदर समाहित किये हुए अजंता की गुफाएं महाराष्ट्र औरंगाबाद में स्थित है। इसे 29 चट्टानों को काटकर बौद्ध धर्म से सम्बंधित चित्रकारी की गई है जो कि अपने आप मे शिल्पकारी का एक अनूठा नमूना है। 1983 ई0 में यूनेस्को के द्वारा इसे विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल किया गया था।
22. जंतर मंतर Jantar Mantar
वेधशाला के अनूठे गुणों को अपने अंदर समाहित किये हुए इस स्मारक का निर्माण 1724 ई0 में जयपुर के शासक महाराजा जयसिंह के द्वारा करवाया गया था। इसी तरह के अन्य वेधशालाओं का निर्माण भारत के अन्य राज्यो में भी किया गया है जिसमे मथुरा, वाराणसी तथा उज्जैन प्रमुख है।
23. कमल मंदिर Lotus temple
पढ़ें: कमल मदिर का इतिहास
बहाई उपासना को अपने अंदर समेटे हुए यह अपने आप मे एक अनूठा मन्दिर है जहाँ ना ही किसी धर्म से सम्बंधित कोई कर्म कांड किया जाता है और न ही किसी देवी देवता की मूर्ति है। भारत का यह अनूठा मंदिर दिल्ली के नेहरू प्लेस के पास स्थित है। इस मंदिर को लोटस टेम्पल के नाम से भी जाना जाता है।
24. छत्रपति शिवाजी टर्मिनल Chatrapati Shivaji temple
यूनेस्को के द्वारा सूचीबद्ध किए गए भारत के 32 विश्व धरोहर स्थलों में से एक है जो मुम्बई में स्थित है। इसका निर्माण रानी विक्टोरिया के स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में 1887 ई0 में कराया गया था। यह भारत के सबसे व्यस्ततम रेलवे स्टेशनो में से एक है जो भारत के केंद्रीय रेलवे के मुख्यालय के रूप में कार्य करता है।
25. मैसूर पैलेस Maisoor Palace
पढ़ें: मैसूर पैलेस का इतिहास
यह राजमहल प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्मारकों में से एक है। यह महल मैसूर के शासक कृष्णराज वाडियार चतुर्थ का है। पहले इस महल का निर्माण चंदन की लकडियो से किया गया था परंतु एक दुर्घटना में इस महल को बहुत अधिक क्षति हुई थी।
बाद में इस महल की मरम्मत कराई गई जहाँ आज एक संग्रहालय है। मैसूर पैलेस द्रविड़ पूर्वी तथा रोमन स्थापत्य कला का एक उत्कृष्ट नमूना है।
26. खजुराहो के मंदिर Khajuraho temple
पढ़ें: खजुराहो मंदिर का इतिहास
अपनी वास्तुकला के लिए पूरी दुनिया मे प्रसिद्ध खजुराहो मध्यप्रदेश के छतरपुर में स्थित देश का सर्वोत्कृष्ट मध्यकालीन इमारत है। खजुराहो प्राचीन हिन्दू और जैन मंदिर बड़ी संख्या में है। मंदिरों का यह शहर सम्पूर्ण विश्व मे मुड़े हुए पत्थरो से निर्मित मंदिरो के लिए सुप्रसिद्ध है।
27. सोमनाथ मंदिर Somnath temple
पढ़ें: सोमनाथ मंदिर का इतिहास
प्राचीन हिन्दू मंदिरो में से एक सोमनाथ मंदिर की गिनती 13 ज्योतिर्लिंगो में से सबसे पहले ज्योतिर्लिंग के रूप में कई जाती है। इस हिन्दू मंदिर का निर्माण गुजरात राज्य के सौराष्ट्र क्षेत्र के वेरावल शहर में समुन्द्र के किनारे की गई है।
हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार इस मंदिर का निर्माण स्वयं भगवान चंद्रमा ने किया था। परन्तु वर्तमान समय मे बना सोमनाथ मंदिर देश की आजादी के बाद सरदार वल्लभ भाई पटेल के द्वारा बनवाया गया था।
28. एलोरा की गुफाएं Ellora Caves
पढ़ें: एलोरा की गुफाएं इतिहास
एलोरा यूनेस्को द्वारा घोषित एक विश्व धरोहर स्थल है जो कि बौद्ध तथा जैन से सम्बंधित गुफा में बने मंदिरो के लिए सुप्रसिद्ध है। यह पुरातात्विक स्थल महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित है जिसे राष्ट्रकूट वंश के शासकों के द्वारा बनवाया गया था। इन गुफाओं का निर्माण दुर्गम पहाड़ियों की खड़ी चट्टानों को को काटकर किया गया है जो कि पाषाण शिल्प स्थापत्य कला का एक अनूठा संगम है।
29. लालगढ़ महल Lalgarh Mahal
यह महल भारत के राजस्थान राज्य के बिकानेर जिले में स्थित है जो बहुत ही बड़ा है तथा जिसमे सौ से अधिक कमरे है। इस महल का निर्माण महाराजा गंगा सिंह ने अपने पिता महाराजा लालसिंह की याद में करवाया था।
यह पूरा का पूरा महल लाल पत्थरों से बना है जिस पर खुदाई का कार्य बड़े ही उत्कृष्ट तरीके से कर के महल की दीवारों पर बहुत ही सुंदर चित्रकारी की गई है।
30. सफदरजंग का मकबरा Safdarjung Maqbara
अपनी प्राचीन संस्कृति को अपने अंदर समेटे हुए राजनीतिक तथा ऐतिहासिक इमारतों के लिए प्रसिद्ध देश की राजधानी दिल्ली में सफदरजंग का मकबरा स्थित है।
सफदरजंग के मकबरे का निर्माण इसके पुत्र नवाब शुजाउद्दौला ने मुगल सम्राट की अनुमति के बाद सन् 1754 ई0 में करवाया था। इस मक़बरे में सफदरजंग के साथ साथ उनकी बेगम की कब्र है जो कि मुगल वास्तु कला का एक उत्कृष्ट नमूना है।
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Dose of Travel and Photography in Hindi
पर्यटन की दृष्टि से भारत के 25 प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों की जानकारी!
Last Updated on December 11, 2023 by अनुपम श्रीवास्तव
हमारे देश भारत में ढेरों ऐतिहासिक जगहें (historical places in India) हैं जिनकी लोकप्रियता दुनिया भर में फैली हुई है और इस वजह से विदेशों से भारी संख्या में पर्यटक यहां घूमने आते हैं।
भारत वर्ष की भूमि पर अनगिनत इतिहास दफ़न हैं जो यहाँ की संपन्न संस्कृति और गौरवमयी इतिहास को दिखाता है |
देश के हर कोने में आपको ऐसी ऐसी ऐतिहासिक इमारतें देखने को मिल जाएँगी जिनको देख का आप कुछ समय के लिए अतीत में चले जायेंगे |
इन aitihasik sthal के अंतर्गत आप देख सकते हैं अनोखे मंदिर, मस्जिद, किले, महल और स्मारक जिनके बारे में हम लोग इस लेख में विस्तार से बात करने वाले हैं |
तो इस लेख में आप पाएंगे 25 ऐतिहासिक स्थलों की जानकारी और इमारतों के नाम जहाँ आपको अपने जीवन में एक बार अवश्य जाना चाहिए |
पर्यटन की दृष्टि से और घूमने की योजना बनाने के लिए यह लेख आपके लिए काफी उपयोगी साबित होने वाला है |
भारत के 25 प्रमुख ऐतिहासिक स्थल | 25 Historical Places in India
1. ताजमहल, आगरा | tajmahal, agra.
भारत ही नहीं बल्कि विश्व में स्थित जो भी ऐतिहासिक स्थान हैं उनमें ताजमहल का नाम काफी प्रसिद्द है।
दुनिया के सात अजूबे में से एक, भारत के आगरा में स्थित ताजमहल, वास्तुकला का एक उत्कृष्ट नमूना है जो पूरी तरह से संगमरमर का बना हुआ है |
इस ऐतिहासिक ईमारत की बनावट मुख्यतः फ़ारसी, मध्य एशियाई और इस्लामी वास्तुकला का एक मिश्रण है|
ताजमहल का निर्माण मुग़ल बादशाह शाहजहाँ (1628-1658) ने अपनी रानी अर्जुमंद बानो बेगम यानि मुमताज़ महल की याद में कराया था|
मुमताज़ महल के नाम पर ही इस ईमारत का नाम ताज महल रखा गया और इसे बनाने में लगभग 22 साल लगे थे |
ताजमहल के निर्माण का कार्य 1631 में शुरू हुआ और इसकी निर्माण सामग्री के परिवहन के लिए 22,000 मजदूरों और 1,000 हाथियों का उपयोग किया गया था |
ताजमहल की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
2. क़ुतुब मीनार, दिल्ली | qutub minar, delhi.
भारत में स्थित जो भी ऐतिहासिक जगहें हैं उनमें क़ुतुब मीनार का नाम बहुत प्रमुख है।
भारत की राजधानी दिल्ली के महरौली में यह इमारत स्थित है।
यह पूरी दुनिया की सबसे ऊंची इमारत है जो लाल पत्थर और मार्बल से बनी हुई है।
क़ुतुब मीनार की ऊंचाई 72.5 मीटर है और इसका व्यास 14.32 मीटर है। इसके अंदर सीढ़ियों की संख्यां 379 है।
इस ऐतिहासिक ईमारत का निर्माण कुतुबुद्दीन ऐबक ने सन् 1199 में करवाया था लेकिन सबसे पहले इसका ग्राउंड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर ही बना था।
बाद में इल्तुतमिश ने सन 1211 से लेकर 1236 के बीच इसकी 3 मंजिलें और बनवाई थीं।
कुतुब मीनार की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
3. लाल किला, दिल्ली | red fort, delhi.
लाल किले को भारत की आन बान और शान का प्रतीक माना जाता है जहाँ हर साल देश के प्रधानमंत्री 15 अगस्त के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं।
भारत की दिल्ली में स्थित यह ऐतिहासिक ईमारत लाल बलुआ पत्थरों से बनी है और यहां से यमुना नदी का दिलकश नजारा भी दिखाई देता है।
इसकी बनावट में फारसी, इस्लामी, तैमूरी और हिंदू शैलियों की मिली जुली झलक देखने को मिलती है।
लाल किले का निर्माण मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी राजधानी शाहजहांनाबाद के महल के तौर पर बनवाया था।
इस हिस्टोरिकल मोन्यूमेंट को बनने में लगभग 10 साल का समय लगा था और इसका निर्माण कार्य 1638 से लेकर 1648 तक के बीच तक चला था।
लाल किला की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
4. अजंता एलोरा गुफाएं, महाराष्ट्र | ajanta ellora caves, maharashtra.
अजंता एलोरा गुफाएं बौद्ध स्मारक गुफाएं हैं और यह बौद्ध धर्म शिल्पकारी का एक बेहद उत्कृष्ट नमूना हैं।
यह ऐतिहासिक स्थल भारत के महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर में स्थित हैं।
इनकी बनावट में बौद्धिक वास्तुकला की झलक देखने को मिलती हैं।
इन गुफाओं का निर्माण चट्टानों को काटकर किया गया था। अजंता में 29 गुफाएं हैं और एलोरा में 34 गुफाएं हैं।
अजंता एलोरा गुफाएं राष्ट्रकूट वंश के राजाओं ने बनवाई थीं।
इन गुफाओं का निर्माण दो चरणों में पूरा हुआ है सातवाहन काल में और वाकाक काल में। यह गुफाएं हिंदू, जैन और बौद्ध गुफाओं का मिश्रण हैं।
ध्यान दें अजंता और एलोरा की गुफाएं एक दूसरे से करीब 100 किलोमीटर की दूरी पर हैं पर आप इन्हें अलग अलग ही दिन इत्मीनान से देखें |
अजंता एलोरा गुफाओं की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
5. सूर्य मंदिर, कोणार्क | sun temple, konark.
सूर्य मंदिर कोणार्क दुनिया भर में बहुत ज्यादा लोकप्रिय ऐतिहासिक जगह है।
भारत के उड़ीसा राज्य में स्थित यह मंदिर अपनी विचित्र निर्माण शैली के साथ-साथ सुंदर वास्तुकला की वजह से काफी प्रसिद्ध है।
इस मंदिर का निर्माण गंगा वंश के राजा नरसिंह देव ने करवाया था। यह मंदिर सूर्य भगवान को समर्पित है।
सूर्य कोणार्क मंदिर 1250 ईस्वी में बनवाया गया था।
यह मंदिर एक बड़े से रथ के आकार का बना हुआ है और इसके 12 पहिए हैं।
इस मंदिर की ऊंचाई 229 फीट है और कलिंग शैली का प्रयोग करके बनाए गए इस मंदिर में बहुत ही सुंदर सुंदर कलाकृतियां बनी हुई हैं।
कोणार्क सूर्य मंदिर को तीन तरह के पत्थरों से बनाया गया है।
इसके अलावा इसकी जो चोटी है उसका निर्माण करने के लिए 52 टन चुंबकीय लोहे का इस्तेमाल किया गया था।
इसे बनाने में 12 साल लग गए थे और 12000 मजदूरों ने दिन-रात काफी ज्यादा परिश्रम किया था।
सूर्य कोणार्क मंदिर की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
6. हुमायूं का मकबरा, दिल्ली | humayun tomb, delhi.
भारत के दिल्ली में स्थित हुमायूं का मकबरा एक काफी लोकप्रिय ऐतिहासिक पर्यटन स्थल है।
यह अपने जमाने का एक काफी अलीशान मकबरा था जिसे लाल बलुआ पत्थर से बनाया गया था।
हुमायूं के मकबरे की बनावट में पारसी वास्तुकला की झलक देखने को मिलती है।
ऐसा इसलिए है क्योंकि इसे मीरक मिर्जा ग्यास नामक एक पारसी आर्किटेक्ट ने बनाया था।
उनकी मृत्यु होने के बाद उनके बेटे सैयद मुहम्मद इब्न मिराक ग्यास ने इस मकबरे के काम को अंजाम दिया था।
हुमायूं के मकबरे को बेगम हमीदा बानो ने, अकबर से कह कर बनवाया था जो कि हुमायूं की बेगम थी।
उन्होंने यह मकबरा हुमायूं की याद में तामीर करवाया था इसीलिए इसका नाम हुमायूं का मकबरा रखा गया था।
हुमायूं के मकबरे को बनने में तकरीबन 8 साल का समय लगा था। इसका निर्माण कार्य 1565 से लेकर 1572 तक चला था।
हुमायूं के मकबरे की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
7. खजुराहो के मंदिर | khajuraho temples.
Khajuraho Temple भारत के मध्य प्रदेश राज्य में बना हुआ है जो मशहूर aitihasik sthal में से एक है ।
खजुराहो शहर में स्थित यह सारा स्थान मध्यकालीन मंदिरों में सर्वश्रेष्ठ माना गया है।
यहां बनें मंदिरों में भारतीय संस्कृति के साथ-साथ भारतीय जीवन प्रणाली को दर्शाया गया है।
खजुराहो के मंदिरों की वास्तुकला में कई शैलियों का मिश्रित उल्लेख है जैसे कि उत्तरी शैली, दक्षिणी शैली, वेसरा शैली इत्यादि।
इन सुशोभनीय मंदिरों का निर्माण चंदेला शासकों ने करवाया था और इसे 900 ईसवी से लेकर 1130 ईसवी के मध्य बनवाया गया था।
इन मंदिरों में जो नक्काशी की गई है वह हिंदू देवी देवताओं के साथ- साथ पौराणिक कथाओ से संबंधित हैं।
इस प्रसिद्द ऐतिहासिक मंदिर में जब भी जाएँ तब गाइड की सुविधा जरूर लें और 2-3 घंटों का समय अवश्य दें |
खजुराहों के मंदिर की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
8. सांची का स्तूप, साँची | sanchi stupa.
दुनिया भर में प्रसिद्ध सांची का स्तूप भारत के मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में स्थित है जहां पर काफी शांति है।
सांची के स्तूप की बनावट बौद्ध वास्तु कला और संस्कृति का एक मिलाजुला नमूना है।
यह एक काफी जाना माना बौद्ध स्मारक है।
सांची के स्तूप की नींव सम्राट अशोक ने रखी थी।
उन्होंने यह स्तूप तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में बनवाया था और यह 12वीं शताब्दी तक बनकर संपन्न हुआ था।
सांची का स्तूप एक ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है।
इसका व्यास 36.5 मीटर है और इसकी ऊंचाई 16.46 किलोमीटर है।
सांची का स्तूप की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
9. हवा महल, जयपुर | hawa mahal, jaipur.
भारत के जयपुर राज्य में स्थित हवा महल एक ऐसी शाही ऐतिहासिक विरासत है जहां पर वास्तुकला और संस्कृति का उत्कृष्ट नमूना देखने को मिलता है।
हवा महल की बनावट श्री कृष्ण के मुकुट के जैसी बनी हुई है।
इस इमारत में पांच मंजिलें हैं और 953 झरोखे और खिड़कियां बने हुए हैं। इसमें मुगल और राजपूत शैली का मिश्रण देखने को मिलता है।
हवा महल महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने सन 1799 में बनवाया था।
इसको बनाने के लिए लाल और गुलाबी रंग के बलुआ पत्थर और चूने का प्रयोग किया गया था।
हवा महल की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
10. फतेहपुर सीकरी, आगरा | fatehpur sikri, agra.
फतेहपुर सीकरी एक ऐतिहासिक शहर है जो कि भारत के उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में स्थित है।
यह एक काफी खूबसूरत और भव्य नगर है।
फतेहपुर सीकरी की बनावट में मुस्लिम वास्तुकला की छवि देखने को मिलती है।
वहीं इस के डिजाइन में हिंदू और पारसी वास्तुशिल्प का मिश्रण है।
फतेहपुर सीकरी 1571 में मुगल सम्राट अकबर के द्वारा बसाया गया था जो 1571 से लेकर 1585 तक मुगलों की राजधानी रही थी।
फतेहपुर सीकरी की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
11. आमेर का किला, जयपुर | amer fort, jaipur.
भारत के जयपुर राज्य में स्थित आमेर का किला काफी प्रसिद्ध है।
यह किला एक पहाड़ी के ऊपर बना हुआ है जिसे बनाने के लिए संगमरमर और लाल बलुआ पत्थरों का इस्तेमाल किया गया था।
आमेर का भव्य किला सन 1592 में राजा मान सिंह के द्वारा बनवाया गया था जहाँ मुस्लिम और हिंदू वास्तुकलाओं का मिश्रण देखने को मिलता है।
आमेर के किले की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
12. मैसूर महल, मैसूर | mysore palace.
मैसूर महल भारत के कर्नाटक राज्य में स्थित है और इसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग साल भर आते जाते रहते हैं।
इसका दूसरा नाम अंबा विलास महल भी है।
मैसूर महल में रोमन, पूर्वी और द्रविड़ वस्तु कला का मिश्रण देखने को मिलता है।
मैसूर के महल का निर्माण कृष्णराजा वाडियार चतुर्थ ने 1897 में चंदन की लकड़ियों से करवाया था लेकिन यह महल दुर्घटना की वजह से खराब हो गया था।
उसके बाद कृष्णराजा वाडियार और उनकी मां ने इसे बनवाया था।
इस प्रकार यह 1912 में बनकर तैयार हुआ।
मैसूर महल की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
13. छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, मुंबई | chhatrapati shivaji terminus, mumbai.
छत्रपति शिवाजी टर्मिनस भारत के मुंबई शहर में स्थित है जिसे विक्टोरिया टर्मिनस के नाम से भी जाना जाता है।
इस ऐतिहासिक जगह की बनावट में वास्तु शैलियों के साथ-साथ गोथिक कला का भी मिश्रण देखने को मिलता है।
छत्रपति शिवाजी टर्मिनस का निर्माण भारतीय सरकार ने करवाया था और इसे बनने में लगभग 10 साल का समय लगा।
इसे 1889 में शुरू किया गया था और 1897 में यह बनकर तैयार हुआ था।
छत्रपति शिवाजी टर्मिनस की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
14. इंडिया गेट, दिल्ली | india gate, delhi.
इंडिया गेट दिल्ली में स्थित एक राष्ट्रीय स्मारक है जो उन सभी शहीदों की याद में बनाया गया था जिन्होंने देश के लिए अपनी जान गंवा दी |
इंडिया गेट को बनने में 10 साल लगे थे, 1921 में इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ था और यह 1931 में बनकर तैयार हो गया था।
इसकी ऊंचाई 42 मीटर है और इसे बनाने के लिए लाल और पीले पत्थरों का इस्तेमाल किया गया था।
यह लोगों का एक मन पसंदीदा पिकनिक स्पॉट बन चुका है जहां पर शाम शुरू होते ही लोगों की भीड़ जमा होने लगती है।
इंडिया गेट की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
15. चार मीनार, हैदराबाद | char minar, hyderabad.
चारमीनार भारत के हैदराबाद में स्थित है और यह एक मशहूर ऐतिहासिक स्मारक है।
इसको ग्रेनाइट, चूना पत्थर और संगमरमर का इस्तेमाल करके बनाया गया था।
चारमीनार की ऊंचाई 48.7 मीटर, संरचना चौकोर है और इसमें इंडो इस्लामिक वास्तुकला देखने को मिलती है।
इस ऐतिहासिक ईमारत का निर्माण मोहम्मद कुली कुतुब शाह ने 1591 में करवाया था।
लोगों का ऐसा कहना है कि उन्होंने अपनी रानी भागमती की याद में चार मीनार का निर्माण करवाया था।
चार मीनार की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
16. विक्टोरिया मेमोरियल, कोलकाता | victoria memorial, kolkata.
विक्टोरिया मेमोरियल भारत के कोलकाता में स्थित है और यह ईमारत पूरी तरह से सफेद संगमरमर की बनी हुई है।
विक्टोरिया मेमोरियल कोलकाता बनावट में इंडो-सरसेनिक रिवाइवलिस्ट टेम्पलेट का प्रदर्शन देखने को मिलता है।
इसके अलावा इसमें मुगल और ब्रिटिश शैलियों का मिश्रण भी देखने को मिलता है।
विक्टोरिया मेमोरियल कोलकाता का निर्माण 1906 से लेकर 1921 में किया गया था।
यह इमारत महारानी विक्टोरिया की याद में बनाई गई थी।
विक्टोरिया मेमोरियल कोलकाता की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
17. आगरा का किला, आगरा | agra fort, agra .
भारत के आगरा में स्थित आगरा किला काफी शानदार ऐतिहासिक स्थल है।
यह लाल बलुआ पत्थरों से बना हुआ एक काफी विशाल किला है जिसकी बनावट बंगाली और गुजराती शैली का मिश्रण है।
यह ऐतिहासिक विरासत 70 फीट ऊंचाई वाली दीवारों से चारों तरफ से घिरी हुई है।
आगरा किला को बनने में 8 साल का समय लगा था और इसे बनाने के लिए 4,000 कारीगरों की मदद ली गई थी।
आगरा का किला की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
18. ग्वालियर का किला, ग्वालियर | gwalior fort, gwalior .
यह historical place भारत के मध्य प्रदेश के ग्वालियर में स्थित है और इसे लाल बलुआ पत्थर से बनाया गया है।
इस किले को एक पथरीली पहाड़ी के ऊपर बनाया गया था और इसकी बनावट में हिंदू वास्तुकला की झलक साफ़ दिखती है।
ग्वालियर किले का निर्माण सिंघेनिया नाम के गांव के निवासी सरदार सूर्य सेन ने 700 ईसवी में करवाया था।
यह ऐतिहासिक किला एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है जहाँ से आपको शहर और उससे आगे का पूरा पूरा 360 व्यू मिलता है।
अगर आप एक साथ सास-बहू मंदिर और तेली मंदिर देखते हैं तब पूरे किले को घूमने में लगभग 3-4 घंटे लग जायेंगे |
ग्वालियर किले की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
19. रणथंभौर, राजस्थान | ranthambhore , rajasthan.
रणथंभौर किला सवाई माधोपुर के पास स्थित रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में स्थित है।
यह ऐतिहासिक किला काफी शानदार है और यह जंगलों के बीच में है।
इस किले की बनावट अंडाकार है जिसके चारों तरफ पेड़ पौधे हैं।
रणथंभौर किले के बारे में यह कहा जाता है कि इसका निर्माण चौहान शासकों ने आठवीं शताब्दी में किया था।
इस परिसर के अंदर बहुत सारे मंदिर हैं।
आपको यात्रा करने के लिए 2-3 घंटे की आवश्यकता होगी और सुनिश्चित करें कि आप शाम 4 बजे से पहले पहुंचें क्योंकि उसके बाद प्रवेश बंद हो जाता है।
रणथंभौर की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
20. हम्पी, कर्नाटक | hampi, karnataka.
हम्पी सिटी भारत के कर्नाटक में स्थित है जहाँ काफी सुंदर नक्काशी वाले मंदिर हैं जो दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं।
ये शहर प्राचीन काल में विजयनगर साम्राज्य की राजधानी था और इसमें बहुत से मंदिर बने हुए थे।
हम्पी में भारतीय इतिहास के प्राचीन अवशेषों के मंदिरों की झलक देखने को मिलती है।
इस ऐतिहासिक दर्शनीय स्थल की यात्रा के लिए गाइड का होना बहुत ही जरूरी है क्योंकि इससे आप छोटी से छोटी जानकारियों से भी अवगत हो सकते हैं |
यहाँ से कोटि लिंग की यात्रा के लिए सुबह सुबह तुंगभद्रा नदी पर नाव की सवारी करना न भूलें |
हम्पी सिटी की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
21. गेटवे ऑफ इंडिया, मुंबई | gateway of india, mumbai.
भारत के मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया स्थित है जो कि एक बेहद लोकप्रिय ऐतिहासिक स्थल है।
इसकी ऊंचाई तकरीबन आठ मंजिलों के बराबर है।
गेटवे ऑफ इंडिया पीले बेसाल्ट और कंक्रीट को मिलाकर बनाया गया है और इसकी बनावट में हिंदू और मुस्लिम शैली का संयोजन दिखाई देता है।
इस मशहूर ऐतिहासिक स्थल का निर्माण बीसवीं शताब्दी में हुआ था।
यह ऐतिहासिक स्मारक पंचम किंग जॉर्ज और महारानी मैरी के मुंबई आने के मौके पर बनवाया गया था।
अगर आप इस जगह पर घूमने आ रहें हैं तब समुद्री यात्रा कर के निकट के एलिफैंटा गुफाएं देखना न भूलें |
गेटवे ऑफ इंडिया की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
22. जामा मस्जिद, दिल्ली | jama masjid, delhi.
भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित, जामा मस्जिद लाल पत्थरों और संगमरमर से बनी हुई है।
यह मस्जिद पर्यटको के बीच में काफी प्रसिद्ध है।
जामा मस्जिद इस्लामिक शैली के अनुरूप बनाई गई है जिसका निर्माण शाहजहां ने 1656 में करवाया था।
यह एक शाही मस्जिद थी जिसमें शाही परिवार और अन्य लोग नमाज अदा करने आते थे।
जामा मस्जिद निर्माण कार्य 1650 में शुरू हुआ था और यह 1656 में बन कर तैयार हुई थी।
जामा मस्जिद की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
23. नालंदा विश्वविद्यालय, नालंदा | nalanda university, nalanda.
भारत के बिहार राज्य में स्थित नालंदा यूनिवर्सिटी प्राचीन समय में विश्व की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी थी।
इस ऐतिहासिक जगह पर देश-विदेश से काफी छात्र बौद्ध शिक्षा हासिल करने के लिए आते थे।
इस विश्वविद्यालय का निर्माण गुप्त शासक कुमारगुप्त प्रथम ने 450 ईस्वी में करवाया था।
इसमें उन्होंने तीन सौ कमरे बनवाने के साथ साथ 7 बड़े कक्ष और पढ़ाई करने के लिए एक काफी बड़ा पुस्तकालय भी बनवाया था।
नालंदा विश्वविद्यालय की बनावट में कुषाण शैली की वास्तुकला देखने को मिलती है। लेकिन आज यह खंडहर की तरह दिखती है।
नालंदा यूनिवर्सिटी की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
24. कुंभलगढ़ किला, राजस्थान | kumbhalgarh fort, rajasthan.
भारत के राजस्थान राज्य में कुंभलगढ़ किला स्थित है जो बेहद शानदार नक्काशी वाला एक ऐतिहासिक स्थल है।
कुंभलगढ़ किले का निर्माण 15वीं शताब्दी में राणा कुंभा ने करवाया था।
इसकी दीवारें काफी ऊंची ऊंची हैं जो कि अरावली पहाड़ियों तक फैली हुई हैं।
इस किले की खासियत यह है कि इसे आप दूर से देख नहीं पाएंगे क्योंकि इस गुप्त किले का निर्माण दुश्मन के हमले से बचने के लिए किया गया था |
आप अगर इस स्थान की यात्रा करते हैं तो एक लोकल गाइड जरूर साथ ले जाएँ जिससे आपको इस ऐतिहासिक स्थल के बारे में पूरी जानकारी और कहानियां पता चल सके |
कुम्भलगढ़ किला काफी विशालकाय है और आपको 2-3 घंटे लगातार यहाँ पैदल ही घूमना होगा |
अगर आप वरिष्ठ नागरिकों या बच्चों के साथ यात्रा कर रहे हैं, तो बस सावधान रहें क्योंकि अंदर पानी या टॉयलेट्स की व्यस्था नहीं है।
बंदरों से सावधान रहने की सलाह दी जाती है |
कुंभलगढ़ की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
25. जलियांवाला बाग, पंजाब | jallianwala bagh, punjab.
अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के पास ही इस स्मारक के पास ही जलियांवाला बाग नाम की ऐतिहासिक जगह हैं जहाँ कुख्यात जलियांवाला बाग हत्याकांड हुआ था।
लगभग 6.5 एकड़ में फैले इस स्थान पर जनरल डायर ने बैसाखी के दिन 13 अप्रैल, 1919 में सामूहिक गोलीबारी का आदेश दिया था।
इस दुखद घटना में हजारों बेगुनाहों की मौत हो गई थी और यह उन घटनाओं में से एक थी जिसने स्वतंत्रता क्रांति की आग को प्रज्वलित किया।
13 अप्रैल 1961 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद द्वारा यहां एक स्मारक बनाया गया था जिसका पुनः जीर्णोधार अभी 2021 में तत्कालीन सरकार ने करवाया |
इस ऐतिहासिक स्थल की दीवारों पर गोलियों के निशान और छेद आज भी मौजूद हैं जो आपको उस दिन हुई त्रासदी की कहानी बताते हैं।
पार्क में हर एक जगह पर ऐतिहासिक महत्व को बताने के लिए के लिए सूचना पट्टिकाएँ लगवाई गयी हैं।
शाम को आप जलियांवाला बाग में लाइट एंड साउंड शो में शरीक हो सकते हैं जो पूरे एक घंटे का सूचनात्मक कार्यक्रम है |
इस लाइट एंड साउंड शो में अभिनेता अमिताभ बच्चन की आवाज़ है और यह शो हर दिन गर्मियों में शाम 7 बजे और सर्दियों के दौरान शाम 5 बजे शुरू होता है।
जलियांवाला बाग की यात्रा के लिए जरूरी जानकारी
और अंत में….
आज के इस लेख में हमने आपको बताया कि भारत में प्रमुख ऐतिहासिक जगहें (historical places in india) क्या हैं और कैसे आप इनकी यात्रा कर सकते हैं ।
हमें पूरी उम्मीद है कि जब भी आपको मौका मिलेगा तो आप किसी ना किसी aitihasik sthal पर घूमने जरूर जाएंगे।
अपनी संस्कृति और सभ्यता से जुड़े रहना बहुत अच्छी बात है और इनके लिए हमें समय निकालकर इन Historical Places को जरूर देखना चाहिए |
उम्मीद है आपके लिए हमारे द्वारा बताई गई सारी जानकारी लाभदायक रही होगी।
अगर आपको इससे संबंधित कोई सवाल पूछना हो तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते हैं।
देखना न भूलें!
