• निबंध ( Hindi Essay)

essay on blood donation day in hindi

Essay on Blood Donation in Hindi

रक्तदान करना किसी व्यक्ति को नया जीवनदान देने के बराबर होता है। रक्त की जरूरत किसी भी व्यक्ति को कभी भी पड़ सकती है, वो आपका दोस्त भी हो सकता है, आपका परिवार भी हो सकता है या फिर आप खुद भी हो सकते हैं। इसलिए अगर आप स्वस्थ हैं तो आपको रक्तदान (Essay on Blood Donation in Hindi) जरूर करना चाहिए। दुनिया में विज्ञान की मदद से सभी बीमारियों की दवा निकाली जा सकती है परन्तु खून की कमी को दूर सिर्फ रक्तदान से ही किया जा सकता है।

रक्तदान के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए 14 जून को रक्तदान दिवस पूरे विश्व में मनाया जाता है। विश्व रक्तदान दिवस रक्त की कमी को पूरा करने और अधिक से अधिक रक्तदाताओं को रक्तदान के लिए प्रोत्साहित करने हेतु पूरे विश्व में 14 जून को मनाया जाता है। यह दिन काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दिन लोगों को सुरक्षित रख के बारे में जागरूक किया जाता है और लोगों को रक्तदान करने मे सक्षम होने के लिए बताया जाता है।

Table of Contents

रक्तदान कौन कौन से व्यक्ति कर सकते हैं (Who Can Donate Blood)

17 से 66 वर्ष की आयु वर्ग में आने वाले व्यक्ति रक्तदान कर सकते हैं। अच्छे स्वास्थ्य के साथ साथ व्यक्ति का वजन अगर 50 किलोग्राम से ज्यादा है तो वह व्यक्ति रक्तदान कर सकता है। मधुमेह (डायबटीज) उच्च रक्तचाप (हाइ ब्लडप्रेशर) जैसी बीमारियों से पीड़ित लोग रक्तदान नहीं कर सकते। इस जागरूकता को बढ़ाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन एक अभियान का आयोजन करता है जो लोगों को रक्तदान के बारे में बताता है। इसलिए रक्तदान दिवस पर विश्व स्वास्थ्य संगठन दुनिया को एक बेहतर स्थान बनाने मे उनके योगदान के लिए रक्तदाताओं की भी सराहना करता है तथा लोगों से रक्तदान करके जीवन बचाने का आग्रह भी करता है ।   

रक्तदान शाकाहारी एवं मांसाहारी व्यक्ति दोनों ही कर सकते हैं। कुछ व्यक्ति के मन में यह भ्रम होता है कि रक्तदान शाकाहारी व्यक्ति नहीं कर सकते क्योंकि उनके शरीर में आयरन नहीं बनता पर यह सही नहीं है रक्तदान शाकाहारी व्यक्ति भी कर सकते अगर वह पूरी तरह सवस्थ है तो। रक्तदान की वजह से कई व्यक्तियों को जीवन दान मिलता है इसलिये रक्तदान को महा दान भी कहा जाता है।

ये भी पड़े :- Essay On World Cancer Day In Hindi

रक्तदान का महत्व (Importance Of Blood Donation)

देश में बढ़ती जनसंख्या के साथ साथ रक्तदान की जरूरत भी बढ़ती जा रही है। हर साल हमारे देश में 5 करोड़ यूनिट रक्त की आवश्यकता होती है परन्तु केवल 2.5 करोड़ यूनिट रक्त ही उपलब्ध हो पाता हैं। और खराब स्थिति यह होती है कि जरूरतमंद व्यक्ति को सही प्रकार का रक्त सही समय पर उपलब्ध नहीं हो पाता क्योंकि लगभग मुख्य रक्त के प्रकार और देश में ये पाया जाना कम हो जाता है इसलिए हम इस स्थिति को बेहतर बनाने के लिए हमें समय समय रक्तदान करना चाहिए और लोगों को रक्तदान करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।

एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में 5-6 लीटर ब्लड होता है। इस हिसाब से एक तंदुरुस्त व्यक्ति साल में कम से कम चार बार रक्तदान कर सकता है जैसे एक स्वस्थ शरीर के इंसान में लगभग 10 यूनिट रक्त होता है जिसमें से व एक यूनिट रक्त अर्थात 350 मिली ग्राम दान कर सकता है। एक नियमित रक्त तीन महीने बाद फिर से अगला रक्तदान कर सकता है, अगर रक्तदान के प्रति हमारे एक कदम बढ़ाने की वजह से किसी दूसरे इंसान की जान बच सकती है। देश में ऐसे कई व्यक्ति होते हैं जो गरीब है लाचार हैं। जो की अपने लिए अपने परिवार के लिए वक्त आने पे खून खरीद नहीं पाते। आपके खून देने से उन गरीबों की जान बच सकती है और उनका परिवार बच सकता है।

रक्तदान के फायदे (Benefits Of Donating Blood)

रक्तदान के कई फायदे होते है परंतु लोगों में जागरूकता न होने के कारण लोग रक्तदान करने से घबराते हैं। अगर हर व्यक्ति अपना ना सोच कर दूसरे का सोचे तो रक्त की कमी से जान जाने वालों की संख्या कम हो सकती है। बिश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार केवल 2% और अधिक रक्तदाताओं (Essay on Blood Donation in Hindi) का रक्त दान के लिए आगे आकर कई लोगों की जान बचा सकते हैं। आपके द्वारा जो रक्तदान होता है वो किसी को जीवनदान ही नहीं देता साथ ही इससे आप भी सवस्थ रहते हैं, रक्तदान के फायदे मरीज के साथ साथ रक्तदाता को भी होता है।

रक्त चार प्रकार के तत्वों से निर्मित होता है। रेड ब्लड सेल्स, व्हाइट ब्लड सेल्स, प्लेट्लेट्स और प्लासमा। जब कोई व्यक्ति ब्लड डोनेट करता है तो दो से तीन दिनों के भीतर उसके शरीर में प्लासमा का दोबारा निर्माण हो जाता है। जबकि रेड ब्लड सेल को बन्ने में एक से दो महीने लग सकते हैं इस तरह कोई व्यक्ति तीन महीने बाद दोबारा रक्तदान कर सकता है।

रक्तदान से गंभीर बीमारी का खतरा कम

जब व्यक्ति को लिवर या किडनी में आर्यन संचित होने लगता है, तो उससे हार्ट अटैक की आशंका बढ़ जाती है। रक्तदान करने से शरीर में आयरन का संतुलन बना रहता है और हृदय रोग का खतरा कम होता हैं।

उम्र बढ़ने के साथ साथ व्यक्ति में आयरन की अधिकता के कारण डोनेशिया या अल्जाइमर जैसी बीमारियों ये होने की आशंका भी बढ़ जाती है। आमतौर पर रक्तदान करने से आयरन नियंत्रित रहता है जो की वृद्धा अवस्था में होने वाली बीमारी डेमो शिया या अल्जाइमर से आपकी सुरक्षा करता है। और तो और रक्तदान से स्ट्रोक का खतरा भी 33 प्रतिशत तक कम हो जाता है।

रक्तदान से पुरानी आरवीसी निकल जाती है और दुबारा खून तेजी से बनता है रक्तदान करने से कैंसर का जोखिम भी कम हो जाता है ऐसे ही रक्तदान के फायदे ही फायदे होते है रक्तदान से बीमारी नहीं होती बल्कि बीमारियों से बचा जा सकता है। इसलिए एक स्वास्थ्य व्यक्ति को सदैव स्वास्थ्य रहने के लिए भी रक्तदान करना चाहिए।        

रक्तदान से पहले होने वाले टेस्ट

रक्तदान से पहले रक्तदाता की स्वास्थ्य स्क्रीनिंग की जाती है। इसमें पांच प्रमुख टेस्ट होते हैं जैसे:-

  • हेपेटाइटिस बी
  • हेपेटाइटिस सी

उपयुक्त एच बी लेवल टेस्ट और ब्लड प्रेशर की भी जांच की जाती है रक्तदान पूरी तरह से सुरक्षित प्रक्रिया है। इसमें सुई की हल्की चुभन के अलावा कोई दर्द नहीं होता। रक्तदान में कम से कम समय लगता है इसमें मात्र पांच से 10 मिनट ही लगता है। रक्त लेते वक्त सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर खून लेने के मानक तरीके अपनाए जाते हैं इससे कोई भी संक्रमण होने का खतरा नहीं होता।

हर व्यक्ति को रक्तदान (Essay on Blood Donation in Hindi) के प्रति अपना कदम आगे बढ़ाना चाहिए। आपके द्वारा दान की जाने वाली रक्त की प्रत्येक बूंद किसी भी चीज़ से अधिक कीमती है। मैं मदद करता है और मानवता को बेहतर स्तर पर लाता है। रक्तदान का सबसे महत्वपूर्ण लाभ है कि आप उस व्यक्ति का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे जिसके लिए आपका रक्त उपयोगी होगा और उसे एक नया जीवन मिलेगा।

ये भी पड़े :-

Essay On Cancer in Hindi

Tejaji Maharaj Festival in Hindi

RELATED ARTICLES MORE FROM AUTHOR

 width=

Essay on rules of Cleanliness and Legal Matter in Hindi

Essay on need of cleanliness in hindi, भारत में स्वच्छता पर निबंध – भूमिका, महत्व, और उपाय, essay on e-commerce in india in hindi, essay on impact and scope of gst bill in india in hindi, essay on racial discrimination in india in hindi.

essay on blood donation day in hindi

What did Corona Virus Teach Me in Hindi | कोरोना वायरस ने में हमें...

Essay on safety in hindi | हिंदी में सुरक्षा पर निबंध, essay on intolerance in india in hindi, keto diet chart in hindi | कीटो डाइट चार्ट हिंदी में | keto diet....

essay on blood donation day in hindi

रक्तदान महादान पर निबंध- Essay on Blood donation in Hindi

In this article, we are providing an Essay on Blood donation in Hindi रक्तदान महादान पर निबंध | Essay in 200, 300, 500 words For Class 7,8,9,10,11,12 Students. Raktdaan par Nibandh

रक्तदान एक अभ्यास को संदर्भित करता है जहां स्वस्थ लोग अपना रक्त लोगों को दान करते हैं, इसलिए यह उनकी स्वास्थ्य समस्याओं में मदद करता है। रक्त मानव शरीर में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह पूरे शरीर में भोजन और ऑक्सीजन को प्रसारित करके, शरीर के कामकाज का समर्थन करने के लिए एक प्रमुख हिस्सा साझा करता है। रक्त की कमी शरीर के लिए हानिकारक है और कुछ मामलों में, यह मृत्यु का कारण बन सकता है। किसी व्यक्ति को रक्त की आवश्यकता तब होती है जब वह किसी दुर्घटना या ऑपरेशन के द्वारा बहुत सारा रक्त बह जाता है।

विश्व रक्तदान दिवस

जीवन रक्षक प्रक्रिया के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए 14 जून को रक्तदान दिवस पुरे विश्व में मनाया जाता है। यह दिवस रक्तदान को बढ़ावा देता है और लोगों से रक्तदान करके जीवन बचाने का आग्रह करता है।

यह दिन काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दिन लोगों को सुरक्षित रक्त के बारे में जागरूक किया जाता है। लोगों को रक्त दान करने में सक्षम होने के लिए मूल बातों के बारे में बताया जाता है जो की बहुत ही आवश्यक है। उदाहरण के लिए, रक्त दान करने के लिए कुछ निश्चित मापदंड हैं जिन्हें पूरा करना चाहिए जो हर कोई नहीं जानता।

रक्त दान करने के योग्य व्यक्ति को 17-66 वर्ष की आयु वर्ग में आना चाहिए। उनका वजन 50 किलोग्राम से अधिक होना चाहिए और  अच्छा स्वास्थ्य होना चाहिए। मधुमेह, उच्च रक्तचाप  जैसी बीमारियों से पीड़ित लोग रक्तदान नहीं कर सकते हैं। इस दिन, विश्व स्वास्थ्य संगठन एक अभियान का आयोजन करता है जो लोगों को रक्त दान करने के लिए आमंत्रित करता है।  इसलिए रक्तदान दिवस पर विश्व स्वास्थ्य संगठन  दुनिया को एक बेहतर स्थान बनाने में उनके योगदान के लिए रक्तदाताओं की भी सराहना करता हैं।

रक्तदान का महत्व

हर साल हमारे देश में 5 करोड़ यूनिट रक्त की आवश्यकता होती है, जिसमें से केवल 2.5 करोड़ यूनिट रक्त उपलब्ध होता है। इससे भी बदतर स्थिति यह है कि लगभग 8 मुख्य रक्त प्रकार हैं। यह संकेत देता  है कि सही समय पर सही प्रकार का रक्त उपलब्ध होना चाहिए और भारत जैसे विकासशील देशों में यह संभव नहीं है। इसलिए, लोगों के जीवन को बचाने के लिए, हमें स्थिति को बेहतर बनाने के लिए लोगों को अधिक से अधिक रक्त दान करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।

रक्तदान के लाभ

रक्तदान का सबसे महत्वपूर्ण लाभ है कि आप उस व्यक्ति का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे, जिसके लिए आपका रक्त उपयोगी होगा और उसे एक नया जीवन मिलेगा । दूसरी बात यह है कि एक रक्तदाता के रक्त का उपयोग 3 से 4 रोगियों द्वारा किया जा सकता है, क्योंकि रक्त को विभिन्न उपयोगी घटकों में विभाजित किया जाता है। तो, आप वास्तव में केवल एक बार के रक्तदान से एक से अधिक जीवन बचाते हैं। कुछ अन्य उपयोगी तथ्य भी हैं जैसे हृदय रोग और कुछ प्रकार के कैंसर के जोखिम को कम करना। इसलिए, हमें लोगों को रक्त दान करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।

“आप जो रक्त दान करते हैं वह किसी और को नया जीवन देता है और वह नया जीवन पाने वाला इंसान एक  दिन कोई आपका करीबी दोस्त ,रिश्तेदार, या आप खुद भी हो सकते हैं ।

Human Rights Essay in Hindi

ध्यान दें – प्रिय दर्शकों Essay on Blood donation in Hindi  आपको अच्छा लगा तो जरूर शेयर करे ।

Leave a Comment Cancel Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

essay on blood donation day in hindi

Nibandh

रक्तदान पर निबंध

ADVERTISEMENT

रूपरेखा : प्रस्तावना - रक्तदान क्या होता है - ब्लड ट्रांसफ्यूजन या खून चढ़ाना क्या होता है - रक्तदान को लेकर क्या है ग़लतफहमी - रक्तदान करने के फायदे - रक्तदान करने के नुकसान - भारत में रक्तदान की स्थिति - विश्व रक्तदान दिवस - रक्तदान दिवस 14 जून को ही क्यों मनाया जाता है - रक्तदान का महत्व - रक्तदान का उद्देश्य - रक्तदान दिवस की थीम - उपसंहार।

रक्तदान तब होता है जब एक स्वस्थ व्यक्ति स्वेच्छा से अपना रक्त देता है और रक्त-आधान (ट्रांसफ्यूजन) के लिए उसका उपयोग होता है या फ्रैकशेनेशन नामक प्रक्रिया के जरिये दवा बनायी जाती है। विकसित देशों में, अधिकांश रक्तदाता अवैतनिक स्वयंसेवक होते हैं, जो सामुदायिक आपूर्ति के लिए रक्त दान करते हैं। गरीब देशों में, स्थापित आपूर्ति सीमित हैं और आमतौर पर परिवार या मित्रों के लिए आधान की जरूरत होने पर ही रक्तदाता रक्त दिया करते हैं। अनेक दाता दान के रूप में रक्त देते हैं, जो लोगों को भुगतान किया जाता है और कुछ मामलों में पैसे के बजाय काम के समय में सवैतनिक छुट्टी के रूप में प्रोत्साहन दिए जाते हैं। कोई दाता अपने भविष्य के उपयोग के लिए रक्त दान कर सकता है।

रक्तदान तब होता है जब एक स्वस्थ व्यक्ति स्वेच्छा से अपना रक्त देता है और रक्त-आधान (ट्रांसफ्यूजन) के लिए उसका उपयोग होता है या फ्रैकशेनेशन नामक प्रक्रिया के जरिये दवा बनायी जाती है। सरल शब्दों में जो व्यक्ति किसी ओर व्यक्ति की सहायता करने के लिए या फिर किसी जरूरतमंद के लिए अथवा स्वंय कर्म के लिए अपना रक्त (खून) दान करते है, ऐसे प्रक्रिया को रक्तदान कहते है। रक्तदान को रक्त दाता भी कहते हैं।

एक व्यक्ति से रक्त या रक्त के घटकों को लेकर दूसरे व्यक्ति‍ में स्थानांतरण करना ब्लड ट्रांसफ्यूजन कहलाता है। ब्लड ट्रांसफ्यूजन (Blood Transfusion) शरीर में रक्त की आपूर्ति करने के लिए किये जाने वाली प्रक्रिया है। ब्लड ट्रांसफ्यूजन की जरूरत अक्सर शरीर में रक्त की कमी होने पर पड़ती है। एक सुई या पतली ट्यूब के जारिए एक नस में ब्लड ट्रांसफर किया जाता है। यह प्रक्रिया, कितना खून चढ़ाना है इसमें लगने वाले समय को निर्धारित करता है।

रक्त दान से कितने व्यक्तियों को एक नयी जीवन मिलता है। किसी के रक्तदान करने से किसी ओर के घर में खुशी की सौगात आती है। परन्तु विश्व के इस सबसे बड़े लोकतंत्र भारत देश में अभी भी बहुत से लोग यह समझते हैं कि रक्तदान से शरीर कमज़ोर हो जाता है। रक्तदान करने से कई बीमारी होने लगती है। इतना ही नहीं यह ग़लतफहमी भी व्याप्त है कि नियमित रक्त देने से लोगों की रोग प्रतिकारक क्षमता कम होती है और उसे बीमारियां जल्दी जकड़ लेती हैं। यहाँ भ्रम इस तरह से फैला हुआ है कि लोग रक्तदान करने से पीछे हट जाते है और यहाँ तक की अपने परिजनों को भी रक्तदान ना करने की सलाह देने लगते हैं।

रक्तदान वह प्रक्रिया है जिससे हम दूसरे की जान बचाने में खुद का योगदान देते है। रक्तदान या रक्त दाता करने से जीवन में अच्छे कर्म करने का लाभ नसीब होता है। इसके अलावा रक्तदान या रक्त दाता करने से कई फायदे भी होते है। जैसे-

  • हृदय (दिल) स्वास्थ्य में सुधार करता है

र‍क्तदान से हार्ट अटैक की आशंका कम होती है। रक्तदान से खून का थक्का नहीं जमता, खून कुछ मात्रा में पतला हो जाता है और हार्ट अटैक का खतरा कम होता है।

  • ऑक्सीजन स्थिर रहता है

शरीर में ऑक्सीजन ठीक ढंग से सप्लाई होती है।

  • वज़न कम होता है

रक्तदान वज़न कम करने में भी आपकी मदद कर सकता है, इसलिए साल में कम से कम दो बार रक्तदान करना चाहिए। रक्तदान करने से कैलोरी और फैट जल्दी बर्न होता है।

  • हेमोक्रोमैटोसिस बीमारी से बचाव करता है

नियमित रुप से ब्लड डोनेट करने से आपके शरीर में आयरन का लेवल बैलेंस रहता है और साथ ही इससे हेमोक्रोमैटोसिस नामक बीमारी से बचाव होता है।

  • शरीर कैलोरी घटती हैं

खून का दान करने से आपके शरीर से कैलोरीज़ कम होती हैं।

  • ब्लड लेवल कंट्रोल रहता

रक्त दान करने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है और कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम रहता है जिससे शरीर स्वस्थ रहता है।

  • लिवर को महबूत करता है

खून डोनेट करने से लिवर से जुड़ी समस्याएं कम हो सकती हैं। शरीर में ज़्यादा आयरन होने का दबाव लिवर पर पड़ता है। वहीं, रक्तदान से आयरन की मात्रा बैलेंस हो जाती है।

  • उचित रक्त (खून) परिसंचरण

खून का संचार ठीक ढंग से होता है। जिसके कारण आर्टरीज में ब्लाकेज और क्लॉटिंग में समस्या नहीं होती है। और हार्ट अटैक से बचाव होता है।

  • कैंसर का खतरा कम होता है

आयरन की मात्रा को बैलेंस करने से लिवर हेल्दी बनता है और कैंसर का खतरा भी कम हो जाता है। जब आप रक्तदान करते है तो आपके शरीर में नए टीशूज बनते है। जिसके कारण आप कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बच सकते हैं।

  • मानसिक संतुष्टि

इसमें कोई संदेह नहीं है कि रक्त दान करके आपको मानसिक संतुष्टि मिलेगा अर्थात आपको अंदर-ही-अंदर अच्छा महसूस होगा। आपको खुद पर गर्व होगा क्योंकि आप किसी के जीवन को बचाने में अपना अहम सहयोग दे रहे हैं।

रक्तदान करने के अनेक फायदे है परन्तु इसके कारण कई नुकसान भी देखने को मिलते है। कुछ लोगों को रक्तदान करने से कुछ हल्के साइड इफेक्ट अनुभव होते हैं। ये कुछ खास हल्की प्रतिक्रियाएं हैं जो आपको रक्तदान करने के बाद हो सकती हैं :

  • ठंड महसूस होना
  • बहुत कम संख्या में लोगों को उल्टी की तरह अधिक गंभीर समस्या का अनुभव हो सकता है।
  • रक्त दान अपेक्षाकृत सुरक्षित है, लेकिन कुछ दाताओं को उस जगह खरोंच आ जाती है जहां सूई डाली जाती है या कुछ लोग मूर्छा महसूस करते है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानक के तहत भारत में सालाना एक करोड़ यूनिट रक्त की ज़रूरत है लेकिन उपलब्ध 70 लाख यूनिट ही हो पाता है। यानी क़रीब 30 लाख यूनिट रक्त के अभाव में हर साल सैंकड़ों मरीज़ दम तोड़ देते हैं। राजधानी दिल्ली में आंकड़ों के मुताबिक़ यहां हर साल 350 लाख रक्त यूनिट की आवश्यकता रहती है, लेकिन स्वैच्छिक रक्तदाताओं से इसका महज 30 फीसदी ही जुट पाता है। जो हाल दिल्ली का है वही शेष भारत का है। यह अकारण नहीं कि भारत की आबादी भले ही सवा अरब पहुंच गयी हो, रक्तदाताओं का आंकड़ा कुल आबादी का एक प्रतिशत भी नहीं पहुंच पाया है। विशेषज्ञों के अनुसार भारत में कुल रक्तदान का केवल 59 फीसदी रक्तदान स्वेच्छिक होता है। जबकि राजधानी दिल्ली में तो स्वैच्छिक रक्तदान केवल 32 फीसदी है। दिल्ली में 53 ब्लड बैंक हैं पर फिर भी एक लाख यूनिट रक्त की कमी है। वहीं दुनिया के कई सारे देश हैं जो इस मामले में भारत को काफ़ी पीछा छोड़ देते हैं। मालूम हो हाल में राजशाही के जोखड़ से मुक्त होकर गणतंत्र बने नेपाल में कुल रक्त की ज़रूरत का 90 फीसदी स्वैच्छिक रक्तदान से पूरा होता है तो श्रीलंका में 60 फीसदी, थाईलेण्ड में 95 फीसदी, इण्डोनेशिया में 77 फीसदी और अपनी निरंकुश हुकूमत के लिए चर्चित बर्मा में 60 फीसदी हिस्सा रक्तदान से पूरा होता हैं।