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भारत के प्रमुख ऐतिहासिक स्थल – Historical Monuments In India In Hindi
Bharat Ke Historical Monuments In Hindi : भारत के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को ऊंचाईयों तक ले जाने का श्रेय देश की ऐतिहासिक, पारंपरिक और भव्य विरासत को जाता हैं। जिसमे भारत देश की प्राचीन और आश्चर्यजनक शिल्प कौशल का परिचय देती हुई कई ईमारत, मंदिर, मस्जिद, किले, चर्च और गुरुद्वारे आदि देश का प्रतिनिधित्व कर रहे है। भारत वर्ष इतिहास की बेजोड़ किस्सों-कहानियों से भरा हुआ देश हैं। यदि हम भारत वर्ष के इतिहास पर प्रकाश डालते है, तो पाएंगे की देश का इतिहास और प्राचीन साम्राज्य कई राजा और महाराजो के द्वारा निर्मित की गई विशाल कलाकृतियों और रचनाओ की देन हैं।
आइए हम भारत देश की ऐसी ऐतिहासिक विरासतों के बारे में जानते है, जिनका परिचय नीचे दिया गया हैं –
- भारत के ऐतिहासिक स्मारक ताजमहल – Bharat Ke Aitihasik Smarak Taj Mahal In Hindi
- भारत की हिस्टोरिकल प्लेस आगरा किला – Bharat Ki Aitihasik Jagah Agra Fort In Hindi
- भारत की पुरानी इमारत लाल किला – Bharat Ki Aitihasik Imarat Lal Kila Delhi In Hindi
- भारत के ऐतिहासिक आकर्षण स्मारक कुतुब मीनार – Bharat Ke Aitihasik Smarak Qutub Minar In Hindi
- भारत के ऐतिहासिक पर्यटन स्थल हुमायु का मकबरा – Bharat Ke Aitihasik Jagah Humayun’s Tomb In Hindi
- इंडिया की ऐतिहासिक दर्शनीय स्थान फतेहपुर सीकरी – India Ki Aitihasik Jagah Fatehpur Sikri In Hindi
- इंडिया की ऐतिहासिक इमारतें हवा महल – Bharat Ki Aitihasik Imarat Hawa Mahal In Hindi
- भारत के मशहूर ऐतिहासिक मंदिर खजुराहो के मंदिर – Bharat Ki Mashur Aitihasik Khajuraho Temple In Hindi
- भारत की ऐतिहासिक धरोहर साँची स्तूप – Bharat Ka Aitihasik Sanchi Stupa In Hindi
- भारत की हिस्टोरिकल जगह कोणार्क सूर्य मंदिर – Bharat Ki Aitihasik Jagah Konark Sun Temple In Hindi
- हिन्दुस्थान के ऐतिहासिक मंदिर महाबौधी मंदिर – Hindusthan Ka Aitihasik Mandir Mahabodhi Temple In Hindi
- भारत के ऐतिहासिक स्थान रानी की वाव – Bharat Ki Aitihasik Sthan Rani Ki Vav In Hindi
- भारत के ऐतिहासिक पर्यटन स्थल विक्टोरिया मेमोरियल – Bharat Ki Aitihasik Jagh Victoria Memorial In Hindi
- भारत के ऐतिहासिक जगह जलियांवाला बाग – Bharat Ki Aitihasik Jallianwala Bagh In Hindi
- भारत के ऐतिहासिक घूमने की जगह ग्वालियर का किला – Bharat Ka Aitihasik Gwalior Fort In Hindi
- भारत के ऐतिहासिक मंदिर स्वर्ण मंदिर अमृतसर – Bharat Ka Aitihasik Swarn Mandir Amritsar In Hindi
- भारत में ऐतिहासिक पर्यटन स्थल इण्डिया गेट – Bharat Ke Historical Place India Gate In Hindi
- भारत में ऐतिहासिक किला महरानगढ़ का किला – India Ke Aitihasik Kila Mehrangarh Fort In Hindi
- भारत में ऐतिहासिक जगह आमेर का किला – Bharat Mein Aitihasik Jagah Amber Fort In Hindi
- भारत में ऐतिहासिक स्मारकों में कुम्भलगढ़ का किला – Bharat Me Aitihasik Paryatan Sthal Kumbhalgarh Fort In Hindi
- भारत में ऐतिहासिक इमारत लक्ष्मी विलास पैलेस – Bharat Ke Aitihasik Sthan Lakshmi Vilas Palace In Hindi
- भारत के ऐतिहासिक स्थान गेट वे ऑफ इंडिया मुंबई – Bharat Ke Aitihasik Sthan Gateway Of India In Hindi
- भारत के ऐतिहासिक अजंता और एलोरा की गुफाएँ – Bharat Ghumne Ke Liye Aitihasik Jagah Ajanta And Ellora Caves In Hindi
- भारत के ऐतिहासिक दर्शनीय स्थान चारमीनार – Bharat Ke Aitihasik Darshaniya Sthan Charminar In Hindi
- भारत के मशहूर ऐतिहासिक पैलेस मैसूर पैलेस – India Me Famous Historical Palace Mysore Palace In Hindi
- भारत के ऐतिहासिक पर्यटन स्थल हम्पी – Hindusthan Ke Aitihasik Sthal Hampi In Hindi
- भारत के ऐतिहासिक चोल मंदिर तमिलनाडु – Bharat Ke Tamil Nadu Ke Aitihasik Jagah Chola Temple In Hindi
- भारत की ऐतिहासिक घूमने की जगह महाबलिपुरम तमिलनाडु – India Ke Famous Aitihasik Jagah Mahabalipuram In Hindi
- भारत की ऐतिहासिक विक्टोरिया टर्मिनस या छत्रपति शिवाजी टर्मिनस मुंबई – Victoria Terminus And Chhatrapati Shivaji Terminus In Hindi
- भारत के ऐतिहासिक स्मारक गोल गुम्बज कर्नाटक – Bharat Me Dekhne Ke Liye Aitihasik Jagah Gol Gumbaz In Hindi
1. भारत के ऐतिहासिक स्मारक ताजमहल – Bharat Ke Aitihasik Smarak Taj Mahal In Hindi
ताजमहल जिसका अर्थ है “महल का ताज” भारत के आगरा शहर में यमुना नदी के दक्षिण तट पर स्तिथ यह एक सफेद संगमरमर का मकबरा (Marble Mausoleum) है। इसे 1632 में मुगल सम्राट शाहजहां द्वारा अपनी पसंदीदा पत्नी मुमताज महल की मौत के बाद उनकी याद में बनवाया (जिन्होंने सन 1628 से 1658 तक शासन किया गया) था।
इसमें शाहजहां की कब्र भी मौजूद है। मकबरा 17-हेक्टेयर (42 एकड़) परिसर के क्षेत्र में फैला है, जिसमें एक मस्जिद और एक गेस्ट हाउस शामिल है, और इसे औपचारिक उद्यान में तीन तरफ की दीवार (Crenelated Wall) के बीच स्थापित किया गया है। ताज महल पर्यटकों के लिए सुबह से लेकर शाम तक खुला रहता है।
ताजमहल में लगने वाला प्रवेश शुल्क प्रति भारतीय नागरिक 40 रूपये, विदेशी नागरिको के लिए 1000 रूपये और 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चे निशुल्क जा सकते हैं।
और पढ़े: ताजमहल का इतिहास और रोचाक जानकारी
2. भारत की हिस्टोरिकल प्लेस आगरा किला – Bharat Ki Aitihasik Jagah Agra Fort In Hindi
आगरा किला, लाल किला, किला-ए-अकबरी या किला रूज के रूप में भी जाना जाता है। आगरा का किला उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में यमुना नदी के दाहिने किनारे पर स्थित एक विशाल किला है, जो विश्व प्रसिद्ध ताजमहल से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस भव्य संरचना का निर्माण वर्ष 1573 में मुगल शासक बादशाह अकबर ने करबाया था। जब आगरा को नई दिल्ली से स्थानांतरित कर दिया गया था।
आगरा किला वर्ष 1638 तक मुगलों का मुख्य निवास स्थान के रूप जाना गया था। अपने ऐतिहासिक महत्व और अनूठे निर्माण के कारण आगरा किले को यूनेस्को की विश्व धरोहर के रूप में भी सूचीबद्ध किया गया है। आगरा किला घूमने वाले पर्यटकों के लिए सुबह से लेकर शाम के वक्त तक खुला रहता हैं।
आगरा फोर्ट घूमने में लगने वाला प्रवेश शुल्क प्रति भारतीय नागरिक 40 रूपये और प्रति विदेशी नागरिक 550 रूपये लगता हैं।
और पढ़े: आगरा के किले का इतिहास और रोचक जानकारी
3. भारत की पुरानी इमारत लाल किला – Bharat Ki Aitihasik Imarat Lal Kila Delhi In Hindi
दिल्ली का लाल किला भारत के दिल्ली शहर का एक ऐतिहासिक किला है। लाल किला भारत में पर्यटकों के लिए एक बहुत ही खास जगह है। दूसरे देशों से आने वाले पर्यटक भी भारत के इस किले को देखना बेहद पसंद करते हैं। इस किले के बारे में बात करें तो वर्ष 1856 तक इस किले पर लगभग 200 वर्षों तक मुगल वंश के सम्राटों का शासन था।
यह दिल्ली के केंद्र में स्थित है। लाल किला बादशाहों और उनके घर के अलावा मुगल राज्य का औपचारिक और राजनीतिक केंद्र था। यह स्थान खास तौर से होने वाली सभा के लिए स्थापित किया गया था। लाल किला सुबह 9:30 से लेकर शाम के 4:30 बजे तक खुला रहता हैं।
लाल किला घूमने में लगने वाला प्रवेश शुल्क प्रति भारतीय नागरिक 10 रूपये और प्रति विदेशी नागरिक 250 रूपये शुल्क लगता हैं।
और पढ़े: लाल किला दिल्ली के बारे में पूरी जानकारी
4. भारत के ऐतिहासिक आकर्षण स्मारक कुतुब मीनार – Bharat Ke Aitihasik Smarak Qutub Minar In Hindi
कुतुब मीनार भारत में दिल्ली शहर के महरौली में ईंट से बनी विश्व की सबसे ऊँची मीनार है। दिल्ली शहर को भारत का दिल कहा जाता है। यहां पर कई प्राचीन इमारते और धरोहर स्थित है। इन पुरानी और खास इमारतों में से एक इमारत दिल्ली में स्थित है। जिसका नाम है कुतुब मीनार हैं जो भारत और विश्व की सबसे ऊँची मीनार है। क़ुतुब मीनार भारत का सबसे खास और प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है। क़ुतुब मीनार दिल्ली के दक्षिण इलाक़े में महरौली में है। यह इमारत हिंदू-मुग़ल इतिहास का एक बहुत खास हिस्सा है।
कुतुब मीनार को यूनेस्को द्वारा भारत के सबसे पुराने वैश्विक धरोहरों की सूचि में भी शामिल किया गया है। क़ुतुब मीनार दुनिया की सबसे बड़ी ईटों की दीवार है जिसकी ऊंचाई 72.5 मीटर है। मोहाली की फतह बुर्ज के बाद भारत की सबसे बड़ी मीनार में क़ुतुब मीनार का नाम आता है। क़ुतुब मीनार के आस-पास परिसर क़ुतुब काम्प्लेक्स है जो कि यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साईट भी है। कुतुब मीनार खुलने का समय सुबह 7 बजे से शाम के 5 बजे तक का होता है।
कुतुब मीनार में प्रवेश करने के लिए लगने वाला शुल्क प्रति भारतीय नागरिक 10 रूपये और प्रति विदेशी नागरिक 250 रूपये हैं।
और पढ़े: क़ुतुब मीनार की जानकारी
5. भारत के ऐतिहासिक पर्यटन स्थल हुमायु का मकबरा – Bharat Ke Aitihasik Jagah Humayun’s Tomb In Hindi
हुमायूँ का मकबरा भारत के सबसे फेमस और महत्वपूर्ण स्थानों में से एक है। हुमायूँ की पत्नी हमीदा बानू बेगम के द्वारा इस मकबरे का निर्माण 15वीं शताब्दी में अपने पति के लिए करबाया गया था। धनुषाकार एल्कॉवर्स, सुंदर गुंबद और विस्तृत गलियारे के रूप में यह मकबरा भारत की प्रमुख ऐतिहासिक स्मारकों में से एक हैं। मकबरे की भव्यता और वास्तुकला देखने लायक हैं। यह खूबसूरत पर्यटन स्थल सुबह 7 बजे से शाम के 7 बजे तक खुला रहता हैं और शुक्रवार के दिन बंद रहता हैं।
हुमायु मकबरे में लगने वाला प्रवेश शुल्क प्रति भारतीय नागरिक 40 रूपये और प्रति विदेशी नागरिक 510 रूपये है।
और पढ़े: हुमायूँ का मकबरा घूमने की जानकारी
6. इंडिया की ऐतिहासिक दर्शनीय स्थान फतेहपुर सीकरी – India Ki Aitihasik Jagah Fatehpur Sikri In Hindi
फतेहपुर सीकरी एक ऐसा शहर है जो मुख्य रूप से लाल बलुआ पत्थर से बना हुआ है। बता दे कि फतेहपुर सीकरी की स्थापना 16 वीं शताब्दी में मुगल सम्राट अकबर द्वारा की गई थी। इसके बाद यह 15 सालों तक उसके साम्राज्य की राजधानी रहा। यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल में शामिल यह जगह अकबर की स्थापत्य कला का एक अच्छा उदाहरण है।
फतेहपुर सीकरी यहां आने वाले पर्यटकों को अपनी खूबसूरती से आश्चयचाकित कर देता है, जिसमें बुलंद दरवाजा, सलीम चिश्ती के मकबरे, जोधाबाई के महल और जामा मस्जिद मुख्य आकर्षण हैं। फतेहपुर सीकरी शुक्रवार को छोड़कर प्रति दिन सुबह से शाम तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है।
फतेहपुर सीकरी में लगने वाला प्रवेश शुल्क प्रति भारतीय नागरिक 40 रूपये और प्रति विदेशी नागरिक 510 रूपये हैं।
और पढ़े: फतेहपुर सीकरी का इतिहास और घूमने की जानकारी
7. इंडिया की ऐतिहासिक इमारतें हवा महल – Bharat Ki Aitihasik Imarat Hawa Mahal In Hindi
जयपुर के गुलाबी शहर में बाडी चौपड़ पर स्थित हवा महल राजपूतों की शाही विरासत, वास्तकुला और संस्कृति के अद्भुत मिश्रण का प्रतीक है। हवा महल राज्स्थान के सबसे प्राचीन इमारतों में से एक माना जाता है। बड़ी ही खूबसूरती के साथ बनाया गया हवा महल जयपुर के सबसे प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षणों में से एक है। कई झरोखे और खिडकियां होने के कारण हवा महल को “पैलेस ऑफ विंड्स” भी कहा जाता है। भगवान श्रीकृष्ण के मुकुट जैसी इस पांच मंजिला इमारत में 953 झरोखें हैं, जोकि मधुमक्खियों के छत्ते से मिलते जुलते हैं।
लाल और गुलाबी बलुआ पत्थरों से बना हवा महल सिटी पैलेस के किनारे बना हुआ है। हवा महल की खास बात यह है कि यह दुनिया में किसी भी नींव के बिना बनी सबसे ऊंची इमारत है। हवा महल के दरवाजे पर्यटकों के लिए प्रतिदिन सुबह 9:30 से शाम के 4:30 बजे तक खुले रहते है।
हवा महल में लगने वाला प्रवेश शुल्क प्रति भारतीय नागरिक 10 रूपये और प्रति विदेशी नागरिक 50 रूपये लगते है।
और पढ़े: हवा महल की जानकारी और इतिहास
8. भारत के मशहूर ऐतिहासिक मंदिर खजुराहो के मंदिर – Bharat Ki Mashur Aitihasik Khajuraho Temple In Hindi
खजुराहो भारत के मध्य में स्थित मध्य-प्रदेश राज्य का एक बहुत ही खास शहर और पर्यटक स्थल है। जोकि अपने प्राचीन और मध्यकालीन मंदिरों के लिए देश भर में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में प्रसिद्ध है। मध्यप्रदेश में कामसूत्र की रहस्यमई भूमि खजुराहो अनादिकाल से दुनिया भर के पर्यटकों को आकर्षित करती रही है। छतरपुर जिले का यह छोटा सा गाँव स्मारकों के अनुकरणीय कामुक समूह के कारण विश्व-प्रसिद्ध है। जिसके कारण इसने यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सूची में अपना स्थान बनाया है।
खजुराहो का प्रसिद्ध मंदिर मूल रूप से मध्य प्रदेश में हिंदू और जैन मंदिरों का एक संग्रह है। ये सभी मंदिर बहुत पुराने और प्राचीन हैं। जिन्हें चंदेल वंश के राजाओं द्वारा 950 और 1050 के बीच कहीं बनवाया गया था। खजुराहो मंदिर पर्यटकों के लिए सुबह से लेकर शाम तक खुला रहता है।
खजुराहो मंदिर में लगने वाला प्रवेश शुल्क प्रति भारतीय नागरिक 10 रूपये और प्रति विदेशी नागरिक 250 रूपये लगते है।
और पढ़े: खजुराहो दर्शनीय स्थल, मंदिर और घूमने की जगह
9. भारत की ऐतिहासिक धरोहर साँची स्तूप – Bharat Ka Aitihasik Sanchi Stupa In Hindi
साँची स्तूप भारत के मध्य प्रदेश राज्य की राजधानी भोपाल से 46 किलोमीटर की दूरी पर उत्तर-पूर्व में स्थित है। जो रायसेन जिले के साँची शहर में बेतबा नदी के किनारे पर स्थित है। यह स्थल अपनी आकर्षित कला कृतियों के लिए विश्व विख्यात है। यूनेस्को द्वारा साँची स्तूप को 15 अक्टूबर 1982 को विश्व धरोहर स्थल में शामिल किया गया था। साँची स्तूप को मौर्य राजवंश के सम्राट अशोक की आज्ञानुसार तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में स्थापित किया गया था। इस स्थान पर भगवान बुद्ध के अवशेषों को रखा गया है। सांची स्तूप पर्यटकों के लिए सुबह 8:30 से शाम के 5 बजे तक खुला रहता हैं।
सांची स्तूप में लगने वाला प्रवेश शुल्क प्रति भारतीय नागरिक 10 रूपये और विदेशी नागरिको के 250 रूपये लगते है।
और पढ़े: साँची स्तूप घूमने की जानकारी
10. भारत की हिस्टोरिकल जगह कोणार्क सूर्य मंदिर – Bharat Ki Aitihasik Jagah Konark Sun Temple In Hindi
कोणार्क सूर्य मंदिर भारत के ओडिशा के तट पर पुरी से लगभग 35 किलोमीटर दूर उत्तर-पूर्व कोणार्क में स्थित है। हिंदू धर्म से सम्बंधित सूर्य देव को समर्पित यह एक विशाल मंदिर है जो भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। कोणार्क दो शब्दों कोण (Kona) और अर्क (Arka) से मिलकर बना है। जहां कोण का अर्थ कोना( Corner) और अर्क का अर्थ सूर्य (Sun) है।
दोनों को संयुक्त रूप से मिलाने पर यह सूर्य का कोना (Sun Of The Corner) यानि कोणार्क कहा जाता है। इस मंदिर को ब्लैक पैगोडा नाम से भी जाना जाता है क्योंकि मंदिर का ऊंचा टॉवर काला दिखायी देता है। कोणार्क के सूर्य मंदिर को यूनेस्को ने 1984 में विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी है। मंदिर पर्यटकों के लिए शुक्रवार के अलावा प्रत्येक दिन सुबह 10 बजे से शाम के 5 बजे तक खुला रहता हैं।
कोणार्क सूर्य मंदिर में लगने वाले प्रवेश शुल्क प्रति भारतीय नागरिक 10 रूपये और प्रति विदेशी नागरीक 250 रूपये लगते हैं।
और पढ़े: कोणार्क के सूर्य मंदिर के बारे में संपूर्ण जानकारी
11. हिन्दुस्थान के ऐतिहासिक मंदिर महाबौधी मंदिर – Hindusthan Ka Aitihasik Mandir Mahabodhi Temple In Hindi
महाबौधी मंदिर बोधगया के मुख्य आकर्षणों में से एक है। इस मंदिर का निर्माण सम्राट अशोक द्वारा करवाया गया था। मंदिर का निर्माण 7 वीं शताब्दी ईस्वी में मूल बोधि वृक्ष के चारों ओर किया गया है। महाबौधी मंदिर सुबह 5 बजे से रात के 9 बजे तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है।
महाबौधी मंदिर में कोई प्रवेश शुल्क नही लगता हैं।
और पढ़े: बोधगया दर्शनीय स्थल का इतिहास और यात्रा
12. भारत के ऐतिहासिक स्थान रानी की वाव – Bharat Ki Aitihasik Sthan Rani Ki Vav In Hindi
रानी की वाव गुजरात में स्थित एक प्राचीन ऐतिहासिक स्थान हैं। यह एक विशाल संरचना है जोकि लगभग 24 मीटर गहरी है। इस आकर्षित भवन को 11 वीं शताब्दी में बनाया गया था। सोलंकी वंश के राजा भीमदेव के लिए यह स्मारक उनकी पत्नी रानी उदयमती द्वारा निर्माण करबाया गया था। रानी की वाव पर्यटकों के लिए सुबह 8 बजे से शाम के 6 बजे तक खुला रहता हैं।
रानी की वाव घूमने पर लगने वाला प्रवेश शुल्क प्रति भारतीय नागरिक 5 रूपये और प्रति भारतीय नागरिक 135 रूपये लगते लगते हैं।
और पढ़े: रानी की वाव घूमने की जानकारी और इसके आसपास के प्रमुख पर्यटन स्थल
13. भारत के ऐतिहासिक पर्यटन स्थल विक्टोरिया मेमोरियल – Bharat Ki Aitihasik Jagh Victoria Memorial In Hindi
पश्चिम बंगाल के कोलकाता में स्थित विक्टोरिया मेमोरियल ब्रिटिश काल की याद दिलाता है। कोलकाता की यात्रा पर आया पयर्टक अंग्रेजों की इस शाही विरासत विक्टोरियल मेमोरियल को देखे बिना नहीं जाता। विक्टोरिया मेमोरियल न केवल कोलकाता बल्कि देशभर में घूमने और ब्रिटिश काल के बारे में जानने के लिए सबसे अच्छा पर्यटन स्थल माना जाता है।
सफेद मार्बल से बनी इस खूबसूरत इमारत का निर्माण रानी विक्टोरिया की स्मृति में भारत पर उनके 25 वर्षों के शासन का जश्न मनाने के लिए किया गया था। भारत के तत्कालीन वायसराय लॉर्ड कर्जन ने लोगों के लिए इस शानदार स्मारक को देखने और सराहने का काम किया और यही कारण है कि आज विक्टोरिया मेमोरियल भारत में पर्यटकों के बीच काफी प्रसिद्ध है। विक्टोरिया मेमोरियल पर्यटकों के लिए सुबह 5:30 से शाम के 6:15 तक खुला रहता हैं।
विक्टोरिया मेमोरियल में लगने वाला प्रवेश शुल्क प्रति भारतीय नागरिक 20 रूपये और प्रति विदेशी नागरिक 200 रूपये लगते हैं।
और पढ़े: विक्टोरिया मेमोरियल कोलकाता की जानकारी
14. भारत के ऐतिहासिक जगह जलियांवाला बाग – Bharat Ki Aitihasik Jallianwala Bagh In Hindi
अमृतसर के प्रसिद्ध स्वर्ण मंदिर के पास स्थित जलियांवाला बाग एक सार्वजनिक पार्क है जोकि अंग्रेजो द्वारा किए गए नरसंहार की याद में बना एक स्मारक है। इस दुखद घटना ने देश पर बहुत बुरा असर छोड़ा था और इस घटना में अपनी जान गंवाने वाले मासूमों लोगो की याद में स्वतंत्रता के बाद एक स्मारक बनाया गया था।
जलियांवाला बाग में 1951 में भारत सरकार द्वारा स्थापित नरसंहार स्मारक का उद्घाटन डॉ राजेंद्र प्रसाद द्वारा 13 अप्रैल 1961 में किया गया था। जिस जगह अंग्रेजो द्वारा हत्या की घटना हुई थी उस जगह को अब एक सुंदर पार्क में बदल दिया गया है। जलियांवाला बाग पर्यटकों के लिए सुबह 6:30 से शाम के 7:30 बजे तक खुला रहता हैं।
जलियावाला वाग में कोई प्रवेश शुल्क नही लगता हैं।
और पढ़े: जलियांवाला बाग का इतिहास और घूमने की जगह
15. भारत के ऐतिहासिक घूमने की जगह ग्वालियर का किला – Bharat Ka Aitihasik Gwalior Fort In Hindi
ग्वालियर किला मध्य भारत की सबसे प्राचीन जगह में से एक है। ग्वालियर फोर्ट मध्य प्रदेश स्टेट के ग्वालियर शहर में एक पहाड़ी पर स्थित है। इस किले की ऊंचाई 35 मीटर है। यह किला करीब 10वीं शताब्दी से अस्तित्व में है। इस किले में जो किला परिसर है उसके अंदर मिले शिलालेख और स्मारक इसके 6 वीं शताब्दी के होने का भी संकेत देते हैं। ग्वालियर किला पर्यटकों के लिए सुबह 6 बजे से शाम के 5:30 तक खुला रहता है।
ग्वालियर किला में लगने वाला प्रवेश शुल्क 75 रूपये हैं और 15 साल से कम उम्र के लिए यह निशुल्क हैं।
और पढ़े: ग्वालियर का किला घूमने की जानकारी और इतिहास
16. भारत के ऐतिहासिक मंदिर स्वर्ण मंदिर अमृतसर – Bharat Ka Aitihasik Swarn Mandir Amritsar In Hindi
अमृतसर का स्वर्ण मंदिर केवल भारत ही नहीं बल्कि दुनिया का मशहूर मंदिर है। ये सिख धर्म के मशहूर तीर्थ स्थलों में से एक है। इस मंदिर का ऊपरी माला 400 किलो सोने से निर्मित है। इसलिए इस मंदिर को स्वर्ण मंदिर नाम दिया गया। बहुत कम लोग जानते हैं लेकिन इस मंदिर को हरमंदिर साहिब के नाम से भी जाना जाता है। कहने को तो ये सिखों का गुरुद्वारा है। लेकिन मंदिर शब्द का जुडऩा इसी बात का प्रतीक है कि भारत में हर धर्म को एकसमान माना गया है।
स्वर्ण मंदिर में कोई प्रवेश शुल्क नही लगता हैं।
और पढ़े: स्वर्ण मंदिर अमृतसर का इतिहास और अन्य जानकारी
17. भारत में ऐतिहासिक पर्यटन स्थल इण्डिया गेट – Bharat Ke Historical Place India Gate In Hindi
इंडिया गेट के नाम से प्रसिद्ध अखिल भारतीय युद्ध स्मारक की भव्य संरचना विस्मयकारी है और इसकी तुलना अक्सर फ्रांस में आर्क डी ट्रायम्फ, मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया और रोम में कॉन्सटेंटाइन के आर्क (मेहराब) से की जाती है। दिल्ली शहर के केंद्र में स्थित इंडिया गेट देश के राष्ट्रीय स्मारकों में सबसे लंबा यानि 42 मीटर लंबा ऐतिहासिक स्टेकचर सर एडविन लुटियन द्वारा डिजाइन किया गया और यह देश के सबसे बड़े युद्ध स्मारक में से एक है। इंडिया गेट हर साल गणतंत्र दिवस परेड की मेजबानी के लिए भी प्रसिद्ध है।
और पढ़े: इंडिया गेट दिल्ली घूमने की जानकारी
18. भारत में ऐतिहासिक किला महरानगढ़ का किला – India Ke Aitihasik Kila Mehrangarh Fort In Hindi
महरानगढ़ का किला वर्ष 1459 में राव जोधा द्वारा कमीशन किया गया भारत के सबसे बड़े किलों में से एक है। इस किला परिसर में 7 प्रवेश द्वार हैं जो एक पहाड़ी पर स्थित है। महरानगढ़ किले के प्रत्येक गेट का निर्माण अलग-अलग समय पर अलग-अलग उद्देश्यों की पूर्ती करने के लिए किया गया था। महरानगढ़ किले को कई बॉलीवुड और हॉलीवुड फिल्मों में भी दिखाया गया है। किला पर्यटकों के लिए सुबह 9 बजे से शाम के 5 बजे तक खुला रहता हैं।
महरानगढ़ किले में लगने वाला प्रवेश शुल्क प्रति भारतीय नागरिक 70 रूपये और प्रति विदेशी नागरिक 700 रूपये हैं।
और पढ़े: मेहरानगढ़ किले का इतिहास और घूमने की जानकारी
19. भारत में ऐतिहासिक जगह आमेर का किला – Bharat Mein Aitihasik Jagah Amber Fort In Hindi
आमेर का किला राजस्थान राज्य की पिंक सिटी जयपुर में अरावली पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। यह किला अपनी वास्तुशिल्प कला और इतिहास की वजह से जाना-जाता है। आमेर का किला भारत में इतना प्रसिद्ध है कि यहां पर हर रोज लगभग पांच हजार लोग घूमने के लिए आते हैं। राज्य की राजधानी से सिर्फ 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह किला गुलाबी और पीले बलुआ पत्थरों से मिलकर बना हुआ है। आमेर किला पर्यटकों के लिए सुबह 9 बजे से शाम के 6 बजे तक खुला रहता हैं।
आमेर फोर्ट में लगने वाल प्रवेश शुल्क प्रति भारतीय नागरिक 25 रूपये और प्रति विदेशी नागरिक 200 रूपये लगते हैं।
और पढ़े: आमेर किले का इतिहास और घूमने की जानकारी
20. भारत में ऐतिहासिक स्मारकों में कुम्भलगढ़ का किला – Bharat Me Aitihasik Paryatan Sthal Kumbhalgarh Fort In Hindi
कुम्भलगढ़ का किला राजस्थान में एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्मारक हैं जोकि यहां के राजसी वन्यजीव अभयारण्य के लिए प्रसिद्ध है। राजा कुंभ द्वारा निर्मित किया गया यह किला राजसमंद जिले के अंदर आता है। कुम्भलगढ़ किले की उदयपुर से दूरी लगभग 82 किलोमीटर हैं। इसके ऐतिहासिक होने के वजह चीन की महान दीवार के बाद कुंभलगढ़ की दीवारें दुनिया में दूसरी सबसे लंबी दीवार हैं। कुम्भलगढ़ का किला पर्यटकों के लिए सुबह 9 बजे से शाम के 5 बजे तक खुला रहता हैं।