प्रत्येक वर्ष 14 जून को 'विश्व रक्तदान दिवस' अथवा 'विश्व रक्त दाता दिवस' मनाया जाता है। विश्व रक्तदान दिवस 2021 में, 14 जून सोमवार के दिन मनाया गया है। हर साल यह दिवस के दिन एक विषय (थीम) रखी जाती है। विश्व रक्तदान दिवस अथवा विश्व रक्त दाता दिवस 2021 का विषय (थीम) 'रक्त दान करके दुनिया को हराते रहो' (Give Blood And Keep The World Beating) रखी गई है।

आज के समय में बहुत कम लोग जानते हैं कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए 14 जून को ही विश्व रक्तदाता दिवस के तौर पर क्यों चुना ! दरअसल विश्व रक्तदान दिवस, शरीर विज्ञान में नोबल पुरस्कार प्राप्त कर चुके वैज्ञानिक कार्ल लैंडस्टाईन की याद में पूरी विश्व में मनाया जाता है। महान वैज्ञानिक कार्ल लैंडस्टाईन का जन्‍म 14 जून 1868 को हुआ था। उन्होंने मानव रक्‍त में उपस्थित एग्‍ल्‍युटिनि‍न की मौजूदगी के आधार पर रक्‍तकणों का ए, बी और ओ समूह की पहचान की थी। रक्त के इस वर्गीकरण ने चिकित्सा विज्ञान में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इसी खोज के लिए महान वैज्ञानिक कार्ल लैंडस्टाईन को साल 1930 में नोबल पुरस्कार दिया गया था। उनकी इसी खोज से आज करोड़ों से ज्यादा रक्तदान रोजाना होते हैं और इसी के कारन लाखों की जिंदगियां बचाई जाती हैं जिससे रक्त प्राप्त करने वाले व्यक्ति को एक नयी जिंदगी और उनके परिवारों के चेहरे पर एक प्राकृतिक मुस्कुराहट देता है।

अपनी मर्जी से बिना धन लि‍ए स्वैच्छिक रक्तदान सह जीवन को बचाना यही रक्तदान का महत्व को दर्शाता है। सुरक्षित रक्त की जरूरत हर जगह है। इलाज के दौरान अक्सर सुरक्षित रक्त महत्वपूर्ण होता है। यह जीवन को बचाने वाली चिक‍ित्स‍िय जरूरतों में से एक है। सभी प्रकार की आपात स्थितियों (प्राकृतिक आपदा, दुर्घटना, सशस्त्र संघर्ष आदि) के दौरान घायलों के इलाज के लिए रक्त भी अहम है और मातृ और नवजात देखभाल में एक आवश्यक, जीवन रक्षक भूमिका है। इसी रक्त के महत्व और रक्तदान के महत्व को जन-जन तक पहुंचाने के लिए और जागरुकता के लिए विश्व रक्त दाता दिवस और रक्तदान महत्व रखता है।

हर जरुरतमंदो को रक्त सही समय पर पहुँचाना और उनकी जान बचाना ही रक्तदान का उद्देश्य है। रक्तदान के माध्यम से लोग निस्वार्थ भाव से दूसरों की मदत करना और जो व्यक्ति किसी ओर व्यक्ति की सहायता करने के लिए या फिर किसी जरूरतमंद के लिए अथवा स्वंय कर्म के लिए अपना रक्त (खून) दान करते है उन्हें प्रोत्साहित करना रक्तदान का उद्देश्य है।

विश्व रक्तदान दिवस को बेहतर तरीके से मनाने के लिए हर साल इस दिवस के दिन एक विषय यानी थीम का चयन किया जाता है जिसके माध्यम से यह दिवस को मनाया जाता है।

  • विश्व रक्तदान दिवस 2019 की थीम "रक्तदान और सुरक्षित रक्त संचार की सार्वभौमिक पहुंच" ("Blood donation and universal access to safe blood transfusion") थी।
  • विश्व रक्तदान दिवस अथवा विश्व रक्त दाता दिवस 2020 की थीम 'सुरक्षि‍त रक्त, बचाए जीवन', सेफ ब्लड सेव्स लाइव्स (Safe blood saves lives) रखी गई।
  • विश्व रक्तदान दिवस अथवा विश्व रक्त दाता दिवस 2021 की थीम 'रक्त दान करके दुनिया को हराते रहो' (Give Blood And Keep The World Beating) रखी गई है।

रक्तदान का उद्देश्य सुरक्षित रक्त उत्पादों की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना और रक्तदाताओं के सुरक्षित जीवन रक्षक रक्त के दान करने हेतु उन्हें प्रोत्साहित करते हुए आभार व्यक्त करना है। भारत विश्व की सबसे बड़ी आबादी वाला देश होने के बावजूद रक्तदान में काफी पीछे है। रक्त की कमी को खत्म करने के लिए विश्व भर में रक्तदान दिवस मनाया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य रक्तदान को प्रोत्साहित करना और उससे जुड़ी भ्रांतियों को दूर करना है। जरुरतमंद व्यक्ति के लिये रक्त की जरुरत को पूरा करने हेतु विश्व रक्त दाता दिवस मनाया जाता है। ये अभियान प्रत्येक साल लाखों लोगों की जान बचाता है और रक्त प्राप्त करने वाले व्यक्ति को एक नयी जिंदगी और उनके परिवारों के चेहरे पर एक प्राकृतिक मुस्कुराहट देता है।

Nibandh Category

रक्तदान पर निबंध | Essay On Blood Donation In Hindi

रक्तदान पर निबंध | Essay On Blood Donation In Hindi : फेडरेशन ऑफ इंडियन ब्लड डोनेर्स ऑर्गेनाइजेशन (FIBDO) गैर सरकारी संगठन है,

जो हमारे देश के विभिन्न शहरों में जरुरतमंद लोगों को रक्त देने का कार्य करता है. इस संस्था द्वारा समय समय पर रक्तदान के कैम्पों का आयोजन भी किया जाता है.

रक्तदान पर निबंध | Essay On Blood Donation In Hindi

रक्तदान को महादान माना जाता है, आपके रक्त की एक बूंद किसी की जिन्दगी बचा सकती है. लोगों में रक्तदान को लेकर जागरूकता बढ़ रही है, हमे भी इस सामाजिक दायित्व को आगे बढ़कर निभाना चाहिए.

रक्तदान क्या होता है, इसकी जरुरत किसकों होती है कब और कैसे आप Blood Donation कर सकते है. इसकी जानकारी Blood Donation In Hindi में देने की कोशिश की गई है.

हर साल 14 जून को जीवन रक्षक प्रक्रिया के बारे में लोगों को बताने के लिए विश्व रक्तदान दिवस मनाया जाता है, जो कि भारत के अलावा पूरे देश में सेलिब्रेट किया जाता है।

इस दिन को मनाने का उद्देश्य है ब्लड डोनेशन को बढ़ावा देना और लोगों से अपने खून को दान करके लोगों के जीवन को बचाने का आग्रह करना।

14 जून का दिन काफी महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इस दिन लोगों को रक्तदान करने के लिए प्रेरित किया जाता है और उन्हें यह समझाया जाता है कि, आपके खून दान करने से किसी अन्य व्यक्ति को आपातकाल की स्थिति में जीवनदान मिल सकता है।

खून दान करने के लिए कुछ कंडीशन का पालन किया जाता है। सामान्य तौर पर खून दान करने के लिए 17 साल की उम्र से लेकर के 66 साल की उम्र तक के व्यक्तियों को ही उपयुक्त माना जाता है।

इसके अलावा उनका वजन अगर 50 किलो से ज्यादा होता है और उनका स्वास्थ्य अच्छा होता है, तभी उन्हें रक्तदान करने के लिए कहा जाता है। ऐसे लोग जिन्हें हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज जैसी बीमारी होती है, उन्हें रक्तदान करने से मना किया जाता है।

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन समय-समय पर रक्तदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए सेमिनार और मीटिंग का आयोजन करता रहता है और इस मीटिंग में लोगों से खून दान करने के लिए कहता है,

साथ ही जिन लोगों ने खून दान किया होता है, उन्हें सर्टिफिकेट भी देता है और खून दान करने के बदले में उनके प्रति आभार व्यक्त करता है।

हमारे भारत देश में तकरीबन हर साल 5 करोड़ यूनिट खून की आवश्यकता पड़ती है परंतु हर साल सिर्फ बड़ी मुश्किल से 25000000 यूनिट खून ही उपलब्ध हो पाता है, जो इस बात को दर्शाता है कि अभी भी लोगों के मन में रक्तदान के प्रति कई सवाल हैं और अभी भी लोग खून दान करने से पीछे हटते हैं।

इसीलिए लोगों के जीवन को अच्छा करने के लिए हमारा भी यह प्रयास होना चाहिए कि हम अधिक से अधिक खून दान करें, साथ ही अन्य लोगों को भी खून दान करने के लिए प्रेरित करें,

ताकि हमारे खून दान करने से कभी किसी व्यक्ति को अगर खून की आवश्यकता पड़े, तो उसे खून दिया जा सके और उसकी जिंदगी बचाई जा सके।

रक्तदान करने का सबसे महत्वपूर्ण फायदा यह होता है कि आप ऐसे व्यक्ति के आशीर्वाद को प्राप्त करते हैं, जिसके लिए आपका खून किसी न किसी प्रकार से उपयोगी साबित हुआ है और उसे एक नई जिंदगी प्राप्त हुई है।

इसके अलावा दूसरी बात यह है कि आपके खून दान करने से सिर्फ एक ही नहीं बल्कि तीन से चार व्यक्तियों को जीवनदान मिलता है क्योंकि खून को अलग-अलग उपयोगी घटकों में डिवाइड किया जाता है, तो इस प्रकार आप एक बार खून दान करने से 1 से ज्यादा लोगों की जिंदगी बचाते हैं।

अपना खून दान करने से सिर्फ अन्य लोगों को ही फायदा नहीं होता है बल्कि आपको भी फायदा होता है क्योंकि जब खून उपलब्ध होता है, तब आपातकाल की स्थिति में अगर आपके साथ कोई दुर्घटना हो जाती है और आपको रक्त की आवश्यकता पड़ती है तो आपको भी रक्त प्राप्त होता है।

इस प्रकार खून दान करने से खून प्राप्त होने का चक्र चलता रहता है। इसीलिए हमें खुद भी खून दान करना चाहिए और अन्य लोगों को भी रक्तदान करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।

किसकों रक्त की आवश्यकता होती है (who needs blood donations)

  • थैलीसिमिया कैंसर और हेमोफिलिया रोगियों को
  • सर्जरी के समय
  • किसी दुर्घटना के वक्त
  • प्राकृतिक आपदा में घायल लोगों को
  • आतंकवादी हमले में पीड़ित लोग.
  • रक्तहीनता से पीड़ित माँ को बच्चे के जन्म के समय रक्त की जरुरत हो सकती है.
  • नवजात शिशु को
  • बर्न इजेरीज के साथ रोगियों को

आपकों नियमित रक्तदाता क्यों बनना चाहिए (why is donating blood important in hindi)

रक्त एक जीवन बचत दवा है, यह कुछ चिकित्सा उपचार और जीवन और मृत्यु की परिस्थतियों में अद्भुत काम करता है. यह एक आपातकालीन चिकित्सा है.

अभी तक मानव ही रक्तदान का एकमात्र स्रोत है. (व्यक्ति को खून की आवश्यकता पड़ने पर सिर्फ मनुष्य का खून ही काम में लिया जा सकता है)

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन जोरदार रूप से केवल एक नियमित स्वैच्छिक गिअर लाभकारी रक्त दाता से रक्त के स्रोत की सिफारिश की है.

कौन रक्तदान कर सकता है? (Who can donate blood?)

  • 18 से 65 वर्ष के बिच की आयु वर्ग का कोई भी व्यक्ति
  • वजन 45 किलों से कम नहीं होना चाहिए.
  • पिछले एक वर्ष दौरान किसी भी बड़ी बिमारी से ग्रसित नही होना चाहिए.

हमारे शरीर में कितना खून है (How much blood is in our body)

  • पुरुष- 76 मिलीलीटर/किलोग्राम
  • महिला- 66 मिलीमीटर/ किलोग्राम
  • हमारे शरीर के वजन का प्रति किलोग्राम 50 ML का रक्त संचरण प्रणाली में आवश्यक है और शेष अधिशेष है.

कितनी मात्रा में रक्तदान कर सकते है? (How much blood can donate)

हम अपने शरीर के वजन के 8ML/KG तक दान कर सकते है. भारत में 350/450 मिलीलीटर के रक्तदान बैग का इस्तमोल किया जाता है. इसका मतलब यह है कि हम अपने अधिशेष से रक्तदान करते है.

कितने दिन के अंतर में आप रक्तदान कर सकते है? (How many days can you donate blood)

90 दिनों के बाद आप फिर से रक्तदान कर सकते है. आप सम्पूर्ण रक्त (WHOLE BLOOD) 188 बार दान कर सकते है.

रक्तदान के मेडिकल फायदे (Medical benefits of blood donation)

  • जोखिम कम करता है
  • दिल का दौरा पड़ने से बचाता है.
  • एजाइना से रक्षा
  • मस्तिष्क के दौरे कम करता है
  • और उपर से रक्तदाता को भी बिलकुल नुकसान नही पहुचता है.

रक्त के घटक क्या है (What is the component of blood)

  • 55%- प्लाज्मा
  • 1% स्वेत रक्त कणिकाएँ व प्लातेलेट्स
  • 44% लाल रुधिर कणिकाएँ

रक्तदान की पुनः पूर्ति का समय (Timing of blood donation)

  • तरल भाग दो दिनों में
  • रक्त कोशिकाएं 21 दिनों में

रक्तदान करने वालों की जिम्मेदारी (Responsibility for blood donors)

स्वैच्छिक रक्तदाता को दान से पहले किसी की स्वास्थ्य स्थति के बारे में सही जानकारी प्रदान करनी चाहिए.

रक्तदान के दौरान वास्तव में क्या होता है (blood donation process in india)

रक्त देना बहुत सरल और सीधी प्रक्रिया है. रक्तदान शिविर में आगमन पर आपकों रक्तदाता के रूप में कुछ विवरण भरने के लिए कहा जाएगा. आपके मेडिकल इतिहास को उस क्षेत्र में चिकित्सा कर्मियों द्वारा लिया जाएगा. जो पर्याप्त गोपनीयता प्रदान करता है.

इस सरल चिकित्सा स्क्रीनिंग प्रक्रिया को पारित करने के बाद आपकों रक्तदान शिविर में ले जाया जाएगा. वास्तवविक रक्तदान लगभग 10 मिनट लगते है और उसके बाद थोड़ा आराम और जलपान होता है.

रक्त देने के बाद क्या सावधानी रखनी चाहिए (What should be cautious after giving blood)

  • खून दान शिविर छोड़ने से पहले कुछ खाएं और पीये.
  • अगले 4 घंटो में सामान्य से अधिक तरल पदार्थ पिए.
  • एल्कोहल पीने से पहले आपकों कुछ खाना चाहिए.
  • अगले 30 मिनट तक धूम्रपान नही करे.
  • अगले 30 मिनट के लिए चढ़ाई, ड्राइविंग, डाइविंग से बचें.

रक्तदान से पहले आपको क्या खाना चाहिए (What should you eat before donating blood)

कुछ भी. खून दान से पहले लाइट स्क्रेक्स और 200 मिलीलीटर (गैर एल्कोहल) पीने से आपकों और अधिक आरामदायक महसूस होगा.

रक्त बैंक क्या करता है (What does the blood bank do)

यह रक्त इकट्ठा करता है, इसके घटकों में प्रक्रिया करता है, किसी भी संभव बीमारी के लिए परीक्षण करता है, अधिकतम तापमान पर रक्त घटक भंडार करता है. और यह पारस्परिक मिलान के बाद जरूरतमंद रोगियों को देता है.

रक्त बैंकों में रक्त संग्रह के बाद क्या परीक्षण करते है. (What blood tests do after blood collection in banks)

  • एचआईवी वायरस (एड्स)
  • हेपेटाइटिस बी एंड सी वायरस (पीलिया)
  • मलेरिया परजीवी

मै जो रक्तदान करता हूँ उसका क्या होता है (What happens to the blood I donate to)

आपका खून एक आधुनिक रक्त बैंक में जाता है. 6 घंटो के भीतर इसकी प्रसंस्करण रक्त बैंक से शुरू होती है. इसे घटकों में विभाजित किया जाता है.

जैसे कि लाल कोशिकाओं, प्लाज्मा और प्लेटलेट्स. यह सब रोगी की आवश्यकता के लिए सबसे तेज प्रतिक्रिया सुनिश्चित करता है. इस प्रकार जब आप हर बार रक्तदान करते है, तो आप 3 जीवन बचा सकते है.

रक्तदान के लाभ फायदे गुण (blood donation benefits in hindi)

अंतरराष्ट्रीय रेडक्रॉस संघ व रेड क्रीसेंट समुदाय ने वर्ष 2004 में पहली बार 14 जून के दिन रक्तदान दिवस मनाया. आज से कुछ समय पूर्व तक रक्तदान को लेकर लोगो में जागरूकता बेहद कम हुआ करती थी.

इस तरह के कार्यक्रमों के आयोजनों से लोगों ने डर तथा नकारात्मक भावना को त्याग कर इस पुण्य कर्म को अपनाया हैं.

  • एक स्वस्थ व्यक्ति में तकरीबन 10 यूनिट रुधिर होता हैं.
  • सामान्य स्थितियों के रक्तदान में व्यक्ति का 1 यूनिट ब्लड लिया जाता हैं.
  • भयंकर दुर्घटना में व्यक्ति को 100 यूनिट तक ब्लड की आवश्यकता पड़ जाती हैं.
  • एक व्यक्ति के रक्तदान से 3 लोगों के जीवन का बचाव किया जा सकता हैं.
  • o नेगेटिव सर्वदाता ब्लड ग्रुप हैं भारत में मात्र 8 फीसदी लोग ही इस श्रेणी के हैं.
  • उदारता पुण्य कार्य दान पर अनमोल वचन
  • विश्व एड्स दिवस स्लोगन नारे
  • गुरमीत राम रहीम की जीवनी
  • राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्वपूर्ण दिवस

मित्रों आज के लेख रक्तदान पर निबंध | Essay On Blood Donation In Hindi में आपकों  Blood Donation Information essay Speech article importance in Hindi के बारे में जानकारी दी हैं.

इसकी मदद से आप ब्लड डोनेशन मीनिंग अर्थ डेफिनिशन परिभाषा, रक्तदान कब करे, रक्तदान क्यों करे, रक्तदान कैसे करे लाभ हानि के बारे में दी जानकारी पसंद आई हो तो प्लीज इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करे.

Leave a Comment Cancel Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

रक्तदान महादान पर निबंध – Essay on blood donation in Hindi

आज में आपके लिए लेकर आया हूँ रक्तदान महादान पर निबंध (Essay on blood donation in Hindi). दान तो दान होता है चाहे किसी भी चीज का हो. अगर किसी का दान किसी की जान बचाता है, तो वह दान महान है. इसलिए तो रक्तदान को महादान कहा जाता है. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि रक्तदान की आवश्यकता क्यों है, रक्तदान के लिए जन समर्थन और जागरूकता क्यों जरूरी है. यह सब आप आज इस निबंध में जानेंगे.  

दान का अर्थ है देना. कभी-कभी हम किसी व्यक्ति को कुछ चीजें देते हैं. और हम उम्मीद करते हैं कि हम उससे वह चीज वापस ले लेंगे या हम बदले में पैसा या कुछ और ले लेंगे. ऐसे मामलों में ‘दान’ की महान भावना व्यक्त नहीं की जाती है. उन मामलों में जहां बदले में लाभ कमाने की कोई इच्छा नहीं है, ‘दान’ भावना को प्रकाशित की जनि चाहिए. आधुनिक युग में, रक्तदान सभी मानव दानों में सर्वश्रेष्ठ है.

जैसे-जैसे वाहनों की संख्या बढ़ती जा रही है उसके साथ सड़क हादसों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. कई घायल होकर इलाज के लिए अस्पतालों में आ रहे हैं. गंभीर रूप से घायल लोगों के लिए खून की जरूरत होती है. युद्ध में घायल हुए सैनिकों के लिए खून की जरूरत होती है. कैंसर के मरीजों को भी खून चाहिए होता है. कुछ मामलों में, प्रसव के दौरान चिकित्सा के लिए माताओं को रक्त देना आवश्यक होता है.

raktdan mahadan par nibandh

रक्त संग्रह

जीवन बचाने के लिए रक्त एकत्र और संग्रहीत किया जाता है. रक्त को स्टोर करके रखने के लिए ब्लड बैंक स्थापित किए गए हैं. स्वैच्छिक रक्तदान पर जोर दिया जाता है. अलग-अलग जगहों पर रक्तदान शिविर लगाकर रक्त एकत्र करना बेहतर है. कुछ स्वयंसेवी संस्थाएं इस महान उद्देश्य के लिए शिविर लगाकर रक्त संग्रह अभियान को तेज कर रही हैं. सरकारी प्रयासों से ब्लड बैंकों में भी रक्त एकत्रित कर भंडारित किया जा रहा है.

रक्त को विभिन्न वर्गों या समूहों में बांटा गया है. रक्त समूहों ( Blood group ) की खोज कार्ल लैंडस्टीनर ने की थी. इन समूहों को नाम दिया गया है A, B, AB और O. रक्तदाता के रक्त की जांच की जाती है फिर रक्त को ग्रुप के हिसाब से रखा जाता है. 18 से 60 वर्ष की आयु के बीच के स्वस्थ लोगों को आमतौर पर रक्तदान के लिए योग्य माना जाता है. कुछ लोग स्वेच्छा से रक्तदान करते हैं और आर्थिक मदद नहीं लेते हैं. दुनिया का पहला ब्लड बैंक 1937 में शिकागो में स्थापित किया गया था.

स्वैच्छिक रक्तदान दिवस

स्वैच्छिक रक्तदान दिवस प्रतिवर्ष मनाया जाता है. इसके लिए देश के अलग-अलग हिस्सों में कैंप लगाए जा रहे हैं. शिविर का एक अन्य लक्ष्य रक्तदान के बारे में जागरूकता फैलाना है. इस संबंध में सहायकों की भी भूमिका है. रेडक्रॉस संस्था इस दिशा में हमेशा से सक्रिय रहा है. डॉक्टरों और नर्सों की मदद से रक्त एकत्र किया जाता है. रक्तदान करने से पहले डोनर के वजन और स्वास्थ्य की जांच की जाती है. किसी भी संक्रामक रोग से संक्रमित व्यक्ति का रक्त न लिया जाए, इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए. उचित रूप से एकत्रित रक्त का उपयोग करने से रक्तदान दिवस की लक्ष्य प्राप्ति होगी.

विशेष सरकारी उपाय

रक्तदान के महत्व को समझते हुए सरकार ने कुछ कदम उठाए हैं. राष्ट्रीय रक्त संरक्षण परिषद का गठन किया गया है. केंद्र स्वास्थ्य महानिदेशक इसके अध्यक्ष हैं. राज्य रक्त संरक्षण परिषद की अध्यक्षता स्वास्थ्य राज्य सचिव द्वारा की जाती है. सुरक्षित और मानक रक्त आपूर्ति को प्राथमिकता दी जाती है. रेडक्रास के सहयोग से विभिन्न गतिविधियों को सुचारू रूप से चलाया जा रहा है.

रक्तदाता रक्तदान जैसे महान कार्य करते हैं. जिन लोगों को रक्त चाहिए वह लोग रक्तदाताओं के वजह से विशेष लाभ होता है. रक्तदाताओं को यह नहीं सोचना चाहिए कि रक्तदान करने से कमजोरी आएगी. रक्तदान करने के कुछ ही हफ्तों के भीतर शरीर में आवश्यक मात्रा में रक्त का उत्पादन हो जाता है. इसके लिए आपको अच्छा खाना खाने की जरूरत है. रक्तदान अच्छी बात है, लेकिन इसे बार-बार देना अच्छा नहीं है. थोड़े समय में बार-बार रक्तदान करने से व्यक्ति कमजोर हो सकता है, और उसके मरने की संभावना अधिक होती है. एक रक्त आधान के तीन महीने बाद रक्त आधान किया जा सकता है. तीन महीने में कई बार रक्तदान करना खतरनाक है. कुछ लोग पैसे के लालची होते हैं और हर कुछ दिनों में रक्तदान करना चाहते हैं.

रक्त की कमी

जान बचाने के लिए खून की मांग दिनों दिन बढ़ती जा रही है. लेकिन कभी-कभी उन सभी जरूरतों को पूरा करने के लिए ब्लड बैंक में खून की कमी हो जाती है. इसके कई कारण हैं. पेशेवर रक्तदाताओं से रक्त एकत्र करना माननीय सर्वोच्च न्यायालय का दोष है. इसलिए खून ग्रहण की मात्रा कम हो रही है. दूसरा कारण यह है कि स्वैच्छिक रक्तदाताओं की संख्या अपेक्षा के अनुरूप नहीं बढ़ रही है. इसके अलावा, अधिक रक्तदान शिविर आयोजित करने की कोई सुविधा नहीं है. अधिकांश रक्तदान शिविर स्कूल कॉलेजों में आयोजित किए जाते हैं. लेकिन ये संस्थान विभिन्न परीक्षाओं में व्यस्त रहते हैं और छुट्टियों के कारण बंद रहते हैं. इसलिए शिविर नियमित रूप से नहीं लगाया जा सकता है. यदि किसी शिविर में बड़ी मात्रा में रक्त एकत्र किया जाता है, तो एक महीने के भीतर इसका उपयोग न करने पर यह और भी खराब हो सकता है. यदि रक्त भंडारों का उचित रखरखाव नहीं किया जाता है तो रक्त के क्षतिग्रस्त होने की संभावना होती है.

जागरूकता और जन समर्थन

सर्वेक्षण में पाया गया कि छात्रों आमतौर पर रक्तदान करने की अधिक रुचि व्यक्त करते हैं. यदि सभी कर्मचारी हर साल रक्तदान करना चाहें तो अधिक रक्त एकत्र किया जा सकता है. इस मामले में जनता सहयोग करने से ज्यादा लाभ होगा. विभिन्न संगठनों के सहयोग से रक्तदान के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा की जानी चाहिए.

निष्कर्ष              

रक्त के साथ शरीर या जीवन के बीच का रिश्ता बहुत करीबी है. इस दृष्टि से स्पष्ट है कि रक्तदान एक महादान है. ऐसे कार्य में सक्रिय भाग लेना हमारा कर्तव्य है. हम हमेशा याद रखेंगे – “रक्तदान महान है”.

14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस मनाया जाता है.

आपके लिए :-

  • एड्स पर निबंध
  • व्यायाम का महत्व पर निबंध
  • विद्यार्थी जीवन पर निबंध
  • मानव सेवा में रेड क्रॉस पर निबंध

तो, यह था रक्तदान महादान पर निबंध (Blood donation essay in Hindi) . उम्मीद है ये विशेष निबंध आपको पसंद आया होगा. मिलते है अगले निबंध में. धन्यवाद.

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

ख्याल रखे.com

पाठकों के पसंदीदा लेख

  • राष्ट्रीय युवा दिवस पर निबंध (National Youth Day Essay In Hindi)
  • उठो, जागो और तब तक ना रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए (Utho jago aur tab tak mat ruko jab tak lakshy ki praapti na ho jae)
  • राष्ट्रीय युवा दिवस पर भाषण - Speech On National Youth Day In Hindi
  • क्रिसमस डे पर निबंध - Christmas Essay In Hindi

रक्तदान महादान – Speech on Blood Donation In Hindi

 रक्तदान का महत्व, फायदे एवं नुकसान….

Speech on Blood Donation In Hindi - Essay

दोस्तों! आपने संस्कृत साहित्य के प्रसिद्ध ग्रंथ ‘चरक संहिता’ का नाम अवश्य सुना होगा। यह महान ग्रंथ महर्षि चरक द्वारा रचित है। इस ग्रंथ में स्वास्थ्य के विषय में विस्तार पूर्वक वर्णन किया गया है। आज भी चिकित्सक इस ग्रन्थ को अपने ज्ञान में बृद्धि के लिए पढ़ते है। चरक संहिता में यह लिखा है कि स्वास्थै: नागरिकै: देश: अपि उन्नीयते। मतलब, स्वस्थ नागरिकों से देश उन्नति करता है। परंतु इसके विपरीत शरीर अस्वस्थ होने पर देश तो का क्या हम स्वयं की भी उन्नति नहीं कर सकते हैं।

अब एक सीधा सा सवाल है कि शरीर स्वस्थ और सशक्त कैसे रहे? तो आप सब भलीभांति जानते है कि समाज को स्वस्थ बनाए रखने के लिए अनेक साधन और उपाय हैं। उनमें से कुछ सरकारी या गैर-सरकारी संस्थाओं द्वारा संचालित हैं, तो कुछ का संचालन व्यक्तिगत रूप से निजी स्तर पर हो रहा है। लेकिन जो सबसे प्रमुख साधन या उपाय है उसके बारे में शायद आप सबमें से कोई नहीं जानता! दुख और चिंता की बात यह है कि कोई उस आवश्यक उपाय को जानना भी नहीं चाहता! कोई एकाध जानता भी है तो उसकी तरफ से एकदम लापरवाह बना हुआ है। वह उपाय है- स्वैच्छिक रक्तदान!

शरीर को सही रखने के लिए दवाइयां और इंजेक्शन तो कहीं-भी मिल जाएंगे, लेकिन किसी दुर्घटना के कारण जो रक्त शरीर से निकल जाता है उसकी पूर्ति केवल मेरा-आपका, हर मनुष्य का रक्त ही कर सकता है। रक्त बनाने की कोई फैक्ट्री नहीं, वह किसी वनस्पति-उद्यान या पहाड़ की तलहटी में पैदा नहीं होता। उसका एक-ही स्रोत है, एक ही उत्पादन-केंद्र है- हमारा शरीर।

कई बीमारियों में ऑपरेशन के समय ताजे खून की जरूरत पड़ती है। कुछ बीमारियों में तो रोगी के शरीर का पहले वाला पूरा रक्त निकाल कर नया ताजा रक्त डालना पड़ता है। युद्ध में घायल हमारे सैनिकों को, किसी दुर्घटना या अन्य भीषण बीमारी के दौरान हमें, आपको यह हमारे-आपके किसी भी प्रियजन को रक्त की आवश्यकता पड़ सकती है। इतना रक्त आएगा कहां से? हमारे अपने, स्वस्थ लोगों के ही शरीर से ही न !

आप में से बहुत से लोग बड़े विद्वान और ज्ञानी होंगे। उन्हें दुनिया भर की जानकारी होगी। लेकिन यह जानकारी नहीं होगी कि प्रकृति ने हमारे शरीर में नियमित रूप से, निश्चित समय तक निश्चित मात्रा में अपने-आप रक्त-निर्माण की व्यवस्था की हुई है। कुछ समय बाद, आवश्यकता या अनुपात से अधिक रक्त शरीर में जमा होने से कोई बीमारी भी हो सकती है। इसलिए अपने-आप ही स्वेच्छा-पूर्वक थोड़ा सा रक्तदान करके हम ना केवल किसी इंसान को मरने से बचा सकते हैं बल्कि स्वयं को भी स्वस्थ बनाए रख सकते हैं।

आप महान बनने या कहलाने के लिए खूब धन दान करते हैं। मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा बनाने के लिए श्रम-दान करते हैं, परंतु यह दान किसी को कुछ देर का सुख दे सकते हैं। जबकि रक्त का दान किसी को नया जीवन दे सकता है। ध्यान रहे रक्त का कोई विकल्प नहीं है। रक्त की कमी को केवल रक्तदान के द्वारा ही पूरा किया जा सकता है। इसलिए आप में से जो भी अट्ठारह से साठ वर्ष के बीच की उम्र के हैं, स्वस्थ हैं, जिन्हें दमा, कैंसर या रक्तचाप की बीमारी नहीं, वे हर 3 या 6 महीने बाद स्वैच्छिक रक्तदान की आदत डालें। उनका सबसे बड़ा सत्कर्म, पुण्य और यज्ञ होगा! 

गौरतलब है कि खून की कमी के कारण भारत में हर साल हजारों लोगों की जानें चली जाती हैं। देश को खून की सख्त जरूरत है और चिंता की बात यह है कि इस दिशा में हमारे सरकार द्वारा भी कोई खास कदम उठाए नहीं जा रहे हैं। एक यूनिट रक्तदान, बचा सकता है चार लोगों की जान। आपको पता होना चाहिए कि अगर आप एक यूनिट blood donate करते हैं तो उससे 4 जिंदगी बचाई जा सकती हैं। एक यूनिट में 350 मिलीग्राम खून लिया जाता है। जिससे एक यूनिट प्लेटलेट्स, एक यूनिट प्लाज्मा, एक यूनिट आरबीसी और एक यूनिट क्रायो मिलता है। ये चार अलग लोगों की जान बचाने में मदद कर सकता है।

दरअसल इस जानकारी के माध्यम से मैं यह बताना चाहती हूँ कि रक्तदान महादान माना जाता है। जबकि हमारे अंदर बहुत खून है। अगर हम थोड़ा सा खून दान कर दिए तो इसमें क्या बिगड़ जाएगा। जिन लोगों को रक्त की जरुरत है या फिर उसकी इमरजेंसी है तो वह लोग रक्त शिविर से रक्त खरीद सकते हैं। इसलिए जो लोग स्वस्थ हैं वह अपना रक्तदान अच्छे तरीके से करें जिससे आपको पुण्य मिलेगा। और दूसरे लोगों की जिंदगियां बचेंगें।

रक्तदान की आवश्यकता एवं अहमियत को समझते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने विश्व स्तर पर रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए और इसके प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए अनेक कदम उठाएं हैं जिनमें से एक World Blood Donor Day भी है। World Health Organization ने वर्ष 1997 में 100 फीसदी स्वैच्छिक रक्तदान नीति की नींव डाली थी। WHO ने वर्ष 1997 में यह लक्ष्य रखा कि विश्व के प्रमुख 124 देश Voluntary blood donation को ही बढ़ावा दें। रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए विश्व रक्त दाता दिवस प्रति वर्ष अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 14 जून को मनाया जाता है।

अब यह प्रश्न आपके मन में उठ रहा होगा कि रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 14 जून का दिन ही क्यों चुना। तो आपको बता दें कि 14 जून 1868 को कार्ल लेण्डस्टाइनर का जन्म हुआ था, जो एक विख्यात ऑस्ट्रियाई जीवविज्ञानी और भौतिकीविद थे। उन्हीं की याद में 14 जून को blood donation को बढ़ावा देने के लिए World Blood Donor Day मनाया जाता है। कार्ल लेण्डस्टाइनर ने रक्त में अग्गुल्युटिनिन की मौजूदगी के आधार पर रक्त को अलग-अलग रक्त समूहों (Blood groups) – ए, बी, ओ में वर्गीकरण कर चिकित्सा विज्ञान में अहम योगदान दिया था। इन्हें वर्ष 1930 में शरीर विज्ञान में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया था।

आशा है आपको रक्तदान की अहमियत समझ में आ गयी होगी। फिर भी मैं चाहूंगी कि सभी सामाजिक संगठनों, सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया के माध्यम से रक्तदान के प्रति लोगों को जागरूक किया जाता रहना चाहिए । केवल 14 जून को ही नहीं बल्कि रक्तदान के लिए हर माह जन जागरूकता अभियान शुरू किया जाना चाहिए। क्योंकि लोगों में विशेष रूप से महिलाओं में एक भ्रम है कि मासिक धर्म के कारण उनके शरीर में तो वैसे ही खून की कमी हो जाती है। जबकि मासिक धर्म से रक्तदान का कोई संबंध नहीं है।

गर्भवती महिला भी रक्तदान कर सकती हैं बशर्ते आपको रक्तदान करने से पहले आयरन चेक कराने के लिए कुछ समय इंतज़ार करने की आवश्यकता होगी। राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन नाको (NACO) के अनुसार प्रेग्नेंसी के मामले में 12 महीने तो अबॉर्शन के मामले में यह समय सीमा 6 महीने की है।

इसी तरह की एक यह भी धारणा है कि किसी बीमारी से ग्रसित व्यक्ति रक्तदान नहीं कर सकते हैं । हाँ नहीं कर सकते है। खासकर वो लोग जो एचआईवी (एड्स वायरस), हेपेटाइटिस, सिफलिस, तपेदिक के लिए सकारात्मक हैं। रक्तदान करने से 14 दिन पहले ही आपका किसी भी तरह के संक्रमण से मुक्त होना ज़रूरी है और अगर आप कोई ख़ास दवाईयां ले रहे हैं तो रक्तदान करने के सात दिन पहले दवाईयों का कोर्स पूरा करना बेहद ज़रूरी होता है।

कुछ लोग तो रक्तदान करने से इसलिए कतराते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि ऐसा करने से उनके खुद के शरीर में खून की कमी हो जाएगी। सच पूछिए तो ऐसा कुछ भी नहीं होता है। एक औसत वयस्क शरीर में लगभग पांच लीटर ख़ून होता है। हालांकि यह शरीर के वज़न पर भी निर्भर करता है। वहीं रक्तदान के दौरान लगभग 450 मिलीलीटर ख़ून आपके शरीर से निकाला जाता है और सेहतमंद व्यक्ति इतना रक्त 24 से 48 घंटों में फिर से बना लेता है।

एक रिसर्च में इस बात का भी खुलासा किया गया था कि नियमित रूप से रक्तदान करने वालों में कैंसर होने की संभावना कम हो जाती है। जब कोई नियमित तौर पर ब्लड डोनेट करता है तो उसके शरीर में ताजा खून बनने की प्रक्रिया भी तेज हो जाती है। ब्लड डोनेट करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी वृद्धि होती है जिससे इंसान लंबे समय तक स्वस्थ रहता है। एक्सपर्ट कहते हैं कि रक्तदान से दिल की सेहत में सुधार भी सुधार होता है। रक्तदान कार्बन डाइऑक्‍साइड को शरीर से बाहर निकाल देता है जिससे कि शरीर स्वस्थ रहता है। 

तो अगर आप पूर्ण रूप से सेहतमंद हैं। आप की उम्र 18 से 65 के बिच है तथा वज़न कम से कम 50 किलो और ज़्यादा से ज़्यादा 160 किलो है और आपको HIV, Hepatitis B या C में से कोई भी रोग नहीं हैं तो आप रक्तदान कर सकते हैं। लेकिन सर्दी, फ्लू, गले में खराश, सर्दी-खराश, पेट में कीड़े में से कोई भी एक दिक्कत है तो आप रक्तदान न करें। रक्त दान करने के लिए न्यूनतम हीमोग्लोबिन स्तर को भी पूरा करना जरूरी होता है। इसके लिए दान स्थल पर टेस्ट किया जाता है।

मित्रों! रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं होता तो इसका महत्व समझें और इस पुण्य काम में अपना सहयोग दें। समय बीतते यह शरीर विकारों से युक्त हो जाता है। इसका सौंदर्य भी कुछ निश्चित समय के लिए ही होता है। जहाँ तक हो सके शरीर से आगे सोच कर इस संसार में आने के उद्देश्य (मोक्ष) को प्राप्त करने की ओर कदम बढ़ाएँ और अपने इस मानव जीवन को सफल बनाने के लक्ष्य में सफलता प्राप्त करें।

योग व रक्तदान पर गर इस तरह के और भी लेख पढने के इच्छुक हैं तो नीचे दिये गये लिंक पर क्लिक करके आप पढ़ सकते हैं।

रक्तदान के फायदे व नुकसान Click Here

रक्तदान पर शानदार शायरी व स्टेटस Click Here रक्तदान पर सार्थक नारे Click Here महिलाओं की लिए योग के फायदे Click Here योग पर नारा Click Here

तो दोस्तों आशा करती हूँ की आपको मेरा ये आर्टिकल पसंद आया होगा और आप जो जानकारी जानना चाहते है वो आपको मिल गई होगी। अगर आपको ये आर्टिकल पसंद आया हो तो आप इसे अपने दोस्तों, फॅमिली के साथ शेयर कर सकते है और आप अपनी प्रतिक्रिया कमेंट बॉक्स में भी लिख सकते है। और अगर आपको लगता है की हमारे इस आर्टिकल में कुछ रह गया है या गलत है तो आप हमे जरूर कमेंट बॉक्स में बताये। आप अपने सुझाव को इस लिंक   Facebook Page के जरिये भी हमसे साझा कर सकते है। और हाँ हमारा free email subscription जरुर ले ताकि मैं अपने future posts सीधे आपके inbox में भेज सकूं। धन्यवाद!

' src=

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

  • En - English
  • यौन स्वास्थ्य
  • स्व-मूल्यांकन
  • कामेच्छा की कमी
  • महिला स्वास्थ्य
  • अनियमित पीरियड्स
  • पीसीओएस और पीसीओडी
  • बेहतर प्रजनन क्षमता
  • पीरियड्स में ज्यादा ब्लीडिंग
  • त्वचा की समस्या
  • मुंहासों का इलाज
  • फंगल इंफेक्शन
  • बालों की समस्या
  • बालों का विकास
  • बालों में रूसी
  • पुरानी बीमारी
  • शुगर (डायबिटीज)
  • अनिद्रा की समस्या
  • तनाव और चिंता

essay on blood donation day in hindi

  • डॉक्टर से सलाह लें
  • दवाइयाँ A-Z
  • अस्पताल खोजें
  • डॉक्टर खोजें
  • हेल्थ टी.वी.
  • वेब स्टोरीज
  • घरेलू नुस्खे
  • योग और फिटनेस
  • बच्चों की सेहत
  • बच्चों के नाम
  • स्वस्थ भोजन
  • स्वास्थ्य समाचार
  • पशु स्वास्थ्य
  • पुरुष स्वास्थ्य
  • मेडिकल कैनबिस
  • लॉग इन / साइन अप करें
  • यौन समस्याएं
  • बालों का विश्लेषण करें
  • तनाव से राहत

एक खरीदें दूसरा मुफ्त पाएं - ऑफर सीमित समय तक X

  • दैनिक स्वास्थ्य सुझाव
  • रक्तदान के फायदे, नुकसान, तथ्य और मिथक

रक्तदान के फायदे, नुकसान, तथ्य और मिथक - Blood Donation Benefits, Risks, Facts and Myths in Hindi

रक्तदान के फायदे, नुकसान, तथ्य और मिथक - Blood Donation Benefits, Risks, Facts and Myths in Hindi

essay on blood donation day in hindi

भारत में हर वर्ष लगभग 30-35 प्रतिशत रक्त की कमी का सामना करना पड़ता है। देश को प्रति वर्ष आठ से दस मिलियन यूनिट रक्त की जरूरत होती है, लेकिन मुश्किल से 5.5 मिलियन यूनिट का ही प्रबंध हो पाता है। भारत में रक्तदान की कमी काफी हद तक गलत सोच और मिथकों के कारण है। तो आइये जानते हैं रक्तदान के फायदे, नुकसान और रक्तदान से जुड़े कुछ तथ्यों और मिथकों के बारे में -

रक्तदान एक तरीका है बेसिक हेल्थ चेकअप के लिए

रक्तदान के लाभ हृदय के लिए, ब्लड डोनेट करने के फायदे करें लिवर की समस्याओं को कम, वजन घटाने के लिए करें रक्त का दान, रक्तदान का महत्व है मानसिक संतुष्टि के लिए, ब्लड डोनेट करने के नुकसान - blood donate karne ke nuksan in hindi, रक्तदान से जुड़े तथ्य - blood donation facts in hindi, रक्तदान से जुड़े मिथक - blood donation myths in hindi.

essay on blood donation day in hindi

ब्लड डोनेट करने के फायदे - Blood Donate Karne ke Fayde in Hindi

रक्तदान करने से होने वाले कुछ खास लाभों के बारे में यहां विस्तार से बताया गया है -

इससे पहले कि आप रक्त दें, आपको किसी भी बीमारी के लिए खुद को जांचने की आवश्यकता हो सकती है। अगर आप खुद से ये जाँच छोड़ भी देते हैं तो रक्तदान केंद्र हमेशा एक बुनियादी स्वास्थ्य जांच करेंगे। उदाहरण के लिए, आपके रक्तचाप और हृदय की दर की जांच की जाएगी। आपके खून का एक सैंपल भी टेस्ट किया जाएगा। क्या आपने हाल ही में कोई यात्रा की है, आप कौन सी दवा लेते हैं या अन्य जोखिम वाले कारकों पर आपको एक प्रश्नावली भरनी होगी। अगर समीक्षा करने वाले व्यक्ति के पास कोई और स्वास्थ्य संबंधी प्रश्न हैं, तो वे आपको अतिरिक्त प्रश्न पूछ सकते हैं। इससे आपको आपके स्वास्थ्य के बारे में किसी भी संभावित  चिंता  के बारे में सूचित किया जाएगा।

हालांकि यह जांच इस उद्देश्य से की जाती है कि क्या आप रक्त दान के लिए उपयुक्त उम्मीदवार हैं या नहीं। यदि जांच में कोई समस्या सामने आती है तो आपको तत्काल चिकित्सीय पर ध्यान देने की जरूरत है।