कुम्भलगढ़ किले में लगने वाला प्रवेश शुल्क प्रति भारतीय नागरिक 15 रूपये और प्रति विदेशी नागरिक 200 रूपये लगते हैं।
और पढ़े: कुंभलगढ़ किले का इतिहास और इसके पास प्रमुख पर्यटन स्थल
21. भारत में ऐतिहासिक इमारत लक्ष्मी विलास पैलेस – Bharat Ke Aitihasik Sthan Lakshmi Vilas Palace In Hindi
लक्ष्मी विलास पैलेस बड़ौदा पर शासन करने वाले प्रतिष्ठित गायकवाड़ परिवार द्वारा निर्मित किया गया था। प्रारंभ में इसका एक हिस्सा वर्ष 1890 में महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ ने बनवाया था। लक्ष्मी विलास महल विशेष रूप से इंडो-सरैसेनिक वास्तुकला का एक शानदार उदहारण प्रस्तुत करता हैं। लक्ष्मी विलास पैलेस का आकार बकिंघम पैलेस से चार गुना अधिक हैं और माना जाता हैं कि यह उस समय का सबसे बड़ा निजी निवास स्थान था। लक्ष्मी विलास पैलेस के खुलने का समय सुबह 9 बजे से शाम के 5 बजे का होता है।
लक्ष्मी विलास पैलेस लगने वाली एंट्री फीस 150 रूपये है।
और पढ़े: वडोदरा के पर्यटन स्थल
22. भारत के ऐतिहासिक स्थान गेट वे ऑफ इंडिया मुंबई – Bharat Ke Aitihasik Sthan Gateway Of India In Hindi
गेटवे ऑफ इंडिया मुंबई का निर्माण ब्रिटिश काल के दौरान प्रवेश और निकास के उद्देश्य से किया गया था। गेटवे ऑफ इंडिया भारत के महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्मारकों में से एक हैं। भारत के इस प्राचीन प्रवेश द्वार को वर्ष 1924 में निर्मित किया गया था और इसका उद्घाटन द वायसराय अर्ल ऑफ रीडिंग ने किया था। 20 शतब्दी के दौरान ब्रिटिश इण्डिया का आखरी जहाज गेट वे ऑफ इंडिया से ही रवाना किया गया था। गेट वे ऑफ इंडिया घूमने का कोई शुल्क नही लगता हैं।
और पढ़े: गेटवे ऑफ इंडिया के बारे में संपूर्ण जानकारी
23. भारत के ऐतिहासिक अजंता और एलोरा की गुफाएँ – Bharat Ghumne Ke Liye Aitihasik Jagah Ajanta And Ellora Caves In Hindi
अजंता और एलोरा की गुफाएँ भारत के महारास्ट्र में स्थित ऐतिहासिक स्थान है। यहां वास्तविक शिल्प कौशल का चित्रण देखने को मिलता हैं और पत्थरों प्रत्येक नक्काशी हाथ से की गई हैं। वर्ष 1819 में एक ब्रिटिश अधिकारी जॉन स्मिथ ने एक वाघ का पीछा करते हुए इस स्थान पर पहुंचे और इस स्थान को उजागर किया। अजंता और एल्लोरा की गुफाएं हिन्दू, जैन और बुध धर्म से सम्बंधित है।
इन गुफाओं के बारे सबसे रोचक बात यह हैं कि मानसून के मौसम में बौध भिक्षुओं को गुफा से बहार जाने की अनुमति नही थी और वह अंदर बैठकर ही मूर्तियों को तरास्ते रहते थे। गुफाएं खुलने का समय सुबह 9 बजे से शाम के 5:30 तक का रहता है। अजंता गुफा सोमवार को बंद रहती और एल्लोरा की गुफा मंगलवार को बंद रहती है।
और पढ़े: एलोरा गुफा घूमने की जानकारी और इतिहास से जुड़े तथ्य
24. भारत के ऐतिहासिक दर्शनीय स्थान चारमीनार – Bharat Ke Aitihasik Darshaniya Sthan Charminar In Hindi
चारमीनार भारत की सबसे खूबसूरत इमारत में से एक है। हैदराबाद के केंद्र में स्थित चारमीनार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त ऐतिहासिक आइकन है। पर्यटन स्थल के रूप में यह स्मारक लोगों को बेहद आकर्षित करती है। जब कुतुब शाह ने अपनी राजधानी को गोलकोंडा से हैदराबाद स्थानांतरित कर दिया था तब यह स्मारक बनाई गई थी। चारमीनार को इसकी संरचना के आधार पर नाम मिला हैं क्योंकि इसमें चार मीनारें हैं। चार मीनार सुबह 9:30 से शाम के 5 बजे तक खुला रहता हैं।
चार मीनार घूमने में लगने वाला प्रवेश शुल्क प्रति भारतीय 5 रूपये और प्रति विदेशी नागरिक 100 रूपये लगता हैं।
और पढ़े: चारमीनार की यात्रा की जानकरी
25. भारत के मशहूर ऐतिहासिक पैलेस मैसूर पैलेस – India Me Famous Historical Palace Mysore Palace In Hindi
मैसूर पैलेस भारत के कर्नाटक राज्य में मैसूर शहर में स्थित एक ऐतिहासिक ईमारत है। मैसूर के इस किले को अंबा विलास पैलेस के नाम से भी जाना जाता है। मैसूर पैलेस शाही परिवार का महल रहा है और आज भी इस महल पर उन्ही का अधिकार है। जिस जमीन पर यह महल बनाया गया है वह प्रागिरी के नाम से होनी चाहिए।
यह पैलेस मैसूर शहर के केंद्र में स्थित हैं और इसके प्रमुख चामुंडी हिल्स की ओर हैं। आमतौर पर मैसूर को लों महलों के शहर के नाम से जाना जाता है। मैसूर पैलेस सुबह 10 बजे से शाम 5:30 बजे तक खुला रहता हैं। लेकिन रविवार और गवर्नमेंट छुट्टी पर बंद रहता हैं।
मैसूर पैलेस में लगने वाला प्रवेश शुल्क प्रति भारतीय नागरिक 40 रूपये और विदेशी नागरिक 200 रूपये लगता हैं।
और पढ़े: मैसूर पैलेस घूमने की जानकारी और प्रमुख पर्यटन स्थल
26. भारत के ऐतिहासिक पर्यटन स्थल हम्पी – Hindusthan Ke Aitihasik Sthal Hampi In Hindi
हम्पी भारत के कर्नाटक राज्य में तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थित एक विशाल मंदिर हैं। जोकि अपने सुंदर और विशाल नक्काशीदार मंदिरों के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं। विशेष रूप से यह स्थान यहां के ऐतिहासिक विरुपाक्ष मंदिर के लिए दुनिया भर में जाना जाता हैं। जोकि विजय नगर साम्राज्य के संरक्षक देवता को समर्पित किया गया है। खंडहरों के रूप में फैले हुए हम्पी शहर को 1986 में यूनेस्को की विश्व धरोहर में भी शामिल किया गया है।
और पढ़े: हम्पी घूमने की जानकारी और 30 पर्यटक स्थल
27. भारत के ऐतिहासिक चोल मंदिर तमिलनाडु – Bharat Ke Tamil Nadu Ke Aitihasik Jagah Chola Temple In Hindi
चोल वंश के शासको द्वारा निर्मित करवाए गए ऐतिहासिक मंदिरों में तीन प्रमुख मंदिर हैं। तंजौर में बृहदेशेश्वर मंदिर, दारासुरम में ऐरावतेश्वर मंदिर और गंगईकोंडा चोलपुरम में बृहदेशेश्वर मंदिर खास हैं। तंजोर और चोलपुरम में इन मंदिरों का निर्माण ग्यारवी शताब्दी के दौरान किया गया था। इन मंदिरों से जुडी दिलचस्प बात यह हैं कि जब एक बार राजा चोलन श्रीलंका की यात्रा पर निकले थे और उन्होंने एक सपने से प्रेरित होकर तंजौर में बृहदेश्वर मंदिर का निर्माण करवाया था। चोल मंदिर खुलने का समय सुबह 6:30 बजे रात के 8:30 बजे तक का होता हैं।
चोल मंदिर में कोई प्रवेश शुल्क नही लगती हैं।
और पढ़े: भारत के प्रमुख चौसठ योगिनी मंदिर
28. भारत की ऐतिहासिक घूमने की जगह महाबलिपुरम तमिलनाडु – India Ke Famous Aitihasik Jagah Mahabalipuram In Hindi
महाबलिपुरम मंदिर भारत वर्ष का ऐतिहासिक मंदिर हैं जिसे बनाने में 200 सालो का समय लग गया था। यह भव्य मंदिर द्रविड़ शैली से युक्त हैं मंदिर में की गई पत्थर की नक्काशी पल्लव कला का एक अच्छा उदहारण हैं। महाबलिपुरम में मंडपस नामक 11 मंदिर पहाडियों के ऊपर बने हुए है। इस मंदिर की सबसे दिलचस्प बात गुलाबी ग्रेनाईट से उकेरा गया गंगा मैया के जल भगवान शिव द्वारा धरती कैसे उतरा गया हैं।
मंदिर में प्रवेश करने पर लगने वाला शुल्क 10 रूपये प्रति भारतीय और 334 रूपये प्रति विदेशी नागरिक हैं।
और पढ़े: महाबलीपुरम मंदिर घूमने की जानकारी और प्रमुख पर्यटन स्थल
29. भारत की ऐतिहासिक विक्टोरिया टर्मिनस या छत्रपति शिवाजी टर्मिनस मुंबई – Victoria Terminus And Chhatrapati Shivaji Terminus In Hindi
यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल में शामिल विक्टोरिया टर्मिनस या छत्रपति शिवाजी टर्मिनस जोकि वास्तुकला की एक विक्टोरियन गोथिक शैली का बना हुआ है। यह स्थान महाराष्ट्र राज्य की राजधानी मुंबई का एक प्रमुख रेलवे स्टेशन है। सन 1887 में निर्मित यह मध्य रेलवे का मुख्यालय था। इसे रानी विक्टोरिया के 50 वें जन्म दिन पर निर्मित करवाया गया था। इसके निर्माण में 10 साल लग गए थे।
और पढ़े: मुंबई की यात्रा और मुंबई के दर्शनीय स्थल
30. भारत के ऐतिहासिक स्मारक गोल गुम्बज कर्नाटक – Bharat Me Dekhne Ke Liye Aitihasik Jagah Gol Gumbaz In Hindi
गोल गुम्बज का निर्माण सन 1656 में आदिल शाह राजवंश के सातवें शासक मोहम्मद आदिल शाह का मकबरा है। गोल गुम्बज के निर्माण में 30 साल का वक्त लग गया था। गोल गुम्बज पर्यटकों के लिए सुबह 10 बजे से शाम के 5 बजे तक खुला रहता हैं।
गोल गुम्बज घूमने में लगने वाला शुल्क प्रति भारतीय नागरिक 10 रूपये और प्रति विदेशी नागरिक 100 रूपये है।
और पढ़े: : गोल गुम्बज और इसके प्रमुख पर्यटन स्थान की पूरी जानकारी
इस आर्टिकल में भारत के प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों को जाना है, आपको हमारा ये आर्टिकल केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बतायें।
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Best 30 Indian Historical Places in Hindi – भारत के प्रमुख ऐतिहासिक स्थल
Indian Historical Places in Hindi की इस पोस्ट में हम आपको भारत के कुछ ऐतिहासिक जगहों के बारे में बताएँगे , अपने देश का इतिहास बहुत ही बड़ा है इसलिए यहाँ तमाम ऐतिहासिक स्थल जैसे किले , मन्दिर , गुरुद्वारे , चर्च , मस्जिद , महल , गुफाये आदि शान से खड़े है , इस लेख में हम आपको Indian Monuments in Hindi बताने वाले है |
Indian Historical Places in Hindi – Indian Monuments in Hindi
भारत का इतिहास सच में अत्यंत प्राचीन और उत्कृष्ट रहा है यहाँ के पराक्रमी राजाओ ने अपनी वीरता की तो छाप छोड़ी इसके अतिरिक्त कुछ राजाओ ने अपनी वास्तुकला का भी परचम लहराया और भारत को एक से बढ़कर एक धरोहरे दी जो आज भी मुस्कुरा रही है और कह रही है आइये देखिये हमें महसूस कीजिये भारत को , हमें गर्व होता है हम इतने प्राचीन संस्कृति को अपनाने वाले देश से है |
दोस्तों Indian Historical Places in Hindi की इस पोस्ट से आपको एक ही जगह पर कई सारी ऐतिहासिक स्थलों की जानकारी मिल जाएगी यदि आप भारतीय इतिहास को समीप से देखना चाहते है तो Indian Monuments in Hindi का यह लेख अंत तक अवश्य पढ़े |
List of Indian Historical Places in Hindi – भारत के प्रमुख ऐतिहासिक स्थल
अब देर न करते हुये आपको सामने लाते है भारत के प्रमुख ऐतिहासिक स्थलो की एक लिस्ट जो आपके बड़े काम आने वाली है –
आगरा का किला Agra Ka Kila
शुरुआत करते है उत्तर प्रदेश से और आ जाते है आगरा , आगरा में आगरा का किला एक अनमोल खजाना है जिसे अकबर ने बनवाया था , यह किला अपनी बेजोड़ वास्तुकला के लिए विश्व भर में जाना जाता है |
यह अद्भुत धरोहर यमुना नदी के किनारे पर स्थित है , इस किले की बनावट कुछ अर्धवृत्ताकार की तरह है यह चारो और से ऊँची ऊँची दीवारों से घिरा हुआ है इसके निर्माण में लाल बलुआ पत्थरो का प्रयोग किया गया है |
चलिए अब आगरा के किले से निकलते है और 3 किलोमीटर आगे विश्व की एक बेहतरीन धरोहर जो की सात अजूबो में से एक है इस देखने देश विदेश से पर्यटक सालो भर आते रहते है यदि आप आगरा आयेंगे तो जाहिर सी बात है आगरा का किला और ताज महल जरूर ही देखेंगे | Taz Mahal Ke Baare Me Jankari Ke liye Yahan Click Kare
फतेहपुर सीकरी
आगरा से महज 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित फतेहपुर सीकरी का अपना एक इतिहास है इस शहर को अकबर ने बनवाया था अगर हम मुग़ल कालीन वास्तुकला की बात करे तो फतेहपुर सीकरी इसका एक अनूठा उदहारण होगा इस शहर में बुलंद दरवाजा , दीवान – ए – आम , दीवान – ए – खास, जोधाबाई का महल आदि देखने योग्य स्थल है |
लाल किला – Lal Kila Indian Historical Places in Hindi
यह वही स्थान है जहाँ हर साल भारत के प्रधानमंत्री 15 अगस्त के दिन भारत की शान तिरंगा को फहराते है जी हां भारत के दिल दिल्ली में स्थित लाल किला का बहुत ही स्वर्णिम इतिहास रहा है |
इस ऐतिहासिक विरासत का निर्माण शाहजहाँ ने करवाया था और यह ईमारत भी मुगाकालीन वास्तुकला का एक उत्रष्ट नमूमा है | रंग महल , खास महल , हीरा महल , शाही बुर्ज जैसे भव्य इमारते इसी लाल किले के प्राचीर में स्थित है |
हुमांयू का मकबरा
दिल्ली में ही स्थित यह भी एक विरासत है इस मकबरे में हुमांयू और उनके परिवार की कब्रे दफन है यह जाना माना मकबरा दिल्ली में निजामुद्दीन क्षेत्र में स्थित है |
इस ईमारत को बनाने में लाल बलुआ पत्थरो का प्रयोग किया और इसकी सजावट के लिए संगमरमर का इस्तेमाल किया गया है , हुमांयू के मकबरे के बाहर एक बहुत ही हरा भरा उद्यान है जी की इस ईमारत में चार चाँद लगा देता है |
कमल मन्दिर – लोटस टेम्पल
आप ध्यान देंगे तो Indian Historical Places in Hindi की लिस्ट के बहत सारे स्थल आपको दिल्ली में ही मिल जायेंगे , कमल मंदिर जो की अपने आप में एक अद्भुत प्रकार का मन्दिर है |
नेहरु नगर के पास स्थित है यहाँ किसी भी भगवान् की मूर्ति नहीं है यह मन्दिर दिखने में कमल के फूल जैसा ही है इस भव्य मंदिर का निर्माण बहाई धर्म के प्रमुख बहा उल्लास ने करवाया था यहाँ लोग अपने मन की शांति को पाने के लिए आते है |
Information of Lotus Temple in Hindi
नई दिल्ली में बीच स्थित यह गेट शान से कहता है की दोस्तों मै ही हूँ इण्डिया गेट इस बलुआ पत्थरो से बनी ईमारत की ऊंचाई 42 मीटर है , प्रथम विश्व युद्ध में शहीद हुए सैनिको के नाम इण्डिया गेट पर लिखे है , इण्डिया गेट रात में अत्यंत सुन्दर दीखता है |
कुतुबमीनार – Kutub Meenar Indian Monuments in Hindi
कुतुबमीनार भी मुग़ल कालीन वास्तुकला को दर्शाती है इस बेहतरीन ईमारत को बनवाने में कुतुबुद्दीन ऐबक का अहम् योगदान रहा है यह 5 मंजिला मीनार है और इसकी उंचाई लगभग 72.5 मीटर है इसकी सारी मंजिले बेहद आकर्षक है , कुतुबमीनार परिसर में स्थित लौह स्तम्भ भी खास है | Click Here For Information of Qutub Minar in Hindi
ग्वालियर का किला – Fwalior Fort Indian Historical Places in Hindi
भारत के पराक्रम को दर्शाता ग्वालियर का किला वास्तुकला का एक अनोखा उदहारण है जो चीख चीख के भारत के वीरता के ही गीत गाता है , यह किला मध्य प्रदेश के ग्वालियर में है और एक पहाड़ी पर बना हुआ है |
यह किला मुख्या रूप से दो भागो में है एक मान सिंह पैलेस और दूसरा गुर्जरारी महल इसका एक हिस्से का निर्माण तोमर शासन काल में हुआ तो दुसरे हिस्से का निर्माण मान सिंह तोमर ने बनवाया था |
मैसूर पैलेस कर्नाटक
महाराजा कृष्णराजेंद्र वाडीयार चतुर्थ ने इस भव्य पैलेस का निर्माण करवाया था भारत के कर्णाटक राज्य के मैसूर जिले में स्थित यह महल सच में देखने योग्य जगह है भारत की महान संस्कृति और विरासत को उजागर करता यह महल Indian Monuments in Hindi की लिस्ट में महत्वपूर्ण है |
कल्याण मंडप , शाही हाथी का सोने का हौज , दरबार हाल यहाँ के गज़ब पर्यटन स्थल है जीवन में एक बार इस ईमारत को जरूर देखे सच में राजसी ठाठ बाठ यही देखने को मिलते है |
गोल गुम्बद बीजापुर कर्नाटक
यह ऐतिहासिक स्थल कर्णाटक राज्य के बीजापुर नामक स्थान पर है यहाँ सुलतान मोहम्मद आदिल शाह का मकबरा है इस ईमारत की खास बात यह है की यह लगभग 44 मीटर व्यास की इमारत है और इसमें अन्दर कोई भी खम्बा या बीम जैसा कुछ नहीं है |
गोल गुम्बद में फुसफुसा गैलरी आकर्षण का केंद्र है मौका मिले तो इस अद्भुत गोल गुम्बद को भी देखे |
हम्पी कर्नाटक – Hampi Indian Monuments in Hindi
कर्नाटक का एक मन्दिर जो की तुंगभद्रा नदी के किनारे बना हुआ है अत्यंत विशाल ऐतिहासिक जगह है यह प्राचीन काल में विजयनगर राज्य की राजधानी था |
यहाँ के प्रमुख पर्यटन स्थलों में विरूपाक्ष मंदिर , हाथी अस्तबल, रानी का स्नानागार , विठ्हल मन्दिर , लोटस महल और भी बहुत सी जगह है भारत की ऐतिहासिक इमारतों के लिए हम्पी बेहद प्रसिद्ध है |
स्वर्ण मन्दिर और जलियांवाला बाग़ अमृतसर
गोल्डन टेम्पल स्वर्ण मन्दिर और जलियांवाला बाग़ दोनों Indian Historical Places in Hindi की पोस्ट के दो ऐतिहासिक पॉइंट जो की पंजाब राज्य के अमृतसर शहर में है |
स्वर्ण मंदिर का इतिहास गौरवपूर्ण है यह मंदिर दिखने में अत्यंत शानदार लगता है इसमें सोने की परत चढ़ी हुई है आपको बता दे की स्वर्ण मंदिर एक गुरुद्वारा है तो यहाँ हमेशा सर ढककर ही जाइएगा और यहाँ के लंगर का प्रसाद भी जरूर ले |
जलियांवाला बाग़ तो भारत की आज़ादी के मद्देनज़र बहुत ही महत्वपूर्ण है यहाँ कोई भव्य ईमारत तो नही है लेकिन यह वही स्थल है जहाँ बिना किसी कारण के जनरल डायर ने गोलियां चलवा दी थी जिसमे लगभग 400 लोग शहीद हो गये थे यहाँ आज भी गोलियों के निशान मौजूद है |
विक्टोरिया मेमोरियल कोलकत्ता
पश्चिम बंगाल की यह विरासत ब्रिटिश काल की अनुभूति कराती है यह स्थल अंग्रेजो द्वारा बनवाई एक शाही ईमारत है निसंदेह यह एक स्मारक है जो की महारानी विक्टोरिया याद में बनवाई गई थी |
यह मेमोरियल सहेद रंग के पत्थर से बनी है इस परिसर में रानी विक्टोरिया की एक प्रतिमा भी बनी है यहाँ आपको ब्रिटिश शासन काल की समस्त जानकारी मिल जाएगी |
साँची स्तूप
साँची स्तूप भारत के मध्य में मध्य प्रदेश राज्य में रायसेन जनपद में साँची नमक जगह पर स्थित है यहाँ की कलाकृतियाँ विश्व विख्यात है इसकी स्थापना सम्राट अशोक ने की थी जो मौर्य बंश के शासक थे |
साँची स्तूप प्राकृतिक ख़ूबसूरती से भी ओतप्रोत है यहाँ की हरियाली पर्यटकों का मन मोह लेती है , साँची स्तूप यूनेस्को में शामिल है |
रानी की वाव पाटन गुजरात
गुजरात में पाटन में स्थित रानी की वाव एक सात मंजिला ऐसी बावड़ी है जहाँ की शिल्पकला उत्कृष्ट नक्खाशी कबिलेतारेफ़ है इसे भी यूनेस्को की विश्व धरोहर में शामिल कर लिया गया है इस ऐतिहासिक स्थल को आप 100 रूपये की नयी नोट पर भी देख सकते है |
इसका निर्माण का श्रेय एक विधवा रानी उदयमती द्वारा कराया गया था , यह स्थान सोलंकी वंश की वास्तुकला को हम लोगो तक पहुचाता है , वैसे रानी की वाव एक बहुत ही पुराना कुआ है जिसमे सीढियां बनी हुई है |
मेहरानगढ़ किला जोधपुर राजस्थान
वीरभूमि राजस्थान में एक से बढ़कर एक ऐतिहासिक स्थल है जो चिल्ला चिल्ला कर भारत की वीरता को बताते है मेहरानगढ़ किला जोधपुर से तकरीब 5 किलोमीटर दूर है और शिल्पकला का एक बेहद सुन्दर उदहारण है यह एक पहाड़ी पर बना हुआ है तो इसे हम दूर से ही देख सकते है इसका निर्माण राव जोधाजी ने करवाया था |
चित्तोडगढ – Indian Historical Places in Hindi
चित्तोड़गढ़ को हम अगर वीरो की भूमि कहे तो एकदम सत्य होगा राजस्थान के उदयपुर शहर से लगभग 110 किलोमीटर दूर यह स्थान है यह एक पहाड़ पर बना हुआ है यह बहुत बड़ा किला है दोस्तों चित्तोड़गढ़ वही स्थान है जिसने कर्णावती , भामाशाह जैसे वीर भारत को दिए थे , यहाँ आपको कई झीले देखने को मिलेंगी |
कुम्भलगढ़ किला
कुम्भलगढ़ किला Indian Monuments in Hindi की लिस्ट में शामिल राजस्थान की एक ऐतिहासिक धरोहर है जो राजसमन्द जिले में स्थित है इस दुर्ग को महाराणा कुम्भा ने बनवाया था , कुम्भलगढ़ महाराणा प्रताप की जन्मस्थली है यह दुर्ग हमेशा अजेय रहा है यह किला अरावली की पहाडियों में बना हुआ है |
हवा महल , जल महल , आमेर का किला
हवा महल , जल महल , आमेर का किला यह तीनो भव्य इमारते और किला जयपुर में स्थित है इनका नाम तो आपने जरूर सुना होगा जब Indian Historical Places in Hindi की बात हो रही है तो मै जयपुर की इन तीन शान को कैसे छोड़ देता वैसे तो जयपुर में आप इनके आलावा जयगढ़ किला नाहरगढ़ किला भी देख सकते हो |
Jaipur Darshan Ki Jankari yahan Padhe
जैसमलेर किला – Best Indian Monuments in Hindi
राजस्थान की इस शान के कई नाम है जैसे सोनार किला और स्वर्ण किला और ऐसा इसलिए है क्यूंकि यहाँ लगे बलुआ पत्थर सूर्यास्त के समय सोने के तरह चमकते है अच्छा यह एक ऐसा किला है जहाँ अब भी लोग रहते है यह किला मुग़ल और राजपूत शेली का लगता है |
बीबी का मक़बरा औरंगाबाद महारास्ट्र
महारास्ट्र राज्य के औरंगाबाद जिले में स्थित यह बीबी का मकबरा औरंगजेब ने बनवाया था अपनी पत्नी की याद में बनवाया था या ये भी कह सकते है इसे औरंगजेब के बेटे आज़मशाह ने अपनी माँ की याद में बनवाया था इसकी तुलना ताजमहल से की जाती रही है , इसे दक्कन का ताज भी कहते है |
अजन्ता और एल्लोरा की गुफाये
महारास्ट्र राज्य में ही स्थित यह दो अलग अलग गुफाये और दोनों ही औरंगाबाद जिले में स्थित है , अजंता की गुफाये औरंगाबाद से लगभग 105 किलोमीटर की दूरी पर है |
ये गुफाये विशाल पहाड़ को काटकर बनाई गई है इन गुफाओं में बौद्ध धर्म देखने को मिलता है यहाँ की तस्वीरे , शिल्पकला बहुत ही अच्छी है यहाँ कुल 29 गुफाये है |
एलोरा की गुफाये औरंगाबाद से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर है इसमें कुल 34 गुफाये है और ये हिन्दू , बौद्ध और जैन धर्म के अनुसार बनी हुई है |
गेटवे ऑफ़ इण्डिया , मुम्बई
I ndian Monuments in Hindi की लिस्ट में महारास्ट्र राज्य में मुंबई शहर की सबसे बड़ी शान है गेटवे ऑफ इण्डिया , इसे मुंबई का ताज महल भी कहा जाता है यह एक बेहद भव्य ऐतिहासिक विरासत है |
चारमीनार , हैदराबाद
मोहम्मद कुली क़ुतुब शाही ने चारमिनार का निर्माण करवाया था इसे प्लेग की महामारी समाप्त होने की ख़ुशी में बनवाया गया था , यह हैदराबाद के बस स्टैंड से महज 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है इसकी भव्यता देखनी तो अनुरोध है आपसे एक बार इसे देख आइये |
कोणार्क का सूर्य मंदिर
ओड़िसा राज्य के कोणार्क शहर में स्थित सूर्य मन्दिर एक ऐसी एतिहासिक विरासत है जो की यूनेस्को की विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल है इस मंदिर को कुछ लोग ब्लैक पगोडा नाम से भी जानते है , यह मंदिर सूर्य के रथ के आकार में बना हुआ है हालाँकि यह अब जीर्ण शीर्ण हो रहा है | Konark Surya Mandir ki Jankari
खजुराहो मध्य प्रदेश – Khajuraho Indian Monuments in Hindi
खजुराहो है तो एक गाँव लेकिन यहाँ अपना एक हवाई अड्डा भी है यह आज बहुत बड़ा पर्यटक स्थल बन चूका है , खजुराहो मुख्यता हिन्दू और जैन धर्म के लिए जाना जाता है यहाँ के मंदिर चंदेल राजाओ ने बनवाये थे जो की अति प्राचीन किन्तु भव्य है |
यहाँ आपको कामसूत्र की कई कलाओ के चित्र भी देखने को मिलेंगे गज़ब की कलाकारी की गई है यहाँ , यह स्थल छतरपुर जिले में है |
चोल मंदिर तमिलनाडु
तमिलनाडु का एक लोकप्रिय और ऐतिहासिक मंदिर है चोल मंदिर इसको चोल शाशको द्वारा बनवाया गया था यहाँ तीन मुख्या मंदिर है जो की द्रविड़ शेली में बने है ये तीन मंदिर है ब्रहादेश्वर तंजावुर , एरावतेश्वर मंदिर दरासुराम और गंगाईकोंडाचोलिस्वरम जिसमे तंजावुर का मंदिर शिवजी को समर्पित है , यह तीनो मंदिर सच में शानदार है |
झाँसी का किला
उत्तर प्रदेश में स्थित झाँसी का किला भी किसी से पीछे नहीं महँ सेनानी रानी लक्ष्मीबाई की याद बसी है इस झाँसी के किले में , इसे बुन्देल राजा बीरसिंह जूदेव ने बनवाया था यह एक विशाल किला है जो की एक पहाड़ी पर बना है और इसके दो तरफ गहरी खाई है |
झाँसी का किला घूमने की समस्त जानकारी
भारतीय ऐतिहासिक स्थलों से सम्बन्धित प्रश्न –
Indian Historical Places in Hindi से मतलब है भारत के प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों की जानकारी हिन्दी में |
ताज महल , लाल किला , हुमायूँ का मकबरा आदि है |
हम एक ऐसे देश में रहते है जहाँ कई संस्कृति कई धर्म है आपने Indian Historical Places in Hindi की पोस्ट में देखा की इसमें हिन्दू धर्म जैन धर्म बौद्ध धर्म , चोल वंश , मुग़ल काल आदि की बात की गई है इसीलिए भारत को एक महान देश कहा जाता है Indian Monuments in Hindi की यह लिस्ट आपके अवश्य काम आएगी |
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25 famous monuments of india in hindi – प्रसिद्ध भारतीय स्मारक की जानकारी.