बहुत से लोग इस तथ्य से अवगत नहीं हैं कि नियमित रूप से रक्त दान आपके आयरन के स्तर पर रोक बनाए रखने में मदद कर सकता है। शरीर में अत्यधिक लोहे के निर्माण से ओक्सीडेटिव क्षति हो सकती है, जो ऊतक क्षति का प्रमुख कारण है। इसलिए, रक्त दान करना न केवल शरीर में  लोहा  सामग्री को नियंत्रण में रखता है बल्कि हृदय रोग के जोखिम को भी कम करता है। इसके अलावा, यह समय से पहले उम्र बढ़ने,  स्ट्रोक  और दिल के दौरे के जोखिम को कम करके हृदय स्वास्थ्य में सुधार भी करता है।

(और पढ़ें –  चेरी का प्रयोग रखे हृदय को स्वस्थ )

essay on blood donation day in hindi

हालांकि कोई अध्ययन दावा नहीं करते हैं कि रक्तदान करने से लिवर की क्षति और  कैंसर  का खतरा कम हो जाता है, लेकिन ऐसा देखा जाता है कि इसका लिवर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। शरीर में अत्यधिक लोहे से लिवर पर दबाव पड़ता है जिससे आप लिवर की समस्या से गुजरते है जबकि रक्त दान करने से आपको रक्त में लोहे की सामग्री को स्थिर करने में मदद मिलती है, जिससे लिवर की क्षति कम हो जाती है। इसके अलावा लिवर में अतिरिक्त लोहे की जमावट, लिवर के ऊतकों के ऑक्सीकरण का कारण बनती है जिससे अंगों को हानि पहुंचती है जो कई मामलों में कैंसर पैदा कर सकता है। और इसलिए नियमित रूप से रक्तदान करने से आपको लिवर कैंसर की संभावना कम हो जाती है।

(और पढ़ें –  कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए क्या खाएं )

essay on blood donation day in hindi

आप एक बार रक्त दान करके 650- 700 किलो कैलोरी कम कर सकते हैं। हालांकि, वजन कैलोरी सेवन के बारे में है और इसलिए रक्तदान आपके शरीर के वजन को नियंत्रित करने में सहायता कर सकता है। लेकिन यह वजन कम करने का एकमात्र तरीका नहीं होना चाहिए। हालांकि तीन महीने में एक बार (और अधिक बार नहीं) दान करना चाहिए क्योंकि इससे आपका स्वास्थ्य और आपके रक्त में मौजूद हीमोग्लोबिन और लोहे का स्तर प्रभावित होगा। 

(और पढ़ें -  वजन घटाने के घरेलू उपचार )

essay on blood donation day in hindi

इसमें कोई संदेह नहीं है कि रक्त दान करके आप बहुत ही अच्छा महसूस करते हैं क्योंकि आप किसी के जीवन को बचाने में मदद कर सकते हैं। क्योंकि मानव रक्त के लिए कोई अन्य विकल्प नहीं हैं, इसलिए रक्त दान करना महत्वपूर्ण है। आप जो रक्त दान करते हैं वह रोगियों की आवश्यकता के अनुसार विभिन्न घटकों में विभाजित है और विभिन्न प्रयोजनों के लिए विभिन्न प्राप्तकर्ताओं (recipients) द्वारा उपयोग किया जा सकता है। हर बार जब आप रक्त दान करते हैं, तो आप 3 या 4 रक्त के लिए जरूरतमंद लोगों की सहायता कर सकते हैं जो आपको अद्धभुत खुशी की भावना देती है।

कुछ लोगों को रक्तदान करने से कुछ हल्के साइड इफेक्ट अनुभव हो सकते हैं। ये कुछ खास हल्की प्रतिक्रियाएं हैं जो आपको रक्तदान करने के बाद हो सकती हैं :

  • ठंड महसूस होना
  • बहुत कम संख्या में लोगों को उल्टी की तरह अधिक गंभीर समस्या का अनुभव हो सकता है।
  • दो रक्तदान के बीच न्यूनतम समय का अंतर कम से कम 3 महीने होना चाहिए। इसका कारण यह है, सामान्य तौर पर रक्तदान के बाद शरीर में रक्त का पुनर्जन्म करने के लिए रक्त कोशिकाओं को लगभग तीन महीने लग सकते हैं। संख्याओं के अनुसार, आप एक वर्ष में चार बार रक्त दान कर सकते हैं।
  • जब व्यक्ति रक्त दान करता है तो यह सुनिश्चित करें कि उसकी आयु 18 से 65 साल के बीच है और वजन 45 किलो से अधिक है, जो किसी भी व्यक्ति द्वारा रक्त दान करने के लिए महत्वपूर्ण मानदंड है। इसके अलावा अच्छे स्वास्थ्य के साथ आपकी हीमोग्लोबिन सामग्री 12.5 मिलीग्राम% से अधिक  होनी चाहिए।
  • रक्त दान करने वालों को रक्तदान से पहले उनकी फिटनेस से संबंधित प्रश्न भी पूछे जाते हैं। इसके अलावा, डोनर के रक्तचाप, हीमोग्लोबिन और वजन की जांच की जाती है तब जाकर ब्लड डोनर, ब्लड देने के लिए फिर होता है।
  • रक्तदान करने के बाद पानी पीना या किसी अन्य तरल पदार्थ का सेवन करना सुनिश्चित करें क्योंकि इससे आपको हाइड्रेटेड रहने में मदद मिलेगी। हालांकि, वायुकृत (aerated) पेय या कार्बोनेटेड शीतल पेय पीने से दूर रहें।
  • जहां तक आहार की बात है, रक्तदान करने से पहले कुछ हल्का खाएं। इसके अलावा, रक्त दान से पहले दिन में शराब पीने से बचें और रक्तदान से पहले धूम्रपान न करें। अक्सर ब्लड डोनेट करने के बाद क्या खाना चाहिए ये सवाल हर किसी को परेशान करता है तो सुनिश्चित करें कि आप ऐसे खाद्य पदार्थ का सेवन करते हैं जिनमें फोलिक एसिड, विटामिन बी 6 और बी 2 होते हैं।
  • रक्तदान के बाद कुछ सावधानियों से बचना चाहिए। डोनेशन के बाद किसी भी कठोर शारीरिक गतिविधि का प्रयोग न करें क्योंकि ऐसे में चक्कर आने की संभावना अधिक होती है। शारीरिक रूप से या मानसिक रूप से खुद को तनाव न दें और उस दिन आराम करना महत्वपूर्ण है।  
  • रक्तदान के बाद, रक्त के विभिन्न मापदंडों जैसे हेपेटाइटिस बी , हेपेटाइटिस सी, सिफलिस,  मलेरिया  और एचआईवी (प्रकार 1 और 2) के लिए टेस्ट किया जाता है। भारत में, कुल एचआईवी मामलों में से 90% एचआईवी टाइप 1 वायरस हैं और केवल 10% एचआईवी मामलों की रिपोर्ट एचआईवी टाइप 2 वायरल संक्रमण हैं। यदि उपरोक्त परीक्षणों में से कोई भी सकारात्मक परिणाम दिखता है, तो रक्त को त्याग दिया जाता है।
  • हालांकि पैरामेडिकल स्टाफ यह सुनिश्चित करेगा कि ब्लड ट्रांसफ़्यूजन के लिए इस्तेमाल की गई सिरिंज या सुइयों को निष्फल कर दिया गया है। लेकिन यह जांचना एक बुरा विचार नहीं है कि क्या कर्मचारी प्रत्येक डोनर के लिए डिस्पोजेबल सुई का एक सेट का उपयोग कर रहा है या नहीं।

1. रक्त दान करने से एचआईवी जैसी बीमारी होने का ख़तरा हो सकता है

कुछ लोगों को लगता है ब्लड डोनेट करने से उन्हें एचआईवी जैसी बीमारी होने का खतरा हो सकता है। लेकिन यह सच नहीं है। सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (सीडीएससीओ) और राज्य लाइसेंसिंग प्राधिकरण रक्त के आयात, निर्माण, बिक्री और परीक्षण के लिए विभिन्न लाइसेंस जारी करते हैं। यह डब्लूएचओ नियमों के अनुसार जीएमपी (गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिस) जैसे प्रमाणपत्र भी जारी करता है। इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्रालय ने रक्त बैंकों के नियम निर्धारित किए हैं, जहां राज्य औषधि नियंत्रक ब्लड सर्विस की गुणवत्ता के आधार पर प्रमाण पत्र जारी करने के लिए अधिकृत (authorized) हैं।

इसलिए एक रक्तदान अभियान के दौरान, अभियान चलाए जाने वाले संगठन सुनिश्चित करेगा कि वे आपकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी उचित सावधानी बरतें - जैसे डिस्पोजेबल सुई आदि। क्योंकि एचआईवी जैसी बीमारियां सीधे संचरण (direct transmission)के माध्यम से फैल सकती हैं लेकिन एक ताजा, निष्फल सुई (sterilized needle) आपको सुरक्षित रखेगी। यह सुनिश्चित करने के लिए, आप तकनीशियन को अपने सामने सुई युक्त सीलबंद पैक खोलने के लिए कह सकते हैं और आप इसे पोर्टेबल क्रीमेटोरेटर में डिस्पोज़ कर सकते हैं।

2. मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति रक्त दान नहीं कर सकता है

कुछ लोग  मधुमेह  से पीड़ित होते हैं तो उनको लगता है कि वे ब्लड डोनेट नहीं कर सकते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। यदि आप मधुमेह के लिए मौखिक दवाओं का सेवन करते हैं और इंसुलिन पर निर्भर नहीं हैं, तो आप रक्त दान कर सकते हैं। इससे पहले कि आप रक्त दान करते हैं, इन कुछ पैरामीटर को ध्यान में रखें। एक बार ब्लड डोनेट करने के बाद आपको कम से कम 56 दिनों के लिए रक्त दान नहीं करना चाहिए। यदि आप  उच्च रक्तचाप  या किसी भी अन्य हृदय रोग से पीड़ित है, तो सुनिश्चित करें कि रक्त दान करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करें।

3. वर्ष में एक बार रक्तदान करने के बाद दोबारा रक्तदान नहीं किया जा सकता है

कुछ लोगों के अनुसार अगर वो साल में एक बार ब्लड डोनेट कर चुके हैं तो वो दोबारा ब्लड डोनेट नहीं कर सकते हैं। फोर्टिस में पुल्मोथोरेसिक सर्जन डॉ सबहिसाची बाल के मुताबिक, 'स्वैच्छिक दान करना सबसे अच्छी बात है क्योंकि यह उन रोगियों के इलाज के लिए मदद करेगा जिनको रक्त आवश्यकता है। रक्तदान स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है यह सबसे आम मिथकों में से एक मिथक है कि जो रक्तदान में एक बाधा के रूप में कार्य करता है, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। यदि लोग रक्तदान करते हैं तो उनका रक्त 7-14 दिनों के भीतर बन जाता है। प्रत्येक तीन-छह महीने में आप रक्त दान कर सकते हैं ।

4. एक औरत रक्त दान नहीं कर सकती है

आंकड़ों के अनुसार, देश में 94 प्रतिशत रक्तदान पुरुषों द्वारा किया जाता है जबकि महिलाएं केवल छह प्रतिशत योगदान करती हैं। एक महिला होने के नाते रक्त दान करने की आपकी क्षमता में कमी नहीं होती है। यद्यपि, शारीरिक कारकों के कारण महिलाओं को एनीमिया जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है। ब्लड डोनेट करने से पहले होने वाली जांच आपको यह तय करने में मदद करेगी कि आपको दान करना चाहिए या क्यों नहीं करना चाहिए। रोटरी ब्लड बैंक की चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ अंजू वर्मा कहती हैं, 'शारीरिक रूप से समस्याओं के चलते भारतीय महिलाओं का ब्लड डोनेट का प्रतिशत कम है। उनमें से अधिकांश में हीमोग्लोबिन की कमी पाई गई है और इसलिए रक्त दान करने के लिए न्यूनतम आवश्यकताओं को पूरा करने में विफल रहती है और इसलिए प्रतिशत की संख्या कम है। (और पढ़ें -  रागी के व्यंजन एनीमिया के लिए हैं उत्कृष्ट )

हमारे शरीर में 70 प्रतिशत रक्त विभिन्न शारीरिक कार्यों के लिए उपयोग किया जाता है, बाकी 30 प्रतिशत इनिशलाइज़ होता रहता है, यदि हम 350 या 450 मिलीलीटर रक्त देते हैं, तो यह किसी भी शारीरिक कार्य को बाधित नहीं करेगा। भारत में कम रक्तदान की समस्या को जांचना बहुत ही महत्वपूर्ण है।

5. रक्तदान करने से हम बीमार पड़ सकते हैं

रक्तदान लोगों को बीमार नहीं करता है। हां, रक्तदान करने के बाद आपको थोड़ी चक्कर आ सकती है लेकिन रक्तदान से पहले और बाद में आप अपने आहार में कुछ खाद्य पदार्थों को शामिल कर सकते हैं। स्नैप फेटिसी इंडिया के पोषण विशेषज्ञ अन्नपूर्णा अग्रवाल कहती हैं, 'इससे पहले कि आप रक्त दान करें, सुनिश्चित करें कि आप लोहे और विटामिन सी से समृद्ध खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करते हैं। इसके अलावा सुनिश्चित करें कि आपके पास दान करने से पहले और बाद में पर्याप्त तरल पदार्थ हैं। इससे शरीर को हाइड्रेट रखने और कमज़ोरी को कम करने में मदद मिलेगी जो आप ब्लड डोनेट करने के बाद महसूस कर सकते हैं। अकसर ब्लड डोनेट करने के बाद क्या खाना चाहिए ये सवाल हर किसी को परेशान करता है तो सुनिश्चित करें कि आप ऐसे खाद्य पदार्थ का सेवन करते हैं जिनमें फोलिक एसिड, विटामिन बी 6 और बी 2 होते हैं। इन खाद्य पदार्थों में ऐसे घटको होते हैं, जो आपके हीमोग्लोबिन स्तर को बढ़ाने में मदद करेंगे। रक्त दान करने से पहले लोगों को कार्बोनेटेड पेय और फैटी खाद्य पदार्थ से 24 घंटे तक दूर रहने के लिए सलाह दी जाती है। फैटी खाद्य पदार्थ रक्त में वसा की मात्रा को बढ़ाते हैं जिससे आप रक्त दान करने से पूर्व होने वाली जांच में अयोग्य साबित हो सकते हैं।

essay on blood donation day in hindi

  • National AIDS Control Organisation. Voulantary blood donation programme . Ministry of Health and Family Welfare; Government of India
  • The American National Red Cross. The Blood Donation Process . Washington, D.C, United States
  • National Blood Transfusion Council. Who are eligible to donate blood? . New Delhi, India .
  • America's Blood Centers. Blood Donation Types and Collection Procedures . Washington, DC, United States
  • MedlinePlus Medical Encyclopedia: US National Library of Medicine; Blood Transfusion and Donation
  • Better health channel. Department of Health and Human Services [internet]. State government of Victoria; Blood donation
  • American Association of Blood Banks. Blood FAQ . National Blood Foundation.[internet].
  • National AIDS Control Organisation. National Blood Transfusion Council (NBTC) . Ministry of Health and Family Welfare; Government of India
  • Towards 100% Voluntary Blood Donation: A Global Framework for Action. Geneva: World Health Organization; 2010. 2, Voluntary blood donation: foundation of a safe and sufficient blood supply .
  • The American National Red Cross. Blood Needs & Blood Supply . Washington, D.C, United States
  • US Food and Drug Administration (FDA) [internet]; Have You Given Blood Lately?
  • National Health Portal. World Blood Donor Day . Centre for Health Informatics; National Institute of Health and Family Welfare
  • Iron Disorders Institute. http://www.irondisorders.org/chelation-therapy . Greenville, South Carolina
  • Government of Bermuda. Blood Donation is Free and Saves Lives . The UK's Foreign and Commonwealth Office.
  • National Blood Transfusion Service. Benefits Of Donating Blood . Kingston, Jamaica
  • Florida Health Across the State. 4 Benefits of Donating Blood . County Health Department Leadership.
  • Yunce M, Erdamar H, Bayram NA, Gok S. One more health benefit of blood donation: reduces acute-phase reactants, oxidants and increases antioxidant capacity . 2016 Nov 1;27(6):653-657. PMID: 27089416
  • Rasmussen College. 6 Surprising Health Benefits of Donating Blood . Rasmussen College - Orlando; USA

सम्बंधित लेख

क्या वजन घटाने वाली दवाएं प्...

essay on blood donation day in hindi

कब्ज के लिए प्रोबायोटिक्स का...

टी ट्री ऑयल से पाएँ मुंहासों...

कोरल कैल्शियम: लाभ, दुष्प्रभ...

दाद के इलाज में टी ट्री ऑइल ...

त्वचा के लिए विटामिन सी के फ...

essay on blood donation day in hindi

रक्तदान महादान पर निबंध Essay on blood donation in hindi

Essay on blood donation in hindi.

Rakt daan essay in hindi-दोस्तों कैसे हैं आप सभी,आज का हमारा आर्टिकल रक्तदान महादान पर निबंध आप सभी की स्कूल, कॉलेज की परीक्षा में लिखने के लिए मददगार साबित होगा. आप यहां से अच्छी और बेहतरीन जानकारी ले सकते हैं हमारे आज के इस आर्टिकल में हमने रक्तदान को सबसे बड़ा दान बताया है चलिए पढ़ते हैं आज के इस आर्टिकल को

Essay on blood donation in hindi

जब से यह दुनिया बनी है तबसे दान की प्रथा चली आ रही है अगर कोई जरूरतमंद है और हम उसे कोई उसकी उपयोग में लाई जाने वाली चीज को दे देते हैं तो उसे हम दान कहते हैं.दान के रूप में हम कई तरह की चीजें दे सकते हैं कई प्रकार का दान होता है लेकिन जो सबसे बड़ा दान यानी महादान होता है वह रक्तदान होता है.सच मानें तो रक्तदान सिर्फ रक्तदान नहीं है यह जीवन दान है जो रक्तदान करता है वह रक्तदान नहीं बल्कि किसी को जीवनदान करता है ऐसा माना जाता है.आज हम देखें तो बहुत सारे लोग बीमार,पीड़ित हैं अगर हम रक्तदान करके किसी की मदद करें तो वास्तव में यह दान सबसे बड़ा दान समझा जा सकता है .

रक्तदान कौन कर सकता है

रक्तदान महिला या पुरुष कोई भी कर सकता है लेकिन कुछ बातें हैं जो रक्तदान करने वालों को और डॉक्टरों को पता होना चाहिए क्योंकि तब ही रक्तदान किया जा सकता है. रक्तदान करने वाले व्यक्ति की उम्र कम से कम 18 साल से ऊपर होना चाहिए तभी वह रक्तदान कर सकता है

दूसरा यह है कि जो व्यक्ति रक्तदान करने वाला है उसे किसी भी तरह की बीमारी नहीं होनी चाहिए और अगर कोई बड़ी बीमारी जैसे कि शुगर,कैंसर,TV आदि है तो वह बिल्कुल भी रक्तदान नहीं कर सकता. रक्तदान केवल स्वस्थ व्यक्ति को ही करना चाहिए.

कुछ महिलाएं जो बच्चों को दुग्धपान करवाती हैं और कुछ महावारी में हैं तो वह रक्तदान नहीं कर सकती. अगर आप शराब के आदी हैं या आप ने 2 या 3 दिन पहले ही शराब पी हुई है तो भी आपको रक्त दान नहीं करना चाहिए.खून में अगर किसी भी तरह का संक्रमण हो तो हमें रक्तदान करने से बचना चाहिए अगर कोई व्यक्ति कमजोर है तो भी उसको रक्त दान नहीं करना चाहिए.रक्तदान शरीर से स्वस्थ व्यक्ति को करना चाहिए.

रक्तदान का महत्व या फायदे rakt daan ke fayde

वास्तव में रक्त दान सबसे बड़ा दान माना जा सकता है जब हम रक्तदान करते हैं तो हमारा रक्त उस व्यक्ति को चढ़ाया जाता है जो या तो किसी बीमारी से पीड़ित होता है जिसे खून की जरूरत होती है या फिर जिस की दुर्घटना होती है और उसे खून की जरूरत होती है उसी को हमारे द्वारा दिया गया रक्त चढ़ाया जाता है जिससे सामने वाले व्यक्ति की जान बचती है.वह अपने जीवन को बचा पाता है और उसके परिवार वाले भी आपको धन्यवाद कहते हैं.

कुछ लोग ऐसे होते हैं जो रक्त की कमी के वजह से अपने जीवन को त्याग देते हैं अगर उन्हें रक्त मिल जाए तो वास्तव में उनका जीवन बच सकता है. हम रक्तदान करके पुण्य अर्जित करते हैं इसलिए भी रक्तदान महादान माना जाता है रक्तदान करने से हमें पूण्य तो मिलता ही है,हमें दुआएं भी मिलती हैं साथ में अगर हम रक्तदान करते हैं तो कई बीमारियों से भी मुक्त हो जाते हैं.

अगर आप को हृदय से संबंधित कुछ भी समस्या है तो रक्तदान करने से यह समस्या काफी हद तक कम हो सकती है.रक्तदान करने से शरीर में नया रक्त बनता है जिस वजह से शरीर में फुर्ती आती है,तंदुरुस्ती आती है जो व्यक्ति मोटापे से परेशान हैं अगर वह रक्तदान करते हैं तो कुछ हद तक वजन कम करने में भी रक्तदान मदद करता है इसलिए हम देखें तो रक्तदान के लाभ ही लाभ हैं. रक्तदान के महत्व को देखते हुए हर एक व्यक्ति को रक्तदान करना चाहिए.

रक्तदान कहां से करें

रक्तदान करने के लिए समय-समय पर कई तरह के शिविर लगाए जाते हैं जिसमें कोई भी महिला या पुरुष अपना रक्तदान कर सकते हैं और दूसरों को जिंदगी दे सकते हैं वह जीवनदान दे सकते हैं.रक्तदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए भारत में कई संस्थाएं भी चलती हैं जो लोगों को प्रेरित करती हैं कि रक्तदान करें और दूसरों की जान ब चाय.

लालच में ना करें

बहुत सारे लोग ऐसे भी होते हैं जो रक्तदान किसी लालच में आकर करते हैं रक्तदान वास्तव में एक महादान है इसे आप तभी दान करें जब आप पूर्ण रुप से स्वस्थ हो .आप किसी के दवाब में आकर कभी भी रक्तदान ना करें कुछ लोग पैसों के लालच में आकर रक्तदान करते हैं आप रक्तदान केवल अपनी स्वेच्छा से ही करें .

  • लालच पर निबंध Lalach buri bala hai essay in hindi

रक्तदान से संबंधित लोगों में कई तरह की भ्रांतियां होती हैं कि अगर हम रक्तदान करेंगे तो कमजोर हो जाएंगे. रक्तदान करने से लोग अपने शरीर की कमजोरी समझते हैं लेकिन वास्तव में रक्तदान करने से ऐसा कुछ भी नहीं होता. 21 दिनों के अंदर ही हमारे शरीर में रक्त पुनः बन जाता है और खून का संचार और भी बेहतरीन अच्छी तरह से होता है. आप तरोताजा महसूस करते हैं अगर कोई व्यक्ति स्वस्थ है तो रक्तदान करने से उसको किसी प्रकार का नुकसान नहीं होता.

वास्तव में रक्तदान महादान होता है हम सभी को जीवन में जरूर ही रक्त दान करना चाहिए वस इसके लिए हमें स्वस्थ होना चाहिए. रक्तदान वास्तव में कोई दान नहीं बल्कि जीवनदान है यह सबसे बड़ा दान है हमें समय-समय पर रक्तदान करते रहना चाहिए ।

  • रक्तदान पर स्लोगन Blood donation slogans in hindi
  • रक्तदान महादान पर कविता Poem on blood donation in hindi

दोस्तों अगर आपको हमारे द्वारा लिखा गया है ये आर्टिकल Essay on blood donation in hindi पसंद आए तो इसे अपने दोस्तों में शेयर करना ना भूले इसे शेयर जरूर करें और हमारा Facebook पेज लाइक करना ना भूलें और हमें कमेंटस के जरिए बताएं कि आपको हमारा यह आर्टिकल कैसा लगा जिससे नए नए आर्टिकल लिखने प्रति हमें प्रोत्साहन मिल सके और इसी तरह के नए-नए आर्टिकल को सीधे अपने ईमेल पर पाने के लिए हमें सब्सक्राइब जरूर करें जिससे हमारे द्वारा लिखी कोई भी पोस्ट आप पढना भूल ना पाए.

Related Posts

essay on blood donation day in hindi

kamlesh kushwah

' src=

Thank you so much.

' src=

It is very useful

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Email Address: *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

1Hindi

रक्तदान जीवनदान पर भाषण Blood Donation Speech in Hindi

रक्तदान जीवनदान पर भाषण Blood Donation Speech in Hindi

आज के इस लेख में आप रक्तदान जीवनदान पर भाषण (Blood Donation Speech in Hindi) पढ़ेंगे। इस भाषण से स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थी अपने परीक्षा के लिए और व्यक्ति विभिन्न विश्व रक्तदान दिवस कार्यक्रमों के लिए मदद ले सकते हैं।

रक्तदान-जीवनदान, रक्तदान-महादान – यह स्लोगन तो आपने सुना ही होगा। इस छोटे से स्लोगन में कितनी गहराई है आज इस भाषण के माध्यम से हमने प्रस्तुत किया है।

आदरणीय प्रधानाचार्य महोदय, उप-प्रधानाचार्य महोदय, माननीय शिक्षक गण एवं मेरे प्रिय साथियों। आज विश्व रक्तदान दिवस के मौके पर मैं आप सबके सामने रक्तदान-जीवनदान, रक्तदान-महादान पर अपने कुछ विचार लेकर उपस्थित हूं।

जब कोई व्यक्ति रक्तदान करता है तो वह सीधे तौर पर दूसरे व्यक्ति की जान को बचाता है। हो सकता है वह व्यक्ति आप ही का कोई दोस्त रिश्तेदार हो या आपको ही कभी रक्त की आवश्यकता पड़े।

विश्व रक्तदान दिवस

आज 14 जून को हम सभी उत्साह के साथ विश्व रक्तदान दिवस मनाते हैं। यह दिन हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि इस दिन हम कार्ल लैंडस्टेनर को याद करते हैं।

कार्ल लैंडस्टेनर ने ए बी ओ ब्लड ग्रुप सिस्टम (ABO Blood Group System) का आविष्कार किया और साथ ही पूरे विश्व भर में रक्तदान के महत्व को समझाया।

रक्तदान से जुड़े कुछ मुख्य बातें

क्या आपको पता है मित्रों संयुक्त राज्य अमेरिका में लगभग 6.8 मिलियन लोग प्रतिवर्ष रक्तदान करते हैं जबकि उन्हें 4.5 मिलियन रक्त आदान की आवश्यकता होती है?

जबकि देखा जाए तो भारत में प्रतिवर्ष 9 मिलियन से ज्यादा ब्लड यूनिट लोग दान करते हैं परंतु जरूरत 12 से 13 मिलियन की है। इससे साफ पता चलता है कि भार त में रक्तदान की आवश्यकता बहुत ही ज्यादा है। 

दोस्तों रक्तदान की आवश्यकता कई लोगों को पड़ती है जैसे किसी ऑपरेशन के दौरान अत्यधिक रक्त की कमी होने के कारण, किसी बड़े दुर्घटना के कारण रक्त की कमी। साथ ही ऐसे कई व्यक्ति हैं जिन्हें कुछ अंदरूनी बीमारियों के कारण नियमित रूप से रक्त आदान की आवश्यकता पड़ती है।

किनको है रक्त आदान की आवश्यकता?

मेरे प्रिय साथियों लिवर से जुड़ी है ऐसी बीमारियां हैं जिसके कारण हमारा शरीर सही प्रकार से रक्त या रक्त के भागों का निर्माण नहीं कर पाता है। एनीमिया के कारण कई प्रकार के किडनी से जुड़ी बीमारियां और कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है।

हीमोफीलिया जैसी बीमारियां से भी कई लोग ग्रसित हैं जिसमें शरीर सही प्रकार से ब्लड क्लॉट नहीं बना पाता है जिसके कारण चोट लगने पर या दुर्घटना होने पर खून नहीं रुकता है ऐसे में भी ज्यादा से ज्यादा खून की आवश्यकता होती है।

अभी मैंने रक्त की कमी से जुड़ी है कुछ बीमारियों के बारे में आप सभी को बताया। अगर आप अपने जीवन में कुछ अच्छा करना चाहते हैं और लोगों की जान बचाना चाहते हैं तो रक्तदान करके अपना योगदान दें।

तभी तो कहा गया है रक्तदान महादान-रक्तदान जीवनदान। भले ही आप को रक्तदान करने में कुछ मिनट लगे यह बात जान लें कि वह कुछ मिनट एक व्यक्ति के लिए जीवन भर का समय दान दे देंगे।

इसलिए एक हीरो बने और रक्तदान को अपना कर्तव्य समझे। अगर सही मायने में कहा जाए तो रक्तदान से बड़ा मानवता का कार्य और कुछ नहीं। मैं उन सभी महान व्यक्तियों को सलूट करता हूं जिन्होंने रक्तदान करके निडरता के साथ कई लोगों की जान बचाई है।

अमेरिकन रेड क्रॉस सोसाइटी के अनुसार एक रक्तदान करने वाला व्यक्ति लगभग 3 रोगियों की जान बचा सकता है। 1 यूनिट रक्त को तीन अलग अंग, लाल रक्त कोशिकाओं (RBCs), प्लाज्मा और प्लेटलेट्स मैं अलग किया जाता है। इसीलिए एक बार के दान करने पर 3 लोगों की जान बचाई जा सकती है।

हाल ही में यह भी देखा गया की कोरोना वायरस (COVID) से संक्रमित ठीक हुए रोगियों के ब्लड प्लाज्मा दान करने का निवेदन किया गया क्योंकि उस दान किए हुए ब्लड प्लाज्मा से नए कोरोना वायरस के रोगियों के स्वास्थ्य में बेहतर सुधार देखा गया। हम सब उन सभी व्यक्तियों का शुक्रगुजार हैं जो अपना रक्तदान करने में योगदान देते हैं और दे रहे हैं।

आज अस्पतालों में लगभग 7 रोगी घुसते हैं जिनमें से 1 को जरूर खून की आवश्यकता होती है। आज भारत को लगभग 6 करोड़ रक्त यूनिट की आवश्यकता है परंतु 2.5 से 3 करोड़ रक्त यूनिटी उपलब्ध हो पा रहे हैं।

रक्तदान करने के फायदे क्या है?

आज की भी इस आधुनिक युग में कई लोग रक्तदान करने से डरते हैं क्योंकि उन्हें शायद नहीं पता कि रक्तदान करने से हमारा कितना फायदा है?

दोस्तों क्या आपको पता है रक्तदान से शरीर को भावनात्मक और शारीरिक दोनों रूप से लाभ पहुंचता है। मेंटल हेल्थ फाउंडेशन के अनुसार रक्तदान से मानसिक तनाव कम होता है, मन से नकारात्मक विचार दूर होते हैं, जिससे शरीर को स्फूर्ति मिलती है।

दोस्तों कुछ लोग रक्तदान करने से इसलिए डरते हैं क्योंकि वह सोचते हैं रक्तदान करने से उनका खून कम हो जाएगा। मैं आपको बताना चाहता हूं आप जो रक्तदान करते हैं उसका वॉल्यूम यानी कि प्लाज्मा 48 घंटे में हमारा शरीर तैयार कर लेता है।

साथ ही 4 से 8 हफ्तों के अंदर हमारा शरीर पूर्ण रूप से दान किए हुए लाल रक्त कोशिकाएं बना लेता है । तो इससे आपको कोई कमजोरी भी नहीं होगी और न ही खून में कमी होगी।

भाषण का अंतिम भाग

आइए आज हम सब प्रण ले कि हम उत्साह के साथ रक्तदान करेंगे और कई लोगों की जान बचा कर जीवन में अनमोल कार्य करेंगे। में आशा करता हूँ आप सभी को रक्तदान जीवनदान-रक्तदान महादान के विषय में अपने भाषण (Blood Donation Speech in Hindi) के माध्यम से इसके विषय में स्टीक जानकारी दे पाया। 

मेरा भाषण सुनने के लिए और अपना समय देने के लिए धन्यवाद।

और पढ़ें: रक्तदान में दूसरों के साथ अपना फायदा भी रक्तदान पर 51 बेहतरीन अनमोल कथन

2 thoughts on “रक्तदान जीवनदान पर भाषण Blood Donation Speech in Hindi”

यह बहुत अच्छा भाषण था रक्तदान पर आशा करती हूं आप इससे और भी आसान तरीके निकालेंगे लोगों की मुश्किलें को हल करने का यह बहुत अच्छा था सच में

Bahot badya laga

Leave a Comment Cancel reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed .

  • Food & Supplements
  • Natural Care
  • Medical Terms In Hindi
  • Women Health
  • User Requested
  • Herbal Medicine

Blood donation in Hindi | रक्तदान : संपूर्ण जानकारी

  • by Health 360
  • 08/05/2020 06/09/2022

essay on blood donation day in hindi

रक्तदान (Blood donation in Hindi) पृथ्वी पर के सबसे उत्तम दान मे से एक है जिसका कोई मूल्य नहीं । रेड क्रॉस सोसाइटी के अनुसार, एक रकत दान से तीन लोगों की जान बच सकती है, और हमारे भारत जैसे देश में हर सेकंड में किसी को रक्त की आवश्यकता होती है।

रक्तदान करके हम किसी इंसान की जिंदगी बचा सकते है, हालांकि कि रक्तदान करने से केवल प्राप्तकर्ता लाभान्वित नहीं होते हैं। दाताओं के लिए स्वास्थ्य लाभ भी हैं, उन लाभों के शीर्ष पर भी जो दूसरों की मदद करने से आते हैं। रक्त दान करने के स्वास्थ्य लाभ और उनके पीछे के कारणों को जानने के लिए आगे पढ़ें।

रकत क्या है? संरचना और सम्बंधित विकार Everything About Blood in Hindi

रक्तदान के लाभ Benefits of Blood donation in Hindi

रक्तदान करने से आपके भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य को लाभ होता है। मेंटल हेल्थ फाउंडेशन की एक रिपोर्ट के अनुसार, दूसरों की मदद करने से हमें निम्न लिखित लाभ मिलते है :

तनाव कम होता है 

किसी को मदद करने की सकारात्मक भावना उत्पन्न होती है जिससे हमें ख़ुशी मिलती है और मन की ख़ुशी ही ज्यादातर हमारे स्वास्थ्य की कुंजी है ।

शरीर मे पुराने रकत की जगह नया रकत बनने लगता है जिसके कारण हम ज्यादा स्फूर्ति महसुस कर सकते है ।

नकारात्मक भावनाओं से छुटकारा पाने में मदद करता है जिसके कारण नींद ना आना , अवसाद , चिंता   जैसे मानसिक बीमारियों मे मदद मिलती है ।

अकेलापन को दुर करता है 

शोध में विशेष रूप से रक्त दान से मिलने वाले स्वास्थ्य लाभों के प्रमाण मिले हैं।

नि: शुल्क स्वास्थ्य जांच

रक्त देने के लिए, आपको एक स्वास्थ्य जांच से गुजरना होगा। एक प्रशिक्षित स्टाफ सदस्य इस चेकअप को करता है। वे आपकी निम्न जाँच करेंगे:

  • नाड़ी की धबकार
  • शरीर का तापमान
  • हीमोग्लोबिन का स्तर

यह प्राथमिक परिक्षण के बाद अगर आप स्वस्थ्य है तो आपका रकत लिया जायेगा । यह परिक्षण उन समस्याओं का प्रभावी रूप से पता लगा सकता है जो कुछ बीमारियों के लिए अंतर्निहित चिकित्सा स्थिति या जोखिम कारकों का संकेत दे सकती हैं।

आपके रक्त का परीक्षण कई बीमारियों के लिए भी किया जाता है। इसमें शामिल है:

हेपेटाइटिस बी हेपेटाइटस सी HIV सिफिलिस मलेरिया

उपर्युक्त बीमारियों की जाँच ब्लड बैंक मे रकत आधान प्रक्रिया के बाद की जाती है । अगर आपको उपर्युक्त बीमारियों मे से कोई भी बीमारियों है तो ब्लड बैंक आपको सूचित करेंगी ।

स्त्रोत : National Center for Biotechnology Information

हृदय रोग का खतरा कम होता है

शोध में कहा गया है कि क्या रक्तदान वास्तव में हृदय रोग और दिल के दौरे के खतरे को कम करता है।

2017 के एक अध्ययन के स्रोत से पता चलता है कि नियमित रूप से रक्त दान करने से प्रतिकूल कोलेस्ट्रॉल के स्तर के कम होने के कारण संभवतः हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है

इसके अलावा , 2013 के एक अध्ययन के अनुसार, नियमित रूप से रक्त दान करने से आयरन स्टोरेज कम हो सकता है। इससे हार्ट अटैक का खतरा कम हो सकता है। माना जाता है कि हाई बॉडी आयरन स्टोर्स से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।

नियमित रूप से रक्त दान करने से रक्तचाप को कम करने के बारे में थ्योरी बताई गयी थी, लेकिन 2017 के एक अध्ययन में दिए गए स्रोत से पता चलता है कि ये अवलोकन पक्के तौर पर नहीं हैं और ज्यादा अभ्यास की आवश्यकता हैं।

रक्त दान करने के दुष्प्रभाव Side effects of Blood donation in Hindi

रक्तदान स्वस्थ वयस्कों के लिए सुरक्षित है। अनुबंधित बीमारी का कोई जोखिम नहीं है। प्रत्येक दाता के लिए नए, स्टेराइल उपकरण का उपयोग किया जाता है।

रक्तदान के बाद कुछ लोगों को मिचली, जी मिचलाना या चक्कर आ सकता है। यदि ऐसा होता है, तो यह केवल कुछ मिनट तक की रहता है जब तक आप बेहतर महसूस नहीं करते तब तक आप अपने पैरों के साथ लेटे रहना चाहिए ।

आप सुई की जगह पर कुछ रक्तस्राव का अनुभव भी कर सकते हैं। दबाव लागू करने से और अपने हाथ को कुछ मिनटों के लिए उठाना आमतौर पर इसे रोक देगा। आप साइट पर एक चोट विकसित कर सकते हैं।

रक्तदान केंद्र पर कॉल करें यदि:

आप अभी भी पीने, खाने और आराम करने के बाद चक्कर आना , या मिचली महसूस करते हैं। आप एक उभरे हुए गांठ का विकास करते हैं या सुई की जगह पर रक्तस्राव जारी रखते हैं। आपको हाथ में दर्द, सुन्नता, या झुनझुनी होती है।

रकत दान की प्रक्रिया Procedure of Blood donation in Hindi

आपको रक्तदान करने के लिए पंजीकरण करना होगा। इसमें पहचान प्रदान करना, आपका संपर्क नंबर एवं पता बताना होता है , आपका मेडिकल इतिहास और त्वरित शारीरिक परीक्षा से गुजरना शामिल है। आपको रक्तदान के बारे में भी कुछ जानकारी दी जाएगी।

जब आप तैयार हो जाएंगे, तो आपकी रक्तदान प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। संपूर्ण रक्त दान सबसे आम प्रकार की प्रक्रिया है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह सबसे अधिक लचीलापन प्रदान करता है। इसे पूरे रक्त के रूप में स्थानांतरित किया जा सकता है या अलग-अलग प्राप्तकर्ताओं के लिए लाल कोशिकाओं, प्लेटलेट्स और प्लाज्मा में अलग किया जा सकता है।

संपूर्ण रक्तदान प्रक्रिया के लिए:

आपको पुनरावर्ती कुर्सी पर बैठाया जाएगा। आप बैठकर या लेटकर रक्तदान कर सकते हैं। आपके हाथ का एक छोटा सा क्षेत्र को अल्कोहल या स्पिरिट से साफ किया जायेगा। फिर एक स्टेराइल सुई डाली जाएगी। आप बैठे रहेंगे या लेटे रहेंगे, जबकि आपके रक्त का एक यूनिट खींचा गया है। इसमें 8 से 10 मिनट लगते हैं। जब रक्त का एक यूनिट एकत्र किया गया है, तो एक स्टाफ सदस्य सुई निकाल देगा और आपकी बांह को पट्टी करेगा। अन्य प्रकार के दान में शामिल हैं:

  • प्लेटलेट दान (plateletpheresis)
  • प्लाज्मा दान (plasmapheresis)
  • डबल रेड सेल डोनेशन

प्लाज्मा थेरेपी क्या है? What is Plasma Therapy in Hindi

इस प्रकार के दान को एफेरेसिस (Epheresis) नामक एक प्रक्रिया का उपयोग करके किया जाता है। एक एफेरेसिस मशीन आपके दोनों हाथों से जुड़ी होती है। यह थोड़ी मात्रा में रक्त एकत्र करता है और अप्रयुक्त (unused) घटकों को आपके पास वापस लौटने से पहले घटकों को अलग करता है। यह चक्र लगभग दो घंटे में कई बार दोहराया जाता है।

एक बार जब आपका दान पूरा हो जाता है, तो आपको नाश्ता और एक ड्रिंक दिया जाएगा और छुट्टी देने से पहले 10 या 15 मिनट के लिए बैठने और आराम करने में सक्षम होगा। यदि आप बेहोश या मिचली महसूस करते हैं, तो आप बेहतर महसूस होने तक लेट नहीं पाएंगे।

रक्तदान करने से पहले क्या आवश्यकता होती है ? Prerequisite for Blood donation in Hindi

यहां आपको रकतदान देने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं:

तंदुरस्त – दाता बिलकुल स्वस्थ्य होना चाहिए , और उपर बताई गयी बीमारियों से मुक्त होना चाहिए ।

उम्र – रक्त का दान करने के लिए आपको 18 या उससे अधिक उम्र का होना चाहिए और 65 साल के निचे की उम्र होनी चाहिए । कुछ देशों मे आपको माता-पिता की सहमति से 16 पर दान करने की अनुमति देते हैं।

वजन – आपको कम से कम 50 किलोग्राम वजन होना जरुरी है। आपको चिकित्सा परिस्थिति और आपके द्वारा ली जा रही किसी भी दवा के बारे में जानकारी प्रदान करने की आवश्यकता है। ये रक्त दान करने की आपकी पात्रता को प्रभावित कर सकते हैं।

जानिए आपकी हाइट के हिसाब से आपका वजन कितना होना चाहिए BMI in Hindi

नाड़ी की धबकार (pulse rate ) – आपकी नाड़ी की धबकार एक मिनिट मे 50 से 100 के अंदर होनी चाहिए ।

हीमोग्लोबिन लेवल – 12.5 mg/dl से उपर

रक्तचाप – सिस्टोलिक – 100- 180 mm of Hg डायास्टोलिक – 50- 100 mm of Hg के बिच

शरीर का तापमान – शरीर का तापमान सामान्य होना चाहिए , 37.5 के उपर का नहीं होना चाहिए ।

आपको दो रकत दान के बीच कम से कम 3 महीने का इंतजार करना होगा । प्लेटलेट दान हर 7 दिन, प्रति वर्ष 24 बार तक किया जा सकता है।

अपनी नियुक्ति से पहले अतिरिक्त 1-2 ग्लास पानी पिएं। स्वस्थ भोजन खाएं जो वसा में कम हो। छोटी आस्तीन वाली शर्ट या आस्तीन के साथ एक शर्ट पहनें जो रोल करना आसान हो। स्टाफ को बताएं कि क्या आपके पास एक पसंदीदा हाथ या नस है और यदि आप बैठना या लेटना पसंद करते हैं। दान प्रक्रिया के दौरान संगीत सुनने, पढ़ने, या किसी और से बात करने से आपको आराम करने में मदद मिल सकती है।

रक्तदान कौन नहीं कर सकता ? Who Can not donate blood in Hindi

कुछ परिस्थिति मे व्यक्तियों को रक्त दान करने के लिए अयोग्य समझा जाता है:

व्यक्ति जो एचआईवी पॉजिटिव परीक्षण किया गया है।

हृदय की बीमारी , उच्च रक्तचाप, कैंसर , मिर्गी, किडनी की बीमारियों और मधुमेह जैसी बीमारियों से पीड़ित व्यक्ति।

कोई व्यक्ति जिसने पिछले 6 महीनों में कान या अन्य जगह मे छेद करवाया हो या टैटू गुदवाया है।

पिछले 1 महीने में जिन व्यक्तियों का टीकाकरण हुआ है।

पिछले 6 महीनों में रेबीज का इलाज किया गया हो या हेपेटाइटिस बी के टीके के लिए टिका लगवाया गया हो ।

जिसने पिछले 24 घंटों में शराब का सेवन किया है।

जो महिलाएं गर्भवती हैं या स्तनपान करा रही हैं।

ऐसे व्यक्ति जो पिछले 1 महीने में बड़ी दंत प्रक्रियाओं या सामान्य सर्जरी से गुजर चुके हैं।

जिन महिलाओं का पिछले 6 महीनों में गर्भपात हुआ है।

ऐसे व्यक्ति जिनको पहले से फिट, तपेदिक , अस्थमा और एलर्जी संबंधी विकार हैं।

FAQ Related to blood donation in Hindi रक्त दान से सबंधित सवाल जवाब 

क्या रक्तदान करना आपके शरीर के लिए अच्छा है?

नियमित रक्तदान निम्न रक्तचाप और हृदय के दौरे के कम जोखिम से जुड़ा हुआ है। यह निश्चित रूप से कार्डियोवैस्कुलर जोखिम कारकों को कम करने में मदद करता है।

रक्तदान करने के बाद आपके शरीर में क्या होता है?