25 Famous Monuments of India in Hindi – प्रसिद्ध भारतीय स्मारक की जानकारी
इसमें भारत के स्मारक और स्थान का भी विशद जिक्र किया गया है। यह स्मारक इतिहास की कई घटनाओं को अपने में समेटे हुए हैं। भारतवर्ष का इतिहास की बात करें तो यह इतना समृद्ध है कि यहाँ की ऐतिहासिक स्थल भारत की जीवंत संस्कृति को प्रदर्शित करता है।
भारत के हर भूभाग में कोई न कोई ऐतिहासिक स्थल, प्राचीन मंदिर, भव्य महल और किले देखने को मिल जायेंगे। इन ऐतिहासिक स्थलों के निर्माण के पीछे वीरता, शौर्य, भक्ति और प्यार कुछ न कुछ कारण रहा है।
इस आर्टिकल में टॉप 25 भारतीय राष्ट्रीय स्मारक ( monument name in hindi ) का संक्षिप्त वर्णन किया गया है। हमें आशा है भारत के प्रमुख स्मारकों के नाम और उनके विषय में जानकारी पढ़ने के बाद आप भारतीय ऐतिहासिक स्मारकों के महत्व और इतिहास से अवगत हो सकेंगे।
1. राष्ट्रपति भवन
( Rashtrpati Bhavan – famous Monuments of India in Hindi)
यह भारत के राष्ट्रपति का निवास स्थान है। राष्ट्रपति भवन रायसीना पहाड़ी पर अवस्थित है, जिसे इंडिया से देखा जा सकता है। आजादी से पहले यह ब्रिटिश वाइसराय का आवास था। इसका डिजाइन ब्रिटिश वास्तुकार एडविन लैंडसिर ल्यूटियन ने तैयार किया था।
लगभग 340 कमरे वाले इस भवन को बनाने में लगभग 17 वर्ष का समय लगा। राष्ट्रपति भवन के परिसर में एक बेहद खूबसूरत गार्डन है जो मुगल गार्डन के नाम से प्रसिद्ध है।
यह गार्डन अनेक प्रकार के फूलों से भरा है जिसमें सकड़ों किस्म के गुलाब सुशोभित हैं। मुगल गार्डन हर वर्ष फरवरी-मार्च में पब्लिक के लिए खोला जाता है।
2. लाल किला -( Lal Qila – Historical Monuments of India in Hindi )
भारत का यह ऐतिहासिक स्थल पुरानी दिल्ली में यमुना के पास स्थित है। लाल बलुआ पत्थरों से निर्मित होने के कारण इस इमारतों के नाम लाल किला रखा गया। इसका निर्माण महान मुगल सम्राट शाहजहां ने कराया था।
लाल बलुआ पत्थरों के उपयोग के कारण इसके दीवारों का रंग लाल है। इस कारण ही इसे ‘लाल किला’ कहा जाता है। लाल किला अपने अनुपम वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है।
अपने अनुपम आर्किटेक्चर के कारण सालों भर पर्यटक को अपनी ओर आकर्षित करता है। यूनेस्को के द्वारा साल 2007 में इसे विश्व धरोहर की सूची में सम्मिलित किया गया। हर वर्ष 15 अगस्त के अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री द्वारा यहॉं तिरंगा फहराया जाता है।
इन्हें पढ़ें : – लाल किला का इतिहास और पूरी जानकारी
3. इंडिया गेट – Historical Monuments of India India Gate in Hi ndi
इंडिया गेट असल में एक शहीद स्मारक है। इसका निर्माण प्रथम विश्व युद्ध और अफ़गान युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों के याद में कराया गया था। इंडिया गेट भारत की राजधानी दिल्ली में राष्ट्रपति भवन के ठीक सामने राजपथ पर स्थित है।
इसके वास्तुकार सर एडवर्ड लुटियन को माना जाता है जिन्होंने इसका डिजाइन तैयार किया। इसके दीवारों पर लगभग 13,300 शहीद सैनिकों का नाम अंकित हैं।
इंडिया गेट पर 26 जनवरी के अवसर पर भव्य परेड का आयोजन होता है। इसके नीचे अमर जवान ज्योति अनवरत जलता रहता गया है। भारत के राष्ट्रीय स्मारक की सूची इंडिया गेट का नाम शामिल है।
इन्हें भी पढ़ें – इंडिया गेट का इतिहास और पूरी जानकारी
4. गेटवे ऑफ इण्डिया Gateway of India Mumbai – Indian monuments in hindi
गेटवे ऑफ इण्डिया भारत का आर्थिक राजधानी मुबई में समुद्र के किनारे स्थित है। गेटवे ऑफ इण्डिया की उचाई 26 मीटर के लगभग है। इसक वास्तुकार जार्ज विंटैन्ट का माना जाता है। जिन्होंने गेटवे ऑफ इंडिया का डिजाइन तैयार किया था।
इसे वर्ष 1911 ईस्वी में ब्रिटेन के राजा जार्ज पंचम के भारत आगमन की याद में बनवाया गया था। भारत के प्रमुख स्थलों के नाम की सूची में गेटवे ऑफ इण्डिया भी सम्मिलित है।
इन्हें भी पढ़ें – मुंबई का इतिहास और प्रमुख दर्शनीय स्थल की जानकारी
5. ताजमहल Taj Mahal – a historical monuments of india in Hindi
ताजमहल भारत के एतिहासिक शहर आगरा में पवित्र यमुना नदी के किनारे अवस्थित है। ताजमहल अपने आकर्षन के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है।
प्यार की निशानी ताजमहल खूबसूरती का वेजोड़ उदाहरण है। सफेद संगमरमर से निर्मित इस ताजमहल को शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज महल की याद में बनवाया था। यूनेस्को ने वर्ष 1983 में इसे विश्व धरोहर के रूप में अपने लिस्ट में शामिल किया।
विस्तृत जानकारी के लिए क्लिक करें – ताजमहल का अद्भुत सौन्दर्य व इतिहास
6. स्वर्ण मंदिर – Monuments of India in Hindi language
पंजाव के अमृतसर में स्थित इस स्वर्ण मंदिर को श्री हरमंदिर साहिब या दरबार साहिब के नाम से भी जाना जाता है। यह सिक्ख समुदाय का सबसे पवित्र स्थल है। इस मंदिर का निर्माण गुरु अर्जुन देव ने कराया था।
पवित्र सरोवर के मध्य में स्थित यह मंदिर विश्व के सर्वोतम वास्तुकला का अनुपम उदाहरण है।
7. जंतर मंतर – Monuments of India Jantar Mantar in Hindi
मोनुमेंट्स ऑफ़ इंडिया इन हिंदी में जंतर मंतर का नाम प्रसिद्ध है। यह एक खगोलीय वेधशाला है। इस स्मारक का निर्माण जयपुर के महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय के द्वारा करवाया गया था।
इसका निर्माण 1724 ईस्वी में पूरा हुआ था। यह वेधशाला प्राचीन भारत की विज्ञान के क्षेत्र में उन्नति को दर्शाता है।
भारत के अन्य राज्यो में भी इस तरह के वेधशालाओं का निर्माण किया गया था। दिल्ली का जंतर मंतर उन पाँच वेधशालाओं में प्रमुख माना जाता है जिसे विशाल मेसनरी उपकरणों के साथ निर्मित किया गया।
8. कुतुबमीनार Qutub Minar – historical monuments of india in hindi language
कुतुबमीनार भारत की राजधानी दिल्ली के महरौली नामक स्थान पर स्थित है। इसकी स्मारक की नींव सन 1199 में दिल्ली के प्रथम मूस्लिम शासक कुतुबुद्दीन ऐबक ने किया था। उसके बाद इसका बाकी निर्माण कार्य इल्तुतमिश ने कराया था। कुतुबुद्दीन ऐबक के नाम पर ही इसका नाम कुतुबमीनर पड़ा।
भारतीय और इस्लामिक वास्तुशैली में निर्मित इसकी उचाई लगभग 72.5 मीटर है। इस स्मारक को यूनेस्को ने 1993 में विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया। कुतुबमीनार के परिसर में चौथी सदी का बना हुआ आयरन पिलर (लोहे का स्तम्भ) विराजमान हैं।
हजारों वर्ष के बावजूद भी इस पिलर में जंग नहीं लगना अपने-आप में आश्चर्य की बात है।
9. हुमायूँ का मकबरा Humayu’s tomb
यह स्मराक दिल्ली में पुराने किले के पास निजामुद्दीन पूर्व क्षेत्र में स्थित है। इस मक़बरे का निर्माण मुगल शासक हुमायूँ की बेगम ने 1562 ईस्वी में कराया था। मक़बरे के अंदर मुगल सम्राट हुमायूँ की कब्र उपस्थित है।
हुमायूँ का मक़बरा भारत मे मुगल शैली और फारसी स्थापत्य कला का अनुपम उदाहरण है। इस मकबरे के वास्तुकार मिरक मिर्जा घियाथ को माना जाता है। इस मकबरे का निर्माण लाल बलुआ पत्थर से किया गया है।
यनेस्को द्वारा इस मकबरे को बर्ष 1993 में विश्व धरोहर की सूची में मिलाया गया। कहते हैं की इसके निर्माण में 15 लाख रुपये खर्च हुए थे।
10. हवा महल Hawa Mahal
हवा महल भारत के गुलाबी शहर के नाम से मशहूर जयपुर में स्थित है। पांच मंजिला यह स्मारक अपनी खूबसूरती के कारण पर्यटक का आकर्षण का केंद्र रहा है। इसका निर्माण महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने 1798 ईस्वी में किया था।
इसका निर्माण भी लाल बलुआ पत्थरों से किया गया है। हवा महल के वास्तुकार लाल चंद उस्ता को माना जाता है जिन्होंने हवा महल का डिज़ाइन तैयार किया था। वास्तुकला के दृष्टि से यह महल अपना खास स्थान रखता है।
महल में आबाध रूप से हवा का प्रवेश के लिए 950 से भी अधिक खिड़कियाँ बनायी गयी है।
इन्हें भी पढ़ें :- ह वा महल बिना नींव की इमारत की सम्पूर्ण जानकारी
11. सांची का स्तूप Sanchi Stupa –
सांची का स्तूप बौद्ध धर्म के प्रमुख स्तूपों में प्रमुख माना जाता है। यह भारत के मध्य प्रदेश राज्य में रायसेन में स्थित है। सांची का स्तूप की गिनती एक एतिहासिक धार्मिक स्थलों में की जाती है।
इसका निर्माण मौर्य वंश के शासक महान प्रतापी सम्राट अशोक के द्वारा करवाया गया था। इस स्मारक को भगवान गौतम बुद्ध के कुछ अवशेष को सुरक्षित रखने के लिए बनवाए गये थे। इस स्मारक को सदभाव, शांति, का प्रतीक माना जाता है।
मध्ययुगीन वास्तुकला का सबसे सुन्दर उदाहरण इस स्तूप में देखने को मिलता है। सांची के स्तूप की तस्वीर को पहली बार दो सौ के नोट पर छापी गयी थी।
1 2. विक्टोरिया मेमोरियल – monuments of india in hindi language
विक्टोरिया मेमोरियल भारत के कोलकता शहर में स्थित है। भारत में रानी विक्टोरिया के 25 वर्ष के शासन काल के पूरा होने के उपलक्ष्य में इसका निर्माण हुआ था। इस स्मारक का निर्माण राजस्थान के मकराना से लाए गये संगमरमर से किया गया था।
लगभग 64 एकड़ भूमि पर फ़ैला यह इमारत प्रतिवर्ष हजारों पर्यटक को अपनी ओर आकर्षित करता है। यह भारत के प्रसिद्ध और सुंदर स्मारकों में से एक है जिसका निर्माण 1921 में हुआ था।
जार्ज पंचम ने वर्ष 1906 में इस स्मारक की आधारशिला रखी थी। इस स्मारक में टीपू सुल्तान की तलवार रखी गई है।
13. छत्रपति शिवाजी टर्मिनल Chatrapati Shivaji te rminal
छत्रपति शिवाजी टर्मिनल का पहला नाम विक्टोरिया टर्मिनल था। यह भारत के आर्थिक राजधानी मुंबई में स्थित एक एतिहासिक रेलवे स्टेशन है। इसके भवन का डिजाइन एक ब्रिटिश वास्तुकार एफ डब्लू स्टीवेंस ने किया था।
वर्ष 1887 में इस टर्मिनल का निर्माण कार्य की शुरुआत हुआ जो लगभग 10 वर्ष में बनकर तैयार हुआ। विक्टोरियन गोथिक शैली में बना इस स्मारक में भारतीय स्थापत्य कला का संगम भी साफ नजर आता है।
यूनेस्को ने इसे वर्ष 2004 में विश्व धरोहर के सूची में सम्मिलित किया।
14. आगरा का किला Agra Red Fort
आगरे का किला मुगल वास्तुकला का अनुपम उदाहरण पेश करता है। कहते हैं की इस किला का निर्माण कार्य अकबर ने शुरू किया था। जिसे शाहजहॉं ने पूरा किया। यह भारत के आगरा शहर में ताजमहल के उदधानों के पास स्थित है।
लाल बलुआ पत्थर से बना इस किला को आगरा का लाल किला भी कहा जाता है। प्रसिद्ध मयूर सिंहासन आगरा के किला में ही था। जिसे शाहजहां द्वारा दिल्ली राजधानी ले जाने पर शिफ्ट कर दिया गया।
पहले मुगल शासक इसी किला से राज्य के शासन् को संभालते थे। 1666 में इसी किला में शाहजहां की मृत्यु हुई। विशेष जानकारी के लिए आगरे का लालकिला का इतिहास पढ़ें।
इन्हें भी पढ़ें –
फतेहपुर सीकरी का इतिहास और जानकारी
15. चारमीनार Charminaar
यह तेलांगना की राजधानी हैदराबाद शहर में अवस्थित प्रसिद्ध स्मारक है। चार मीनार हैदरवाद रेलवे स्टेशन से महज 7 किमी की दूरी पर है। इतिहासकारों के अनुसार इसका निर्माण सुल्तान मुहम्मद क़ुली क़ुतुबशाह के द्वारा कराया गया था।
मुहम्मद क़ुली क़ुतुबशाह ने इसका निर्माण शहर से प्लेग की समाप्ति की खुशी में सन 1591 ईस्वी मे कराया था। यह मीनार ग्रेनाइट के सुंदर चौकोर खंभों से बना है।
चार मीनारों से मिलकर बने होने की कारण ही इसे चार मीनार कहा जाता है। चार मीनार हैदराबाद की पहचान है।
इन्हें भी पढ़ें :- चार मीनार का इतिहास और जानकारी
16. बुलंद दरवाजा Buland Darwaza
बुलंद का मतलव होता है ऊँचा। बुलंद दरवाजा को दुनियाँ का सबसे बड़ा दरवाजा(प्रवेश द्वार) के रूप में जाना जाता है। यह स्मारक आगरा से 43 किमी दूर फतेहपुर सीकरी नामक जगह पर स्थित है।
फतेहपुर सीकरी के इतिहास से यह पता चलता है की यह स्थल सन 1571 से लेकर 1585 तक मुगल सल्तनत की राजधानी थी।
महान मुगल बादशाह सम्राट अकबर ने 1602 ईस्वी में इसका निर्माण करवाया था। अकबर ने इसका निर्माण गुजरात विजय की खुशी के उपलक्ष्य में किया था। बुलंद दरवाजा का निर्माण लाल बलुआ पत्थरों और सफेद संगमरमर के द्वारा किया गया है।
बुलंद दरवाजा पर बाइविल की कुछ पंक्ति लिखी हुई है जो अकबर के धार्मिक सहिष्णुता को दर्शाता है।
इन्हें भी पढ़ें – बुलंद दरवाजा का इतिहास और जानकारी
17. बड़ा इमामबाड़ा Bada Imambara – MONUMENTS OF INDIA IN HINDI
बड़ा इमामबाड़ा भारत के उत्तरप्रदेश राज्य के लखनऊ शहर में स्थित प्रसिद्ध स्मारक है। बड़ा इमामबाड़ा उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का ऐतिहासिक पहचान है। इसका वास्तुकार आसफ़उद्दौला को माना जाता है जिन्होंने इसका डिजाइन तैयार किया।
इस इमामबाड़ा का निर्माण नबाब आसफ-उद दौला के द्वारा सन् 1784 ईस्वी में कराया गया था। इस इमामबाड़े का निर्माण भारतीय और ईरानी शैली में किया गया है। इस एतिहासिक स्मारक में विश्व प्रसिद्ध भूलभुलैया बनी है। जो अनचाहे प्रवेश करने वालों को रास्ता भुला देती है।
इसका निर्माण राज्य में पड़े अकाल से निपटने हेतु किया गया था। इस इमामबाड़े में एक मस्जिद भी स्थित है। कहते हैं की वहों अन्य धर्मों के लोगों का प्रवेश वर्जित है।
18. जामा-मस्जिद Jama Masjid
जामा मस्जिद भारत की राजधानी दिल्ली में लाल किला के पास स्थित है। इसका निर्माण मुगल सम्राट शाहजहां ने लाल बलुआ पत्थर और सफेद संगमरमर से करवाया था। सन् 1656 ईस्वी में निर्मित यह मस्जिद दुनियाँ की सबसे बड़ी मस्जिद कहलाती है।
इसे मस्जिद – ए – जहानुमा भी कहा जाता है। जिसका मतलव होता है विश्व पर विजय दृष्टिकोण वाली मस्जिद। इस मस्जिद में एक साथ लगभग 25000 लोग मिलकर नमाज अदा कर सकते हैं। 11 मेहराबों से मिलकर बना इस मस्जिद के निर्माण में 6 वर्ष का समय लगा था। कहते हैं की इस मस्जिद के निर्माण में 10 लाख रुपए खर्च हुए थे।
19. प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय
भारत के प्राचीन स्थलों के नाम की सूची में नालंदा विश्वविद्यालय का नाम प्रसिद्ध है। यह प्राचीन भारत में शिक्षा का बहुत बड़ा केंद्र था तथा विश्व का प्रथम विश्व विध्यालय कहलाता है।
इसका अवशेष पटना से लगभग 90 किमी दूर नालंदा जिले में मिलता है। इतिहासकारों के अनुसार दुनियाँ की अति प्राचीन विश्वविद्यालय की स्थापना 5 वीं शताब्दी में हुआ था।
दुनियाँ भर से लोग अध्ययन करने नालंदा आते थे। चीनी यात्री हवेंसांग भी 12 वीं शताब्दी में अध्ययन के लिए नालंदा आए थे। इस विश्वविद्यालय में 10 हजार से ज्यादा छात्रों की रहने की व्यवस्था थी।
इन्हें भी पढ़ें – नालंदा विश्व विध्यालय का इतिहास और जानकारी , जानिये आखिर क्यों वखतीयर खिलजी ने नालंदा विश्व विद्यालय को नष्ट कर आग लगा दी,
20. पुराना किला Purana Qila
दिल्ली का पुराना किला, यमुना नदी के तट पर एक पहाड़ी पर स्थित है। इसके अंदर के मस्जिद में अष्टभूजी स्तम्भ अवस्थित है। विदानों के अनुसार यही स्थल पांडवों की विशाल राजधानी इन्द्र प्रस्थ थी। दिल्ली के पुराने किला का निर्माण शेर शाह सूरी ने किया था। जिन्होंने मुगल सम्राट हुमायूँ से गद्दी छिन लिया था।
21. विजय स्तम्भ Vijaya Stambh Monuments in Hindi
विजय स्तम्भ भारत के राजस्थान राज्य के चित्तौड़गढ़ में स्थित है। अपनी अनुपम स्थापत्य कला के कारण यह प्रतिवर्ष हजारों पर्यटक को अपनी ओर आकर्षित करता है।
लगभग 120 फ़ीट ऊंचा इस नौ मंजिला इमारत का निर्माण मेवाड़ के राजा राणा कुम्भा ने किया था। उन्होंने इस स्तम्भ का निर्माण मालवा और गुजरात में महमूद खिलजी को हराने की खुशी में बनवाया था।
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22. बीबी का मकबरा Bibi ka Maqbara
बीबी का मकबरा की तुलना ताजमहल से की जाती है। इस कारण इसे दक्षिण का ताज कहकर भी पुकारा जाता है। यह मकबरा महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में स्थित है। इसका निर्माण आजम शाह के द्वारा अपनी माँ दिलराज बानू बेगम की याद में किया गया था।
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23. जूनागढ़ किला राजस्थान Junagarh Qila
अपनी भव्यता और खूबसूरती के लिए मशहूर यह किला राजस्थान के बीकानेर में स्थित है। इसी किले के चारों तरफ खूबसूरत बीकानेर शहर बसा हुआ है। पहले इस किले को बीकानेर किला के नाम से जाना जाता है।
लेकिन बाद में इसका नाम बदल कर जूनागढ़ किला रखा गया। जूनागढ़ के किले को बनवाने का श्रेय महाराजा रायसिंह को जाता है।
24. अजंता की गुफाएं Ajanta Caves – historical monuments of india in hindi
बौद्ध धर्म के द्वारा प्रेरित अजंता की गुफ़ाएं महाराष्ट्र में औरंगाबाद से करीव 107 किमी की दूरी पर स्थित है। अजंता की गुफ़ाएं 29 गुफाओं का एक शृंखला है जो गुफा चित्रकारी का अनुपम उदाहरण है।
इन गुफाओं में बने चैत्य कक्ष का उपयोग बौद्ध भिक्षुयों के द्वारा साधना और ध्यान के लिए किया जाता था। इस गुफाओं के दीवारों और इसके छतों पर भगवान बुद्ध के जीवन से सम्बंधित चित्रकारी की गई है।
वर्ष 1983 ईस्वी में यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर की सूची में सम्मिलित किया।
25. एलीफेंटा की गुफाएं – monuments of india Elephants Caves in hindi language
एलीफेंटा के गुफ़ाएं मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया से 10 किमी की दूरी पर स्थित है। एलीफेंटा को धारापूरी जैसे, प्राचीन नामों से भी जाना जाता है। गुफा में निर्मित मंदिर भगवान शिव को समर्पित है।
यह गुफ़ाएं सात गुफाओं का एक शृंखला है। इन सारे गुफाओं में महेश मूर्ति गुफा सबसे महत्वपूर्ण है। इस गुफा में भगवान शिव के अर्धनारीश्वर रूप और नटराज की मूर्तियों प्रसिद्ध है।
इस गुफा को राष्ट्र कूट राजाओं के द्वारा 8 वीं शतावदी के दौरान खोज गया था। एलीफेंटा के इस गुफ़ाएं को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर के लिस्ट में शामिल किया गया।
आपको 25 FAMOUS MONUMENTS OF INDIA IN HINDI शीर्षक वाला यह लेख जरूर पसंद आया होगा। अपने कमेंट्स से जरूर अवगत कराएं। अगर आप monuments name in hindi को गूगल में सर्च कर रहें हैं तो यह लेख आपकी मदद कर सकता है।
इसके अलावा Indian Historical Monuments की सूची में निम्नलिखित नाम प्रसिद्ध हैं।
- आगरा का किला Agra Red Fort,
- दिलवाड़ा का जैन मंदिर Dilwara Jain temple,
- एतमातुद्दौला का मकबरा Tomb of Ettamadawalla,
- मोती मस्जिद Moti Masjid,
- कोर्णाक का सूर्य मंदिर Konark Surya Temple,
- कमल मंदिर Lotus temple,
- सोमनाथ मंदिर Somnath temple,
- मैसूर राजमहल, मैसूर,
- मीनाक्षी मंदिर, मदुराई,
इन्हें भी पढ़ें : –
- बिहार के 11 दर्शनीय स्थल की जानकारी
- प टना के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल
अक्सर पूछे जाने वा ले सवाल ( F.A.Q)
प्रश्न – भारत में कौन से स्मारक का निर्माण सबसे पहले हुआ था.
प्राचीन काल में भारत में मंदिर निर्माण का अत्यधिक चलन था। मौर्य साम्राज्य के विस्तार के बाद स्मारक का संभवतः चलन शुरू हुआ। उनके शासनकाल में सबसे पहले सांची का स्तूप और अशोक स्तम्भ आदि का निर्माण कार्य हुआ।
भारत के ऐतिहासिक स्थल कौन कौन से हैं?
भारत में अनेकों ऐतिहासिक स्थल हैं जिसमें सांची का स्तूप, अशोक स्तम्भ, छित्तोरगढ़ का किला, लाला किला आदि अनेकों नाम हैं।
भारत का सबसे प्राचीन स्मारक कौन सा है?
भारत का सबसे प्राचीन स्मारक में अजंता और एलोरा की गुफा का नाम लिया जा सकता है। इसके निर्माण गुप्त वंश के शासन काल में हुआ था।
बाहरी कड़ियाँ (External links)
monuments of india in hindi wikipedia
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दोस्तो इस अध्याय के माध्यम से आप प्रसिद्ध भारतीय स्मारक ताज महल, लाल किला, गेटवे ऑफ इंडिया, सेंट केथेड्रल चर्च, कुतुब मीनार, चारमीनार, रानी की वाव, बड़ा गुंबद, सफदरजंग का मकबरा, सेल्यूलर जैल, सांची के स्तूप और बुलंद दरवाजा जैसे भारत में मौजूद सबसे ऐतिहासिक स्थलों के बारे मे महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते है, जिनके बारे में पढ़कर आप अपना सामान्य ज्ञान बढ़ा सकते है।
ऐतिहासिक स्मारक (27 LESSONS)
आगरा उत्तर प्रदेश के एतमादुद्दौला का मकबरा का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी.
आइये इस पेज के माध्यम से जानें एत्माद उद दौला आगरा उत्तर प्रदेश का इतिहास, रोचक तथ्य, खुलने का समय, प्रवेश शुल्क, संस्थापक, निर्माता, निर्माण वर्ष, वास्तुकला/वस्तुशैली इत्यादि।
लखनऊ उत्तर प्रदेश के बड़ा इमामबाड़ा का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
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फतेहपुर सीकरी उत्तर प्रदेश के बुलंद दरवाजा का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
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आगरा उत्तर प्रदेश के अकबर का मकबरा का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
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मुंबई महाराष्ट्र के गेटवे ऑफ इंडिया का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
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बागलकोट कर्नाटक के पट्टडकल स्मारक समूह का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
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आगरा उत्तर प्रदेश के ताजमहल का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
आइये इस पेज के माध्यम से जानें ताजमहल आगरा उत्तर प्रदेश का इतिहास, रोचक तथ्य, खुलने का समय, प्रवेश शुल्क, संस्थापक, निर्माता, निर्माण वर्ष, वास्तुकला/वस्तुशैली इत्यादि।
औरंगाबाद महाराष्ट्र के बीबी का मकबरा का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
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साउथ डेकोटा संयुक्त राज्य अमेरिका के माउंट रशमोर का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
आइये इस पेज के माध्यम से जानें माउंट रशमोर राष्ट्रीय स्मारक दक्षिण डकोटा उसा का इतिहास, रोचक तथ्य, खुलने का समय, प्रवेश शुल्क, संस्थापक, निर्माता, निर्माण वर्ष, वास्तुकला/वस्तुशैली इत्यादि।
मध्य प्रदेश के साँची के स्तूप का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
आइये इस पेज के माध्यम से जानें सांची स्तूप रायसेन मध्य प्रदेश का इतिहास, रोचक तथ्य, खुलने का समय, प्रवेश शुल्क, संस्थापक, निर्माता, निर्माण वर्ष, वास्तुकला/वस्तुशैली इत्यादि।
पोर्ट ब्लेयर अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह के सेल्यूलर जेल का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
आइये इस पेज के माध्यम से जानें सेलुलर जेल पोर्ट ब्लेयर का इतिहास, रोचक तथ्य, खुलने का समय, प्रवेश शुल्क, संस्थापक, निर्माता, निर्माण वर्ष, वास्तुकला/वस्तुशैली इत्यादि।
लोधी गार्डन नई दिल्ली के बड़ा गुम्बद का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
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गोवा के सेंट केथेड्रल चर्च का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
आइये इस पेज के माध्यम से जानें से कैथेड्रल गोवा का इतिहास, रोचक तथ्य, खुलने का समय, प्रवेश शुल्क, संस्थापक, निर्माता, निर्माण वर्ष, वास्तुकला/वस्तुशैली इत्यादि।
दिल्ली के हुमायूँ का मक़बरा का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
आइये इस पेज के माध्यम से जानें हुमायूँ का मकबरा दिल्ली का इतिहास, रोचक तथ्य, खुलने का समय, प्रवेश शुल्क, संस्थापक, निर्माता, निर्माण वर्ष, वास्तुकला/वस्तुशैली इत्यादि।
राजपथ मार्ग नई दिल्ली के इंडिया गेट का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
आइये इस पेज के माध्यम से जानें इंडिया गेट दिल्ली का इतिहास, रोचक तथ्य, खुलने का समय, प्रवेश शुल्क, संस्थापक, निर्माता, निर्माण वर्ष, वास्तुकला/वस्तुशैली इत्यादि।
चांदनी चौक दिल्ली के लाल किला का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
आइये इस पेज के माध्यम से जानें लाल किला चांदनी चौक दिल्ली का इतिहास, रोचक तथ्य, खुलने का समय, प्रवेश शुल्क, संस्थापक, निर्माता, निर्माण वर्ष, वास्तुकला/वस्तुशैली इत्यादि।
इलाहाबाद उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद का किला का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
आइये इस पेज के माध्यम से जानें इलाहाबाद किला उत्तर प्रदेश का इतिहास, रोचक तथ्य, खुलने का समय, प्रवेश शुल्क, संस्थापक, निर्माता, निर्माण वर्ष, वास्तुकला/वस्तुशैली इत्यादि।
रोम इटली के कोलोसियम का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
आइये इस पेज के माध्यम से जानें कालीज़ीयम रोम इटली का इतिहास, रोचक तथ्य, खुलने का समय, प्रवेश शुल्क, संस्थापक, निर्माता, निर्माण वर्ष, वास्तुकला/वस्तुशैली इत्यादि।
पंजाब पाकिस्तान के तक्षशिला का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
आइये इस पेज के माध्यम से जानें तक्षशिला रावलपिंडी पाकिस्तान का इतिहास, रोचक तथ्य, खुलने का समय, प्रवेश शुल्क, संस्थापक, निर्माता, निर्माण वर्ष, वास्तुकला/वस्तुशैली इत्यादि।
जयपुर राजस्थान के जंतर मंतर का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
आइये इस पेज के माध्यम से जानें जंतर मंतर जयपुर राजस्थान का इतिहास, रोचक तथ्य, खुलने का समय, प्रवेश शुल्क, संस्थापक, निर्माता, निर्माण वर्ष, वास्तुकला/वस्तुशैली इत्यादि।
बिहार भारत के नालंदा विश्वविद्यालय का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
आइये इस पेज के माध्यम से जानें नालंदा विश्वविद्यालय बिहार का इतिहास, रोचक तथ्य, खुलने का समय, प्रवेश शुल्क, संस्थापक, निर्माता, निर्माण वर्ष, वास्तुकला/वस्तुशैली इत्यादि।
पाटन गुजरात के रानी की वाव का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
आइये इस पेज के माध्यम से जानें रानी की वाव गुजरात का इतिहास, रोचक तथ्य, खुलने का समय, प्रवेश शुल्क, संस्थापक, निर्माता, निर्माण वर्ष, वास्तुकला/वस्तुशैली इत्यादि।
दिल्ली के सफदरजंग का मकबरा का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
आइये इस पेज के माध्यम से जानें सफदर जंग मकबरा दिल्ली का इतिहास, रोचक तथ्य, खुलने का समय, प्रवेश शुल्क, संस्थापक, निर्माता, निर्माण वर्ष, वास्तुकला/वस्तुशैली इत्यादि।
कांचीपुरम तमिलनाडु के महाबलीपुरम स्मारक समूह का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
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अयोध्या उत्तर प्रदेश के राम मंदिर का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
आइये इस पेज के माध्यम से जानें अयोध्या राम मंदिर का इतिहास, रोचक तथ्य, खुलने का समय, प्रवेश शुल्क, संस्थापक, निर्माता, निर्माण वर्ष, वास्तुकला/वस्तुशैली इत्यादि।
मुंबई महाराष्ट्र के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
आइये इस पेज के माध्यम से जानें छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस किला का इतिहास, रोचक तथ्य, खुलने का समय, प्रवेश शुल्क, संस्थापक, निर्माता, निर्माण वर्ष, वास्तुकला/वस्तुशैली इत्यादि।
बीजापुर कर्नाटक के गोल गुम्बद गोल गुम्बज का इतिहास तथा महत्वपूर्ण जानकारी
आइये इस पेज के माध्यम से जानें गोल गुंबद बीजापुर कर्नाटक का इतिहास, रोचक तथ्य, खुलने का समय, प्रवेश शुल्क, संस्थापक, निर्माता, निर्माण वर्ष, वास्तुकला/वस्तुशैली इत्यादि।
अन्य उप-विषय
- Photogallery
- Travel News In Hindi
- Tourist destinations
- Historical Monuments Of India That Took Many Years To Built
ये हैं भारत की वो ऐतिहासिक स्मारक, जिन्हें बनने में लग गए थे 10 से 21 साल
संस्कृति और विविधता में समृद्ध, भारत दुनिया के कुछ बेहतरीन ऐतिहासिक स्मारकों का घर कहा जाता है। यहां की खूबसूरत इमारतें दुनियाभर के पर्यटकाें को आकर्षित करती हैं। यहां कई ऐसी इमारतें हैं , जिन्हें बनने में एक से दो साल नहीं बल्कि 10 से 20 साल लगे हैं।.
ताजमहल - Taj Mahal
सबसे पहले बात करते हैं दुनिया के 7 अजूबों में शामिल ताजमहल की। ताजमहल के बारे में आप सभी बहुत कुछ जानते हैं। इसे मुगल सम्राट शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज के लिए बनवाया था। आगरा में युमना नदी के तट पर बसे इस ऐतिहासिक स्मारक का निर्माण कार्य 1632 में शुरू हुआ था। इसे पूरा होने में पूरे 21 साल लगे। यानी 1653 में ताजमहल बनकर तैयार हुआ था।
रामसेतु सच में वानर सेना ने बनाई या प्रकृति का था एक अजूबा? जानिए पुल से जुड़े सवालों के दिलचस्प जवाब
(फोटो साभार : Economic Times)
लाल किला - Red Fort
पुरानी दिल्ली में स्थित लाल किला भारतीय और विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है। यह किला कभी मुगल काल में मुगलों का निवास स्थान हुआ करता था। मुगल सम्राट शाहजहां ने 1639 को किले का निर्माण कार्य शुरू कराया था और 6 अप्रैल 1648 को यह पूरी तरह से बनकर तैयार हो गया था। मतलब कि लाल किले को बनने में 10 साल का समय लगा।
किसी समय अंग्रेजों ने घूमने के लिए बनाए थे ‘Mall Road’, आज इन 7 हिल स्टेशनों के माल रोड हैं विश्व प्रसिद्ध
इंडिया गेट - India Gate
दिल्ली में स्थित इंडिया गेट स्वतंत्र भारत का राष्ट्रीय स्मारक है। यह दुनियाभर के पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र भी है। इसे 12 फरवरी 1931 को प्रथम विश्व युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों की याद में बनवाया गया था। इसकी दीवार पर 82, 000 सैनिकों के नाम लिखे हुए हैं। इसकी आधार शिला 1921 में रखी गई थी। 1931 को इसे आम जनता के लिए खोल दिया गया।
हिंदू मंदिर से लेकर फ्रेंच विलेज और नीले समंदर तक, वियतनाम की वो टॉप जगहें जिन्हें देख भूल जाएंगे बाकी दुनिया
कुतुब मीनार - Qutub Minar
कुतुब मीनार का निर्माण 1199 में मुगल शासक कुतुब उद दीन ऐबक द्वारा कराया गया। लेकिन इस बीच उनकी मौत हो गई इसके बाद उनके दामाद इल्तुतमिश ने 1220 में इसे पूरा बनवाया। कुल मिलाकर इसे बनने में 21 साल गए ।
महाराष्ट्र के इस गांव में साल में दो बार खेली जाती है होली, दूसरी बार रंगों का नहीं बल्कि हल्दी का किया जाता है इस्तेमाल
(फोटो साभार : TOI.com)
गेटवे ऑफ इंडिया - Gateway of India
गेटवे ऑफ इंडिया मुबंई में ताज होटल के सामने स्थित एक द्वार है। हिंदू और मुस्लिम वास्तुकला को ध्यान में रखते हुए गेटवे ऑफ इंडिया की आधारशिला मुंबई के राज्यपाल द्वारा 31 मार्च 1913 को रखी थी। दरअसल, इस स्मारक को किंग जॉर्ज पंचम और क्वीन मैरी के आगमन के लिए बनवाया गया था। 1924 में यह बनकर पूरा हुआ था। गेटवे ऑफ इंडिया 4 दिसंबर 1924 को वायसराय द्वारा खोला गया।
तो चप्पल से नहीं इस राक्षस के नाम पर पड़ा था शहर का नाम कोल्हापुर, ये 6 चीजें भी बनाती हैं इस जगह को खास
राष्ट्रपति भवन - Rashtrapati Bhavan
दिल्ली घूमने आने वाले भारतीय और विदेशी पर्यटक राष्ट्रपति भवन को देखने के लिए उत्सुक रहते हैं। ये भारत के राष्ट्रपति का सरकारी निवास है। जब दिल्ली को भारत की राजधानी चुना गया, तो अंग्रेजों ने ब्रिटिश वायसराय के लिए एक आवास बनाने का फैसला किया। इस तरह राष्ट्रपति भवन का निर्माण 1912 में शुरू हुआ और इसे पूरा होने में 17 साल लगे। 1929 तक यह बनकर तैयार हो गया था।
दिल्ली से करीब लैंसडाउन हिल स्टेशन का पहले ये था असली नाम, बोलने में ही लड़खड़ा जाती जीभ
हवा महल - Hawa Mahal
हवा महल राजस्थान के जयपुर में एक राजसी महल है।इसे खासतौर से शाही परिवार की औरतों के लिए बनवाया गया था। हवा महल का निर्माण 1799 में महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने करवाया था। इस इमारत की बाहर की डिजाइन मधुमक्खी के उल्टे छत्ते की तरह दिखाई देती है। 953 खिड़कियों वाले इस महल को बनने में करीब 10 साल लगे थे।
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भारत के 20 ऐतिहासिक स्थलों के नाम Historical Places In India In Hindi
भारत में कई ऐतिहासिक और लोकप्रिय स्थल है। इस पोस्ट Historical Places In India In Hindi में पर्यटन की दृष्टि से भारत के टॉप 20 ऐतिहासिक स्थलों के नाम और उनकी जानकारी इस पोस्ट में है। इन 20 ऐतिहासिक स्थलों का इतिहास भी यहां पर समेटने का पूरा प्रयास है। भारत में कई ऐसी भव्य इमारतें है जो भारत की विशाल संस्कृति का परिचय देती है। समय समय पर भारत के राजाओं और बादशाहों ने कई ऐतिहासिक इमारतों, मंदिरों और भवनों का निर्माण करवाया था। ये इमारतें राष्ट्र की धरोहरें है।
तो आइये दोस्तों भारत के 20 ऐतिहासिक स्थलों के नाम (Historical Places Information In Hindi) और जानकारी जानने का प्रयास करते है।
भारत के ऐतिहासिक स्थलों के नाम Historical Places In India In Hindi
भारत के 20 ऐतिहासिक स्थलों के नाम (Historical Places In India In Hindi) और उनकी जानकारी यहां पर दी गयी है।
1. ताजमहल (Taj Mahal) –
मुगल बादशाह शाहजहां के द्वारा ताजमहल बनवाया गया था। भारत के आगरा शहर में यमुना नदी के किनारे पर प्यार की निशानी ताजमहल मौजूद है। इस महान कलाकृति के शिल्पकार का नाम उस्ताद अहमद लाहौरी था। ताजमहल का निर्माण कार्य वर्ष 1620 से 1648 के बीच हुआ था।
2. कुतुब मीनार (Qutub Minar) –
कुतुब मीनार (72.5 मीटर) भारत की सबसे ऊंची मीनार है। भारत का दिल दिल्ली शहर के महरौली में यह इमारत स्थित है। इस ऐतिहासिक इमारत का निर्माण दिल्ली सल्तनत के कुतुबुद्दीन ऐबक ने करवाया था।
3. लाल किला (Red Fort) –
भारत की राजधानी दिल्ली में लाल किला मौजूद है। लाल किला मुग़ल साम्राज्य को बयां करता है। यह भारत का एक महत्वपूर्ण किला है जहां से प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के दिन प्रधानमंत्री का राष्ट्र के नाम सन्देश होता है। लाल किला के शिल्पकार उस्ताद अहमद लाहौरी थे जिनको मुग़ल बादशाह शाहजहां ने नियुक्त किया था। लाल किला लाल रंग के बलुआ पत्थर से बना हुआ है।
4. अजंता एलोरा गुफाएं (Ajanta Ellora Caves) –
महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर के पास स्थित है। अजंता एलोरा गुफाएं चट्टानों को काटकर बनाई गई थी। यूनेस्को ने इन गुफाओं को विश्व धरोहर घोषित किया हुआ है। इन गुफाओं में हिन्दू, बौद्ध और जैन मंदिर मौजूद है। राष्ट्रकूट वंश के राजाओं ने इन गुफाओं का निर्माण करवाया था।
5. सूर्य मंदिर कोणार्क (Sun Temple, Konark) –
यह विश्व प्रसिद्ध मंदिर भारत के उड़ीसा राज्य के कोणार्क शहर में मौजूद है। कोणार्क का यह मंदिर सूर्य देव को समर्पित है। यह ऐतिहासिक मंदिर यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में है। सूर्य मंदिर गंग वंश के राजा नरसिंहदेव के द्वारा बनवाया गया था।
6. हुमायूं का मकबरा (Humayun Tomb) –
हुमायूं का मकबरा नई दिल्ली के मथुरा मार्ग के पास स्थित है। नाम से ही स्पष्ठ है कि यह मकबरा मुग़ल बादशाह हुमांयू का है। यह मकबरा ताजमहल की तरह ही चारबाग शैली में बना हुआ है। यूनेस्को की विश्व धरोहर में शामिल यह मकबरा हुमांयू की बेगम “हमीदा बानो बेगम” ने बनाया था।
ऐतिहासिक स्थलों के नाम Historical Places Information In Hindi
भारत के ऐतिहासिक स्थलों के नाम (Historical Places In India In Hindi) यहां पर बताये गए है।
7. खजुराहो के मंदिर (Khajuraho Temple) –
यह ऐतिहासिक स्थल मध्यप्रदेश राज्य के खजुराहो शहर में स्थित है। यह स्थान मध्यकालीन मंदिरों में श्रेस्ठ है। इस शहर में कई हिन्दू और जैन मंदिर है। खजुराहो के मंदिरों में लक्ष्मी मंदिर, कंदरिया मंदिर, लक्ष्मण मंदिर इत्यादि प्रमुख है। खजुराहो के मंदिर यूनेस्को की विश्व धरोहरों में शामिल है।
8. सांची का स्तूप (Sanchi Ka Stoop) –
सांची का स्तूप बौद्ध वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना है। मध्यप्रदेश राज्य के सांची में यह स्तूप मौजूद है। इसका निर्माण मौर्य सम्राट अशोक ने करवाया था। यह भी यूनेस्को की विश्व धरोहर की सूची में है।
9. हवामहल (Hawa Mahal) –
हवामहल राजस्थान राज्य के जयपुर शहर में स्थित है। इसका निर्माण वर्ष 1799 में महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने करवाया था। इस महल में कई सौ झरोखे बने हुए है। हवामहल राजपुताना स्थापत्यकला का एक अद्भुत नमूना है।
10. आमेर का किला (Amer Fort) –
यह ऐतिहासिक किला राजस्थान के जयपुर शहर में स्थित है। यह किला पर्वत के ऊपर बना हुआ है। राजपूत राजा मान सिंह ने आमेर किले का निर्माण करवाया था। यह किला मुख्यत लाल बलुआ पत्थर से बना हुआ है। आमेर का किला यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में है।
11. फतेहपुर सीकरी (Fatehpur Sikri) –
यह एक ऐतिहासिक शहर है जिसकी नींव और बसावट मुग़ल बादशाह अकबर ने की थी। वर्ष 1569 में बसा यह शहर उत्तरप्रदेश के आगरा जिले में है। अकबर के शासनकाल में फतेहपुर सीकरी मुग़ल साम्राज्य की राजधानी थी। यह ऐतिहासिक शहर यूनेस्को की विश्व धरोहर है। इस शहर की मुख्य इमारतों में बुलन्द दरवाजा, दीवाने खास, पांच महल इत्यादि आती है।
12. मैसूर पैलेस (Mysore Palace) –
मैसूर पैलेस कर्नाटक राज्य के मैसूर शहर में स्थित ऐतिहासिक महल है। इसका निर्माण महाराजा कृष्णराजेन्द्र वाडियार चतुर्थ ने करवाया था। इसे अम्बा विलास महल भी कहा जाता है। इस राजशी महल का वास्तुकार ब्रिटिश नागरिक हेनरी इर्विन था।
भारत के ऐतिहासिक स्मारक Monuments Of India In Hindi
ऐतिहासिक स्मारकों के नाम और जानकारी Monuments Of India In Hindi.
13. छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (Chhatrapati Shivaji Terminus) –
यह महाराष्ट्र के मुंबई शहर में स्थित है। इस ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन का नाम पहले विक्टोरिया टर्मिनस था लेकिन बाद में इसका नाम छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम से रखा गया था। यह टर्मिनस मध्य रेलवे का मुख्यालय भी है। इस टर्मिनस का निर्माण कार्य वर्ष 1878 को शुरू हुआ था। छत्रपति शिवाजी टर्मिनस यूनेस्को की विश्व धरोहर में भी शामिल है।
14. चारमीनार (Charminar) –
चारमीनार इमारत भारत के तेलंगाना राज्य के हैदराबाद शहर में स्थित है। इस स्मारक में मुख्य रूप से ऊपरी मंजिल पर बनी मस्जिद है। वर्ष 1591 में चारमीनार का निर्माण पूर्ण हुआ था।
15. इंडिया गेट (India Gate) –
वर्ष 1931 में इंडिया गेट का निर्माण कार्य पूरा हुआ था। भारत की राजधानी नई दिल्ली में इंडिया गेट स्थित है। इंडिया गेट के निचे अमर जवान ज्योति मौजूद है। इस स्मारक को प्रथम विश्व युद्ध में मारे गए भारतीय सैनिकों की याद में बनवाया गया था। इंडिया गेट पर उन जवानों के नाम अंकित है। अमर जवान ज्योति को वर्ष 1971 के युद्ध में शहीद हुए वीर भारतीय सैनिकों की याद में बनवाया गया था।
16. विक्टोरिया मेमोरियल कोलकाता (Victoria Memorial Kolkata) –
इस स्मारक का निर्माण कार्य वर्ष 1921 में पूर्ण हुआ था। विक्टोरिया मेमोरियल भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के कोलकाता शहर में स्थित है। यह स्मारक ब्रिटिश राज्य में रानी विक्टोरिया की याद में बनवाया गया था। बाद के वर्षों में इस स्मारक ने संग्रहालय का रूप ले लिया।
17. आगरा का किला (Agra Fort) –
यूनेस्को ने आगरा के किले को विश्व धरोहर घोषित किया हुआ है। इतिहास के अनुसार यह किला ईटो से बना हुआ था। बादशाह अकबर ने लाल बलुआ पत्थरों से आगरा के किले का पुनः निर्माण करवाया था। इस किले के विशाल परिसर में दीवाने आम, जहांगीर महल, मोती मस्जिद इत्यादि इमारतें बनी हुई है।
18. ग्वालियर का किला (Gwalior Fort) –
यह ऐतिहासिक किला मध्यप्रदेश राज्य के ग्वालियर शहर में स्थित है। ग्वालियर के किले का निर्माण कछवाहा वंश के शासक सुरजसेन ने करवाया था। यह विश्व धरोहर किला गोपाचल पर्वत पर बना हुआ है।
19. रणथंभौर का किला (Ranthambore Fort) –
यह राजस्थान का ऐतिहासिक किला है जिसका निर्माण चौहान वंश के राजाओं ने करवाया था। रणथंभौर का किला सवाईमाधोपुर शहर के पास पहाड़ियों पर मौजूद है। यह किला यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में है।
20. हम्पी कर्नाटक (Hampi City) –
हम्पी कस्बा कर्नाटक राज्य में स्थित है। प्राचीन काल में यह विजयनगर साम्राज्य की राजधानी हुआ करता था। हम्पी यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में भी है। हम्पी में कई मंदिर मौजूद है जिनमे बडविलिंग, विरुपाक्ष इत्यादि प्रमुख है।
अन्य रोचक पोस्ट्स –
दुनिया के 7 अजूबों के नाम
Note – इस पोस्ट Historical Places In India In Hindi में भारत के 20 ऐतिहासिक स्थलों के नाम और उनके बारे में जानकारी (Historical Places Information In Hindi) कैसी लगी। यह आर्टिकल “Monuments Of India In Hindi” अच्छा लगा हो तो इसे शेयर भी करे।
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Indian Historical Monuments भारत के 25 ऐतिहासिक स्मारक
भारत की संस्कृति, परंपरा और विरासत वास्तव मे भारत के भवनों, मंदिरों, किलों और महलों में समृद्ध है। प्रसिद्ध भारतीय स्मारक गोवा के चर्च , ताज महल , कुतुब मीनार,चारमीनार, लाल किला और जंतर मंतर भारत के कुछ सबसे ऐतिहासिक स्थल हैं। इन ऐतिहासिक स्मारकों के अलावा भारत के अन्य विश्व धरोहर स्थलों मे जंगली पार्क और दक्षिण भारत के प्राचीन मंदिर भी आते है!
ताज महल,आगरा
ताज महल,एक सुंदर सफेद संगमरमर से निर्मित है जो उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में पवित्र यमुना नदी के तट पर स्थित है!ताजमहल मुगल,फारसीऔर भारतीय स्थापत्य शैली का बेहतरीन उदाहरण है। यह दुनिया के आठ अजूबों में से एक है और भारत में एक सबसे ज़यादा देखने वाला स्मारक है!
मैसूर राजमहल, मैसूर
मैसूर का राजमहल भारत का दूसरा सबसे प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्मारक है, कर्नाटक के मैसूर शहर मे स्थित यह भव्य महल भारत का एक सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल तथा आकर्षण है. मैसूर पैलेस चामुंडी हिल्स के साथ -साथ शहर में सबसे प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षणों में से भी एक है।
हरमंदिर साहिब , अमृतसर
स्वर्ण मंदिर के रूप में जाने जाना वाला हरमंदिर साहिब अमृतसर, पंजाब में स्थित गुरुद्वारा है। श्री दरबार पवित्रतम तीर्थ और सिखों के लिए सबसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थान है । हरमंदिर साहिब भारत में सबसे पवित्र स्थानों में से एक है!
बृहदीस्वर मंदिर, तंजावुर
बृहदीस्वर मंदिर, बड़ा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है भारत के एक बड़े राज्य तमिलनाडु के तंजावुर में स्थित यह मंदिर भगवान शिव का प्रसिद्ध मंदिर है! बृहदिश्वरा मंदिर और एरावतेश्वर मंदिर तमिलनाडु भारत में दो प्राचीन विश्व धरोहर हैं!
हवा महल , जयपुर
राजस्थान राजपूतों के महान स्मारकों मे से एक हवा महल, गुलाबी शहर के दिल और राजस्थान की राजधानी, जयपुर में स्थित है। पिरामिड आकार मे बना यह पांच मंजिला महल जयपुर के प्रमुख पर्यटक आकर्षण के रूप में प्रसिद्ध है!
छत्रपति शिवाजी टर्मिनस , मुंबई
छत्रपति शिवाजी टर्मिनस या विक्टोरिया टर्मिनस एक ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन है। भारत के मुंबई शहर में स्थित विक्टोरिया टर्मिनस भारत में सबसे व्यस्ततम रेलवे स्टेशन और मध्य रेलवे का मुख्यालय भी है। यह महाराष्ट्र मे स्थित शीर्ष के 25 ऐतिहासिक स्मारकों मे से एक है!
बहाई मंदिर, दिल्ली
बहाई मंदिर को दिल्ली का कमल मंदिर भी कहा जाता है, बहाई धर्म सभी मानव जाति के आध्यात्मिक एकता का प्रतीक है और यह मंदिर हर धर्म के ध्यान, शांति और पूजा के लिए के लिए सबसे अच्छी जगह है!
विक्टोरिया मेमोरियल , कोलकाता
विक्टोरिया मेमोरियल हॉल पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में स्थित है तथा महारानी विक्टोरिया को समर्पित है। विक्टोरिया मेमोरियल कोलकाता के प्रमुख पर्यटक आकर्षण में से एक है और पांडुलिपियों , चित्रों और ब्रिटिश काल की मूर्तियों के महान संग्रह के साथ एक संग्रहालय के रूप में कार्य करता है।
कुतुब मीनार, दिल्ली
दिल्ली की कुतुब मीनार भारत में दूसरे सबसे ऊंची मीनार है और दुनिया में सबसे बड़े और प्रसिद्ध टावरों मे से एक है। कुतुब मीनार के परिसर में इल्तुतमिश का मकबरा, दिल्ली और अलाई मीनार के लौह स्तंभ के रूप में कई और ऐतिहासिक स्मारक भी है!
सांची स्तूप , सांची
सांची में स्थित बौद्ध विहार महान स्तूप के रूप में भी जाना जाता है यह भारत का सबसे प्रसिद्ध बौद्ध स्मारक , रायसेन जिले के सांची टाउन में स्थित है। सांची स्तूप भारत में सबसे अच्छा संरक्षित प्राचीन स्तूप है!
फतेहपुर सीकरी , आगरा
फतेहपुर सीकरी एक बहुत ही आकर्षक एवं भूतहा शहर है तथा भारत में भारतीय मुगल वास्तुकला का सबसे अच्छा संरक्षित संग्रह में से एक है! यह शानदार किला एक बड़ी प्राकृतिक झील के तट पर स्थित है और बुलंद दरवाजा के लिए जाना जाता है!
चारमीनार , हैदराबाद
चारमीनार एक प्रसिद्ध स्मारक और मस्जिद है जो कि भारत के सबसे मान्यता प्राप्त संरचनाओं के बीच में सूचीबद्ध है, हैदराबाद मे स्थित यह स्मारक भारतीय आधिकारिक सूची में पुरातात्विक और वास्तु खजाना के रूप मे सम्मिलित है!
इंडिया गेट, दिल्ली
इंडिया गेट एक युद्ध स्मारक है जो प्रथम विश्व युद्ध के दौरान बलिदान हुए सैनिकों को प्रणाम करता है, यह राजपथ के पूर्वी हिस्से में स्थित है तथा शहर में सबसे लोकप्रिय स्मारकों में से एक है।
हुमायूं का मकबरा, दिल्ली
हुमायूँ का मकबरा भारतीय उपमहाद्वीप में पहली उद्यान – कब्र संरचना है, हुमायूं का मकबरा मुगल वास्तुकला का एक बहुत अछा उदाहरण है तथा यह एक यूनेस्को विश्व विरासत स्थल भी घोषित किया गया है!
गेटवे ऑफ़ इन्डिया, मुंबई
गेटवे ऑफ इंडिया एक स्मारक को मुंबई के ताजमहल के रूप में संदर्भित किया गया है, यह दक्षिण मुंबई के अपोलो बंदर क्षेत्र में तट पर स्थित है और अरब सागर का मनमोहक नजारा दिखता है!
खजुराहो के स्मारक, मध्य प्रदेश
खजुराहो के स्मारक मध्य प्रदेश में हिंदू और जैन मंदिरों का एक समूह है यह मंदिर उनकी नागर शैली के स्थापत्य प्रतीकों और उनके कामुक मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध हैं तथा भारत में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों में से एक हैं ।
जैसलमेर किला, जैसलमेर
जैसलमेर का किला दुनिया का एक सबसे बड़ा किलेबंदी जो कि राजस्थान के जैसलमेर शहर में स्थित है! इसे सोने का किला भी कहते है यह शहर के बीचो बीच स्थित है, और इलाके में सबसे उल्लेखनीय स्मारकों में से एक है!
अजंता एलोरा की गुफाएं, औरंगाबाद
अजंता और एलोरा की गुफाएं महाराष्ट्र में औरंगाबाद के पास स्थित हैं इन 30 गुफाओ को चट्टानों को काटकर बौद्ध गुफा स्मारकों के रूप मे निर्मित किया गया है जो की महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र के प्रमुख पर्यटक आकर्षण है!
हम्पी में स्मारकों का समूह, कर्नाटक
हम्पी के स्मारकों का समूह वास्तव मे विजयनगर के महान हिंदू साम्राज्य की अंतिम राजधानी थी जो तुंगभद्रा नदी के दक्षिणी किनारे पर स्थित है, हम्पी में खंडहर स्मारकों का समूह एक यूनेस्को विश्व विरासत स्थल के रूप में सूचीबद्ध हैं।
मीनाक्षी मंदिर, मदुराई
मीनाक्षी मंदिर वैगई नदी के दक्षिणी किनारे पर मदुरै मे स्थित है, यह विशाल मंदिर परिसर भगवान शिव और उनकी पत्नी पार्वती को समर्पित है मीनाक्षी मंदिर दुनिया के नए सात अजूबों के लिए शीर्ष 30 प्रत्याशियों मे से एक है!
लाल किला, दिल्ली
विश्व धरोहर स्थल दिल्ली का लाल किला लाल बलुआ पत्थर की भारी दीवारों से निर्मित एक बड़ा किला है जो आज भारत का मुख्य पर्यटन आकर्षण है एवं अपने आकर के लिए दुनिया भर मे विख्यात है !
कोणार्क सूर्य मंदिर , कोणार्क
कोणार्क सूर्य मंदिर एक विशाल रथ के आकार में बनाया हुआ एक भव्य मंदिर है और भारत के सात आश्चर्य के विभिन्न सूची में चित्रित किया गया है। यह हिंदू मंदिर सूर्य देवता को समर्पित तथा भारत के सबसे प्रमुख सूर्य मंदिरो मे से एक है!
चंपानेर पावागढ़ स्मारक, गुजरात
चंपानेर-पावागढ़ पुरातत्व उद्यान के स्मारक पावागढ़ पहाड़ी के आसपास स्थित हैं जो की मस्जिदों , मंदिरों, अनाज का भंडार, कब्रिस्तान, कुओं , दीवारों और छतों का एक समूह है! प्रमुख स्मारकों में से कुछ इस प्रकार हैं जामा मस्जिद, बुर्ज के साथ किला एवं कालिका माता मंदिर.
महाबलीपुरम के स्मारक, महाबलीपुरम
महाबलीपुरम के स्मारकों का समूह दुनिया में सबसे बड़ी खुली हवा मे स्थित मंदिरो मे से एक है, समुद्र के किनारे वाला शिव मंदिर, ओलक्कन्नेस्वरा मंदिर और गंगा के अवतरण कोरोमंडल तट मे स्थित है!
ऐहोल – बादामी – पट्टकल स्मारक, कर्नाटक
पट्टकल में स्मारकों का समूह हिंदू मंदिर वास्तुकला का वेसरा शैली में जल्द प्रयोगों की परिणति हैं बादामी गुफा मंदिर में चार हिंदू, जैन और बौद्ध संभवतः गुफा मंदिर है तथा ऐहोल एक उत्तरी कर्नाटक में लोकप्रिय पर्यटन स्थल है जो पट्टकल के पूर्व में स्थित है!
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निबंध ऐतिहासिक स्मारक का दौरा | Essay on a Visit to Historical Monument in Hindi
Essay on a Visit to Historical Monument in hindi: क्या आपने कभी भारत के किसी ऐतिहासिक स्मारक का दौरा किया है? मुझे आशा है कि हम में से कई लोगों ने हमारे देश में मौजूद विभिन्न ऐतिहासिक स्मारकों का दौरा किया है। वे स्मारक हैं जो हमें हमारे अतीत का परिदृश्य देते हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है। यह विषय परीक्षा में कई बार प्रदान किया जाता है और छात्रों को इस विषय पर निबंध लिखने के लिए कहा जाता है।
ऐतिहासिक स्मारक की यात्रा – लंबा – Essay on a Visit to Historical Monument in Hindi
मैंने एक ऐतिहासिक स्मारक का दौरा करने के अपने अनुभव का वर्णन करते हुए एक लंबा निबंध प्रदान किया है। मुझे आशा है कि इस विषय पर निबंध या परियोजना लिखने के बारे में एक विचार प्राप्त करने का यह एक अच्छा तरीका होगा। यह विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए मददगार हो सकता है।
एक ऐतिहासिक स्मारक पर जाने के मेरे अनुभव पर लंबा निबंध (1000 शब्द)
भारत एक धन्य देश है जो विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं के मिश्रण का प्रतिनिधित्व करता है। विशाल प्राचीन स्मारक और उनकी जबरदस्त सुंदरता हमारे राष्ट्र का गौरव है। वे हमें प्राचीन भारत की एक स्पष्ट तस्वीर देते हैं। मुख्य बिंदु जो हमारा ध्यान आकर्षित करता है वह है जिस तरह से इन स्मारकों को डिजाइन किया गया है। उन्हें देखने से हमेशा हमारी आंखें बंद करना मुश्किल है या तो हम उन्हें वास्तविक या किताबों में देखते हैं।
ऐतिहासिक स्मारक क्या हैं?
ऐतिहासिक स्मारक, जैसा कि नाम से ही पता चलता है, उन स्मारकों को संदर्भित करता है जो प्राचीन काल के दौरान बनाए गए थे। इन स्मारकों को अनंत सुंदरता और विरासत का आशीर्वाद प्राप्त है। वे हमें हमारी समृद्ध भारतीय संस्कृति और विरासत के बारे में याद दिलाते हैं। उनकी मूर्तिकला और कला की अद्भुत सुंदरता भारत और दुनिया के विभिन्न हिस्सों से लोगों को आकर्षित करती है। ये स्मारक राष्ट्र की सांस्कृतिक विरासत हैं और इसलिए इन्हें सरकार द्वारा अच्छी तरह से संरक्षित और रखरखाव किया जाता है।
भारत के इतिहास में ऐतिहासिक स्मारकों का बहुत महत्व है। ये स्मारक हमारी सदियों पुरानी परंपरा और संस्कृति के भंडार हैं। वे प्राचीन शासकों और उनके राजवंशों की एक स्पष्ट तस्वीर देते हैं। ऐतिहासिक महत्व के कुछ स्थानों में विभिन्न प्रकार के चित्र और नक्काशी हैं। ये नक्काशी और तस्वीरें पुराने समय के लोगों और उनके रहन-सहन के बारे में जानकारी देती हैं। लोग इन स्मारकों की सुंदरता का आनंद लेने के लिए इन स्थानों पर जाते हैं और इसके अलावा उन्हें राष्ट्र के इतिहास से संबंधित विभिन्न जानकारी भी प्राप्त होती है।
एक ऐतिहासिक स्मारक पर जाने का मेरा अनुभव
मैंने हमेशा अपनी किताबों या टेलीविजन में ताजमहल, कुतुब मीनार, हवा महल, इंडिया गेट आदि जैसे महान स्मारक देखे थे। टेलीविजन पर प्रसारित विभिन्न कार्यक्रम होते हैं जो हमें हमारी महान सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक स्मारकों के बारे में जानकारी देते हैं। मैं वास्तव में इन जगहों का दौरा करने के लिए बहुत उत्सुक था और यह पिछले साल सच हो गया।
हम हर साल बाहर घूमने की योजना बनाते हैं लेकिन पिछले साल मेरे पिता ने हमें एक ऐतिहासिक स्मारक पर ले जाने का फैसला किया। मुझे यह जानकर बहुत खुशी हुई कि हम नई दिल्ली में कुतुब मीनार देखने जा रहे हैं। इस महान मूर्ति को देखने से पहले मैंने इसके बारे में किताबों में ही पढ़ा था। यह बहुत ही आकर्षक होता है जब आपको कुछ भी पढ़ने का मौका मिलता है जिसके बारे में आपने पढ़ा है। यह निर्णय लिया गया कि यह दौरा मनोरंजन के साथ-साथ सूचनात्मक भी होगा। हम दिल्ली के लिए निकले और सात घंटे में वहाँ पहुँच गए। मैं उस जगह पर पहुंचने का बेसब्री से इंतजार कर रहा था।
- क़ुतुब मीनार की महत्वपूर्ण विशेषताएं
क़ुतुब मीनार एक स्मारक है जो इस्लामी कला और वास्तुकला को दर्शाता है। यह एक मीनार है जो नई दिल्ली के महरौली में स्थित है। इसे दुनिया में 72.5 मीटर की ऊंचाई वाली ईंट से बनी सबसे ऊंची मीनार होने का सम्मान प्राप्त है। इस मीनार पर 379 सीढ़ियों वाली सर्पिल सीढ़ियाँ इसे एक अद्भुत संरचना बनाती हैं।
- स्मारक का निर्माण
इस महान स्मारक का निर्माण 1199-1220 ईस्वी पूर्व का है। 1199 में निर्माण की शुरुआत का श्रेय कुतुब-उद-दीन ऐबक को जाता है और निर्माण इल्तुतमिश की देखरेख में 1220 में समाप्त हो गया था। मीनार की वास्तुकला का डिजाइन अफगानिस्तान में जाम की मीनार जैसा दिखता है। मीनार पांच मंजिला इमारत की है। हर मंजिल में एक बालकनी है। प्रत्येक मंजिला इमारत में इन संरचनाओं का समर्थन करने के लिए ब्रैकेट तैयार किए गए हैं।
मीनार को बनाने में लाल बलुआ पत्थर और संगमरमर का प्रयोग किया गया है। प्रारंभिक तीन मंजिल हल्के बलुआ पत्थर और संगमरमर से निर्मित हैं, चौथी मंजिल पूरी तरह से संगमरमर से बनी है और सबसे ऊपर लाल बलुआ पत्थर और संगमरमर से बनी है। इस महान टावर को 14.3 मीटर के आधार व्यास के साथ प्रदान किया गया है जिसमें शिखर व्यास 2.7 मीटर तक कम हो गया है। इस ऐतिहासिक स्मारक की सुंदरता को हम बाहर से देख सकते हैं। पूर्व में हुई कुछ दुर्घटनाओं के कारण टावर की इमारत के अंदर प्रवेश प्रतिबंधित है।
यह इतनी भव्य मीनार है कि लोग इस इमारत के सामने लिलिपुट की तरह बहुत छोटे दिखाई देते हैं। टावर में ईंटों की संरचना स्पष्ट रूप से दिखाई देती है और इसे एक सुंदर रूप देती है। मीनार की दीवारों पर क़ुरान की कुछ ख़ूबसूरत आयतें और उस पर समृद्ध प्राचीन इतिहास खुदा हुआ है। कुतुब मीनार की खासियत है कि हर दरवाजा एक जैसा है। कुतुब परिसर जिसका कुतुब मीनार एक हिस्सा है, यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है। मीनार की परिधि में कई अन्य ऐतिहासिक स्मारक मौजूद हैं। इसमें कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद, गुंबद जो एक मीनार का शेष भाग है, संस्कृत में शिलालेख के साथ चंद्रगुप्त -2 का लौह स्तंभ, इल्तुतमिश का मकबरा, अलाई मीनार और अलाई दरवाजा शामिल हैं। कुतुब मीनार के साथ ये सभी स्मारक कुतुब परिसर का निर्माण करते हैं।
क्या कुतुब मीनार एक अद्भुत ऐतिहासिक स्मारक है?
कुतुब मीनार अपनी तरह का इकलौता ऐतिहासिक स्मारक है। यह एक स्मारक है जो प्राचीन संस्कृति और विरासत को दर्शाता है। यह 700 से अधिक वर्षों से एक महान पर्यटन केंद्र रहा है। इसकी अनूठी वास्तुकला और महत्वपूर्ण विशेषताएं इसे एक दिलचस्प ऐतिहासिक स्मारक बनाती हैं। यह कई वर्षों से पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहा है। पर्यटन स्थलों के अलावा, यह फिल्मों और गानों की शूटिंग के लिए एक बेहतरीन जगह है। इस स्मारक के दर्शन करने का समय सुबह 7 से शाम 5 बजे के बीच है।
ऐतिहासिक महत्व के महान स्मारक और स्थापत्य प्रतिभा के टुकड़े के रूप में माने जाने वाले इस स्मारक को 1993 में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी गई थी। इस प्रकार यह भारत के सबसे अच्छे ऐतिहासिक स्थलों में से एक है जिसे देखा जा सकता है। ये जगहें मनोरंजन के साथ-साथ सूचनाओं का भी केंद्र हैं।
हमने दिल्ली के विभिन्न स्थानों का भी दौरा किया और अपने घर वापस आ गए। इस लोकप्रिय ऐतिहासिक स्मारक की यात्रा करना एक बहुत ही सुंदर अनुभव था। इस स्मारक की सुंदरता और विशिष्टता की यादें आज भी मेरे जेहन में जिंदा हैं। हमें अतीत के अपने शासकों के प्रति आभारी होना चाहिए जिन्होंने ऐसी स्थापत्य महिमा का निर्माण किया जो भारतीय विरासत और संस्कृति की संपत्ति हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न: अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q.1 चंपानेर-पावागढ़ पुरातत्व उद्यान भारत में कहाँ स्थित है?
उत्तर: . यह गुजरात के पंचमहल जिले में स्थित है और यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल भी है।
Q.2 किस ऐतिहासिक स्मारक को बहाई पूजा घर कहा जाता है?
उत्तर: . दिल्ली में स्थित कमल मंदिर को पूजा का बहाई घर कहा जाता है।
Q.3 उदयपुर लेक पैलेस का निर्माण किसने करवाया था?
उत्तर: . इसे उदयपुर के महाराजा जगत सिंह ने बनवाया था।
Q.4 जयपुर में जंतर मंतर को राष्ट्रीय स्मारक कब घोषित किया गया था?
उत्तर: . जयपुर में ऐतिहासिक स्मारक जंतर मंतर को 1948 में राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया गया था।
Q.5 किस ऐतिहासिक स्मारक को भारत की सबसे बड़ी मस्जिद के रूप में जाना जाता है?
उत्तर: . शाहजहाँ द्वारा निर्मित जामा मस्जिद को भारत की सबसे बड़ी मस्जिद के रूप में जाना जाता है।
Q.6 चारमीनार की चार मीनारें किसका प्रतिनिधित्व करती हैं?
उत्तर: . चारमीनार की चार मीनारें इस्लाम के पहले चार खलीफाओं का प्रतिनिधित्व करती हैं।
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भारत के टॉप 15 ऐतिहासिक पर्यटन स्थल और उनके बारे मे सम्पूर्ण जानकारियाँ। Historical Places in India in Hindi
15 भारत के एतेहासिक स्थल। 15 historical places in india in hindi। historical places in india in hindi .
Historical Places in India In Hindi - भारत में सबसे प्रसिद्ध और ऐतिहासिक स्थलों की लिस्ट मे देश के कई मंदिर, किले, महल और स्मारक भारत के ऐतिहासिक जगहों मे शामिल हैं। ये भारत की शानदार विरासत और प्राचीन संस्कृति को दर्शाते हैं। भारत के ऐतिहासिक स्थल पत्थर पर अद्भुत वास्तुकला को दर्शाते हैं।
Web Story - 10 Historical Place in India
और पढ़े : नागालैंड के दर्शनीय स्थलों की जानकारी।
भारत के कई मंदिरों और किलों में आप देख भी सकते हो। ताजमहल और ऐतिहासिक स्मारक जिनमे चंपानेर, धोलावीरा और नालंदा प्राचीन पुरातात्विक स्थल हैं। गोवा, कोलकाता और पांडिचेरी जैसे शहरों में औपनिवेशिक वास्तुकला की झलक देखने को मिलेगी है।
प्रसिद्ध चोल मंदिर भारत के समृद्ध इतिहास का एक और शानदार उदाहरण हैं। और कोणार्क, मैसूर, ओरछा कुछ अन्य शहर हैं जो ऐतिहासिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध हैं।
और पढ़े : केरल के खूबसूरत पर्यटन स्थलों की जानकारी ।
1, ताजमहल - आगरा। Taj Mahal - Agra
ताजमहल दुनिया के सात अजूबों में शामिल एक खूबसूरत स्मारक है। और ताजमहल भारत के सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थलों मे से एक है। प्यार का प्रतीक, ताज मुगल सम्राट शाहजहाँ ने अपनी रानी मुमताज के लिए बनवाया था। टैगोर ने ताज को "अनंत काल के गाल पर अश्रु" के रूप में वर्णित भी किया गया है । ताजमहल साल भर पर्यटकों को बहुत आकर्षित करता है।
ताजमहल घूमने का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से मार्च तक ।
प्रवेश शुल्क: विदेशी नागरिक के लिए INR 1100 और भारतीय नागरिक के लिए INR 50
और पढ़े : पानी पर तैरने वाले पार्क के बारे मे।
2. हवा महल - जयपुर। Hawa Mahal - Jaipur
हवा महल जयपुर के प्रमुख पर्यटन स्थलों मे से एक है। हवा महल जयपुर के मुख्य चौराहे पर स्थित है। बड़ी चौपड़ के नाम से प्रसिद्ध है । हवा महल को जयपुर का सिग्नेचर स्मारक भी कहा जाता है और इसका निर्माण महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने करवाया था।
हवा महल घूमने का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से मार्च के बीच ।
प्रवेश शुल्क: विदेशी नागरिक के लिए INR 200 और भारतीय नागरिक के लिए INR 50
और पढ़े : मैसूर के दर्शनीय स्थल।
3. विक्टोरिया मेमोरियल - कोलकाता। Victoria Memorial - Kolkata
विक्टोरिया मेमोरियल एक बहुत बड़ी संगमरमर की इमारत है, इसे कोलकाता की शान कहा जाता है। इसका निर्माण 1906 और 1921 के बीच मे हुआ था। यह महारानी विक्टोरिया की याद मे बनवाया गया है। अब ये संस्कृति मंत्रालय के आदेशानुसार एक संग्रहालय और एक खूबसूरत पर्यटन स्थल बन चुका है।
विक्टोरिया मेमोरियल घूमने का सबसे अच्छा समय: मार्च और अक्टूबर के बीच का होता है।
प्रवेश शुल्क: विदेशी नागरिक के लिए INR 200 जबकि भारतीय नागरिक के लिए INR 20
और पढ़े : लेह लद्दाख की रोड ट्रिप के बारे मे।
4.इंडिया गेट - दिल्ली। India Gate - Delhi.