जब आप रक्त देते हैं तो आप लाल कोशिकाओं को खो देते हैं और शरीर को उन्हें बदलने के लिए और अधिक बनाने की आवश्यकता होती है। किडनी में विशेष कोशिकाएं, जिन्हें पेरिटुबुलर कोशिकाएं कहा जाता है, यह महसूस करती हैं कि रक्त में ऑक्सीजन का स्तर कम हो गया है (लाल कोशिकाओं के नुकसान के कारण) और एरिथ्रोपोइटिन नामक प्रोटीन का स्राव करना शुरू कर देते हैं। जिसके कारण अधीक लाल कोशिकाएं उत्पन्न होना शुरू हो जाती है । कुछ समय में सब कुछ पहले की तरह सामान्य हो जाता है ।

एक समय में आप कितना रक्तदान कर सकते हैं?

लगभग 0.5 लीटर

पूरे रक्तदान के लिए लगभग 0.5 लीटर रक्त एकत्र किया जाता है। अन्य रक्त उत्पादों, जैसे प्लेटलेट या प्लाज्मा के दान के लिए, एकत्र की गई राशि आपकी ऊंचाई, वजन और प्लेटलेट काउंट पर निर्भर करती है।

रक्तदान करने के बाद रक्त को ठीक होने में कितना समय लगता है?

मेरे शरीर को मेरे खोए हुए रक्त की पूर्ति करने में कितना समय लगेगा?

रक्त की मात्रा आमतौर पर 24 घंटों के भीतर बदल दी जाती है। लाल रक्त कोशिकाओं को पूर्ण प्रतिस्थापन के लिए चार से छह सप्ताह लगते हैं, यही कारण है कि दो रक्त दान के बीच आठ सप्ताह की प्रतीक्षा की आवश्यकता होती है।

मैं कितनी बार रक्तदान कर सकता हूँ?

आपको पूरे रक्त के दान के बीच कम से कम आठ सप्ताह (56 दिन) और Power Red दान के बीच 16 सप्ताह (112 दिन) प्रतीक्षा करनी चाहिए।

संपूर्ण रक्तदाता वर्ष में 6 बार तक रक्तदान कर सकते हैं। प्लेटलेट एफेरेसिस डोनर हर 7 दिन में साल में 24 बार तक दे सकते हैं।

क्या टैटू वाले लोग रक्तदान कर सकते हैं?

यदि आपने हाल ही में टैटू या बॉडी पियर्सिंग करवाया है तो आप प्रक्रिया की तारीख से 6 महीने तक दान नहीं कर सकते।

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed .

रक्त दान पर निबंध

आज हम आपके लिए रक्त दान पर निबंध लेकर आएं हैं। इस निबंध के माध्यम से आपको यह जानकारी अवश्य मिलेगी कि आखिर रक्तदान क्या है? रक्त दान क्यों आवश्यक है और इसका क्या महत्व है?

तो चलिए जानते हैं, रक्त दान पर निबंध…

यूं तो दान कई प्रकार के होते हैं, लेकिन किसी की जान बचाने के लिए अगर आप किसी को अपना रक्त देते हैं उससे बड़ा दान कोई नहीं हो सकता है। इसलिए रक्तदान को महादान भी कहा जाता है। रक्तदान एक ऐसा माध्यम है जिसके जरिए आप किसी की जान बचा सकते हैं। वर्तमान समय में लोगों के अंदर रक्तदान को लेकर जागरूकता बढ़ती जा रही है। इतना ही नहीं हर साल 14 जून को दुनिया भर में विश्व रक्त दिवस मनाया जाता है।

विश्व रक्त दिवस (14 जून)

विश्वभर में प्रत्येक साल 14 जून को विश्व रक्तदान दिवस मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए विश्व रक्तदान दिवस मनाया जाता है। दरअसल, महान वैज्ञानिक कार्ल लैंडस्टाईन का जन्‍म 14 जून 1868 को हुआ था। उन्होंने मानव रक्‍त में उपस्थित एग्‍ल्‍युटिनि‍न की मौजूदगी के आधार पर रक्‍तकणों का ए, बी और ओ समूह की पहचान की थी। रक्त के इस वर्गीकरण ने चिकित्सा विज्ञान में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी इसी खोज से आज करोड़ों से ज्यादा रक्तदान रोजाना होते हैं और इसी के कारन लाखों की जिंदगियां बचाई जाती हैं। इसलिए विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा रक्तदान दिवस मनाने के लिए 14 जून का दिन चुना गया।

रक्त देने से पहले जान लीजिए यह बातें

  • आप अपने शरीर के वजन के 8ML/KG तक दान कर सकते है।
  • भारत में 350/450 मिलीलीटर के रक्तदान बैग का इस्तमोल किया जाता है। इसका मतलब यह है कि हम अपने अधिशेष से रक्तदान करते है।
  • एक बार रक्तदान करने के बाद 90 दिनों के बाद आप दोबारा रक्तदान कर सकते हैं।
  • 18 से 65 वर्ष के बिच की आयु वर्ग का कोई भी व्यक्ति रक्तदान कर सकता है।
  • रक्तदान करने वाले व्यक्ति का वजन 45 किलों से कम नहीं होना चाहिए।
  • रक्तदान करने वाला पिछले एक वर्ष दौरान किसी भी बड़ी बीमारी से ग्रसित नही होना चाहिए।
  • रक्त दान से पहले लाइट स्क्रेक्स और 200 मिलीलीटर (गैर एल्कोहल) पीने से आपकों और अधिक आरामदायक महसूस होगा।

रक्तदान से फायदे/लाभ/ गुण

रक्तदान एक ऐसी प्रक्रिया है व ऐसा दान है, जो रक्त प्राप्तकर्ता के साथ ही रक्तदाता को भी लाभ प्रदान करता है। रक्तदान करने वाले को विभिन्न फायदें होते हैं, जो कि निम्नलिखित हैं-

  • रक्तदान से व्यक्ति के स्वास्थ्य में सुधार होता है, हार्ट अटैक की आंशका कम हो जाती है।
  • शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा स्थिर रहती है, ऑक्सीजन का संचालन उचित प्रकार से होता है।
  • रक्तदान के माध्यम से आपका वजन भी कम हो सकता है। इसलिए रक्तदान साल में दो बार अवश्य करना चाहिए।
  • रक्तदान करने से शरीर में आयरन का लेवल बैलेंस रहता है और खून का थक्का नहीं जमता है।
  • रक्तदान से शरीर में नए टिश्यू बनते हैं जिससे कैंसर का खतरा काफी कम हो जाता है।
  • रक्तदान से निसंदेह मानसिक शांति अथवा संतुष्टि मिलती है।

रक्तदान एक सरल तथा विशेष प्रक्रिया है, लेकिन इसके माध्यम से जब किसी व्यक्ति की जान बचती है और उसके परिवार के चेहरे पर खुशी दिखती है तब रक्तदाता को बेहद संतुष्टि व मानसिक शांति प्राप्त होती है। स्वास्थ्य के साथ साथ ही यह एक ऐसा पुण्य है जो आपके जीवन के अच्छे कर्म में जुड़ जाता है। रक्तदान की प्रक्रिया भारत का नाम काफी पीछे है, इसलिए हम सभी को मिलकर रक्तदान के प्रति लोगों को और स्वयं को अब जागरूक कर लेना चाहिए।

  • महान व्यक्तियों पर निबंध
  • पर्यावरण पर निबंध
  • प्राकृतिक आपदाओं पर निबंध
  • सामाजिक मुद्दे पर निबंध
  • स्वास्थ्य पर निबंध
  • महिलाओं पर निबंध

Related Posts

होली पर निबंध-Holi Essay March 2024

‘मेरा स्टार्टअप एक सपना’ निबंध

जी-20 पर निबंध | G20 Essay in Hindi

बेरोजगारी पर निबंध- Unemployment Essay in Hindi

मेरा प्रिय कवि तुलसीदास पर निबंध

Leave a Comment Cancel reply

Hindijivan.com

Hindi Jivan - Essay & Information

रक्तदान पर निबंध-Essay on Blood Donation In Hindi

Essay on Blood Donation In Hindi :   इस लेख में 3 अलग-अलग प्रकार के रक्तदान पर निबंध  लिखे गए हैं। यह निबंध हिंदी भाषा में लिखा गया है और शब्द गणना के अनुसार व्यवस्थित किया गया है। आप नीचे दिए गए पैराग्राफ में 100 शब्दों, 200 शब्दों, 400 शब्दों, 500 और 1000 शब्दों तक के निबंध प्राप्त कर सकते हैं।

हमने अपने रक्तदान पर निबंध   के बारे में बहुत सी बातें तैयार की हैं। यह कक्षा 1, 2,3,4,5,6,7,8,9 से 10वीं तक के बच्चों को रक्तदान पर निबंध  लिखने में मददगार होगा।

रक्तदान पर निबंध 100 शब्द – Essay on Blood Donation In Hindi In 100 words

व्यक्ति का जीवन रक्त पर निर्भर करता है। घाव, गंभीर जलन, या बड़े सर्जिकल ऑपरेशन के कारण खून की कमी को तुरंत भरने की जरूरत है। जो लोग थैलेसीमिया, हीमोफिलिया, ल्यूकेमिया या एनीमिया जैसी बीमारियों से पीड़ित हैं, उन्हें नियमित रक्त आपूर्ति की आवश्यकता होती है, जिसके लिए रक्तदान की आवश्यकता होती है।

यदि आप 18-52 वर्ष के हैं और रक्त संबंधी रोगों से मुक्त हैं तो आप रक्तदान कर सकते हैं। संभावित दाताओं से रक्त एकत्र करने के लिए सामाजिक संगठन और क्लब रक्तदान शिविर आयोजित करते हैं। इसके अतिरिक्त, अस्पतालों में रक्त बैंक होते हैं जहां रक्तदान किया जा सकता है।

एक दाता के लिए हर छह महीने में एक बार बिना किसी प्रतिकूल प्रभाव के सुरक्षित रूप से रक्तदान करना संभव है यदि रक्त को नैदानिक ​​​​देखभाल के तहत लिया जाता है और एक स्टरलाइज्ड बोतल में एकत्र किया जाता है।

जैसा कि ब्लड बैंक रक्त की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, हम सभी को इस नेक काम का जवाब देना चाहिए और जीवन बचाने के लिए रक्तदान करना चाहिए। रक्त मानव जीवन बचाता है और हमें मदद करने के लिए अपनी भूमिका निभानी चाहिए।

रक्तदान पर निबंध 250 शब्द – Essay on Blood Donation In Hindi In 250 words

यह सर्वविदित है कि रक्त हमारे शरीर में आवश्यक तरल पदार्थों में से एक है। हमारे शरीर के सही ढंग से काम करने के लिए यह महत्वपूर्ण है, और जब हम जरूरतमंद लोगों को स्वस्थ रक्त दान करते हैं, तो हम जीवन बचा रहे होते हैं। स्वस्थ रक्तदान करके ही हम लोगों को जीवित रहने में मदद कर रहे हैं।

14 जून को दुनिया भर में रक्तदान शिविर आयोजित किए जाएंगे और उस दिन लाखों लोग इस जीवनरक्षक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। उस दिन, दुनिया भर के लोग रक्तदान के महत्व के बारे में अपने परिवारों, दोस्तों और सहकर्मियों को बताएंगे।

लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूक होने की जरूरत है। डब्ल्यूएचओ एक अभियान आयोजित करता है जिसमें 50 किलोग्राम से अधिक वजन वाले और 17 से 66 वर्ष की आयु के लोगों को रक्तदान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। रक्तदान करके लोग एक बेहतर दुनिया में योगदान करते हैं।

एक व्यक्ति रक्तदान से कई तरह से लाभान्वित हो सकता है, उदाहरण के लिए, यदि कोई गंभीर रूप से बीमार है या कोई गंभीर दुर्घटना हुई है जिसके कारण उसे बहुत अधिक रक्त खोना पड़ता है; दान किया गया रक्त रोगी को धीरे-धीरे ठीक होने में सहायता कर सकता है।

रक्तदान हमारे शरीर के लिए

इसके अतिरिक्त, रक्तदान हमारे शरीर के लिए कायाकल्प करने वाले दान के बाद ताजा रक्त उत्पन्न करके हमारे शरीर को पुनर्जीवित करता है।

दुर्लभ रक्त समूह वाले लोगों को सलाह दी जाती है कि यदि कोई चिकित्सा आपात स्थिति आती है तो वे अपने रक्त को रक्त बैंकों में जमा कर सकते हैं, और यदि वे अपने रक्त को किसी रक्त बैंक में जमा करते हैं तो इन संग्रहित रक्त का उपयोग चिकित्सा आपात स्थिति में किया जा सकता है।

दुर्लभ रक्त समूह वाले लोगों को सलाह दी जाती है कि वे अपना रक्त ब्लड बैंकों में जमा करें। जब भी आपूर्ति से अधिक रक्त की मांग हो तो हमें अधिक से अधिक लोगों को स्वेच्छा से रक्तदान करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।

Essay on Blood Donation In Hindi

रक्तदान पर निबंध 500 शब्द – Essay on Blood Donation In Hindi In 500 words

स्वेच्छा से रक्त देना एक नेक कार्य है, ताकि इसका नैतिक उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जा सके। रक्तदान जरूरतमंद लोगों को रक्त उपलब्ध कराने और जीवन बचाने का एक तरीका है। विश्व रक्तदाता दिवस को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने पहली बार 2004 में मान्यता दी थी।

इसका उद्देश्य रक्तदान के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना और उन निःस्वार्थ आत्माओं को धन्यवाद देना है जो दूसरों की रक्षा के लिए अपना रक्त देते हैं। इस दिन कार्यालयों, कॉलेजों, स्कूलों और सामुदायिक केंद्रों में कई रक्त अभियान आयोजित किए जाते हैं। रक्तदान करने वालों के लिए रक्तदान मुफ्त है, और वे बाद में दरिद्र होकर घर जाते हैं।

शोध के अनुसार, अस्पताल में 7 में से 1 रोगी को रक्त की आवश्यकता होती है। दुर्घटना के बाद के आघात, सर्जरी, एनीमिया, कैंसर और गर्भावस्था से जुड़े मामलों में अस्पतालों और ब्लड बैंकों को हमेशा हर ब्लड ग्रुप के लिए तैयार यूनिट रक्त की आवश्यकता होती है।

रक्तदान के लिए अर्हता प्राप्त

तभी वे मरीजों के जीवन का सफलतापूर्वक इलाज कर सकते हैं। रक्त एक तरल पदार्थ है जिसे लंबे समय तक संग्रहित नहीं किया जा सकता है। इसे सीमित समय के लिए ही स्टोर करना संभव है। अनुमान है कि दुनिया भर में लगभग तीस से पैंतीस प्रतिशत रक्त इकाइयों की कमी है।

रक्तदान के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए कई मानदंडों की आवश्यकता होती है, इसलिए स्वस्थ और पात्र लोगों को दान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। दाताओं की आयु अठारह और साठ वर्ष के बीच होनी चाहिए, वे कैंसर या किसी रक्त-थक्का रोग से पीड़ित नहीं होने चाहिए, उन्हें एचआईवी नहीं होना चाहिए, और उनका वजन कम से कम पैंतालीस किलोग्राम होना चाहिए।

ज्यादातर मामलों में, रक्तदान एक मानक प्रक्रिया का पालन करता है। रक्त देने के लिए बुलाए जाने पर आपको आराम कुर्सी पर बैठाया जाएगा। यह आप पर निर्भर करता है कि आप लेटकर या बैठकर रक्त देना चाहते हैं। आपके हाथ को साफ करने के बाद, आपके खून का एक पिंट लेने के लिए एक बाँझ सुई डाली जाती है।

रक्त लेने में आमतौर पर लगभग आठ से दस मिनट लगते हैं। स्टाफ सदस्य फिर सुई निकालता है और आपकी बांह पर पट्टी बांध देता है। दान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद, युवाओं में देने की भावना को बढ़ावा देने के लिए प्रमाण पत्र और उपहार दिए जाते हैं।

रक्तदान करने वाले लोगों में दिल के दौरे और कैंसर का खतरा कम होता है। समय-समय पर रक्तदान करने के फलस्वरूप उनका रक्त इस प्रकार प्रवाहित होता है जिससे रक्त वाहिनियों की परत को होने वाला नुकसान कम होता है और धमनियों की रुकावट भी कम होती है।

रक्त के नमूने को दान करने के लिए हरी बत्ती दिए जाने से पहले एक प्रयोगशाला में उसका परीक्षण किया जाता है। इस पर तेरह अलग-अलग परीक्षण किए जाते हैं, और यदि कुछ भी सकारात्मक आता है तो आपको तुरंत सूचित किया जाता है। साथ ही नाड़ी, हृदय गति और रक्तचाप से आपको अपनी स्थिति का पता चल जाता है।

शोध से यह भी पता चला है कि जो लोग रक्तदान करते हैं वे चार साल तक जीवित रहते हैं। यह बिना कुछ चुकाए पूर्ण स्वास्थ्य जांच कराने जैसा है। आप गर्व और खुशी महसूस करते हैं जब आप जानते हैं कि आपने किसी के जीवन को बचाने में मदद करने के लिए कुछ योगदान दिया है, जो कि इसका सबसे महत्वपूर्ण लाभ है।

जब आप रक्तदान करते हैं तो आप तनाव कम कर सकते हैं और नकारात्मक भावनाओं और विचारों से छुटकारा पा सकते हैं। जब लोग अपनेपन की भावना महसूस करते हैं तो लोग अधिक जुड़ाव और मानसिक रूप से स्वस्थ महसूस करते हैं।

हर साल 14 जून को दुनिया भर के देश विश्व रक्तदाता दिवस मनाते हैं। यह कार्यक्रम रक्तदान के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए आयोजित किया जाता है और रक्तदान के बारे में जागरूकता बढ़ाने के अलावा, यह स्वैच्छिक और अवैतनिक दाताओं को उनके जीवन रक्षक योगदान के लिए धन्यवाद देने के लिए भी मनाया जाता है।

Post Related to Essay on Blood Donation In Hindi :

  • My Favourite Teacher Essay In Hindi
  • Essay On Balaghat In Hindi
  • Essay On Gondia In Hindi

Video Of Essay on Blood Donation In Hindi :

Related posts.

Essay on Women Education in Hindi

नारी शिक्षा पर निबंध | Essay on Women Education in Hindi

Essay on Rainy Day in Hindi

बरसात का एक दिन पर निबंध | Essay on Rainy Day in Hindi

My Favourite Teacher Essay in Hindi

मेरे प्रिय अध्यापक पर निबंध-My Favourite Teacher Essay in Hindi

Essay on Winter Season in Hindi

Essay on Winter Season in Hindi 100, 300,500,1000

Essay on My Village in Hindi

मेरा गाँव पर निबंध – Essay on My Village in Hindi

Essay on Village Life in Hindi

गाँव के जीवन पर निबंध – Essay on Village Life in Hindi

Leave a comment cancel reply.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

रक्तदान पर निबंध Essay On Blood Donation In Hindi

Essay On Blood Donation In Hindi – Importance Of Blood Donation Essay In Hindi दोस्तों आज में आपको इस ब्लॉग में ब्लड डोनेशन अर्थात रक्तदान पर निबंध लिखकर बताऊंगा क्योंकि यह एक ऐसा विषय है जिस पर जानकारी रखना हर एक बच्चे के लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि कुछ लोग ऐसा बताते हैं कि हमें अपने जीवन में बहुत रक्तदान करना चाहिए इससे हमें बहुत पुण्य प्राप्त होता है लेकिन रक्तदान की जानकारी होना सबसे पहले महत्वपूर्ण है अगर हमें यह नहीं पता होगा तो हम रक्तदान करने में संकोच करेंगे इस ब्लॉग को अवश्य पढ़ें।

तो चलिए शुरू करते हैं

Essay On Blood Donation In Hindi

रक्तदान पर निबंध – Essay On Blood Donation In Hindi

Importance of blood donation essay in hindi.

रक्तदान एक ऐसे दान है जिसको सभी दानो मैं सबसे सर्वोच्च माना गया है क्योंकि यदि हम अपना रक्त देकर किसी की जान बचा सकते हैं तब यह हमारे लिए बहुत बड़ी बात है क्योंकि किसी के जीवन को बचाना सबसे बड़ा पुण्य माना जाता है और यह हमारे ग्रंथों में भी लिखा है इसलिए रक्तदान के लिए लोगों को जागरूक करना बहुत ज्यादा आवश्यक है क्योंकि लोग रक्तदान नहीं करना चाहते क्योंकि उनको ऐसा लगता है कि यदि मैं रक्तदान कर दिया तो मेरे अंदर कमजोरी आ जाएगी लेकिन यह कमजोरी मात्र कुछ समय के लिए ही होती है लेकिन उसके बाद आप पूरी तरीके से सही हो जाएंगे और रक्तदान करने से आपको पुण्य भी बहुत अधिक प्राप्त होगा इसलिए हमें जितना कोशिश हो सके अपने जीवन में समय-समय पर रक्तदान करते रहना चाहिए भारत देश में 14 जून को रक्तदान अर्थात रक्तदान दिवस के रूप में मनाया जाता है इस दिन बहुत सारे लोग अपना रक्तदान करते हैं और ऐसा करने से उनको बहुत अधिक पुण्य प्राप्त होता है तथा अगर हम वैज्ञानिक के तौर पर रक्तदान को देखकर तो इससे हमारे शरीर में नए खून बनते हैं और नया खून जब बनता है तब हमारा शरीर और अधिक स्वस्थ रहता है क्योंकि हमारे शरीर से पुराने खून निकल जाते हैं।

जब हम रक्तदान करते हैं तब उससे पहले बहुत सारी चीजों को जांच पड़ताल करने के पश्चात ही रक्त लिया जाता है क्योंकि आपका खून किसी भी शरीर में जाएगा और यदि उसमें कोई तरह की समस्या होगी तब ऐसे में उस व्यक्ति की हालत और अधिक बुरी हो जाएगी इसलिए मात्र वही व्यक्ति अपना रक्त दे सकता है जिसके शरीर में किसी भी तरह की समस्या नहीं है एवं वह अधिक नशीले पदार्थों का प्रयोग नहीं करता रक्तदान करने वाला व्यक्ति 17 वर्ष से अधिक आयु का होना चाहिए तथा 66 वर्ष से कम होना चाहिए और उसका वजन कम से कम 50 किलोग्राम अवश्य होना चाहिए क्योंकि यह व्यक्ति को स्वस्थ माना गया है इसके साथ साथ डायबिटीज ब्लड प्रेशर जैसी बीमारी रक्तदान करने वाले व्यक्ति को नहीं होनी चाहिए

जरूर पढिये: 

Blood Donation Camp Essay In Hindi

आप वर्तमान समय में देखे होंगे कि बहुत सारे स्थानों पर लोगों को जागरूक करने के लिए रक्तदान का कैंप आयोजित किया जाता है अर्थात यहां पर लोगों को जागरूक करके उनसे रक्तदान करवाया जाता है रक्तदान करने से दोनों व्यक्ति को बहुत अधिक फायदा होता है जैसे आपका खून किसी मरीज को स्वस्थ कर सकता है तथा आपके शरीर में नया खून बनेगा इससे आपका शरीर भी स्वस्थ होगा। हमारे देश में दुर्घटनाएं बहुत अधिक बढ़ रही है जिस वजह से लोगों में खून की कमी आ जाती है जब किसी को दुर्घटना में चोट लगती है तब ऐसे में उसको बहुत अधिक रक्त बह जाता है तब हमें बाहर से रक्त खरीदना पड़ता है और रक्त को बेचने के लिए ब्लड बैंक बनाए गए हैं जहां पर सभी तरह के खून को एकत्रित करके रखा जाता है और जरूरत पड़ने पर हॉस्पिटलों में भेजा जाता है।

हमारे शरीर में पहले से बहुत सारे खून मौजूद हो जाते हैं हैं और वह बाहर नहीं निकलते जिस वजह से भी हमें कभी-कभी बहुत समस्या होती है लेकिन जब हमारे शरीर से उन खून को निकाल दिया जाता है तब हमारे शरीर में नया खून बनते हैं और हमारा शरीर स्वस्थ हो जाता है। जिन लोगों को लगता है कि यदि हमने रक्तदान कर दिया तो हमारे अंदर कमजोरी आ जाएगी तो हम आपको बता दें कि 1 किलो वजन पर 76 मिलीलीटर रक्त मौजूद होता है और हमारे शरीर में मात्र उसका 50 मिलीलीटर ही उपयोग होता है और बाकी बचा हुआ शेष रह जाता है यदि आपका वजन 50 किलो है तो उस हिसाब से आपका रक्त भी रहेगा और उसमें से मात्र कुछ रक्त का ही उपयोग होता है और बाकी बचा हुआ रक्त शेष रहता है तो आप उसे आसानी से दान कर सकते हैं इससे आपके शरीर पर कोई भी बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा

जब आप रक्तदान करते हैं तब उसके कुछ दिन पश्चात ही अपना रक्तदान नहीं कर सकते उसके लिए आपको लगभग 90 दिनों का समय लेना पड़ेगा उसके पश्चात ही आप रक्तदान पुनः कर पाएंगे क्योंकि इसके अंतराल आपके शरीर में उन सभी रक्त को पुनः से बनाकर तैयार किया जाता है। बहुत सारे मरीजों में रक्त का उपयोग करके उनकी जान बचा ली जाती है क्योंकि वर्तमान समय में दिल का दौरा मस्तिष्क के दौरे बहुत अधिक पढ़ते हैं इस वजह से हमें खून की आवश्यकता होती है हमारे खून के अंदर 55% प्लाज्मा पाया जाता है तथा 4% लाल रुधिर कणिका तथा जो 1% होता है उसे प्लेटलेट्स कहा जाता है

जब आप रक्तदान करते हैं तब उसके पश्चात कुछ बात तो का ध्यान अवश्य रखना चाहिए जैसे आप जब शिविर से बाहर आते हैं तब आप कुछ खाए और कुछ अवश्य पी ले क्योंकि शरीर पर प्रभाव पड़ता है इसलिए पेट को खाली ना रखें और अगले 4 घंटे तक कोई भी हैवी खाना ना खाएं। रक्तदान करने के अगले आधे घंटे तक आपको धूम्रपान एवं नशीले पदार्थों का सेवन नहीं करना है तथा ड्राइविंग और ऊंचे स्थानों पर चढ़ने से आपको बचना है इस प्रकार रक्तदान करके आप अपनी एवं दूसरे दोनों की जिंदगी को सुरक्षित कर सकते हैं और जो ब्लड बैंक इन रक्त को लेकर जाती है वहीं का परीक्षण करने के पश्चात ही मरीजों तक देती है।

दोस्तों अभी हमने आपको इस ब्लॉग में रक्तदान पर निबंध लिखकर बताएं अगर आपको यह पसंद आया हो तो आपसे अपने दोस्तों के साथ भी साझा करें और यदि आपका कोई सवाल है तो आप उनसे कमेंट में अवश्य पूछे एवं अपने सुझाव को आप हमें कमेंट करके दे।

अगर हमारे द्वारा Essay On Blood Donation In Hindi में दी गई जानकारी में कुछ भी गलत है तो आप हमें तुरंत Comment बॉक्स और Email में लिखकर सूचित करें। यदि आपके द्वारा दी गई जानकारी सही है, तो हम इसे निश्चित रूप से बदल देंगे। दोस्तों अगर आपके पास Blood Donation Essay 100 Words In Hindi के बारे में हिंदी में और जानकारी है तो हमें कमेंट बॉक्स में बताएं। हम Blood Donation Essay In Hindi Language इसमे जरूर बदलाव करेंगे। और ऐसेही रोमांचक जानकारी को पाने के लीएं HINDI.WIKILIV.COM   पे आते रहिएं धन्यवाद

Share this:

Leave a comment cancel reply.

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Notify me of follow-up comments by email.

Notify me of new posts by email.

HindiKiDuniyacom

रक्तदान पर 10 वाक्य (10 Lines on Blood Donation in Hindi)

रक्त मानव शरीर की सभी क्रियाओं के लिए सबसे आवश्यक पदार्थ है। भारत में रोजाना हजारों लोगों को रक्त की आवश्यकता पड़ती है जिसमें लगभग 55% लोगों की ही आवश्यकता पूरी हो पाती है। विकसित देशों में लोग स्वयं ही समय-समय पर रक्तदान करते हैं जबकि अन्य देशों में इसकी बड़ी कमी होती है। सरकार द्वारा और कई निजी संस्थाओं द्वारा रक्तदान शिविर लगाए जाते है ताकि लोगों में जागरूकता फैले पर अभी भी इसका कोई ख़ास नतीजा नहीं निकल रहा है। रक्तदान एक महादान है क्योंकि हमारा छोटा सा दान किसी के परिवार में खुशियों का कारण बनता है।

रक्तदान पर 10 लाइन (Ten Lines on Blood Donation in Hindi)

आईये दोस्तों आज हम इस 10 Line on Blood Donation लेख के माध्यम से रक्तदान की आवश्यकताओं और इसके फायदों के बारे में जानते हैं।

Raktdaan par 10 Vakya – Set 1

1) अपनी स्वेच्छा से किसी की सहायता के लिए दिया गया रक्त ‘रक्तदान’ कहलाता है।

2) वैश्विक स्तर पर 2004 से प्रतिवर्ष 14 जून को ‘विश्व रक्तदान दिवस’ मनाया जाता है।

3) रक्त समूह के खोजकर्ता कार्ल लैंडस्टीनर (Karl Landsteiner) के जन्मदिवस के रूप में इसे मनाया जाता हैं।

4) रक्त मानव शरीर में जीवन का संचार करने वाला मुख्य तरल पदार्थ है।

5) हमारा एक यूनिट रक्तदान कुल 3 जिंदगियों को बचा सकता है।

6) रक्तदान को लेकर बहुत सारी भ्रांतियां फैली है जिनके कारण लोग रक्तदान से डरते हैं।

7) किसी की जान बचाने के लिए लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूक करना जरूरी है।

8) भारत में प्रतिदिन लगभग 12000 लोगों की रक्त न मिलने के कारण मृत्यु हो जाती हैं।

9) शरीर के लिए रक्त परम आवश्यक पदार्थ है इसलिए रक्तदान को “महादान” कहा जाता है।

10) भारत में रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए 1975 से हर साल 1 अक्टूबर को “स्वेच्छा रक्तदान दिवस” मनाया जाता है।

Raktdaan par 10 Vakya – Set 2

1) रक्तदान किसी की जिंदगी बचाने के लिए किया गया निःस्वार्थ सेवा का कार्य है।

2) मानव शरीर में मुख्य 4 प्रकार के रक्त समूह पाए जाते हैं- ए(A), बी(B), एबी(AB) और ओ(O)।

3) एबी(AB) रक्त समूह सभी से रक्त ग्रहण कर सकता है और ओ(O) सभी को रक्त दे सकता है।

4) रक्तदाता के रक्त की पूरी जाँच के बाद ही रक्तदान की अनुमति मिलती है।

5) एड्स, हेपेटाइटिस, मधुमेह, अस्थमा और दिल के मरीज रक्तदान नहीं कर सकते हैं।

6) रक्तदान को लेकर सभी देशों के अपने-अपने नियम कानून बनाये गये हैं।

7) भारत में रक्तदान करने की निर्धारित आयुसीमा 18 से 65 वर्ष तक की है।

8) भारत में एक बार रक्तदान के बाद 3 माह के बाद ही दूसरी बार रक्तदान कर सकते हैं।

9) सरकार की कई पहल के बाद भी सामूहिक रक्तदान में कमी है लोग केवल संबंधियों के लिए रक्तदान करते हैं।

10) रक्तदान से लीवर तथा दिल की बीमारी और हृदयघात के खतरे को कम किया जा सकता है।

भारत में ऐसे कई जिले हैं जहाँ ब्लड बैंक ही नहीं है ऐसे में हमें आवश्यकता है कि हम स्वयं और लोगों को जागरूक करें और रक्तदान से किसी की जिंदगी बचाने में सहायता करें। लोगों में कई प्रकार के डर व्याप्त है जबकि रक्तदान के बाद कुछ समय के लिए मूर्छा, चक्कर या जी मिचलाने की सामान्य समस्या ही होती है। रक्तदान से पूर्व ही रक्तदाता की पूरी जाँच की जाती है कि वह सभी मापदंडों के अनुसार रक्तदान के लिए काबिल है या नहीं। हम सभी को संकल्प लेना चाहिये और रक्तदान के इस महान कार्य में शामिल होना चाहिए।

संबंधित पोस्ट

महात्मा गांधी पर 10 वाक्य (10 lines on mahatma gandhi in hindi), अनुशासन पर 10 वाक्य (10 lines on discipline in hindi), जनसंख्या नियंत्रण मसौदा विधेयक पर 10 वाक्य (10 lines on draft bill for population control in hindi), भारत के राष्ट्रीय ध्वज पर 10 वाक्य (10 lines on national flag of india in hindi), राष्ट्रवाद पर 10 वाक्य (10 lines on nationalism in hindi), देशभक्ति पर 10 वाक्य (10 lines on patriotism in hindi), leave a comment.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Blood Donation Essay for Students and Children

500 words essay on blood donation.

Blood donation refers to a practice where people donate their blood to people so it helps them with their health problems. Blood is one of the most essential fluids of our body that helps in the smooth functioning of our body. If the body loses blood in excessive amounts, people to get deadly diseases and even die. Thus, we see how blood donation is literally life-saving which helps people. It is also a sign of humanity that unites people irrespective of caste, creed, religion and more.

Blood Donation Essay

World Blood Donor Day

In order to raise awareness about this life-saving procedure, the world observes 14th June as Blood Donor Day. It promotes blood donation and urges people to save lives by donating blood.

Furthermore, this day is quite an important day as it makes people about safe blood. People need to know the basics to be able to donate blood. For instance, there are certain criteria one must fulfill to donate blood. Not everyone knows that. Thus, this day helps in doing so.

Most importantly, on this day, the WHO organizes a campaign that invites people to donate blood. A person eligible to donate blood must fall in the age bracket of 17-66 years of age. They must weigh more than 50 kgs and have sound health. People suffering from diseases like diabetes, hypertension and more cannot donate blood.

Therefore, on World Blood Donor Day, they also appreciate blood donors for their contribution to making the world a better place.

Get the huge list of more than 500 Essay Topics and Ideas

Benefits of Blood Donation

As we all know by now, blood donation has a lot of benefits. Why a person requires blood has various reasons. It may be an illness or also an accident, nonetheless, it is important. The blood that we donate helps a person in need. It enhances their health condition and makes them overcome their critical situation.

In other words, blood donation does not simply help that specific person but also contributes to a responsible gesture towards society. Moreover, it also enhances the health of the donor. As the cell depletion allows a way for production, not new cells that freshen our body system.

Furthermore, it also revitalizes our body for better health. Next up, a single blood donation helps at least three people in need. Thus, imagine how one donation can make a difference in so many people’s lives.

In addition, blood donation makes the work of blood banks easier. It stabilizes their collection which helps other people get blood urgently. The demand is still higher than the supply in blood banks, so we must donate more and more of it to help people.

Other than that, blood donation also helps us know about our bodies. As a blood donation requires a preliminary health check-up, we get a complete diagnosis. It makes us aware of the levels of iron, hemoglobin, cholesterol and more. Thus, we see that blood donation is an important procedure in saving human life. It is a great initiative that must be encouraged everywhere.

FAQs on Blood Donation Essay

Q.1 When is Blood donor day celebrated and why?

A.1 World Blood Donors Day is celebrated on 14th June to create awareness about blood donation. This day also appreciates the blood donors for their contribution towards society in improving people’s lives.

Q.2 Why is donating blood beneficial?

A.2 Donating blood is very beneficial for the donor as well as the acceptor. It saves lives and helps people overcome their critical situation. The blood donor’s body gets revitalized and generates new cells which freshen it up.

Customize your course in 30 seconds

Which class are you in.

tutor

  • Travelling Essay
  • Picnic Essay
  • Our Country Essay
  • My Parents Essay
  • Essay on Favourite Personality
  • Essay on Memorable Day of My Life
  • Essay on Knowledge is Power
  • Essay on Gurpurab
  • Essay on My Favourite Season
  • Essay on Types of Sports

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Download the App

Google Play

SILENT COURSE

Essay Writing, Letter Writing, Notice Writing, Report Writing, Speech, Interview Questions and answers, government exam, school speeches, 10 lines essay, 10 lines speech

  • Hindi Essay
  • Eng. Speech
  • Hindi Speech
  • Notice Writing
  • Report Writing

Thursday, June 8, 2023

निबंध - विश्व रक्तदाता दिवस अथवा विश्व रक्तदान दिवस - essay on blood donor day in hindi 2023, निबंध: विश्व रक्तदाता दिवस अथवा विश्व रक्तदान दिवस.

essay on blood donation day in hindi

No comments:

Post a comment, 28 फरवरी ➤ राष्ट्रीय विज्ञान दिवस - national science day.

  • ➤ राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर निबंध
  • ➤ सी.वी रमन जी पर निबंध
  • ➤ राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर 10 वाक्य
  • ➤ Essay on National Science Day In English
  • ➤ Essay on C.V. Raman In English
  • ➤ 10 Lines on National Science Day
  • ➤ 10 Lines on National Science Day In English

एक देश, एक चुनाव / One Nation One Election

  • - एक देश एक चुनाव पर निबंध
  • - एक देश, एक चुनाव पर 10 वाक्य
  • - Essay on One Nation, One Election In English
  • - 10 Lines on One Nation, One Election In English

आदित्य एल1 मिशन / Aditya-L1 Mission

  • - आदित्य एल1 मिशन पर निबंध
  • - आदित्य एल1 मिशन पर 10 पंक्ति
  • - Essay on Aditya-L1 Mission In English
  • - 10 Lines on Aditya-L1 Mission In English

चंद्रयान 3 / Chandrayaan-3

  • - चंद्रयान 3 पर निबंध
  • - चंद्रयान 3 पर 10 पंक्ति
  • - Essay on Chandrayaan 3
  • - 10 Lines on Chandryaan-3

Popular Posts

  • Write A Letter To Your Friend Congratulating Him On His Success In The Examination Q. Write A Letter To Your Friend Congratulating Him On His Success In The Examination. Ans : RZH-333, Street-9  Bangalore Road  Mysore - 570...
  • Write An Application To The Principal For Fee Concession Q. Write An Application To The Principal For Fee Concession. Ans :  Letter Writing To  The Principal  Adarsh School  Dwarka Sec - 7  Delhi :...
  • Write A Letter To Your Friend Inviting Him To Spend Summer Vacation With You Q. Write A Letter To Your Friend Inviting Him To Spend Summer Vacation With You. Examination Hall Palika Road, Delhi 17th May...
  • अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर निबंध - Essay on International Yoga Day In Hindi - 21st June Essay on International Yoga Day In Hindi (300 Words) अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर निबंध अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस हर साल 21 जून को पुरे विश्व मे...
  • Essay on Dr. APJ Abdul Kalam In 300 Words Essay on Dr. APJ Abdul Kalam In English | 300 Words Father of India Missile Programmed Dr. A.P.J Abdul Kalam is the 11 th president of...
  • How To Write An Application to The Principal For Sick Leave  (How To Write An Application To The Principal For Sick Leave) To  The Principal  Delhi Convent School  Subject : Application...
  • दो दिन की छुट्टी / अवकाश के लिए प्रधानाचार्य जी को आवेदन पत्र या प्रार्थना पत्र - Write An Application To The Principal For Leave Two Days Question :  Write An Application To The Principal For Leave Two Days दो दिन की छुट्टी / अवकाश के लिए प्रधानाचार्य जी को आवेदन पत्र या ...
  • स्कूल छोड़ने के लिए प्रधानाचार्य जी को प्रार्थनापत्र - Write An Application To The Principal For School Leaving Certificate In Hindi Question :   Write An Application To The Principal For School Leaving Certificate प्रश्न :   स्कूल छोड़ने के लिए प्रधानाचार्य जी को प्रार्थ...
  • Fee Installment के लिए आवेदन - Application For Fee Installment In School In Hindi Fee Installment के लिए आवेदन |  Application For Fee Installment In School In Hindi दिनांक :- सेवा में प्रधानाचार्य / प्रधानाचा...
  • Write An Application To The Principal For A School Picnic Q. Write An Application To The Principal For A Picnic Q. Application to the principal to arrange for school picnic Q. Application for Per...
  • - Road Accident Report Writing
  • - Fire Accident Report Writing
  • - Kerala Flood Report Writing
  • - Pulwama Attack Report Writing
  • - Blood Donation Camp Report Writing
  • - Lost Wrist Watch Notice Writing
  • - Lost Water Bottle Notice Writing
  • - Lost Pencil Box Notice Writing
  • - Fancy Dress Competition Notice Writing
  • - Sick Leave Application
  • - School Leaving Certificate
  • - For Scholarship
  • - Fee Concession
  • - Congratulation Letter (Exam)
  • - Application for Picnic
  • English-Essay (120)
  • Hindi-Essay (120)
  • 10-Lines-English (31)
  • 10-Lines-Hindi (31)
  • English-Festival-Essay (25)
  • Hindi-Festival-Essay (25)
  • Hindi-Speech (19)
  • Hindi-Letter (18)
  • 10-Lines-Speech (15)
  • English-Speech (14)
  • English-Letter (13)
  • Freedom-Fighter-Hindi-Essay (13)
  • Freedom-Fighter-Essay (12)
  • 10-Lines-Hindi-Speech (8)
  • 10-lines-hindi-essay (8)
  • 10-Lines-Essay (5)
  • English-Notice (5)
  • English-Report (5)
  • 10-Lines-Domestic-Animal (4)
  • 10-Lines-Historical-Monuments (2)
  • 10-Lines-Wild-Animal (2)
  • Freshers-Interview (2)
  • Experienced-Interview (1)

Site Information

  • Privacy Policy

Contact Form

Total pageviews.

UP Board Live

रक्तदान पर निबंध || Blood donation essay in Hindi

नमस्कार दोस्तों, आज के इस आर्टिकल में हम आपको रक्तदान पर निबंध लिखना बताएंगे। दोस्तों अगर आपको हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी अच्छी लगे तो अपने सभी दोस्तों को share जरूर करिएगा 

रक्तदान पर निबंध,छात्रों और बच्चों के लिए रक्तदान निबंध,रक्तदान पर 10 वाक्य,10 lines on blood donation in Hindi,long and short essay on blood donation in Hindi,रक्तदान का महत्व पर निबंध,विश्व रक्तदान दिवस पर निबंध,raktdaan per nibandh,रक्तदान पर निबंध-निबंध लेखन,essay on blood donation in Hindi,रक्तदान पर भाषण कैसे दें

Table of contents –

1. प्रस्तावना

2. रक्तदान क्यों करना चाहिए

3. रक्तदान का महत्व

4. रक्तदान के फायदे 

5. रक्त चार प्रकार के तत्वों से निर्मित होता है

6. रक्तदाताओं को रक्तदान के फायदे

7. रक्तदान से पहले होने वाले टेस्ट

8. रक्तदान के बाद क्या खाएं

9. उपसंहार 

10. रक्तदान पर 10 वाक्य हिन्दी में

11. FAQ Questions 

''थोड़ा सा करके रक्तदान,

सबको दो जीवनदान!''

प्रस्तावना –

रक्तदान को महादान कहा गया है। हम अपना रक्तदान करके किसी का अमूल्य जीवन बचा सकते हैं। रक्तदान करना जनकल्याण का कार्य है। क्योंकि हमारे द्वारा दान किया गया रक्त किसी के प्राणों की रक्षा करता है। अतः रक्तदान को सभी प्रकार के दानों में श्रेष्ठ माना जाता है।

रक्तदान क्यों करना चाहिए?