अखिल भारतीय युद्ध स्मारक, जो इंडिया गेट के नाम से पूरी दुनिया प्रसिद्ध है, भारत की राजधानी नई दिल्ली में स्थित एक युद्ध स्मारक है। यह स्मारक भारतीय और ब्रिटिश दोनों 82,000 सैनिकों को समर्पित है, जो प्रथम विश्व युद्ध और तीसरे एंग्लो-अफगान युद्ध के दौरान मारे गए थे। अमर जवान ज्योति ठीक नीचे जलती हुई संरचना है, जो भारत के शाश्वत अमर सैनिकों का प्रतीक है। ये दिल्ली के एतेहासिक स्मारक के साथ - साथ यहाँ का खूबसूरत पर्यटन स्थल भी है।
घूमने का सबसे अच्छा समय: फरवरी से अप्रैल और अगस्त से नवंबर तक।
प्रवेश शुल्क: कोई भी प्रवेश शुल्क नहीं है।
और पढ़े : कश्मीर मे घूमने लायक जगहों के बारे मे।
5.सूर्य मंदिर - कोणार्क। Sun Temple - Konark.
भगवान सूर्य को समर्पित ये मंदिर 13वीं शताब्दी का एक वास्तुशिल्प चमत्कार है जो उड़िया शैली की वास्तुकला का एक शानदार उदाहरण है। ऐसा कहा जाता है कि मंदिर का निर्माण कार्य पूर्वी गंगा राजवंश के राजा नरसिंहदेव प्रथम ने करवाया था। मंदिर की बनावट एक विशाल रथ के जैसी है जिसमें खूबसूरत नक्काशीदार पत्थर के पहिये, खंभे और दीवारें बनी हैं। वर्तमान में मंदिर का एक बड़ा हिस्सा खंडहर में तब्दील हो गया है। मंदिर यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है
जाने का सबसे अच्छा समय: सितंबर से मार्च
प्रवेश शुल्क: विदेशी नागरिक के लिए 600 रुपये और भारतीय नागरिक के लिए 40 रुपये।
और पढ़े : हिमाचल के दर्शनीय स्थल।
6. ग्वालियर किला - ग्वालियर। Gwalior fort - Gwalior
ग्वालियर का किला शहर के सभी कोन से देखा जा सकता क्योंकि ये यहाँ से सबसे ऊँचे पर्वत पर स्थित है। उत्तर और मध्य भारत के सबसे अभेद्य किले में से है, यह किला देखने आपको एक बार जरूर जाना चाहिए है।
घूमने का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से फरवरी प्रवेश शुल्क: विदेशी नागरिक के लिए INR 250, भारतीय नागरिक (वयस्कों) के लिए INR 75 और (बच्चों) के लिए INR 40
और पढ़े : तमिलनाडु के पर्यटन स्थल।
7.मैसूर पैलेस - मैसूर। Mysore Palace - Mysore.
मैसूर के शाही परिवार का पूर्व निवास, मैसूर पैलेस वास्तुकला की इंडो-सरसेनिक शैली का एक अत्यंत शानदार उदाहरण है। इसका निर्माण वोडेयार राजवंश के 24वें शासक के ने वर्ष 1912 में करवाया था और अभी तक देश के सबसे बड़े महलों में से एक है। यह भारत में सबसे लोकप्रिय और प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है।
मैसूर पैलेस घूमने का सबसे अच्छा समय: जुलाई और मार्च के महीनों के बीच
प्रवेश शुल्क: विदेशी नागरिक के लिए INR 50 और भारतीय नागरिक के लिए INR 50
और पढ़े : जयपुर के पर्यटन स्थलों की जानकारी।
8. हम्पी - कर्नाटक। Hampi -Karnataka .
खंडहरों के नाम से प्रसिद्ध शहर हम्पी यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल शामिल है। कर्नाटक राज्य में पहाड़ियों और घाटियों की छायादार गहराई में स्थित यह पर्यटन स्थल पर्यटकों के लिए एक ऐतिहासिक जानकारी के लिए खूबसूरत जगह है। 500 प्राचीन स्मारकों, सुंदर मंदिरों, चहल-पहल भरे बाजारों, गढ़ों, कोषागार भवन और विजयनगर साम्राज्य के मनोरम अवशेषों से घिरा, हम्पी एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है। हम्पी एक खुला संग्रहालय है जिसमें आपको देखने के लिए 100 से ज्यादा जगह हैं और शहर को उसके इतिहास के नजरिए से देखने का पसंदीदा तरीका भी है।
घूमने जाने का सही समय: अक्टूबर से मार्च के बीच।
और पढ़े : उदयपुर मे घूमने की जगहों के बारे मे।
9. मेहरानगढ़ किला - जोधपुर। Mehrangarh Fort - Jodhpur
जोधपुर में स्थित मेहरानगढ़ का किला देश के सबसे बड़े किलों की लिस्ट मे शुमार है। यह लगभग 410 फीट ऊंची पहाड़ी की चोटी पर स्थित है और बड़ी - बड़ी दीवारों से सुरक्षित है। किले में अब एक संग्रहालय भी है जो शाही परिवार के विभिन्न सामानों को प्रदर्शित करता है। इस महल का निर्माण कार्य राव जोधा ने सन् 1459 में करवाया था।
घूमने का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से मार्च
प्रवेश शुल्क: विदेशी नागरिक के लिए 400 रुपये और भारतीय नागरिक के लिए 60 रुपये
और पढ़े : जोधपुर के दर्शनिक स्थल।
10. खुजरहो - मध्य प्रदेश। Khajuraho - Madhya Pradesh .
खजुराहो कामुक नक्काशी से सजे अपने आश्चर्यजनक मंदिरों के लिए पूरी दुनिया भर में प्रसिद्ध है। मध्यकाल में खजुराहो भारतीय वास्तुकला और संस्कृति का एक खूबसूरत उदाहरण है। इन हिंदू और जैन मंदिरों की वास्तुकला प्रेम के निर्दोष रूप को दर्शाती है, दीवारों पर की गयी नक्काशी कामुक लेकिन सौंदर्यपूर्ण तरीकों से जुनून को दर्शाती है।
प्रवेश शुल्क: विदेशी नागरिक के लिए 600 रुपये और भारतीय के लिए 40 रुपये
घूमने का सही समय : जुलाई से मार्च के बीच।
और पढ़े : उत्तराखंड के पर्यटन स्थल।
11. शोर मंदिर - महाबालीपुरम। Shore Temple - Mahabalipuram
शोर मंदिर बंगाल की खाड़ी के पास स्थित है। इसे कई नामों से जाना जाता है। 8 वीं शताब्दी ईस्वी पूर्व का, संरचित मंदिर ग्रेनाइट के बहुत से टुकड़ों से बना हुआ है। मंदिर का निर्माण इस तरह से किया गया था कि यह महाबलीपुरम नाम का दक्षिणी चेन्नई के एक गाँव में बंगाल की खाड़ी को भी देखा सकता है । पल्लव वंश के नरसिंहवर्मन द्वितीय के शासनकाल के समय ये गांव एक व्यस्त बंदरगाह के रूप मे मौजूद था ।
घूमने का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से मार्च तक।
प्रवेश शुल्क: विदेशी नागरिक के लिए INR 250 और भारतीय नागरिक के लिए INR 10
और पढ़े : मनाली के पर्यटन स्थल।
12. आमेर किला - जयपुर। Amber Fort - Jaipur.
जयपुर से लगभग 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित आमेर का किला एक महान कलात्मक को दर्शता है। ये किला माओथा झील में एक सुंदर प्रतिबिंब बनाने वाली एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। इसे यहाँ के पर्यटन स्थलों मे से एक माना जाता है। और सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों मे से भी आमेर किला जाना जाता है।
घूमने का सबसे अच्छा समय: नवंबर से मार्च
प्रवेश शुल्क: विदेशी नागरिक के लिए INR 500 और भारतीय नागरिक के लिए INR 100
और पढ़े : शिमला के पर्यटन स्थल।
13.स्वर्ण मंदिर - अमृतसर। Golden Temple - Amritsar.
गोल्डन टेंपल को श्री हरमंदिर साहिब या स्वर्ण मंदिर भी कहते है, इस मंदिर को गुरु अर्जन साहिब द्वारा डिजाइन किया गया था और इसकी नींव 1 दिसंबर 1588 को लाहौर के मुस्लिम संत हजरत मियां मीर जी ने रखी थी। पंजाब की खूबसूरत जगहों मे से एक गोल्डन टेंपल है।
जाने का सबसे अच्छा समय: नवंबर से मार्च के बीच।
प्रवेश शुल्क: कोई प्रवेश शुल्क नहीं है।
और पढ़े : खाटू श्याम मंदिर की महिमा।
14. अजंता और एलोरा की गुफा - महाराष्ट्र। Ajanta and Ellora Caves - Maharashtra
अजंता और एलोरा की गुफाओं को अजंता के खूबसूरत चित्रों और एलोरा की अच्छी तरह से नक्काशीदार मूर्तियों के कारण ये जगह दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों में से एक माना जाता है। यहाँ दुनिया भर से पर्यटक घूमने आते है।बड़े - बड़े चट्टानों को काटकर नक्काशी वाली बनाई गई गुफाएं भारतीय पेंटिंग और मूर्तिकला का शानदार उदाहरण हैं।
प्रवेश शुल्क: विदेशी नागरिक के लिए 600 रुपये और भारतीय नागरिक के लिए 40 रुपये
घूमने के लिए सबसे अच्छा समय : जून से मार्च
और पढ़े : केदारनाथ और बद्रीनाथ के दर्शन की जानकारी।
15. चोला मंदिर - तमिलनाडु। Chola Temples - Tamil Nadu .
इतिहास को जानना एक खूबसूरत अनुभव है।ये हमे बीते समय की संस्कृति, लोगों, परंपराओं के बारे में बताता है। भारत के दक्षिणी भागों के इतिहास में चोल साम्राज्य ने कई वर्षों तक शासन किया था। उन्होंने उस समय के सबसे खूबसूरत मंदिरों में से कुछ का निर्माण करके हमें इतिहास का एक बड़ा हिस्सा उपहार में दिया है।
इन मंदिरों का निर्माण लगभग 11वीं और 12वीं शताब्दी के बीच हुआ था। चोल साम्राज्य द्वारा निर्मित तीन मंदिर यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल का हिस्सा बन चुके हैं और इन्हें "महान जीवित चोल मंदिर" के रूप में लेबल कर दिया गया है। जिनमे सबसे कल बृहदेश्वर मंदिर (तंजावुर), बृहदेश्वर मंदिर (गंगईकोंडाचोलिसवरम) और ऐरावतेश्वर मंदिर (दारासुरम) मंदिर शामिल है।
घूमने का सबसे अच्छा समय: नवंबर से मार्च के बीच।
प्रवेश शुल्क: कोई प्रवेश शुल्क नहीं।
और पढ़े : ऋषिकेश के पर्यटन स्थल।
अपने इस लेख मे भारत के 15 एतेहासिक स्थलों ( Historical Places in india in Hindi ) के बारे मे जाना है। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो मुझे कमेंट करके जरूर बताएं।
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ताजमहल पर निबंध (Taj Mahal Essay in Hindi)
इस पूरी दुनिया में सात अजूबे हैं जिनमें से एक ताजमहल भी है। आगरा का ताजमहल भारत की शान और प्रेम का प्रतीक चिन्ह माना जाता है। उत्तर प्रदेश का तीसरा बड़ा जिला आगरा ऐतिहासिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। ताजमहल बहुत आकर्षक और प्रसिद्ध प्राकृतिक दृश्य की तरह दिखने वाला ऐतिहासिक स्थान है। यह आगरा, उत्तर प्रदेश में स्थित है। यह बहुत सुन्दर स्थान पर बहुत बड़े क्षेत्र में स्थित है, जिसके पीछे की तरफ नदी है। यह पृथ्वी पर स्वर्ग की तरह दिखता है। यह सफेद संगमरमर का प्रयोग करके बनाया गया है।
ताजमहल पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on Taj Mahal in Hindi, Taj Mahal par Nibandh Hindi mein)
ताजमहल पर निबंध – 1 (250 – 300 शब्द).
ताजमहल को दुनिया के सात अजूबों में से एक माना जाता है। ताजमहल बहुत खूबसूरती से बनाई गई ऐतिहासिक इमारत है। यह आगरा,उत्तर प्रदेश में यमुना नदी के किनारे स्थितहै। यह पृथ्वी पर प्रकृति की अद्भुत सुंदरता में से एक है।
ताजमहल का इतिहास
यह शाहजहां द्वारा अपनी पत्नी मुमताज महल की बनवाई गई बहुत ही सुन्दर कब्र है। प्राचीन समय में, शाहजहां एक राजा था और उसकी पत्नी मुमताज महल थी। शाहजहां अपनी पत्नी को बहुत प्यार करता था और वह उसकी मृत्यु के बाद बहुत दुखी हो गया। तब उसने अपनी पत्नी की याद में कब्र का निर्माण कराने का निर्णय लिया। और उसने ताजमहल का निर्माण कराया जो आज दुनिया के सात आश्चर्यों में से एक है।
ताजमहल की बनावट और विशेषता
यह सफेद संगमरमर से बनी हुई है, जो इसे भव्य और चमकदार बनाता है। इसे बहुत से कलाकारों और कारीगरों ने कठिन परिश्रम द्वारा बनाया था। इसे 20 करोड़ भारतीय मुद्रा के द्वारा तैयार कराने में 20 सालों का समय लगा। ताजमहल चाँदनी रात में बहुत ही सुन्दर लगता है।
यह आकर्षक तरीके से बनाया गया है और शाही सुंदरता के साथ सजा है। गुंबद के नीचे अन्धेरे कक्ष में राजा और रानी दोनों की कब्र है। इसकी दीवारों पर कांच के टुकड़ों का उपयोग करके कुरान की कुछ आयतों को लिखा गया है। इसके चारों कोनों पर बहुत ही आकर्षक चारमीनारें हैं।
वास्तव में ताजमहल देश की अद्भुत रचना है। इसकी गणना संसार के 7 अजूबों में की जाती है। भारत ही नहीं अन्य देशों के लोग भी इसकी सुंदरता को देख के मुग्ध हो जाते है। इस देश में जब तक ये अद्भुत इमारत विद्यमान है तब तक प्राचीन भारतीय वास्तुकला और कारीगरी का गौरव भी सुरक्षित रहेगा।
इसे यूट्यूब पर देखें : Essay on Taj Mahal in Hindi
निबंध 2 (400 शब्द)
‘ताज महल’ को भारत में प्रेम के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। ताज महल को शाहजहां ने अपनी रानी मुमताज महल की याद में वर्ष 1631 ई० में बनवाया था। ताज महल भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा जिले में स्थित है। इसकी गिनती विश्व के सात आश्चर्य में होती है। ताज महल का निर्माण मुग़ल सम्राट शाहजहां द्वारा अपनी पत्नी मुमताज महल के मकबरा के रूप में कराया गया था।
ताजमहल कब और क्यों बनवाया गया ?
ताजमहल 17वीं शताब्दी में, मुगल सम्राट शाहजहां के द्वारा बनवाया गया, भारत का बहुत ही सुन्दर ऐतिहासिक स्मारक है। यह उसने अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में बनवाया था। वह उसकी तीसरी पत्नी थी, जिसे वह बहुत प्यार करता था।
उसकी मृत्यु के बाद, राजा बहुत दुखी हो गया और बहुत सा धन, जीवन और समय खर्च करने के द्वारा ताजमहल का निर्माण कराया था। वह अपनी पत्नी की याद में आगरा के किले से प्रतिदिन ताजमहल को देखा करता था। ताजमहल उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा शहर में बहुत बड़े और विस्तृत क्षेत्र में स्थित है। पूरी दुनिया की सात सबसे सुन्दर इमारतों में से एक है और सातवां अजूबा के नाम से जाना जाता है। यह भारत में सबसे आकर्षक पर्यटन स्थलों में से एक है, जहाँ हर साल हजारों से भी ज्यादा पर्यटक आते हैं।
ताजमहल और आगरा के किले को यूनेस्को के द्वारा विश्व विरासत के रुप में चिह्नित किया गया है और 2007 में इसे दुनिया के सात अजूबों में चुना गया। ताजमहल आगरा किले से 2.5 किलोमीटर दूर स्थित है। यह मुगल कालीन स्थापित्व कला है और भारतीय, इस्लामिक, मुस्लिम, परसी कला आदि के मिश्रण के द्वारा बहुत सुन्दरता से बनाया गया है। यह माना जाता है कि, शाहजहां स्वंय के लिए ऐसी ही काले रंग की कब्र का निर्माण कराना चाहता था हालांकि, वह अपने इस विचार को कार्य रुप में बदलने से पहले से ही मर गया। उसकी मृत्यु के बाद उसे ताजमहल में ही अपनी पत्नी के बराबर में दफन कर दिया गया।
इस अद्वितीय स्मारक का नाम भारत में ही नहीं बल्कि संपूर्ण संसार में सम्मान के साथ लिया जाता है। वास्तुकला का ये अनोखा नमूना हमारे देश का गौरव है।
निबंध 3 (500 शब्द)
ताजमहल भारत की सबसे अच्छी और सुन्दर पर्यटन स्थलों में से एक है। शाहजहां और मुमताज महल के प्रेम का प्रतीक जो दो दिलों के प्रेम की कहानी कह रहा है। आगरा का ताजमहल आज सम्पूर्ण विश्व का ताज बन गया है । यह भारतीय और विदेशियों के आकर्षण का केन्द्र है। यह सफेद संगमरमर का प्रयोग करके बनाया गया है, जो इसे आकर्षक और अद्भुत रुप देता है।
ताजमहल – सात आश्चर्यों में से एक
भारत में बहुत से ऐतिहासिक स्मारक हैं हालांकि, ताजमहल केवल अकेला है। यह एक महान कलात्मक आकर्षण है, जो हर साल, बहुत से लोगों के मन को इसे देखने के लिए खींच लाता है। यह भारत का सबसे आकर्षक स्मारक है, जो दुनिया के सात आश्चर्यों में से एक है। ताजमहल आगरा के महान राजा के प्रेम का प्रतीक है। इसे रबिन्द्रनाथ टैगोर ने “संगमरमर का एक स्वप्न” कहा है। यह पृथ्वी पर वास्तविक स्वर्ग है, जिसे यूनेस्को के द्वारा विश्व धरोहर बनाया गया है।
ताजमहल का निर्माण
इसे महान मुगल सम्राट, शाहजहां, ने अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में उसकी मृत्यु के बाद बनवाया था। यह माना जाता है कि, वह अपनी पत्नी को बहुत प्यार करता था और उसकी मृत्यु के बाद बहुत दुखी हो गया था। उसने बिना भोजन और पानी के रहना शुरु कर दिया था। उसने अपनी पत्नी की सभी यादों को अपनी नजरों के सामने रखने का निर्णय लिया, तब उसने आगरा के किले के सामने अपने आन्तरिक प्रेम की याद में ताजमहल का निर्माण कराया। वह आगरा के किले से नियमित रुप से ताजमहल को देखा करता था और अपनी पत्नी को याद करता था। ताजमहल का निर्माण कराने में बहुत वर्षों का समय लगा। यह ऐतिहासिक स्मारक शाहजहां और मुमताज के प्रेम का प्रतीक है।
ताजमहल की सुंदरता
ताजमहल के आस-पास का वातावरण बहुत प्राकृतिक और आकर्षक है। यह उत्तर प्रदेश में, आगरा शहर में यमुना नदी के किनारे पर स्थित है। ताजमहल कई कलाकारों और कारीगरों के विचारों के द्वारा शाही कलाकृतियों का प्रयोग करके बनाया गया है। बहुत से सजावटी घास और पेड़ इसकी सुन्दरता और पर्यावरण की खुशबू में वृद्धि करते हैं। ताजमहल की इमारत के सामने पुख्ता पगडंडी के मध्य में कुछ आकर्षक पानी के फव्वारे बनाए गए हैं। ये आकर्षक फव्वारे कब्र में प्रवेश रास्ते को बनाते हैं।
ताजमहल को अपनी खूबसूरती और आकृति की वजह से अजूबा बोला गया था। यह एक प्यार की निशानी है जिसे शाहजहां ने मुमताज के याद में बनवाया था। यह मुग़ल वास्तुकला का प्रतिमान उदाहरण है।
निबंध 4 (600 शब्द)
ताजमहल महान भारतीय स्मारक है जो हर साल दुनिया भर के लोगों के मन को आकर्षित करता है। यह भारत में आगरा, उत्तर प्रदेश, में यमुना नदी के किनारे पर स्थित है। यह भारत में मुगल स्थापत्य कला की एक शानदार कृति है। यह आगरा किले से कम से कम 2.5 किमी की दूरी पर स्थित है।
यह मुगल सम्राट शाहजहां के आदेश पर, अपनी सम्मानीय और प्रिय पत्नी, अर्ज़ुमंद बानों (बाद में मुमताज महल के नाम से जाना गया) की याद में बनाया गया था। वह बहुत सुन्दर थी और राजा उसे बहुत प्यार करता था। उसकी मृत्यु के बाद, राजा ने उसकी याद में अपने कलाकारों को भव्य कब्र का निर्माण करने का आदेश दिया। यह विश्व के सबसे महान और आकर्षक स्मारकों में से एक है, जो विश्व के सात आश्चर्यों में शामिल है।
ताजमहल की ऐतिहासिक कथा
यह स्मारक मुगल सम्राट शाहजहां के अपनी पत्नी के प्रति प्रेम और लगाव का प्रतीक है। यह भव्य मुगल स्मारक (एक राजसी ऐतिहासिक संरचना) के रुप में भी कहा जाता है), जो भारत के दिल में स्थित है। इसका निर्माण सफेद संगमरमर और महँगे पत्थरों के प्रयोग के साथ ही दिवारों पर बहुत खूबसूरती से नक्काशी करके किया गया है। यह माना जाता है कि, ताज महल को राजा शाहजहां ने अपनी प्रिय मृत पत्नी, मुमताज महल को उपहार के रुप में दिया था।
उसने ताजमहल का निर्माण करने के लिए दुनिया के सबसे अच्छे कारीगरों को बुलाया था। इसके तैयार होने में बहुत सा धन और समय लगा। यह भी माना जाता है कि, उसने लगभग सौ से भी अधिक डिजाइनों को इंकार कर दिया था और अन्त में इसे स्वीकृति दी। ताजमहल के चारों कोनों पर चार आकर्षक मीनारें हैं। उन्हें बहुत ही खूबसूरती से बनाया गया है और वे थोड़ी सी बाहर की ओर झुकी हुई हैं ताकि, भविष्य में किसी भी प्राकृतिक आपदा में वे ताजमहल की इमारत को सुरक्षित कर सकें।
ताजमहल की सैर
ताजमहल आगरा के यमुना नदी के दाहिने तट पर स्थित है। सफ़ेद संगमरमर से निर्मित ताजमहल का सौंदर्य चांदनी रात में सबसे ज्यादा होता है। ताजमहल पूर्णिमा की रात चन्द्रमा के साथ चमकता हुआ दिखाई देता है। इसके बाहर बहुत ऊँचा और सुंदर दरवाजा है जो बुलंद दरवाजा नाम से जाना जाता है। यह बहुत ही सुंदर लालपतथरो से बना है।
सरोवर के जल में लहराती पत्तियों और विक्षत कमलों की शोभा बहुत ही दर्शनीय होता है। इस स्तन पर संगमरमर की श्वेत शिलाओं पर बैठकर यहां की अपूर्व छटा देखी जा सकती है।
ताजमहल के निर्माण में जिस संगमरमर का प्रयोग किया गया है, वह बहुत ही महँगा है और आगरा में राजा के द्वारा कहीं बाहर से मँगवाया गया था। ताजमहल की संरचना में बहुत सी कलाकृतियों का समन्वय है, जैसे- भारतीय, पाकिस्तानी, इस्लामिक और तुर्किस। इसे 1983 में यूनेस्को के द्वारा विश्व की ऐतिहासिक धरोहरों में शामिल किया गया था। इसने विश्व के सात आश्चर्यों के रुप में भी पूरे विश्व भर में प्रसिद्धि प्राप्त की है।
पिछले साल, मैं अपने प्रिय माता-पिता के साथ आगरा विशेष रुप से, आगरा का किला और ताजमहल देखने के लिए गया था। तब मेरी सर्दियों की छुट्टी थी, मैं भारत की ऐतिहासिक खूबसूरती देखकर बहुत खुश हुआ। मेरे माता-पिता ने स्पष्ट रुप से इसके इतिहास और सत्य के बारे में बताया। वास्तव में, मैंने अपनी आँखों से इसकी वास्तविक खूबसूरती को देखा और भारतीय होने पर बहुत गर्व महसूस किया।
कहते हैं कि इसके निर्माण के लिए संगमरमर का पत्थर राजस्थान से लाया गया था। प्रतिदिन बीस हजार शिल्पी और मजदूर काम करते थे। इसके निर्माण में बाईस वर्षों का समय लगा । उस समय के तीन करोड़ रुपए इसके निर्माण दर व्यय किए गए थे। अनुमान कीजिए आज उतने मूल्यों का मूल्य कितना होगा।
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भारत के ऐतिहासिक स्थल | Historical places in India information
Historical places in India
दोस्तों भारत एक प्राचीनतम और महान सभ्यता का देश हैं। यहा महान राजा और योद्धाओं ने अपनी छाप अपनी वास्तु से छोड़ी हैं। भारत के इतिहास में कई ऐसी इमारतों का निर्माण किया गया है, जिनकी वजह से भारत को एक अलग पहचान मिली है। उनके महान निर्माणकार्य आज भी उसी शान से इतिहास को बया करते हैं। और इसिलये सारी दुनिया को भारत का आकर्षण हमेशा से रहा।
इन ऐतिहासिक इमारतों से न सिर्फ इतिहास की महत्वपूर्ण और रोचक जानकारी जुड़ी हुई है, बल्कि यह भारत की अद्भुत और प्राचीन शिल्प कौशल का परिचय भी देती हैं। साथ ही भारत के ऐतिहासिक महत्व को बढ़ावा देती हैं।
वहीं आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में भारत के कुछ प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों के बारे में बता रहे हैं, जो कि इस प्रकार है-
भारत के ऐतिहासिक स्थल – Historical places in India information
यहा नाचे Historical places in India की सूचि दी हैं। अगर आपको किसी Historical places के बारे में पढ़ना हैं तो उस के नाम पर क्लिक करे।
- ताजमहल –
ताजमहल, भारत के मुख्य ऐतिहासिक एवं पर्यटन स्थलों में से एक है। यह भारत की शान का प्रतीक है।
ताजमहल अपनी बेमिसाल खूबसूरती और अद्भुत संरचना के कारण दुनिया के सात अजूबों में से एक है। यह उत्तरप्रदेश के आगरा शहर में स्थित है, इसका निर्माण मुगल शासक शाहजहां ने अपनी सबसे प्रिय बेगम मुमताज महल की याद में करवाया था।
इसलिए इसे प्रेम और मोहब्बत का प्रतीक भी माना जाता है। ताजमहल के अद्भुत सौन्दर्य को देखने दुनिया के कोने-कोने से लोग आते हैं। वहीं ताजमहल की वजह से भारत में टूरिज्म को भी काफी बढ़ावा मिला है। ताजमहल की भव्यता और इसके अद्भुत आर्कषण की वजह से इसे विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल किया गया है।
ताजमहल के निर्माण, इसके इतिहास एवं इससे जुड़ी संपूर्ण जानकारी के लिए इस लिंक पर क्लिक करें – ताजमहल का इतिहास
- कुतुब मीनार
भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित कुतुबमीनार देश के प्रमुख ऐतिहासिक एवं मुख्य पर्यटन स्थलों में से एक है। यह मुगलकाल में बनी एशिया की सबसे ऊंची मीनार है।
इसकी अद्भुत बनावट और आर्कषण की वजह से इसे यूनेस्कों की विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल किया गया है। इसका निर्माण कुतुबुद्दीन ऐबक द्धारा शुरु करवाया गया था, जिसको अंतिम रुप फिरोज शाह तुगलक ने दिया था।
वहीं इसके बाद 1508 ईसवी में आए भयंकर भूकंप की वजह से इसकी इमारत काफी क्षतिग्रस्त हो गई थी, जिसके बाद सिकंदर लोदी ने कुतुबमीनार की मरम्मत करवाई थी।
करीब 73 मीटर ऊंची इस मीनार के परिसर कुतुब कॉम्लेक्स को भी यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज की साइट में शामिल किया गया है। कुतुबमीनार के बारे में और अधिक जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें- क़ुतुब मीनार का इतिहास
भारत के मुख्य ऐतिहासिक एवं पर्यटन स्थलों की लिस्ट में चारमीनार का नाम सबसे ऊपर आता है। यह भारत के मुख्य आर्कषणों में से एक है, जो तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में स्थित है।
यह एक ऐसी ऐतिहासिक धरोहर है, जिसने हैदराबाद को पूरे देश में एक अलग पहचान दिलवाई है। इसकी भव्यता को देखने दुनिया के कोने-कोने से लोग आते हैं, यह अंतराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त ऐतिहासिक इमारत है।
इसकी अद्भुत संरचना एवं उत्कृष्ट वास्तुशिल्प की वजह से यह इमारत देश के 10 मुख्य ऐतिहासिक स्मारकों में से एक है।
इस भव्य ऐतिहासिक स्मारक को कुतुब शाह ने उस दौरान बनवाया था, जब उन्होंने अपनी राजधानी गोलकुंडा से हैदराबाद स्थानांतरित किया था। चारमीनार से जुड़ी अन्य जानकारी के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें – चारमीनार का इतिहास
भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित लाल किला भारत का गौरव है। यह देश की आजादी का प्रतीक है। मुगलकाल में बनी यह अद्भभुत इमारत अपनी भव्यता और अद्धितीय आर्कषण की वजह से पूरी दुनिया में जानी जाती है।
इसकी बेमिसाल खूबसूरती के लिए इसे यूनस्को द्धारा वर्ल्ड हेरिटेज साइट में भी शामिल किया गया है। यह भारत के प्रमुख ऐतिहासिक में पर्यटन स्थलों में से एक है, जिसकी भव्यता एवं बनावट को देखने दुनिया के कोने-कोने से लोग आते हैं।
आपको बता दें कि यह विश्व के उत्कृष्ट एवं भव्य किलों में से एक है। इस शाही किले का निर्माण मुगल बादशाह शाहजहां ने अपने शासनकाल के दौरान करवाया था, यह किला मुगलकालीन वास्तुकला और सृजनात्मकता का अनुपम उदाहरण है।
लाल किले का निर्माण, इसका इतिहास एवं इससे जुड़ी अन्य रोचक जानकारी के लिए इस लिंक पर क्लिक करिए – लाल किले का इतिहास
- आगरा का किला
उत्तरप्रदेश के आगरा में यमुना नदी के किनारे पर स्थित यह किला भारत के मुख्य ऐतिहासिक धरोहरों में से एक है। यह अपनी अद्धितीय संरचना और सुंदर बनावट की वजह से पूरे देश में मशहूर है।
इस किले को मुगलों के मुख्य निवास स्थान के साथ-साथ किला-ए-अकबरी, किला रूज, और आगरा का लाल किले के रुप में जाना जाता है। इस भव्य किले का निर्माण शक्तिशाली मुगल सम्राट अकबर ने करवाया था।
यह मुगलकालीन वास्तुशैली का अति उत्कृष्ट मनूना है। अपनी अद्भुत बनावट और ऐतिहासिक महत्व के कारण इस स्मारक को यूनेस्को द्धारा विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल किया गया है।
आगरा के किले के बारे में और अधिक जानने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें- आगरा के किले का इतिहास
दिल्ली में स्थित इंडिया गेट भारत की मुख्य ऐतिहासिक एवं शहीद स्मारक के रुप में जाना जाता है। यह देश के राष्ट्रीय स्मारकों में से एक है। इसे ”अखिल भारतीय युद्ध स्मारक” के रुप में भी जाना जाता हैं।
इस भव्य इमारत का निर्माण इंडियन ब्रिटिश आर्मी के उन सैनिकों के सम्मान और उन्हें श्रंद्धाजली देने के लिए किया गया है, जो कि पहले विश्व युद्द एवं तीसरे एंग्लों-अफगान युद्द के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए थे।
इंडिया गेट हर साल गणतंत्र दिवस के मौके पर होने वाली मेजबानी के लिए भी विख्यात है। करीब 42 मीटर ऊंचे इस विशाल गेट को फांसीसी स्मारक आर्क डी-ट्रायोम्फ की तर्ज पर डिजाइन किया गया है।
इंडिया गेट के बारे में और अधिक जानकारी के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें – इंडिया गेट का इतिहास
राजस्थान की पिंक सिटी जयपुर में स्थित हवा महल भारत की प्रमुख ऐतिहासिक इमारतों में से एक है, जिसे इसकी शाही बनावट की वजह से जाना जाता है। अपनी अद्धितीय बनावट के लिए मशहूर यह विशाल महल राजपूतों की शान का भी प्रतीक माना जाता है।
यह विशाल किला राजस्थान के सबसे प्राचीन और प्रसिद्ध आर्कषणों में से एक है। इसे ”पैलेस ऑफ विंड्स” के तौर पर भी जाना जाता है। इस विशाल महल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह विश्व की बिना किसी नींव के बिना बनी सबसे ऊंची इमारतों में से एक है।
पिंक सिटी में स्थित यह महल लाल और गुलाबी बलुआ पत्थरों के इस्तेमाल कर बनाया गया है। इस भव्य महल के बारे में और अधिक जानने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें – जयपुर के हवा महल का इतिहास
राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्थित हवा महल अपने ऐतिहासिक महत्व और आर्कषण की वजह से पूरे देश में मशहूर है। यह राजस्थान के मुख्य पर्यटन स्थलों में से एक है, जिसकी अद्धितीय संरचना एवं भव्य् बनावट को देखने दुनिया के कोने-कोने से लोग आते हैं।
18वीं सदी में आमेर के महाराजा जय सिंह द्धितीय ने इस अद्भतु महल का निर्माण जयपुर के मानसरोवर के बीच में करवाया था। इस किले का मनमोहक नजारा यहां आने वाले सभी पर्यटकों का मन मोह लेता है।
राजस्थान के इतिहास को समेटे हुए यह किले पांच मंजिला है। इस किले के बारे में और अधिक जानकारी के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें- जलमहल का रोचक इतिहास
- सांची स्तूप
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के पास स्थित सांची स्तूप भारत की मुख्य ऐतिहासिक स्मारको में से एक है, जिसे अपने अद्भुत बनावट एवं उत्कृष्ट कलाकृतियों के लिए पूरी दुनिया भर में जान जाता है।
इस अपनी भव्यता और ऐतिहासिक महत्व की वजह से यूनेस्कों द्धारा विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल किया गया है। इस प्रसिद्ध एवं महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्मारक के पास भगवान बुद्ध के अवशेष रखे गए हैं।