आधुनिक समय में हम एक व्यस्त जीवन जी रहे हैं। व्यस्तता से भरे इस जीवन में हर दिन कोई ना कोई दुर्घटना होती ही रहती है। दुर्घटना के दौरान शरीर से रक्त काफी मात्रा में निकल जाता है और इस कारण ज्यादातर लोगों की मृत्यु हो जाती है। इस मृत्यु दर को कम करने हेतु हम सभी को मिलकर थोड़ा-थोड़ा रक्तदान करते रहना चाहिए। हमारे द्वारा दान किया गया रक्त किसी को जीवनदान दे सकता है।

रक्तदान का महत्व –

स्वस्थ लोगों द्वारा किए गए रक्तदान का उपयोग जरूरतमंद लोगों को खून चढ़ाने के लिए किया जाता है। किसी की जान बचाने में सहयोग कर हम पुण्य की प्राप्ति कर सकते हैं। हम सभी एक पढ़े-लिखे सभ्य समाज के व्यक्ति हैं, हम केवल अपनी नहीं बल्कि दूसरों की भलाई के लिए भी सोचते हैं तो क्यों नहीं हम रक्तदान के महान कार्य में अपना सहयोग प्रदान करें और लोगों को जीवनदान दें। वैसे भी हमारे शरीर में पुराने खून का स्वत: ही क्षय हो जाता है।

अतः रक्तदान की महत्वता को समझते हुए हर एक स्वस्थ व्यक्ति को अपना रक्त कुछ मात्रा में दान अवश्य करना चाहिए।

रक्तदान के फायदे –

एक वयस्क व्यक्ति के शरीर में औसतन 10 यूनिट रक्त होता है, जिसमें से व्यक्ति एक यूनिट blood donate कर सकता है। लेकिन जागरूकता की कमी की वजह से व्यक्ति blood donation करने से डरता है या हिचकिचाता है। जरा सोचिए हमारे देश को हर साल करीब 120 लाख यूनिट ब्लड की आवश्यकता होती है लेकिन केवल 90 लाख यूनिट ब्लड ही उपलब्ध हो पाता है। ऐसे में देश 30 लाख यूनिट ब्लड की कमी से जूझता है। जबकि 38 हजार से अधिक ब्लड यूनिट की हर रोज जरूरत होती है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO के आंकड़ों के अनुसार केवल 2% और अधिक रक्तदाताओं का blood donate के लिए आगे आना कई लोगों की जान बचा सकता है। लेकिन ब्लड देने के फायदे के बारे में जानकारी ना होने से व्यक्ति blood donate करना नहीं चाहता है साथ ही व्यक्ति के मन में ब्लड डोनेशन से जुड़े कई भ्रम भी होते हैं इस वजह से लोग रक्तदान नहीं करते। पर शायद आप यह नहीं जानते हैं कि आपके द्वारा जो ब्लड डोनेशन किया जाता है वह किसी को जीवनदान देता ही है साथ ही इससे आप भी स्वस्थ रहते हैं। रक्तदान के फायदे मरीज के साथ-साथ रक्तदाता को भी होता है।

एक वयस्क व्यक्ति के शरीर में 5-6 लीटर ब्लड होता है और अच्छी बात यह है कि अपने ब्लड की इस मात्रा से साल में कम से कम 4 बार रक्तदान किया जा सकता है बिना किसी शारीरिक नुकसान के। दूसरे शब्दों में कहें तो एक स्वस्थ शरीर के इंसान में लगभग 10 यूनिट रक्त होता है जिसमें से वह एक यूनिट रक्त (350 मिली) आराम से दान कर सकता है। एक नियमित रक्तदाता 3 महीने बाद फिर से अगला रक्तदान कर सकता है। 

रक्त चार प्रकार के तत्वों से निर्मित होता है –

रेड ब्लड सेल्स, व्हाइट ब्लड सेल्स, प्लेटलेट्स और प्लाज्मा। जब कोई व्यक्ति ब्लड डोनेशन करता है, तो 2 से 3 दिनों के भीतर उसके शरीर में प्लाज्मा का दोबारा निर्माण हो जाता है। जबकि रेड ब्लड सेल्स को बनने में 1 से 2 महीने लग सकते हैं। इस तरह कोई व्यक्ति 3 महीने बाद दोबारा रक्तदान कर सकता है।

रक्तदाताओं को रक्तदान के फायदे/ब्लड देने के फायदे –

ब्लड देने के फायदे निम्नलिखित हैं –

1. खून देने से हार्ट अटैक का जोखिम कम होता है –

आमतौर पर जब व्यक्ति के देवरिया किडनी में आयरन संचित होने लगता है, तो उससे हार्ट अटैक की आशंका बढ़ जाती है। दरअसल आयरन खून को गाढ़ा बना देता है, जिससे हृदय रोग होने का जोखिम बढ़ता है। रक्तदान करने से शरीर में आयरन का संतुलन बना रहता है और हृदय रोग का खतरा कम होता है।

2. डिमेंशिया या अल्जाइमर जैसी बीमारियों के होने की आशंका को कम करता है –

उम्र बढ़ने के साथ-साथ व्यक्ति में आयरन की अधिकता के कारण डिमेंशिया या अल्जाइमर जैसी बीमारियों के होने की आशंका भी बढ़ जाती है। नियमित तौर पर रक्तदान करने से आयरन नियंत्रित रहता है जोकि वृद्धावस्था में होने वाली बीमारी डिमेंशिया या अल्जाइमर से आपकी सुरक्षा करता है।

3. स्ट्रोक का खतरा कम –

रक्तदान से स्ट्रोक का खतरा भी 33% तक कम हो जाता है।

4. कैंसर का जोखिम कम करता है –

शरीर में आयरन के अनियंत्रित रहने से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। व्यक्ति के शरीर से आयरन निकालने की प्रक्रिया बहुत धीमी होती है। ऐसे में रक्तदान करने से इसका सही संतुलन बना रहता है।

रक्तदान से पहले होने वाले टेस्ट-

रक्तदान से पहले रक्तदाता की हेल्थ स्क्रीनिंग की जाती है। इसमें पांच प्रमुख टेस्ट होते हैं –

हेपेटाइटिस बी

हेपेटाइटिस सी

सिफलिस

एचआईवी

मलेरिया

उपर्युक्त के अतिरिक्त एचबी लेवल टेस्ट और ब्लड प्रेशर की भी जांच की जाती है।

रक्तदान के बाद क्या खाएं –

रक्तदाताओं को अपने आहार में आयरन, विटामिन बी व सी युक्त आहार लेना चाहिए। इसके लिए पालक, संतरे का जूस, फलियां और डेयरी उत्पाद को अपने नियमित आहार में लेना चाहिए।

रक्तदान करने से दो-तीन घंटे पूर्व पर्याप्त मात्रा में पानी जरूर पीएं व भरपेट भोजन करें। इससे खून में शुगर की मात्रा स्थिर होती है।

रक्तदान पर 10 वाक्य हिन्दी में –

1. अपनी स्वेच्छा से किसी की सहायता के लिए दिया गया रक्त ' रक्तदान ' कहलाता है।

2. वैश्विक स्तर पर 2004 से प्रतिवर्ष 14 जून को ' विश्व रक्तदान दिवस ' मनाया जाता है।

3. रक्त समूह के खोजकर्ता कार्ल लैंडस्टीनर के जन्मदिवस के रूप में इसे मनाया जाता है।

4. रक्त मानव शरीर में जीवन का संचार करने वाला मुख्य तरल पदार्थ है।

5. हमारा एक यूनिट रक्तदान कुल तीन जिंदगियों को बचा सकता है।

6. रक्तदान को लेकर बहुत सारी भ्रांतियां फैली हैं जिनके कारण लोग रक्तदान से डरते हैं।

7. किसी की जान बचाने के लिए लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूक करना जरूरी है।

8. भारत में प्रतिदिन लगभग 12000 लोगों की रक्त ना मिलने के कारण मृत्यु हो जाती है।

9. शरीर के लिए रक्त परम आवश्यक पदार्थ है इसलिए रक्तदान को ' महादान ' कहा जाता है।

10. भारत में रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए 1975 से हर साल 1 अक्टूबर को ' स्वेच्छा रक्तदान दिवस ' मनाया जाता है।

उपसंहार –

रक्तदान एक महापुण्य का काम है। हम सभी को इस पुण्य के कार्य में खुद भी सहयोग करना चाहिए। साथ ही दूसरों को भी जागरूक करना चाहिए। सरकार और डब्ल्यू.एच.ओ. जैसे संगठन भी इस दिशा में प्रयासरत हैं। हमें इस पुनीत कार्य में ऐसे संगठनों और सरकार का भी सहयोग करना चाहिए।

"रक्तदान कहलाता महादान,

होता है इससे महाकल्याण!"

FAQ'S Questions –

प्रश्न - रक्तदान क्यों महत्वपूर्ण है?

उत्तर - रक्तदान द्वारा किसी को नवजीवन देकर जो आत्मिक आनंद मिलता है उसका ना तो कोई मूल्य आंका जा सकता है ना ही उसे शब्दों में व्यक्त किया जा सकता है। चिकित्सकों का यह मानना है कि रक्तदान खून में कोलेस्ट्रॉल की अधिकता रक्त प्रवाह में बाधा डालती है। रक्तदान शरीर द्वारा रक्त बनाने की क्रिया को भी तीव्र कर देता है।

प्रश्न - रक्तदान से क्या मतलब है?

उत्तर - रक्तदान तब होता है जब एक स्वस्थ व्यक्ति स्वेच्छा से अपना रक्त देता है और रक्त आधान के लिए उसका प्रयोग होता है या फ्रैकशेनेशन नामक प्रक्रिया के जरिए दवा बनाई जाती है। विकसित देशों में, अधिकांश रक्तदाता अवैतनिक स्वयंसेवक होते हैं, जो सामुदायिक आपूर्ति के लिए रक्तदान करते हैं।

प्रश्न - मानव शरीर में कितना खून होता है?

उत्तर - वयस्कों के शरीर में लगभग 1.2-1.5 गैलन (10 यूनिट) रक्त होगा। रक्त एक वयस्क के वजन का लगभग 10% होता है।

प्रश्न - रक्तदान कितने प्रकार के होते हैं?

उत्तर - वास्तव में 8 से अधिक विभिन्न प्रकार के रक्त होते हैं, जिनमें से कुछ एक दूसरे के साथ संगत नहीं होते हैं।

प्रश्न - 1 यूनिट ब्लड कितने दिन में बनता है?

उत्तर - एक यूनिट रक्तदान की कमी 24 घंटे में शरीर में पूरी हो जाती है।

यह Blog एक सामान्य जानकारी के लिए है इसका उद्देश्य सामान्य जानकारी प्राप्त कराना है। इसका किसी भी वेबसाइट या Blog से कोई संबंध नहीं है यदि संबंध पाया गया तो यह एक संयोग समझा जाएगा।  

यहां पर आपको रक्तदान के निबंध के बारे में बताया गया है जो हर भारतीय को जरूर पता होने चाहिए। इस प्रकार की अन्य जानकारी के लिए आप nityastudypoint.com पर विजिट कर सकते हैं। दोस्तों अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई हो तो अपने सभी दोस्तों को social media platform WhatsApp, Facebook or telegram पर share करिएगा।

ये भी पढ़ें 👇👇👇👇

• समाचार पत्र पर निबंध 2023

• स्वस्थ जीवन शैली पर निबंध 2023

• अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर निबंध

• अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस पर निबंध

• राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पर निबंध

• विश्व संगीत दिवस पर निबंध

• भारतीय स्टेट बैंक की स्थापना किसने की

• जीएसटी पर निबंध

• समाचार पत्रों के महत्व पर निबंध

• गाँव और शहर के जीवन पर निबंध 2023

Post a Comment

एक टिप्पणी भेजें, संपर्क फ़ॉर्म.

Connect with the writers

Once paid, the initial draft will be made. For any query r to ask for revision, you can get in touch with the online chat support available 24X7 for you.

Customer Reviews

essay on blood donation day in hindi

A writer who is an expert in the respective field of study will be assigned

We select our writers from various domains of academics and constantly focus on enhancing their skills for our writing essay services. All of them have had expertise in this academic world for more than 5 years now and hold significantly higher degrees of education. Once the writers get your topic in hand, only after thorough research on the topic, they move towards the direction to write it. They take up information from credible sources and assure you that no plagiarism could be found in your writing from our writing service website.

Customer Reviews

रक्तदान पर निबंध

Photo of Sachin Sajwan

रक्तदान पर निबंध (Blood Donation Essay in Hindi) क्या आप भी लिखना चाहते हैं तो यह पोस्ट आपके लिए काफी उपयोगी साबित होगी

आज मैंने आपको रक्तदान का महत्व पर निबंध कैसे लिखते हैं इसके बारे में बताया है. यह निबंध सभी विद्यार्थियों के लिए काफी उपयोगी है. तो आइए रक्तदान महादान पर निबंध जानते हैं

रक्तदान पर निबंध – Blood Donation Essay in Hindi

Blood Donation Essay in Hindi

“थोड़ा सा करके रक्तदान सबको दो जीवन दान”

रक्तदान को महादान कहा गया है. विश्वभर में रक्तदान दिवस हर वर्ष 14 जून को मनाया जाता है. हम अपना रक्त दान करके किसी का अमूल्य जीवन बचा सकते हैं

रक्तदान करना जनकल्याण का कार्य है क्योंकि हमारे द्वारा दान किया गया रक्त किसी के प्राणों की रक्षा करता है अतः रक्तदान को सभी प्रकार के दानों में श्रेष्ठ माना जाता है

रक्तदान क्यों करना चाहिए ?

आधुनिक समय में हम सभी एक व्यस्त जीवन जी रहे हैं. व्यस्तता से भरे इस जीवन में हर दिन कोई ना कोई दुर्घटना होती ही रहती है. दुर्घटना के दौरान शरीर से रक्त काफी मात्रा में निकल जाता है और इस कारण ज्यादातर लोगों की मृत्यु हो जाती है

इस मृत्यु दर को कम करने हेतु हम सभी को मिलकर थोड़ा-थोड़ा रक्तदान करते रहना चाहिए. हमारे द्वारा दान किया गया रक्त किसी को जीवन दान दे सकता है

रक्तदान का महत्व

स्वस्थ लोगों द्वारा किये गये रक्तदान का उपयोग जरूरतमंद लोगों को खून चढाने के लिए किया जाता है. किसी की जान बचाने में सहयोग कर हम पुण्य की प्राप्ति कर सकते हैं

हम सभी एक पढ़े-लिखे सभ्य समाज के व्यक्ति है. हम केवल अपनी नहीं बल्कि दूसरों की भलाई के लिए भी सोचते हैं. तो क्यों न हम रक्तदान के महान कार्य में अपना सहयोग प्रदान करें और लोगों को जीवनदान दें

वैसे भी हमारे शरीर में पुराने खून का स्वतः ही क्षय हो जाता है. अतः रक्तदान की महत्वता को समझते हुए हर एक स्वस्थ व्यक्ति को अपना रक्त कुछ मात्रा में दान अवश्य करना चाहिए

रक्तदान एक महापुण्य का काम है. हम सभी को इस पुण्य के कार्य में खुद भी सहयोग करना चाहिए साथ ही दूसरों को भी जागरूक करना चाहिए

सरकार और डब्ल्यू.एच.ओ. जैसे संगठन भी इस दिशा में प्रयासरत हैं. हमें इस पुनीत कार्य में ऐसे संगठनों और सरकार का भी सहयोग करना चाहिए

“रक्तदान कहलाता महादान होता है इससे महाकल्याण”

FAQ’s – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

रक्तदान दिवस कब मनाया जाता है .

प्रत्येक वर्ष 14 जून को रक्तदान दिवस मनाया जाता है

रक्तदान को महादान क्यों कहा जाता है ?

रक्तदान को महादान इसलिए कहा जाता है क्योंकि रक्तदान करना जनकल्याण का कार्य है. आपका रक्त किसी जरूरतमंद व्यक्ति की जान बचा सकता है और किसी को प्राण देने से बड़ा कोई कर्म नहीं है

Read More :

  • अस्पताल पर निबंध
  • एड्स पर निबंध
  • परोपकार पर निबंध
  • स्वच्छता पर निबंध

रक्तदान जरूर करें 👇

संक्षेप में

दोस्तों  रक्तदान पर निबंध – Blood Donation Essay in Hindi  आपको अच्छा लगा होगा मुझे ऐसी उम्मीद है. क्या आपने कभी रक्तदान किया है? रक्तदान के बारे में अपने विचार कमेंट में जरूर बताएं

यदि आपको रक्तदान पर यह निबंध अच्छा लगा तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर कीजिए. MDS BLOG आपको विभिन्न तरह के निबंध और जानकारियां दिन-प्रतिदिन देता रहता है. आज ही MDS के साथ जुड़े जानकारियों को सबसे पहले पाने के लिए

यह पोस्ट कितनी उपयोगी थी ?

Average rating / 5. Vote count:

अब तक कोई वोट नहीं, इस पोस्ट को रेट करने वाले पहले व्यक्ति बनें

MDS Thanks 😃

पोस्ट अच्छी लगी तो सोशल मीडिया पर हमें फॉलो करें

हमें खेद है कि यह पोस्ट आपके लिए उपयोगी नहीं थी !

हमें बताएं कि हम इस पोस्ट को कैसे बेहतर बना सकते हैं ?

Related Articles

Ram Mandir Ayodhya Essay in Hindi

राम मंदिर अयोध्या पर निबंध

Essay on Traffic Rules in Hindi

यातायात के नियम पर निबंध

My Best Friend Essay in Hindi

मेरा प्रिय मित्र पर निबंध

रानी लक्ष्मी बाई पर निबंध

रानी लक्ष्मी बाई पर निबंध

Leave a reply cancel reply.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Please allow ads on our site !

IMAGES

  1. Essay on Blood Donation & Its Health benefits in Hindi रक्तदान पर निबंध

    essay on blood donation day in hindi

  2. World Blood Donor Day Hindi Poster

    essay on blood donation day in hindi

  3. Blood Donation Advantages (Disadvantages) Explained

    essay on blood donation day in hindi

  4. World Blood Donor Day (14 June) Greeting with Hindi Slogan

    essay on blood donation day in hindi

  5. Best Blood Donation Hindi Quotes & Slogans For Inspiring

    essay on blood donation day in hindi

  6. World Blood Donor Day Information For Students

    essay on blood donation day in hindi

VIDEO

  1. report writing on blood donation camp in your school/report writing in english

  2. World Blood Donor Day 2023 Speech in English

  3. BLOOD DONATION DAY 2024

COMMENTS

  1. Essay on Blood Donation in Hindi

    ये भी पड़े :-Essay On World Cancer Day In Hindiरक्तदान का महत्व (Importance Of Blood Donation) देश में बढ़ती जनसंख्या के साथ साथ रक्तदान की जरूरत भी बढ़ती जा रही है। हर साल हमारे देश में 5 करोड़ ...

  2. रक्तदान महादान पर निबंध- Essay on Blood donation in Hindi

    In this article, we are providing an Essay on Blood donation in Hindi रक्तदान महादान पर निबंध | Essay in 200, 300, 500 words For Class 7,8,9,10,11,12 Students. Raktdaan par Nibandh.

  3. रक्तदान पर निबंध

    Essay In Hindi कक्षा 1 से 4 के लिए निबंध कक्षा 5 से 9 के लिए निबंध कक्षा 10 से 12 के लिए निबंध प्रतियोगी परीक्षा के लिए निबंध ऋतुओं पर निबंध त्योहारों ...

  4. रक्तदान महादान पर निबंध

    रक्तदान से जुड़े कुछ गलत धारणाएं. Blood Donation Benefits in Hindi. रक्तदान के फायदे की वजह से रक्तदान महादान कहा जाता है, लेकिन लोग खून देने में तमाम भ्रम ...

  5. रक्तदान पर निबंध

    रक्तदान पर निबंध | Essay On Blood Donation In Hindi. रक्तदान को महादान माना जाता है, आपके रक्त की एक बूंद किसी की जिन्दगी बचा सकती है. लोगों में रक्तदान को ...

  6. रक्तदान महादान पर निबंध

    July 2, 2021 by admin. आज में आपके लिए लेकर आया हूँ रक्तदान महादान पर निबंध (Essay on blood donation in Hindi). दान तो दान होता है चाहे किसी भी चीज का हो. अगर किसी का दान ...

  7. रक्तदान

    रक्तदान का चित्रीय आरेख. रक्तदान तब होता है जब एक स्वस्थ ...

  8. रक्तदान महादान

    Speech on Blood Donation In Hindi - Essay. ... करने के लिए अनेक कदम उठाएं हैं जिनमें से एक World Blood Donor Day भी है। World Health Organization ने वर्ष 1997 में 100 फीसदी स्वैच्छिक रक्तदान नीति ...

  9. रक्तदान के फायदे, नुकसान, तथ्य और मिथक

    National Blood Transfusion Service. Benefits Of Donating Blood. Kingston, Jamaica; Florida Health Across the State. 4 Benefits of Donating Blood. County Health Department Leadership. Yunce M, Erdamar H, Bayram NA, Gok S.One more health benefit of blood donation: reduces acute-phase reactants, oxidants and increases antioxidant capacity. 2016 ...

  10. रक्तदान महादान पर निबंध Essay on blood donation in hindi

    Essay on blood donation in hindi Rakt daan essay in hindi-दोस्तों कैसे हैं आप सभी,आज का हमारा आर्टिकल रक्तदान महादान पर निबंध आप सभी की स्कूल, कॉलेज की परीक्षा में लिखने के लिए मददगार ...

  11. रक्तदान जीवनदान पर भाषण Blood Donation Speech in Hindi

    आज के इस लेख में आप रक्तदान जीवनदान पर भाषण (Blood Donation Speech in Hindi) पढ़ेंगे। इस भाषण से स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थी अपने परीक्षा के

  12. Blood donation in Hindi

    रक्तदान (Blood donation in Hindi) पृथ्वी पर के सबसे उत्तम दान मे से एक है जिसका कोई मूल्य नहीं । एक रकत दान से तीन लोगों की जान बच सकती है।

  13. रक्त दान पर निबंध » हिंदी निबंध, Nibandh

    15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर निबंध, भाषण, अनुच्छेद, 10 लाइन, Essay on independence Day; आलस्य मनुष्य का शत्रु: निबंध, अनुछेद, लेख; दहेज प्रथा पर निबंध

  14. रक्तदान पर निबंध-Essay on Blood Donation In Hindi

    Essay on Blood Donation In Hindi : रक्त के नमूने को दान करने के लिए हरी बत्ती दिए जाने से पहले एक प्रयोगशाला में उसका परीक्षण किया जाता है।

  15. रक्तदान पर निबंध Essay On Blood Donation In Hindi

    Essay On Blood Donation In Hindi - Importance Of Blood Donation Essay In Hindi दोस्तों आज में आपको इस ब्लॉग में ब्लड डोनेशन अर्थात रक्तदान पर निबंध लिखकर बताऊंगा क्योंकि यह एक ऐसा विषय है जिस पर ...

  16. रक्तदान पर 10 वाक्य (10 Lines on Blood Donation in Hindi)

    रक्तदान पर 10 लाइन - Find here 10 Easy and Simple Lines on Blood Donation in Hindi Language for School Students. Raktdaan par 10 Vakya. ... (Republic Day Parade Essay in Hindi) गणतंत्र दिवस 2024 पर स्लोगन (नारा)

  17. Blood Donation Essay for Students and Children

    World Blood Donor Day. In order to raise awareness about this life-saving procedure, the world observes 14th June as Blood Donor Day. It promotes blood donation and urges people to save lives by donating blood. Furthermore, this day is quite an important day as it makes people about safe blood. People need to know the basics to be able to ...

  18. निबंध

    Essay on World Blood Donor Day In Hindi 2023. निबंध - विश्व रक्तदाता दिवस अथवा विश्व रक्तदान दिवस। हर साल 14 जून को रक्तदाता दिवस जाता है।

  19. रक्तदान पर निबंध || Blood donation essay in Hindi

    रक्तदान पर निबंध,छात्रों और बच्चों के लिए रक्तदान निबंध,रक्तदान पर 10 वाक्य,10 lines on blood donation in Hindi,long and short essay on blood donation in Hindi,रक्तदान का महत्व पर ...

  20. Blood Donation Day Essay In Hindi

    Blood Donation Day Essay In Hindi: ID 9011. REVIEWS HIRE. 17 Customer reviews. Feb 15, 2021. 630 . Finished Papers. Nursing Management Business and Economics Economics +69. 100% Success rate 4950 . Customer Reviews. 1344 ...

  21. रक्तदान पर निबंध हिंदी, Essay On Blood Donation in Hindi

    Essay on blood donation in Hindi, रक्तदान पर निबंध हिंदी: नमस्कार दोस्तों, आज हम आपके लिए लेके आये है रक्तदान पर निबंध हिंदी, essay on blood donation in Hindi लेख। यह रक्तदान ...

  22. Blood Donation Day Essay In Hindi

    However, everything looked perfect to me. Min Price. Any. 10Customer reviews. Blood Donation Day Essay In Hindi, Religious Studies Essay Writer Site, Short Essay On Cow In English For Class 4, Selam Witch Trail Essay, Refutation Essays Easy, Custom Essay Writing Service Professays, Normative Thesis Statement.

  23. रक्तदान पर निबंध हिंदी में

    रक्तदान पर निबंध (Blood Donation Essay in Hindi) क्या आप भी लिखना चाहते हैं तो आज मैंने आपको रक्तदान का महत्व पर हिंदी निबंध कैसे लिखें इस पोस्ट के माध्यम..