भारत की सबसे प्राचीन संरचना सांची स्तूप को तीसरी सदी में सम्राट अशोक महान द्धारा बनवाया गया था। सांची स्तूप से जुड़ी अन्य जानकारी के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें – महान साँची स्तूप का इतिहास
- खजुराहो के मंदिर
मध्यप्रदेश के खजुराहो के मंदिर अपनी अनूठी मूर्तिकला और अनुपम शिल्पकारी के लिए पूरे विश्व भर में विख्यात है। यह भारत के सबसे प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिरों का विशाल समूह है।
इन मंदिरों की दीवारों पर बनी कामोत्तेजक मूर्तियां यहां आने वाले सैलानियों के मुख्य आर्कषण का केन्द्र है। खजुराहों के मंदिरों को अपनी भव्यता और आर्कषण की वजह से यूनेस्कों की विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया गया है।
आपको बता दें कि खजुराहों के विश्व प्रसिद्ध मंदिर मुख्य रुप से जैन और हिन्दू धर्म के मंदिरों का समूह है, जिनका मंदिर चंदेल सम्राज्य के शासन के समय में किया गया है। इसके बारे में और अधिक जानकारी के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें – खजुराहो मंदिर का रोचक इतिहास
- रानी की वाव
रानी की वाव भारत के गुजरात शहर के पाटन गांव में स्थित है। इस प्राचीन ऐतिहासक इमारत का निर्माण 11वीं सदी में सोलंकी वंश के राजा भीमदेव की याद में उनकी पत्नी रानी उदयमती ने करवाया था।
सरस्वती नदी के किनारे स्थित इस बावड़ी को इसकी अद्भुत एवं विशाल संरचना की वजह से यूनेस्को द्धारा साल 2014 में विश्व धरोहर की सूची में भी शामिल किया गया है।
यह अपने आप में एक अनूठी संरचना है, जो कि भूमिगत पानी के स्त्रोतों से थोड़ी अलग है। इस विशाल ऐतिहासिक संरचना के अंदर 500 से भी ज्यादा मूर्तिकलाओं का बेहद शानदार ढंग से प्रदर्शन किया गया है।
रानी की वाव के बारे में और अधिक जानकारी के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें – रानी की वाव का इतिहास
- कोणार्क सूर्य मंदिर
कोणार्क का सूर्य मंदिर देश की सबसे प्राचीन और मुख्य ऐतिहासिक धरोहरों में से एक है। यह अपनी अद्भुत बनावट, भव्यता और आर्कषण की वजह पूरी दुनिया भर में मशहूर है।
सूर्य देवता को समर्पित यह भव्य मंदिर उड़ीसा के पुरी जिले के कोणार्क कस्बे में स्थित है। रथ आकार में बने होने की वजह से इस मंदिर को भगवान का रथ मंदिर के नाम से जाना जाता है।
इसके साथ ही इस मंदिर से एक ऊंचा काला टॉवर भी दिखाई देता है, जिसकी वजह से इसे ब्लैक पैगोडा नाम से जाना जाता है। इसकी बेमिसाल खूबसूरती एवं अद्भुत महत्व की वजह से कोणार्क का सूर्य मंदिर को साल 1984 में यूनेस्को की विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया गया है। इस मंदिर के बारे में और अधिक जानकारी के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें – कोणार्क सूर्य मंदिर का इतिहास
- बीबी का मकबरा
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित इस मकबरे को ”दक्कन के ताज” से नाम से जाना जाता है। इस मकबरे का निर्माण मुगल औरंगजेब के शहजादे आजमशाह ने अपनी मां बेगम रबिया की याद में बनवाया है।
दुनिया के सात अजबूों में से एक ताजमहल से प्रेरित होकर बनवाए गए इस ऐतिहासिक इमारत को ”गरीबों का ताजमहल” के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इस मकबरे के मुख्य गुंबद को छोड़कर अन्य हिस्सा प्लास्टर से तैयार किया गया है।
इसके निर्माण में कई गई खर्च कटौती से न तो इसकी चमक आगरा के ताजमहल जैसी है और न ही यह पूरी तरह संगमरमर के पत्थर से बना हुआ है।लेकिन फिर भी, यह स्मारक भी विशिष्ट मुगल वास्तुकला का एक अनुपम उदाहरण है। बीबी के मकबरा के बारे में और अधिक जानकारी के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें – बीबी का मकबरा का इतिहा स
- हुमायूं का मकबरा
राजधानी दिल्ली में स्थित हुंमायूं का मकबरा भारत के प्रमुख ऐतिहासिक एवं पर्यटन स्थलों में से एक है। यह मुगल शासक हुमायूं की कब्र है, जिसे उनकी पत्नी हमादा बानू बेगम के द्धारा बनवाया गया है।
यह मकबरा भारत का पहला गार्डन मकबरा है, जिसके निर्माण में लाला पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है। इसके अद्भुत संरचना और आर्कषण की वजह से इसे यूनेस्को द्धारा वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल किया गया है।
यह मुगलकालीन वास्तुशैली से निर्मित मुख्य इमारतों में से एक है। इसकी खूबसूरती को देखने काफी संख्या में पर्यटक आते हैं। हुमायूं के मकबरा से जुड़ी रोचक जानकारी के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें – हुमायूँ के मकबरा का रोचक इतिहास
- ग्वालियर का किला
मध्यप्रदेश के ग्वालियर में स्थित ग्वालियर का किला देश के सबसे प्राचीन एवं प्रमुख ऐतिहासिक इमारतों में से एक है। इसका निर्माण 8 वीं सदी में राजा मान सिंह तोमर द्धारा किया गया है।
करीब 35 मीटर ऊंचाई वाला यह भव्य किला 10 वीं सदी के पहले से भी आस्तित्व में है। इस ऐतिहासिक किले पर कई राजाओं ने शासन किया।
इतिहासकारों की माने तो इस विशाल किले का निर्माण गुजरी महल का रानी मृगनयनी द्धारा करवाया गया था। इस किले के बारे में और अधिक जानकारी के लिए इस लिंक पर क्लिक करें – ग्वालियर किल्ले का इतिहास
- आमेर का किला
राजस्थान के गुलाबी शहर जयपुर की अरावली पहाड़ी की चोटी पर स्थित यह किला राजस्थान के सबसे प्रसिद्ध एवं भव्य किलों में से एक है, जो कि अपनी अद्भुत बनावट एवं खूबसूरत संरचना के लिए पूरे देश भर में मशहूर है।
इस विशाल किले के आर्कषण को देखने देश के कोने-कोने से लोग आते हैं। इस अद्भुत किले का निर्माण राजा मान सिंह द्धारा हिन्दू-राजपूताना वास्तुशैली से किया गया है।
यह विशाल दुर्ग सृजानात्मक हिन्दू वास्तुशैली का अनूठा उदाहरण है। इस किले के बारे में और अधिक जानकारी के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें – आमेर के किल्ले का इतिहास
- अंजता – एलोरा की गुफाएं
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित अजंता और एलोरा की गुफाएं दुनिया भर में अपनी अद्भुत चित्रकारी और शिल्पकारी के लिए प्रसिद्ध है। इन गुफाओं की अद्भुत बनावट को देखकर हर कोई इनका कायल हो जाता है।
इन विश्व प्रसिद्ध गुफाओं में हिन्दू, जैन और बौद्ध धर्म से संबंधित चित्रण के अद्भुत नमूने देखने को मिलते हैं। इन गुफाओं में पत्थरों में बेहद खूबसूरत नक्काशी की गई है, वहीं इसकी अद्धितीय कारीगिरी और शिल्पकारी के लिए इसे यूनेस्कों द्धारा विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल किया गया है।
बड़े-बड़े पहाड़ों को काटकर बनाई गईं अजंता की गुफाओं में जहां 30 गुफाओं का बेजोड़ समूह है, तो वहीं एलोरा की गुफाओं में 34 मोनैस्ट्रीज और मंदिर है, जो कि पहाड़ के किनारे करीब 2 किलोमीटर के हिस्से में फैले हुए हैं।
इन अद्भुत गुफाओं का निर्माण 5वीं से 10वीं सदी के बीच किया गया था। इन गुफाओं के बारे में और अधिक जानकारी के लिए क्लिक करिए इस लिंक पर – अजंता गुफावो का रोचक सत्य
दिल्ली में स्थित कमल मंदिर (लोटस टेम्पल) अपनी कमल के फूल की आकृति के लिए पूरी दुनिया भर में जाना जाता है। यह भारत के सबसे प्रसिद्ध ऐतिहासिक और पर्यटन स्थलों में से एक है, जिसकी खूबसूरती को निहारने दुनिया के कोने-कोने से लोग आते हैं।
इसकी अदभुत वास्तुकला और अनूठी शिल्पकारी के चलते यूनेस्कों द्धारा विश्व धरोहर की लिस्ट में शुमार किया गया है। लोटस टेम्पल की सबसे खास बात यह है कि यहां हर मजहब के लोग प्रार्थना करने आ सकते हैं।
वहीं यह विश्व का इकलौता ऐसा मंदिर है जहां न तो किसी भगवान की प्रतिमा रखी गई है, और ना ही यहां किसी तरह की पूजा-अर्चना की जाती है।
यहां लोग सिर्फ अपने मन की शांति के लिए आते हैं और घंटों बैठकर यहां की खूबसूरती का आनंद उठाते हैं।
कमल मंदिर के बारे में और अधिक जानकारी के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें – कमल मंदिर रोचक इतिहास
- फतेहपुर सीकरी
आगरा से करीब 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित फतेहपुर सीकरी मुगलों की राजधानी रह चुका है। इस शाही शहर की खास बात यह है कि यह पूरा शहर ही लाल बलुआ पत्थरों से बनाया गया है।
आपको बता दें कि फतेहपुर सीकरी की स्थापना 16वीं सदी में मुगल सम्राट अकबर द्धारा की गई थी। फतेहपुर सीकरी मुख्य रुप से ऐतिहासिक स्मारक बुलंद दरवाजा और जोधाबाई के महल, जामा मस्जिद और सलीम चिश्ती के मकबरे के लिए पूरी दुनिया भर में मशहूर है।
फतेहपुर सीकरी में एक से बढ़कर एक खूबसूरत इमारते बनी हुई हैं, जो कि मुगलकालीन वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण हैं। यह स्थान अपने आर्कषण और भव्यता की वजह से अकबर की स्थापत्य कला का एक अच्छा सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है।
फतेहपुर सीकरी के बारे में और अधिक जानकारी के लिए इस लिंक पर क्लिक करें – फतेहपुर सिकरी का रोचक इतिहास
- स्वर्ण मंदिर अमृतसर
अमृतसर में स्थित स्वर्ण मंदिर भारत के प्रमुख ऐतिहासिक और मुख्य पर्यटन स्थलों में से एक है। यह अपनी अद्भुत बनावट और रहस्यों के लिए पूरी दुनिया भर में मशहूर हैं।
यह सिख धर्म का मुख्य धार्मिक स्थान भी है, जिसकी खूबसूरत शिल्पकारी और वास्तुकला देखते ही बनती है। विश्व प्रसिद्ध इस गोल्डन टेम्पल का इस्तेमाल सोने की धातु का इस्तेमाल कर किया गया है।
इस मंदिर से लाखों लोगों की आस्था जुड़ी है, यहां मत्था टेकने दुनिया के कोने-कोने से लोग आते हैं। इसे हरमिंदर साहेब और श्री दरबार साहिब के नाम से भी जाना जाता है।
स्वर्ण मंदिर से जुड़ी रोचक बात यह है कि यहां दुनिया की सबसे बड़ी किचन है, जहां रोजना करीब 1 लाख से भी ज्यादा लोगों को लंगर करवाया जाता है।
स्वर्ण मंदिर के बारे में और अधिक जानकारी के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें – स्वर्ण मंदिर का इतिहास
- गेटवे ऑफ इंडिया , मुंबई
मुंबई के ताज होटल के सामने स्थित गेटवे ऑफ इंडिया भारत की प्राचीन एवं महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्मारकों में से एक है।
अंग्रेजों के समय में बना यह भव्य गेट भारत के मुख्य आर्कषण का केन्द्र भी है, इसे देखने दुनिया के कोने-कोने से पर्यटक आते हैं और इसकी सुंदरता की तारीफ करते हैं।
आपको बता दें कि ब्रिटिश शासनकाल के दौरान इस विशाल गेट का निर्माण प्रवेश और निकास के उद्देश्य से साल 1924 में किया गया था। भारत की आजादी के बाद आखिरी ब्रिटिश जहाज इसी गेट से होकर गुजरा था।
26 मीटर ऊंचे इस ऐतिहासिक स्मारक को अरब सागर से समुद्री मार्ग से आने वाले जहाजों आदि के लिए भारत का द्धार भी कहा जाता है। यह ऐतिहासिक स्मारक ताकत, शक्ति और शांति का अद्भुत चित्रण है।
गेटवे ऑफ इंडिया के बारे में और अधिक जानकारी के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें – गेटवे ऑफ इंडिया का इतिहास
- मैसूर पैलेस
भारत के कर्नाटक में स्थित मैसूर पैलेस भी भारत की सबसे प्राचीनतम और ऐतिहासिक धरोहरों में से एक है, जो कि अपनी भव्यता और आर्कषण की वजह से पूरी दुनिया भर में प्रसिद्ध है।
इसे सौंदर्य को देखने हर साल लाखों की संख्या में सैलानी आते हैं। इस शाही किले को अंबा विलास पैलेस के नाम से जाना जाता है।
यह विशाल पैलेस कर्नाटक के टूरिज्म को तो बढ़ावा देता ही है, इसके साथ ही देश के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को भी बेहद शानदार ढंग से प्रदर्शित करता है।
मैसूर पैलेस की दीवारों पर बनी चमत्कारिक तस्वीरें और स्वर्ण राजसिंहासन इसकी सबसे बड़ी विशेषता हैं।
मैसूर पैलेस के बारे में और अधिक जानकारी के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें – मैसूर पैलेस का इतिहास
- गोल गुम्बद कर्नाटक
भारत के कर्नाटक राज्य के बीजापुर में स्थित गोल गुंबद विश्व का दूसरा सबसे बड़ा और भारत का पहला सबसे बड़ा मकबरा है।
यह प्राचीन और भव्य गुंबद भारत के पर्यटकों के मुख्य आर्कषण का केन्द्र है, जिसे दक्खिन वास्तुकला का विजय स्तंभ के रुप में भी जाना जाता है।
आदिलशाही वंश के सातवें शासक और बीजापुर के सुल्तान मुहम्मद आदिलशाह के इस अनूठे और निहायती खूबसूरत मकबरे को बनने में करीब 20 साल का समय लगा था।
देश के इस सबसे विशाल मकबरे की विशेषता यह है कि इसकी गैलरी में 7 बार आवाज गूंजती है और एक तरफ से बिल्कुल साफ आवाज सुनाई देती है।
गोल गुंबद के बारे में और अधिक जानकारी के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें – गोल गुम्बद का इतिहास
- विक्टोरिया मेमोरियल
पश्चिम बंगाल में स्थित विक्टोरिया मेमोरियल रानी विक्टोरिया को समर्पित एक बेहद आर्कषक एवं भव्य ऐतिहासिक स्मारक है, जो कि भारत के मुख्य पर्यटन स्थलों में से एक है।
ब्रिटिश और मुगल वास्तुशैली से बने इस भव्य स्मारक का निर्माण ब्रिटिश सम्राज्य की सफलता का जश्न मनाने के लिए किया गया था। इस शानदार ऐतिहासिक स्मारक पर विजय दूत की प्रतिमा बनी हुई है।
कोलकाता में स्थित यह स्ममारक मुगल, ब्रिटिश, पाश्चात्य वास्तुशैली से बना अद्भुत स्मारक है। इस स्मृति स्मारक को ताजमहल की तर्ज पर सफेद संगमरमर के पत्थरों का इस्तेमाल कर बनाया गया है।
विक्टोरिया मेमोरियल के बारे में और अधिक जानने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें – विक्टोरिया मेमोरियल का इतिहास
- जैसलमेर किला
राजस्थान के जैसलमेर में स्थित जैसलमेर किला अपनी अद्भुत बनावट और अद्धितीय वास्तुशिल्प के लिए पूरी दुनिया भर में विख्यात है। इसकी खूबसूरती को निहारने दूर-दूर से पर्यटक आते हैं।
यह किला विश्व के सबसे बड़े किले एवं राजस्थान के प्रमुख आर्कषणों में से एक है। इस विशाल दुर्ग के अंदर बेहद सुंदर हवेलियां, बड़े-बड़े भवन एवं मंदिर आदि बने हुए हैं, जो कि इस किले को अन्य किलों से अलग बनाती हैं।
इस किला का ऐतिहासिक महत्व होने के साथ-साथ यह अपने भारतीय, इस्लामी और फारसी वास्तुशैली के बेजोड़ मिश्रण के लिए भी जाना जाता है।
जैसलमेर के किले के बारे में और अधिक जानकारी के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करिए – जैसलमेर किले का इतिहास
और अधिक लेख :
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- भारत के प्रमुख राष्ट्रीय प्रतीक
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Top 20] दिल्ली के प्रमुख पर्यटन स्थल | Famous Historical places in delhi in hindi
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दिल्ली पर्यटन पैकेज समय के साथ कई राजवंशों की राजधानी रही है। हिंदू महाकाव्य महाभारत के पांडवों से लेकर वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य के नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा तक, भारत की वर्तमान राजधानी ने कई शासकों को आते-जाते देखा है। इनमें से कई शासकों ने दिल्ली के प्रमुख पर्यटन स्थल नए किलों, महलों और प्रतिष्ठानों का निर्माण करवाया। आज, दिल्ली के ये ऐतिहासिक स्थान राजधानी दिल्ली के दर्शनीय स्थल की यात्रा का मुख्य आकर्षण हैं, जिन्हें दिल्ली दर्शन के नाम से जाना जाता है।
एक सहस्राब्दी से अधिक के इतिहास के साथ, दिल्ली ऐतिहासिक स्थानों की एक लंबी सूची होना सामान्य है। लेकिन कोशिश करने और संक्षेप में बताने के लिए, हम आपके लिए दिल्ली में पर्यटन स्थल की एक विस्तृत सूची लेकर आए हैं जो भारतीय राजधानी के इतिहास के बारे में बहुत कुछ बताते हैं।
Table of Contents
20 दिल्ली के प्रमुख पर्यटन स्थल- Famous Historical Places In Delhi in Hindi
जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, दिल्ली की सल्तनत ने कई शासकों को देखा है। उनमें से बहुतों ने अपने-अपने नगर बसाए। मध्ययुगीन इतिहास काल में ही दिल्ली के भीतर सात शहरों का उत्थान और पतन देखा गया, अर्थात। किला राय पिथौरा, महरौली, सिरी, तुगलकाबाद, फिरोजाबाद, शेरगढ़ और शाहजहानाबाद। ये 7 शहर historical places in delhi की सूची में एक बड़ा हिस्सा हैं।
लढो सराय (राय पिथौरा) – Lado sarai delhi in Hindi
Historical places in delhi ; दर्ज ऐतिहासिक तथ्यों की उपलब्धता के कारण राय पिथौरा दिल्ली के पहले शहर के रूप में जाना जाता है। एक बार किलेबंद शहर का निर्माण पृथ्वीराज चौहान ने 12वीं शताब्दी में तोमर राजपूतों को हराकर किया था। इससे पहले, तोमरों ने लाल कोट नामक एक प्रतिष्ठान पर शासन किया था जिसे तोमर शासक अनंगपाल प्रथम ने 8वीं शताब्दी में बनवाया था।
हालांकि दिल्ली के प्रमुख पर्यटन स्थल की सूची में ये आकर्षण अब अस्तित्व में नहीं हैं, इसके खंडहर महरौली जिले में देखे जा सकते हैं। 12वीं सदी के राय पिथौरा को आज लाधो सराय के नाम से जाना जाता है।
- द्वारा निर्मित: पृथ्वीराज चौहान
- में निर्मित : 1052
- अन्य स्मारकों के पास: किला राय पिथौरा का प्रवेश द्वार और रैंप, राय पिथौरा के कई गढ़, लाल कोट के प्रवेश द्वार, मंडी मस्जिद, राजों-की-बैन (राजों की बावली), बदुन गेट, अजीम खान का मकबरा और बलबन खान का मकबरा
- स्थान : दक्षिण पश्चिम दिल्ली, कुतुब मीनार परिसर के पास, नई दिल्ली – 110030
- निकटतम मेट्रो: साकेत मेट्रो स्टेशन (येलो लाइन)
महरौली दिल्ली – Historical places in delhi in hindi
1191 में पृथ्वीराज चौहान को हराने के बाद मोहम्मद गोरी ने अपने गुलाम कुतुबुद्दीन ऐबक को अपना वायसराय छोड़ दिया। ऐबक ने 1193 में दिल्ली पर कब्जा कर लिया, जो अभी भी चौहानों के हाथों में थी। 1206 में गोरी की मृत्यु के बाद, ऐबक ने अपने लिए दिल्ली की गद्दी संभाली और दिल्ली पर पहला मुगल शासन स्थापित किया।
इससे गुलाम वंश का उदय हुआ। कुतुबुद्दीन ऐबक ने इस्लामी संरचनाओं का निर्माण शुरू किया जो बाद में उनके शहर – महरौली में शामिल हो गए। यह दिल्ली का दूसरा शहर था।
महरौली शहर में दिल्ली के कई ऐतिहासिक स्थान शामिल हैं, जिनमें प्रमुख हैं महरौली पुरातत्व पार्क और कुतुब पुरातत्व क्षेत्र।
- द्वारा निर्मित : तोमर राजपूत
- में निर्मित : 1060 सीई
- अन्य स्मारकों के पास : जहाज महल, हौज-ए-शम्सी, मोती मस्जिद, जफर महल, अधम खान का मकबरा, जमाली कमाली मस्जिद, मौलाना जमाली कमाली का मकबरा, और गंधक की बावली
- स्थान : दक्षिण पश्चिम जिला, नई दिल्ली – 110030
- निकटतम मेट्रो : कुतुब मीनार मेट्रो स्टेशन (येलो लाइन)
हौज खास का इतिहास – History of Hauz Khas in Hindi
Historical places in delhi : 21वीं सदी की दिल्ली के सबसे समृद्ध और समृद्ध इलाकों में से एक, हौज खास का नाम अलाउद्दीन खिलजी के शासनकाल के दौरान बनाए गए रॉयल वाटर टैंक से लिया गया है। वर्तमान हौज खास जिले को उस समय सिरी कहा जाता था, जो दिल्ली के सात शहरों में से एक था। नई दिल्ली के प्रमुख पर्यटन स्थल का एक आकर्षण,
यह क्षेत्र इतिहास प्रेमियों और भाग प्रेमियों दोनों के लिए महत्व रखता है। और जिले में असंख्य स्मारकों की उपस्थिति के साथ, हौज खास दिल्ली के ऐतिहासिक स्थान में से एक के रूप में योग्य है।
- द्वारा निर्मित : अलाउद्दीन खिलजीक
- में निर्मित: 13वीं शताब्दी
- पास के अन्य स्मारक: फिरोज शाह तुगलक का मकबरा, बाग-ए-आलमगुंबद, काली गुमटी और तेफे वाला गुंबद
- स्थान : दक्षिण पश्चिम जिला, नई दिल्ली – 110016
- निकटतम मेट्रो : ग्रीन पार्क मेट्रो स्टेशन (येलो लाइन)
तुगलकाबाद फोर्ट – Historical places in delhi in Hindi
यह 1320 में था कि गयासुद्दीन तुगलक ने नसीरुद्दीन मोहम्मद से दिल्ली की सल्तनत जीती और तुगलकाबाद शहर की स्थापना की। उसने शहर में तुगलकाबाद किले का निर्माण करवाया, जिसके अवशेष आज भी इस क्षेत्र में देखे जा सकते हैं। दिल्ली सल्तनत के पूर्व सात शहरों में तीसरे शहर के रूप में, तुगलकाबाद भी दिल्ली के ऐतिहासिक स्थान की सूची में उच्च स्थान पर है।
- द्वारा निर्मित: गयास-उद-दीन तुगलक
- में निर्मित : 1321
- अन्य स्मारकों के पास : गयासुद्दीन खान का मकबरा, नई-का-कोट, आदिलाबाद, और तुगलकाबाद किला
- स्थान : दक्षिणी दिल्ली, नई दिल्ली- 110016
- निकटतम मेट्रो: ग्रीन पार्क मेट्रो स्टेशन (येलो लाइन)
जहाँपनाह – Jahanpanah in Hindi
Historical places in delhi : 1325 में गयासुद्दीन तुगलक की असामयिक मृत्यु के बाद, उसका पुत्र मुहम्मद बिन तुगलक गद्दी पर बैठा। अपनी राजधानी के रूप में तुगलकाबाद के साथ 7 साल के शासन के बाद, उसने साम्राज्य की राजधानी को दक्कन के औरंगाबाद जिले में दौलताबाद, देवगिरी में स्थानांतरित कर दिया। लेकिन पानी की कमी ने उन्हें 1334 में वापस दिल्ली में दर्शनीय स्थल के लिए प्रेरित किया।
यह तब था जब उन्होंने अपनी पूर्व राजधानी तुगलकाबाद के बहुत करीब एक और शहर – जहांपनाह या दुनिया की शरण की स्थापना की थी। हालांकि इसे राजधानी के 7 शहरों में कभी नहीं माना जाता था, लेकिन इसे इतिहास प्रेमियों के लिए दिल्ली के दर्शनीय स्थल में से एक माना जाता है।
- द्वारा निर्मित: मुहम्मद बिन तुगलकी
- में निर्मित: 1326
- अन्य स्मारकों के पास: बेगमपुरी मस्जिद, लाल गुंबद, बहलोल लोधी का मकबरा, और बिजय मंडल
- स्थान: गीतांजलि मार्ग, ब्लॉक एस, मालवीय नगर, नई दिल्ली – 110016
- निकटतम मेट्रो: मालवीय नगर मेट्रो स्टेशन (येलो लाइन)
कोटला (फिरोजाबाद) – Historical places in delhi in Hindi
मुहम्मद बिन तुगलक के विनाशकारी शासन के बाद, उसका पुत्र फिरोज शाह साम्राज्य में कुछ स्थिरता लाने के लिए निकल पड़ा। नियत समय में, उन्होंने दिल्ली में एक और शहर – फिरोजाबाद या फिरोज शाह कोटला की स्थापना की। यह शहर ऊँची दीवारों का एक बड़ा घेरा था और इसमें महल, खंभों वाले हॉल, मस्जिद, एक कबूतर टॉवर और एक पानी की टंकी थी। फिरोज ने 1500 साल पहले अपने महल के शीर्ष पर एक अशोक स्तंभ बनवाया था।
इसके बाद के सैय्यद और लोधी राजवंशों ने स्थिरता बहाल करने के लिए काम किया। इस युग के सबसे प्रसिद्ध उद्यान और मकबरे, जिन्हें आप वर्तमान लोधी गार्डन के आसपास के क्षेत्र में दिल्ली में दर्शनीय स्थल पर देख सकते हैं, मध्यकालीन भारत के फिरोजाबाद शहर में भी आते हैं।
- द्वारा निर्मित : दिल्ली सल्तनत
- में निर्मित: 14वीं शताब्दी
- पास के अन्य स्मारक : सिकंदर लोधी का मकबरा, सफदरजंग का मकबरा, पुराना लोधी ब्रिज, बड़ा गुंबद और शीश गुंबद
- स्थान : साउथ एक्सटेंशन I, नई दिल्ली – 110003
- निकटतम मेट्रो: साउथ एक्सटेंशन मेट्रो स्टेशन (पिंक लाइन)
Historical places in delhi : वर्तमान में पुराना किला (पुराना किला) शेर शाह सूरी की राजधानी शेरगढ़ में बनाया गया था। हालाँकि, जब हुमायूँ ने 1555 में राजधानी को वापस जीतने के लिए उसे हरा दिया, तो किला और शहर अधूरा था। हुमायूँ ने जरूरतमंदों को किया और दिल्ली में सबसे लोकप्रिय ऐतिहासिक स्थानों में से एक के अस्तित्व को जन्म दिया।
हालाँकि हुमायूँ का मकबरा परिसर बाद में सम्राट अकबर द्वारा बनाया गया था, पुराने किले के बगल में इसका स्थान अक्सर इतिहासकारों के बीच बहस का कारण बना कि इसे शेरगढ़ शहर में शामिल किया जाए या नहीं। लेकिन अगर आप पुराने किले में जा रहे हैं, तो बेहतर होगा कि आप हुमायूं के मकबरे परिसर के स्मारकों को देखने से न चूकें।
- द्वारा निर्मित : सम्राट शेर शाह सूरी
- में निर्मित: 1540-1545 . के बीच
- कुतुब मीनार परिसर में स्मारक :
- अन्य स्मारकों के पास : हुमायूं का मकबरा, अरब सराय, अफसा-वाला-की-मस्जिद, ईसा खान नियाज़ी का मकबरा, नई-का-गुंबद, चिल्ला निजामुद्दीन औलिया, नीला गुंबद, और बू हलीमा का मकबरा
- स्थान : मथुरा रोड, दिल्ली चिड़ियाघर के पास, नई दिल्ली – 110003
- निकटतम मेट्रो : खान मार्केट मेट्रो स्टेशन (वायलेट लाइन)
पुरानी दिल्ली – Famous Historical places in delhi in Hindi
शाहजहाँ, जिसने दुनिया को ताजमहल दिया, को शाहजहानाबाद शहर के निर्माण का श्रेय भी दिया जाता है – वर्तमान में पुरानी दिल्ली। यह शहर 1639 से मुगल वंश के अंत तक मुगल सल्तनत की राजधानी बना रहा। दीवारों वाला शहर अपनी शाही वास्तुकला, जटिल गलियों, खूबसूरत मस्जिदों और बगीचों, चकाचौंध भरे बाजारों और आसपास की दीवारों के लिए जाना जाता था।
पुरानी दिल्ली में प्रसिद्ध स्थान: लाल किला (लाल किला), जामा मस्जिद, चांदनी चौक, दरीबा कलां, बल्लीमारान, भागीरथ पैलेस (बेगम समरू की पूर्व हवेली), नौघरा, मिर्जा गालिब की हवेली, हवेली धरमपुरा, चुन्नमल की हवेली, दिगंबर जैन लाल मंदिर, और सलीमगढ़ किला द्वारा निर्मित: मुगल सम्राट शाहजहाँ में निर्मित: 1628- 58 पुरानी दिल्ली के द्वार के अंतर्गत सूचीबद्ध स्मारक:
- निगमबोध गेट : उत्तर पूर्व, यमुना नदी पर निगमबोध घाट की ओर जाता है
- कश्मीरी गेट: उत्तर
- मोरी गेट: उत्तर
- काबुली गेट: पश्चिम
- लाहौरी गेट: पश्चिम, सैयद अब्दुल रहमान जिलानी देहलवी के मकबरे की ओर जाता है।
- अजमेरी गेट: दक्षिण-पूर्व, गाजीउद्दीन खान के मदरसा और कनॉट प्लेस की ओर जाता है
- तुर्कमान गेट: दक्षिण-पूर्व, शाहजहाँ से पहले के कुछ अवशेषों के करीब, जिसमें हज़रत शाह तुर्कमान बयाबानी का मकबरा भी शामिल है।
- दिल्ली गेट: दक्षिण, फिरोज शाह कोटला की ओर
- लाल किले में स्मारक: लाल किला, नौबत खाना, दीवान-ए-आम, मुमताज़ महल, रंग महल, बैठक, मुथम्मन बुर्ज, दीवान-ए-खास, मोती मस्जिद, सावन और भादों, शाही बुर्ज, हम्माम और सुनहरी मस्जिद
- नौघरा और उसके आसपास की ऐतिहासिक इमारतें दिगंबर जैन मंदिर, श्वेतांबर जैन मंदिर, 9 रंगीन जैन हवेलियां और परांठे वाली गली
- स्थान: पुरानी दिल्ली, दिल्ली – 110006
- निकटतम मेट्रो: चांदनी चौक मेट्रो स्टेशन (येलो लाइन)
दिल्ली में अन्य महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थान
दिल्ली में ऐतिहासिक स्थलों की भरमार है। आगे पढ़ें, इनमें से कुछ और स्थानों के बारे में जानने के लिए और इन्हें Famous Historical places in delhi की यात्रा की अपनी सूची में शामिल करें।
बदरपुर जेल – Historical places in delhi in Hindi
बदरपुर, दिल्ली के दक्षिण में ऐतिहासिक शह र, ऐतिहासिक स्मारकों का अपना हिस्सा है। एक बार इस क्षेत्र में कई सराय थीं, और आज भी इसमें कुछ स्मारक हैं जो कि दिल्ली के अपने ऐतिहासिक दौरे पर जा सकते हैं। अपने बदरपुर भ्रमण पर पुराने शहर तुगलकाबाद की दीवारों और बहुत कुछ का अन्वेषण करें।
- द्वारा निर्मित: जाट चौधरी
- में निर्मित : 1860 के दशक में
- पास के अन्य स्मारक : मोहम्मद तुगलकाबाद शाह का मकबरा और पुराने शहर तुगलकाबाद की दीवारें
- स्थान : बवाना, नई दिल्ली, दिल्ली 110039
- निकटतम मेट्रो : रिठाला मेट्रो स्टेशन (रेड लाइन)
Historical places in delhi : स्मारक आज किसी भी शहर या शहर की रीढ़ हैं। वे किसी के इतिहास और संस्कृति को संग्रहीत और संरक्षित करते हैं। यह इतिहास ही है जो किसी को अपनी जड़ें देता है। और जब हम दिल्ली के ऐतिहासिक स्मारकों की बात करते हैं, तो वजीराबाद का भी उल्लेख किया जाना चाहिए। वज़ीराबाद में सदियों से निर्मित स्मारक हैं और इन खूबसूरत स्मारकों की खोज करते हुए समय में वापस जाने में बहुत मज़ा आता है।
- द्वारा निर्मित : सुल्तान फिरोज शाह तुगलकी
- में निर्मित: 1959
- अन्य स्मारकों के पास : वज़ीराबाद मकबरा (शाह आलम I का मकबरा), वज़ीराबाद मस्जिद, वज़ीराबाद पुल, शाह आलम बहादुर शाह का मकबरा, शाह आलम II का मकबरा और अकबर शाह II का मकबरा
- स्थान : उत्तर पूर्वी दिल्ली, नई दिल्ली – 110054
- निकटतम मेट्रो: मजलिस पार्क मेट्रो स्टेशन (पिंक लाइन)
निजामुद्दीन
Historical places in delhi : हजरत निजामुद्दीन की दरगाह के बारे में किसने नहीं सुना? मुझे लगता है कि हर किसी के पास है, और प्रसिद्ध दरगाह के अलावा, निजामुद्दीन में कुछ स्मारक भी हैं जिन्हें इस क्षेत्र में देखा जा सकता है। विश्व प्रसिद्ध कवि मिर्जा गालिब को निजामुद्दीन में भी दफनाया गया है, और दिल्ली के ऐतिहासिक स्थान के दौरे के दौरान मिर्जा गालिब की कब्र पर जा सकते हैं।
- द्वारा निर्मित : मुहम्मद बिन तुगलकी
- में निर्मित : 1325
- अन्य स्मारकों के पास: मिर्जा गालिब का मकबरा, अतागा खान का मकबरा, जहांआरा बेगम की कब्र, निजामुद्दीन औलिया का मकबरा, अमीर खुसरो का मकबरा, निजामुद्दीन बावली, और मिर्जा मुजफ्फर का मकबरा (बरहा बताशा और छोटा बताशा)
- स्थान : हज़रत निज़ामुद्दीन, दक्षिणी दिल्ली जिला, नई दिल्ली – 110013
- निकटतम मेट्रो : जंगपुरा मेट्रो स्टेशन (वायलेट लाइन)
इंद्रपत एस्टेट – Historical places in delhi in Hindi
भारत के दर्शनीय स्थल की बात करते हुए, आइए हम इंद्रपत एस्टेट को न भूलें। पहले इंद्रप्रस्थ के नाम से जाना जाता था, आधुनिक समय में नाम बदलकर इंद्रपत या इंद्रपत हो गया। यहां जिन स्मारकों की यात्रा की जा सकती है, उनमें सुंदरवाला महल, सुंदरवाला बुर्ज और बहुत कुछ है। इतिहास की इन दिलचस्प जगहों को अपने दोस्तों के साथ देखें। जल्द ही हेरिटेज टूर की योजना बनाएं!
- द्वारा निर्मित: शेर शाह,
- में निर्मित : NA
- अन्य स्मारकों के पास: लक्कड़ वाला गुंबद, सुंदरवाला बुर्ज, और सुंदरवाला महल
- स्थान : सुंदर नर्सरी, हजरत, भारत स्काउट्स एंड गाइड्स मार्ग, निजामुद्दीन, नई दिल्ली – 110013
Historical places in delhi : यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसे आप पूरे दिन देख सकते हैं। ऐसे कई वॉक हैं जिनमें कोई भी शामिल हो सकता है। यह अच्छे कारणों से कारीगरों और इतिहासकारों का केंद्र है। यहां खिरकी मस्जिद की यात्रा की जा सकती है जो अन्य ऐतिहासिक स्मारकों के बीच 14 वीं शताब्दी के अंत में निर्मित है। गाँव में जाएँ और दिल्ली के पुराने और गड़गड़ाहट वाले, फिर भी सुरुचिपूर्ण ऐतिहासिक स्मारकों के मनोरम स्थलों के लिए खुद को खो दें।
- द्वारा निर्मित: खान-ए-जहाँ जूनान तेलंगाना
- में निर्मित : 14वीं शताब्दी
- अन्य स्मारकों के पास: खिरकी मस्जिद, सतपुला III बांध, और शेख यूसुफ कत्तल का मकबरा
- स्थान : दक्षिणी दिल्ली जिला, नई दिल्ली – 110017
- निकटतम मेट्रो : मालवीय नगर मेट्रो स्टेशन (येलो लाइन)
खरेरा गांव – Historical places in delhi in Hindi
पुरानी दिल्ली के दर्शनीय स्थल वाला एक अन्य क्षेत्र खरेरा गांव है। ये स्मारक अतीत और उस स्वर्ण युग की याद दिलाते हैं जिसे देश ने कभी देखा था। आज, हम क्या कर सकते हैं कि इन स्थानों का दौरा करें और जानें कि ये संरचनाएं कभी कितनी महत्वपूर्ण थीं, और आज भी हैं। इस गांव में कुछ महत्वपूर्ण संरचनाओं का उल्लेख नीचे किया गया है। दिल्ली के पास 1 दिन सैर इन अद्भुत जगहों के बारे में और जानने के लिए पढ़ें।
- द्वारा निर्मित : सुल्तान अलाउद्दीन खिलजीक
- अन्य स्मारकों के पास : चोर मीनार, सकरी गुमटी, छोटी गुमटी, खरेरा की ईदगाह, नीली मस्जिद, पोटी का गुंबद, बिरान का गुंबद, दादी का गुंबद, और बड़ा खंबा
- स्थान : हौज खास, नई दिल्ली – 110016
- निकटतम मेट्रो : हौज खास मेट्रो स्टेशन (येलो लाइन)
उत्तरी दिल्ली सिर्फ दिल्ली विश्वविद्यालय परिसर और प्रेतवाधित रिज रोड के लिए प्रसिद्ध नहीं है। अन्वेषण के मामले में और भी बहुत कुछ है जिसमें कोई भी शामिल हो सकता है। इस क्षेत्र में कुछ ऐतिहासिक स्थान भी हैं, जैसे फ्लैगस्टाफ टॉवर। इसे 1828 में सिग्नल टावर के रूप में बनाया गया था। दिल्ली रिज पर जाएं और उस क्षेत्र के कुछ दिल्ली घूमने की जगह लिस्ट के बारे में जानें।
- द्वारा निर्मित: दिल्ली विकास प्राधिकरण
- में निर्मित : 1828
- अन्य स्मारकों के पास: फ्लैगस्टाफ टॉवर, चौबुरजी, हिंदू राव बावली, अशोकन स्तंभ और पीर ग़ैब
- स्थान : कमला नेहरू रिज, सिविल लाइंस, दिल्ली, 110007
- निकटतम मेट्रो : विधानसभा मेट्रो स्टेशन (येलो लाइन)
एक अन्य क्षेत्र जिसे दिल्ली में ऐतिहासिक स्मारकों की सूची में शामिल किया जा सकता है, वह है बाबरपुर। यह उत्तर पूर्वी दिल्ली में है और इसमें कुछ महत्वपूर्ण इमारतें हैं, जैसे कोस मीनार। ये मध्यकाल के भारतीय मील के पत्थर थे। आश्चर्य है कि Google मानचित्र के बिना दुनिया कैसे चलती है? खैर, इन मील के पत्थर ने पहले के समय में लंबे मार्गों पर चिह्नों के रूप में मदद की। इन्हें देखने के लिए बाबरपुर जाएं!
- द्वारा निर्मित : NA
- अन्य स्मारक निकट : लाल बांग्ला और कोस मीनार (मुगल मील का पत्थर)
- स्थान : उत्तर शाहदरा, उत्तर पूर्वी दिल्ली जिला, नई दिल्ली – 110032
- निकटतम मेट्रो : जाफराबाद मेट्रो स्टेशन (पिंक लाइन)
दिल्ली दर्शन के लिए दिल्ली में ऐतिहासिक स्थान
सूची अभी समाप्त नहीं हुई है। यहां कुछ दिलचस्प स्मारक हैं जिन्हें कोई भी दिल्ली दर्शन की अपनी सूची में जोड़ सकता है। वे निश्चित रूप से आपको निराश नहीं करेंगे!
वर्तमान जंतर मंतर उन स्मारकों में से है जो नई दिल्ली के प्रमुख पर्यटन स्थल की रीढ़ हैं। वर्तमान में नई दिल्ली शहर में स्थित, यह जयपुर के महाराजा जय सिंह द्वितीय द्वारा 1724 में निर्मित 5 वेधशालाओं में से एक है। वेधशाला में 13 यंत्र और 3 प्रमुख व्यक्तिगत संरचनाएं हैं। 3 व्यक्तिगत संरचनाएं हैं:
- सम्राट यंत्र: सम्राट यंत्र, या सर्वोच्च यंत्र, एक विशाल समकोण त्रिभुज है जो मूल रूप से एक घंटे के बराबर होता है। इसका 128 फुट लंबा (39 मीटर) कर्ण, जो पृथ्वी की धुरी के समानांतर है, उत्तरी ध्रुव की ओर इशारा करता है। इसके दोनों ओर घंटे, मिनट और सेकंड के संकेतकों के साथ एक चतुर्थांश है। इसने विभिन्न स्वर्गीय पिंडों की गिरावट और अन्य संबंधित निर्देशांकों को मापने में भी मदद की।
- जयप्रकाश यंत्र: जयप्रकाश यंत्र ने गोलार्द्धों को उनकी अवतल सतहों पर चिह्नों के साथ खोखला कर दिया है। उनके रिम पर बिंदुओं के बीच क्रॉसवायर फैलाए गए थे। इसका उपयोग तारों की स्थिति का अध्ययन करने के लिए किया जाता था।
- मिश्रा यंत्र: मिश्रा यंत्र, वेधशाला में एकमात्र संरचना जिसका आविष्कार जय सिंह द्वितीय द्वारा नहीं किया गया था, वर्ष के सबसे छोटे और सबसे लंबे दिनों को निर्धारित करने और दुनिया भर के विभिन्न शहरों में दोपहर के सटीक क्षण को इंगित करने के लिए एक उपकरण था। .
- द्वारा निर्मित: महाराजा जय सिंह II
- में निर्मित: 1724
- अन्य स्मारक निकट: अग्रसेन की बावली, बिरला मंदिर, राष्ट्रपति भवन, राष्ट्रीय संग्रहालय
- स्थान: कनॉट प्लेस, संसद मार्ग, नई दिल्ली – 110001
- निकटतम मेट्रो: जनपथ मेट्रो स्टेशन (वायलेट लाइन)
वर्तमान अग्रसेन की बावली
अग्रसेन की बावली वर्तमान में नई दिल्ली शहर में कनॉट प्लेस के पास हैली रोड पर स्थित है। दिल्ली में एएसआई-संरक्षित ऐतिहासिक स्थानों में से एक, इसमें 3 स्तर और 103 सीढ़ियां हैं। हालांकि इसे साबित करने के लिए कोई ऐतिहासिक रिकॉर्ड नहीं हैं, लेकिन माना जाता है कि यह इमारत महान महाराजा अग्रसेन द्वारा बनाई गई थी और तुगलक वंश के शासनकाल के दौरान अग्रवाल समुदाय द्वारा फिर से बनाई गई थी। अफवाह यह है कि बावली भी दिल्ली के प्रेतवाधित स्थानों में से एक है।
- द्वारा निर्मित: राजा अग्रसेन
- पास के अन्य स्मारक: जंतर मंतर, संसद भवन, बिरला मंदिर, राष्ट्रपति भवन
- स्थान: हैली रोड, केजी मार्ग, दीवानचंद इमेजिंग सेंटर के पास, नई दिल्ली – 110001
छोटा कुतुब मीनार
इस स्मारक के निर्माण की तारीख के बारे में बहस अभी भी मौजूद है, जिन्होंने इस स्मारक के बारे में सुना है। जबकि मीनार में इस्तेमाल किया गया लाल बलुआ पत्थर मुगल काल से होने का सुझाव देता है, कई स्थानीय लोग इसे पृथ्वीराज चौहान के समय का दावा करते हैं। यह भी माना जाता है कि 1650 के दशक के दौरान शाहजहाँ द्वारा इस संरचना का उपयोग शिकारगाह के रूप में किया गया था।
जो अब 12 मुखों वाली 17-मीटर ऊँचे मीनार के रूप में खड़ा है, उसका ऊपरी भाग टूटा हुआ है। उत्तम नगर के हस्तसाल गांव में अपने दूरस्थ स्थान के कारण, इसे नई दिल्ली के प्रमुख पर्यटन स्थल के चेहरे से अनदेखा कर दिया गया है।
- द्वारा निर्मित : शाहजहाँ
- में निर्मित : 1650
- पास के अन्य स्मारक: छोटा कुतुब मीनार के पास कोई अन्य स्मारक नहीं है
- स्थान : हस्तसाल गांव, उत्तम नगर, पश्चिमी दिल्ली, नई दिल्ली – 110059
- निकटतम मेट्रो: उत्तम नगर ईस्ट मेट्रो स्टेशन (ब्लू लाइन)
नई दिल्ली पर्यटन पैकेज के हाल के आकर्षणों में से एक, राजपथ पर इंडिया गेट अविभाजित भारतीय सेना के 82,000 सैनिकों के लिए एक युद्ध स्मारक है, जो 1914-1921 की अवधि में प्रथम विश्व युद्ध में फ्रांस, फ़्लैंडर्स, मेसोपोटामिया में शहीद हुए थे। , फारस, पूर्वी अफ्रीका, गैलीपोली, और निकट और सुदूर पूर्व में कहीं और, और तीसरा एंग्लो-अफगान युद्ध। यह इम्पीरियल वॉर ग्रेव्स कमीशन (IWGC) के काम का एक हिस्सा है जो दिसंबर 1917 में युद्ध स्मारकों के निर्माण के लिए अस्तित्व में आया था।
इसकी आधारशिला 10 फरवरी 1921 को ड्यूक ऑफ कनॉट द्वारा रखी गई थी और इसका उद्घाटन 12 फरवरी 1931 को लॉर्ड इरविन ने किया था। 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के बाद, इसमें एक और संरचना जोड़ी गई – अमर जवान ज्योति।
- द्वारा निर्मित: सर एडविन लुटियंस
- में निर्मित: 1931
- अन्य स्मारक: अमर जवान ज्योति
- स्थान: राजपथ, इंडिया गेट, नई दिल्ली – 110001
- निकटतम मेट्रो: केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन (येलो लाइन)
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हमारे सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद, ऊपर दी गई सूची में राजधानी के सभी ऐतिहासिक स्मारकों को शामिल नहीं किया गया है। लेकिन यह निश्चित रूप से उन लोगों के लिए पर्याप्त चारा प्रस्तुत करता है जो दिल्ली के ऐतिहासिक स्थानों की सैर करना चाहते हैं। जल्द ही दिल्ली की यात्रा बुक करें और यहां इन सभी अद्भुत स्थानों को देखें!
दिल्ली में ऐतिहासिक स्थानों के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
A . जैसा कि सब कुछ फिर से खुल रहा है और लोग नए-सामान्य का सामना कर रहे हैं, हां, दिल्ली के अधिकांश ऐतिहासिक स्थान खुले हैं। हालांकि, यह सुझाव दिया जाता है कि समय और अन्य अपडेट पहले से जांच लें। इस बीच, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना याद रखें और जब भी बाहर हों तो हर समय फेस मास्क पहनें।
A . दिल्ली ऐतिहासिक स्थानों का केंद्र है और राजधानी शहर में इतिहास प्रेमियों के लिए पर्यटकों के आकर्षण की कोई कमी नहीं है। इनमें से कुछ लाल किला, जामा मस्जिद, हुमायूं का मकबरा, कुतुब मीनार और इंडिया गेट हैं।
A. 7 जिलों से बनी दिल्ली पर कई राजाओं और शासकों का शासन रहा है, यही वजह है कि यह भारत की ऐतिहासिक, स्थापत्य और सांस्कृतिक राजधानी बन गई है। दिल्ली में ऐतिहासिक स्थानों की संख्या निर्धारित नहीं की जा सकती है, लेकिन उनमें से तीन को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थलों के रूप में मान्यता दी गई है।
A. दिल्ली लंबे समय से संस्कृति, परिवहन, राजनीति और वाणिज्य का केंद्र रहा है। इसके अलावा इस शहर पर कई राजाओं का राज रहा है, यही वजह है कि दिल्ली भारत का एक ऐतिहासिक शहर है।
A . एडविन लुटियंस, चंडीगढ़ के योजनाकार भी, ने वर्ष 1921 में इंडिया गेट का निर्माण किया, जो ब्रिटिश भारतीय सेना के सदस्यों को याद करता है।
A . क़ुतुब मीनार का निर्माण तब हुआ था जब दिल्ली के अंतिम हिंदू शासक की हार हुई थी। 73 मीटर ऊंचे इस टावर को कुतुब-उद-दीन ऐबक ने साल 1193 में बनवाया था।
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ऐतिहासिक स्मारकों पर निबंध, कविता Historical monuments Essay, Poem in hindi
Historical monuments of india in hindi language.
दोस्तों कैसे हैं आप सभी, दोस्तों आज हम आपके लिए लाए हैं भारत के कुछ ऐतिहासिक स्थानों के बारे में लिखा गया हमारा ए आर्टिकल इस आर्टिकल से आप अपने परीक्षाओं में इस विषय पर दिए गए निबंध की तैयारी अच्छी तरह से कर सकते हैं और भारत के ऐतिहासिक स्थानों के बारे में जानकारी लेकर आप भारती संस्कृति, सभ्यता आदि का ज्ञान ले सकते हैं तो चलिए पढ़ते हैं हमारे द्वारा लिखित इस आर्टिकल को।
हमारा भारत देश एक विशालकाय देश हैं भारत देश में कई ऐसे ऐतिहासिक स्थान हैं जहां पर हर कोई घूमना फिरना, उन्हें देखना पसंद करता है इन स्थानों में लोग देश से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी भारी संख्या में रोज आते हैं. हमारे भारत देश के जो ऐतिहासिक स्थान हैं वास्तव में वह हर किसी को प्रेरणा देते हैं। हर एक ऐतिहासिक स्थान का अपना एक अलग महत्व है जो हमारे भारत की प्राचीन ऐतिहासिक संस्कृति, सभ्यता, रहन सहन आदि की हमें जानकारी देते हैं। ऐतिहासिक स्थानों में आगरा का ताजमहल जो कि काफी प्रसिद्ध है .
आगरा का ताजमहल उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में यमुना नदी के किनारे पर स्थित है यह आगरा का ताजमहल शाहजहां ने अपनी बेगम की याद में बनवाया था। यह ताजमहल सफेद संगमरमर से निर्मित किया गया है यह बहुत ही सुंदर दिखता है यह दुनिया के आठ अजूबों में से एक है जहां पर देश विदेश से कई लोग घूमने के लिए आते हैं। कुतुब मीनार जो कि दिल्ली में स्थित है यह मीनार भी एक ऐतिहासिक स्थान है। कुतुब मीनार भारत की दूसरी सबसे बड़ी मीनारों में गिनी जाती है यह काफी प्रसिद्ध भी है यह सुबह से शाम तक खोली जाती है बहुत सारे लोग इस मीनार में घूमने के लिए भी आते हैं।
यह कुतुब मीनार संगमरमर एवं लाल पत्थरों से मिलकर बनी हुई है इस क़ुतुब मीनार को गुंबद वाली मीनार भी कहा जाता है वास्तव में कुतुब मीनार भी एक बहुत ही प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थान है। हम सभी को यहां पर भी जरूर एक बार घूमने जाना चाहिए। ऐतिहासिक स्थलों में दिल्ली का लाल किला भी काफी प्रसिद्ध है यह लाल बलुआ पत्थरों की दीवारों से निर्मित है यह किला शाहजहां ने सन 1648 में बनवाया था। लाल किला भी एक बहुत ही अच्छा ऐतिहासिक स्थान है जहां से हर साल प्रधानमंत्री जी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जनता को संबोधित करते हैं
यह किला घूमने के लिए एक बहुत ही अच्छा स्थान है जहां पर देश-विदेश से काफी लोग घूमने आते हैं इन सब के अलावा हमारे भारत देश में कई और ऐतिहासिक स्थल भी हैं जो वास्तव में हमें एक बार जरूर देखना चाहिए। इन स्थलों में मैसूर, राजमहल, अमृतसर का हरमंदिर साहिब, जयपुर का हवामहल, आगरा का फतेहपुर सीकरी काफी प्रसिद्ध है वास्तव में भारत के ऐतिहासिक स्थल काफी प्रसिद्ध है जहां पर देश-विदेश के काफी लोग घूमने आते हैं और अपने नेत्रों का लाभ उठाते हैं। हमें अपने भारत के ऐतिहासिक स्थलों के दर्शन जरूर करने चाहिए जिससे हम प्राकृतिक संस्कृति, सभ्यता आदि के बारे में जान सकें।
poem on historical monuments in hindi
ऐतिहासिक स्थलों को घूमने आते हैं
देश विदेश के लोग नेत्रों का लाभ उठाते हैं
ताजमहल को देखकर मुस्कुरा जाते हैं
प्रेम का प्रतीक वह समझते जाते हैं
कुतुब मीनार को देखकर अचंभित हो जाते हैं
लाल किले से वह काफी प्रभावित हो जाते हैं
ऐतिहासिक इमारतों को देखकर वह हर्षा जाते हैं
अपने नेत्रों का वो लाभ उठाते जाते हैं
हर किसी को स्मारक बहुत भाते हैं
प्राचीन संस्कृति सभ्यता का ज्ञान कराते हैं
ऐतिहासिक स्थानों को लोग घूमने आते हैं
- लाल किले पर निबंध व इतिहास Red fort essay & history in hindi
- ताजमहल का इतिहास Taj mahal history in hindi
दोस्तों हमे बताये की ये आर्टिकल Historical monuments Essay, Poem in hindi आपको कैसा लगा.
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Essay on “Historical Monuments of India” Complete Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.
Historical monuments of india.
Essay No. 01
Indian History is full of the rise and fall of many kingdoms and empires. Monuments, built y the kings and they perform of every period throw light on the past history of India. these monuments exhibit the glory of India and are part of our cultural heritage. Almost all states of India boast of some or the other important historical monuments. Thousands of tourists visit India to have a glimpse of its important historical places.
Taj Mahal is one of the most famous and beautiful buildings of the world. Taj Mahal was build by Emperor Shah Jahan as the tomb for his wife Mumtaz Mahal. It matchless beauty draws visitors from all parts of the world. The taj mahal got the highest ranking among the Seven Wonders of the World after the biggest online poll at www.new7wonders.com . Part forms Taj Mahal there are other historical monuments in Agra.
Red fort is one of those monuments which enhance the grace of Delhi. Red fort was also built by shah Jahan the Mughal emperor. The architecture of this building has a splendid impact of red stone and marble works. it has delicate carving on every possible surface.
Qutub Miner’s also a significant historical monument. The construction of Qutub Minar was started by Qutub-ud-din Aibek in twelfth century. But it was completed by his successor Iltutmnish. the Minar rises over 230 feet. The walls of the Minar are intricately carved and inscribed with verses from the Holly Quram. It is often viewed as a symbol of the military might of the Turko Afghan dynasty. Delhi also boasts of historical monument like Purana Qila, humayun’s tomb Jantar Mantar and many more.
Hyderabad is famous for its charming minarets Charminar. The city is often identified with the majestic Charminaar which stands at the center of the old city. It was built by Muhammad quil Shah. Charminar with its enormous size and majestic splendor attracts a number of visitors. Hyderabad has many other famous monuments like Golkunda Fort, Purani Haveli Tombs of Qutub Shahi kings etc.
There are a number of such monuments that are not only historically famous but also have religious significance. Puri is well known for a twelfth century temple called Jagannath erected in honour of the Hindu god Vishnu. It begun by king chodagangaeva and completed by king Ananga Bhima Deva iii. it is very vast temple.
Golden Temple of Amritsar is also known as Darbar Sahib. It is a great pilgrimage center of the Sikhs. The holy temple was completed under the direct control and supervision of Guru Arjan Dev. It’s foundation stone was laid by a renowned Muslim divine Main Mir. The Guru intended to keep the temple open to people of all castes creeds and faith a. so it was given four door women each direction. it has a lire pool around it. During Maharaja Ranjit Singh reign the lower half of the temple was decorated with marble while the entire upper half was in laid with copper converted over by gold plate. Hence it is known as golden temple. Some other religious monuments are Badrinath temple, Dilwara temple Dakshineshwara temple, Kailashnath temple ,Seven pagoda , Lotus temple Rameshwaram temple.
In British era too some important monuments were constructed. These monuments have their own important place in Indian history. India gate was constructed in the memory of those Indian soldiers who were killed in world war i. gateway of India was built to commemorate the visit of the first ever British Monarch King George V and Queen Mary in 1911. There are a number of other monuments built by the British. These are Rashtrapati Bhawan Parliament House Victoria Memorial.
Al these monuments are visited by millions of tourists actors the globe throughout the year. These monuments are among the best a in the world for their archaeological value design and historical significance but it is a disturbing fact that we have no looked after these monuments properly.
The majority of them are in a bad shape. Even the most famous monuments like Taj Mahal , Qutub Minar , Lal Qila have been belated. Nearby industrial areas and markets create pollution which is harmful for these monuments. The government must a take initiative to protect these monuments. Proper care of these monuments enhances their life. A committee of experts should be formed to study the present condition of the monuments and the steps needed to be taken to protect them. Proper attention and initiatives of the government can only save these historical monuments from ruining away.
Essay No. 02
The Taj Mahal, popularly considered as one of the wonders of the world, is a remarkable creation synthesized by the human virtues of artistry, endurance, aesthetics and the spirit of adventure; and inspired by the emotions of love and adoration. Situated on the banks of the river Yamuna, it was built by the seventeenth century Mughal Emperor, Shahjahan, in memory of his beloved wife, Mumtaz. The superior craftsmanship of its builders, and the high quality of the materials used to build it, ensure the building against possible ravages by the elements of Nature. The structure, as a whole, retains its luster and reflects its glory to the extent that, it continues to arouse awe and admiration in the numerous people who visit it round the year.
The greatness of the Taj Mahal is not confined to its fantastic beauty, both inside and outside. It is perhaps the only structure of its kind anywhere, in which marble as a building material has been used to create such marvellous effects. While the main ‘onion’ dome, minarets and the outer walls gleam in natural light, the deep-set doors called `aiwans’, and balconies get filled with faint reflected light, which creates an aura of mystery.
Though the. Taj Mahal is visited round the year, it may be seen in all its splendour on moon-lit nights, preferably in winter. It seems as though the charm and beauty of the building is enhanced several times by such a setting. In the rainy season, however, the marble turns to a hazy grey, giving the structure on the whole, a melancholy appearance.
Like any other object of beauty, the Taj Mahal also attracted attention ‘based on two different motives. If some saw it as a culmination of virtuous human endeavour, and, therefore, a source of inspiration, others considered it as a tempting target meant to be exploited. If those in the first category have raised the prestige of the Taj Mahal worldwide, those in the second have vandalized it and deprived it of much of its original beauty. The precious stones and other ornamentation that adorned the Taj Mahal, have from time to time been plundered by the various rulers and dynasties that followed the Mughals.
In modern times, however, the threat to the Taj Mahal is rather indirect. The focus on development in and around the city of Agra is a cause of serious atmospheric pollution in the region. As the main building material of the Taj Mahal is marble, such air pollution can at once cause the decline of its beauty and its physical destruction.
It is a matter of great relief that the people and the authorities have become aware of the modern threats to the Taj Mahal and have started adopting suitable measures to save the monument. It should be the fervent hope of all that the various salvaging ventures succeed. Such a success will ensure that the Taj Mahal as ‘a thing of beauty will remain a joy forever’!
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It is a nice essay .
Super essay
Hmmm…Yes
Waw| This Information Is Very Usefull For 10th and 12th class students. It will help to the students to understand about ancient and Medival history of India.Very effective Information.
This helps me a lot to understand the history of India n Taj Mahal
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स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi) गणतंत्र दिवस पर 10 वाक्य (10 Lines on Republic Day 2024 in Hindi) गणतंत्र दिवस परेड पर निबंध (Republic Day Parade Essay in Hindi)
Historical places in India. दोस्तों भारत एक प्राचीनतम और महान सभ्यता का देश हैं। यहा महान राजा और योद्धाओं ने अपनी छाप अपनी वास्तु से छोड़ी हैं। भारत के इतिहास में कई ...
Table of Contents. 20 दिल्ली के प्रमुख पर्यटन स्थल- Famous Historical Places In Delhi in Hindi. लढो सराय (राय पिथौरा) - Lado sarai delhi in Hindi. महरौली दिल्ली - Historical places in delhi in hindi. हौज खास का ...
Historical monuments of india in hindi language दोस्तों कैसे हैं आप सभी, दोस्तों आज हम आपके लिए लाए हैं भारत के कुछ ऐतिहासिक स्थानों के बारे में लिखा गया हमारा ए आर्टिकल इस आर्टिकल ...
The monuments of India have become an inspiration for the future generations. Buland Darwaza. Buland Darwaza or the loft gateway was built by the great Mughal emperor, Akbar in 1601 A.D. at Fatehpur Sikri. Akbar built the Buland Darwaza to commemorate his victory over Gujarat.
Institutions Responsible: The Archaeological Survey of India (ASI) under the Ministry of Culture, is the premier organization for the archaeological research and protection of the cultural heritage of the nation. It administers more than 3650 ancient monuments, archaeological sites and remains of national importance.
Historical Monuments of India. Essay No. 01. Indian History is full of the rise and fall of many kingdoms and empires. Monuments, built y the kings and they perform of every period throw light on the past history of India. these monuments exhibit the glory of India and are part of our cultural heritage.
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A short history of India in eight maps. I N HIS DECADE in power Narendra Modi, India's prime minister, has centralised the state to an unprecedented extent. Yet his ruling Bharatiya Janata Party ...